03-04-2022, 09:49 PM
(This post was last modified: 04-04-2022, 11:29 AM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Part 15
मुस्कान अपने हाथ ऊपर उठाए कमरे में गोल गोल घूमकर अपने बदन की नुमायश कर रही थी और पांचों हेड बॉयज उसकी सेक्सी फिगर को देख कर अपने अपने लण्ड को सहलाये जा रहे थे
अब पंकज बोला : चलो अब चिकनी लौंडिया को सज़ा देने का प्रोग्राम शुरू किया जाए
अनुराग : मेरा ख्याल है कि पहले इसे समझा दिया जाए कि इसकी सज़ा कैसी होने वाली है क्योंकि यह लौंडिया काफी छुई मुई सी लग रही है। पता नही हमारी सज़ा को झेल भी पाए या न झेल पाए
गौरव : यह बात तो है। लौंडिया है तो एकदम छुई मुई
अभिनव अब अपनी कुर्सी से उठा और अपनी पैंट में से लेदर बेल्ट निकालकर उसने एक बेल्ट का स्ट्रोक मुस्कान के नितंबों पर मार दिया। अभिनव ने बेल्ट इतनी जोर से मारी थी कि न सिर्फ मुस्कान की चीख निकल गयी, बल्कि उसका संतुलन बिगड़ने से वह गिरते गिरते भी बची।
अब नितिन मुस्कान के पास जाकर खड़ा हो गया और उसके होंठों पर अपनी उंगली फिराते हुए पूछने लगा : तुम्हारे अभी बेल्ट का स्ट्रोक मारा गया, उससे तुम्हे दर्द हुआ या मज़ा आया।
मुस्कान की आंखें भीग सी गईं थी : सर बहुत दर्द हुआ है मुझे। प्लीज़ मुझे ऐसे मत मारो। आप सब मेरे गालों पर थप्पड़ भी मार रहे हो। मुझे आज से पहले कभी किसी ने एक थप्पड़ तक नही मारा है। प्लीज़ मुझे और मत मारो
नितिन मुस्कान के गालों को सहलाता हुआ बोला : अरे तुम पहले बता देतीं तो हम तुम्हारे थप्पड़ नही मारते। चलो अब मैं तुम्हारे गालों को सहला देता हूँ
मुस्कान के दोनों गालों को सहलाते सहलाते नितिन उससे बोला : अभी तुम्हारे मस्त मस्त नितंबों पर लेदर बेल्ट का एक स्ट्रोक मारा गया था, वह सिर्फ सैंपल था। हमारी सज़ा में नियम है कि तुम्हें 25 बार ऐसे स्ट्रोक मारे जाएंगे
जैसे ही मुस्कान ने यह सुना कि उसके नितंबों पर बेल्ट से 25 बार स्ट्रोक मारे जाएंगे, वह फौरन जमीन पर नितिन के पैरों में गिरकर उसके दोनों पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगी : नही। यह मत करो। मुझे बेल्ट के 25 स्ट्रोक मत मारो। यह मैं सहन नही कर पाऊँगी।
मुस्कान जिस तरह से एकदम टूटकर बिखर सी गई थी, उसे देखकर सब लोगों के लण्ड एकदम पत्थर की तरह कड़क हो गए थे
पंकज ने मुस्कान से थोड़े और मज़े लेते हुए कहा : नितिन सर के जूतों पर अपनी नाक रगड़ो और बोलो : मुझे इसके बदले कुछ आसान सी सज़ा दी जाए प्लीज़
मुस्कान ने नितिन के जूतों पर अपनी नाक रगड़ते हुए कहा : मुझे बेल्ट के 25 स्ट्रोक न मारे जाएं और कोई आसान सी सज़ा दी जाए प्लीज़
सब लोग मुस्कान को देख देख कर हंस रहे थे।
नितिन ने अपने जूते की नोक से उसकी ठोड़ी को ऊपर उठाया और कड़क आवाज़ में मुस्कान से बोला : जाओ अब बाकी सबके जूतों पर भी अपनी नाक रगड़कर यही रिक्वेस्ट करो
मुस्कान में बारी बारी से सबके जूतों पर जाकर अपनी नाक रगड़ते हुए इसी रिक्वेस्ट को बार बार दोहराया
शेष अगले भाग में....
मुस्कान अपने हाथ ऊपर उठाए कमरे में गोल गोल घूमकर अपने बदन की नुमायश कर रही थी और पांचों हेड बॉयज उसकी सेक्सी फिगर को देख कर अपने अपने लण्ड को सहलाये जा रहे थे
अब पंकज बोला : चलो अब चिकनी लौंडिया को सज़ा देने का प्रोग्राम शुरू किया जाए
अनुराग : मेरा ख्याल है कि पहले इसे समझा दिया जाए कि इसकी सज़ा कैसी होने वाली है क्योंकि यह लौंडिया काफी छुई मुई सी लग रही है। पता नही हमारी सज़ा को झेल भी पाए या न झेल पाए
गौरव : यह बात तो है। लौंडिया है तो एकदम छुई मुई
अभिनव अब अपनी कुर्सी से उठा और अपनी पैंट में से लेदर बेल्ट निकालकर उसने एक बेल्ट का स्ट्रोक मुस्कान के नितंबों पर मार दिया। अभिनव ने बेल्ट इतनी जोर से मारी थी कि न सिर्फ मुस्कान की चीख निकल गयी, बल्कि उसका संतुलन बिगड़ने से वह गिरते गिरते भी बची।
अब नितिन मुस्कान के पास जाकर खड़ा हो गया और उसके होंठों पर अपनी उंगली फिराते हुए पूछने लगा : तुम्हारे अभी बेल्ट का स्ट्रोक मारा गया, उससे तुम्हे दर्द हुआ या मज़ा आया।
मुस्कान की आंखें भीग सी गईं थी : सर बहुत दर्द हुआ है मुझे। प्लीज़ मुझे ऐसे मत मारो। आप सब मेरे गालों पर थप्पड़ भी मार रहे हो। मुझे आज से पहले कभी किसी ने एक थप्पड़ तक नही मारा है। प्लीज़ मुझे और मत मारो
नितिन मुस्कान के गालों को सहलाता हुआ बोला : अरे तुम पहले बता देतीं तो हम तुम्हारे थप्पड़ नही मारते। चलो अब मैं तुम्हारे गालों को सहला देता हूँ
मुस्कान के दोनों गालों को सहलाते सहलाते नितिन उससे बोला : अभी तुम्हारे मस्त मस्त नितंबों पर लेदर बेल्ट का एक स्ट्रोक मारा गया था, वह सिर्फ सैंपल था। हमारी सज़ा में नियम है कि तुम्हें 25 बार ऐसे स्ट्रोक मारे जाएंगे
जैसे ही मुस्कान ने यह सुना कि उसके नितंबों पर बेल्ट से 25 बार स्ट्रोक मारे जाएंगे, वह फौरन जमीन पर नितिन के पैरों में गिरकर उसके दोनों पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगी : नही। यह मत करो। मुझे बेल्ट के 25 स्ट्रोक मत मारो। यह मैं सहन नही कर पाऊँगी।
मुस्कान जिस तरह से एकदम टूटकर बिखर सी गई थी, उसे देखकर सब लोगों के लण्ड एकदम पत्थर की तरह कड़क हो गए थे
पंकज ने मुस्कान से थोड़े और मज़े लेते हुए कहा : नितिन सर के जूतों पर अपनी नाक रगड़ो और बोलो : मुझे इसके बदले कुछ आसान सी सज़ा दी जाए प्लीज़
मुस्कान ने नितिन के जूतों पर अपनी नाक रगड़ते हुए कहा : मुझे बेल्ट के 25 स्ट्रोक न मारे जाएं और कोई आसान सी सज़ा दी जाए प्लीज़
सब लोग मुस्कान को देख देख कर हंस रहे थे।
नितिन ने अपने जूते की नोक से उसकी ठोड़ी को ऊपर उठाया और कड़क आवाज़ में मुस्कान से बोला : जाओ अब बाकी सबके जूतों पर भी अपनी नाक रगड़कर यही रिक्वेस्ट करो
मुस्कान में बारी बारी से सबके जूतों पर जाकर अपनी नाक रगड़ते हुए इसी रिक्वेस्ट को बार बार दोहराया
शेष अगले भाग में....
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा