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Adultery दबंग हरामी देवर ने खूबसूरत भाभी को अपना सेक्स स्लेव बनाया
PART-26

शादी के बाद आज गौरव और रवीना की सुहागरात थी

गौरव सब कुछ एक साज़िश के तहत कर रहा था -रवीना हालॉंकि शिवानी से भी ज्यादा सुन्दर थी लेकिन गौरव ने रवीना से शादी के लिए  जल्दबाज़ी में  हाँ इसलिए ही कर दी थी ताकि शिवानी पर उसका कंट्रोल और दबदबा आगे भी बना रहे क्योंकि जब से शिवानी  पुनीत की बहन के शादी में गयी थी, तभी से गौरव को अपनी पोल खुलने का डर सताये जा रहा था.

गौरव शिवानी की तरह अपनी वाइफ रवीना को भी पहले ही दिन से अपनी पूरे कंट्रोल और रौब दाब में रखना चाहता था ताकि उसका पूरा दबदबा हर समय बना रहे और शिवानी की ही तरह रवीना भी उसकी सेक्स स्लेव बनकर रह जाए

रवीना को सुहागरात के लिए शिवानी ने ही तैयार कर दिया था और वह उसे रात दस बजे गौरव के कमरे में छोड़ गयी.

कुछ ही देर में गौरव अपनी कमरे में आया तो उसने देखा कि सजी धजी रवीना बिस्तर पर अपनी साड़ी का घूंघट किये बैठी थी

गौरव कमरे में घुसा तो रवीना की तरफ देखता हुआ बिस्तर के सामने पड़े हुए सोफे पर बैठ गया और वहीं से बिस्तर पर घूंघट में लिपटी रवीना को देखने लगा

कुछ देर बाद ही गौरव रबीना की तरफ देखते हुए बोला : रवीना बिस्तर पर से उठकर मेरे पास आओ -मैं तुम्हे बताऊंगा कि सुहागरात का क्या मतलब होता  है और किसी भी वाइफ को सुहागरात और उसके बाद क्या करना होता है

रवीना शर्माती हुई और अपनी साड़ी और उसका घूंघट संभालती हुई बिस्तर पर से उठी और गौरव के पास आकर खड़ी हो गयी

गौरव : चलो अपनी साड़ी उतारो

रवीना ने अपनी साड़ी उतार कर बिस्तर पर ही एक तरफ रख दी

अब रवीना ब्लाउज़ और पेटीकोट में खड़ी थी और उसका ज्यादातर बदन गौरव को दिख रहा था- लाल रंग की ब्लाउज़ में कैद उसके मम्मे काफी मस्त लग रहे थे -ब्लाउज़ और पेटीकोट के बीच उसका पेट एकदम चिकना और समतल था और उसकी नाभि साफ़ नज़र आ रही थी-कुल मिलाकर वह एक मस्त माल थी

गौरव ने कुछ देर उसे ऐसे ही देखते रहने के बाद कहा : अब अपनी बाकी के कपडे भी उतारो और अपना नंगा बदन मुझे दिखाओ -तुम्हारे बदन को चेक करने के बाद ही मैं इस बात का फैसला करूंगा कि तुम मेरे लायक हो भी या नहीं

रवीना को शर्म तो बहुत आ रही थी-उसने आज से पहले कभी किसी के सामने अपनी कपडे इस तरह नहीं उतारे थे-गौरव उसका पति था लेकिन अभी तक वह एक अनजान मर्द ही था -रवीना ने कुछ सोचा और फिर झिझकते हुए अपनी ब्लाउज़ उतारनी शुरू कर दी

ब्लाउज़ उतारने के बाद, रवीना रुकी तो गौरव बोला : रुको मत ! सब कुछ उतारो और एकदम नंगी हो जाओ

यह सब कहते कहते गौरव अपनी जींस में कैद खड़े लण्ड पर भी लगातार हाथ फिराता जा रहा था -रवीना के खूबसूरत बदन को वह भी पहली बार ही देखने वाला था-इसलिए वह बहुत उत्तेजित और उत्साहित था लेकिन वह उसे पूरी तरह ज़लील करके पहले ही दिन से अपने कंट्रोल में लेकर उस पर अपना दबदबा कायम करना चाहता था

अब रवीना ने अपना पेटीकोट भी उतार दिया और उसके हाथ अब अपने ब्रा और पैंटी को अपनी बदन से अलग करने में व्यस्त थे-कुछ ही देर में वह एकदम निर्वस्त्र अवस्था में गौरव के सामने खड़ी थी और अपने एक हाथ से अपनी मम्मों को और दूसरे हाथ से अपने चिकनी चूत को ढंकने की कोशिश कर रही थी लेकिन गौरव ने उसे ऐसा करने से रोकते हुए कहा : हाथ ऊपर उठाओ और पीछे घूमकर दिखाओ

इस बीच गौरव ने अपने टी शर्ट और जींस उतार फेंकी थी और अब वह सोफे पर सिर्फ एक अंडरवियर पहनकर बैठा हुआ था

रवीना  गौरव की तरफ देखकर अब एकदम चिल्ला पडी : ऐसा होता है क्या सुहागरात में ? मुझे यह सब नहीं करना -मैं आपकी  वाइफ हूँ  ना कि कोई खरीदी हुई गुलाम जो मुझसे इस तरह बात कर रहे हो आप ?

गौरव : अभी तुम्हे सब पता चल जाएगा कि तुम कौन हो-तुमने मेरी आज्ञा का पालन नहीं किया है, उसके लिए तुम्हे अब सजा मिलेगी -आओ मेरी टांगों पर उल्टी होकर लेट जाओ

रवीना : मैं तुम्हारी वाइफ हूँ -कोई स्कूल में पढ़ने वाली पांचवी क्लास की स्टूडेंट नहीं हूँ जो तुम मुझे सजा देने की बात कर रहे हो- मुझे यह सब पसंद नहीं है -मुझे यहां से जाना है

गौरव ( हँसता हुआ ) : इसी बात की ट्रेनिंग तो सुहाग रात वाले दिन दी जाती है ताकि वाइफ अपनी जगह को हमेशा के लिए पहचान ले और यह समझ जाए कि आज से वह अपनी पति की एक सेक्स स्लेव से ज्यादा कुछ नहीं है-इसलिए अब तुम्हे वह सब करना होगा जो मैं तुमसे कहूंगा-मैं अगर कहूँ कि रवीना खड़ी हो जा तो तुम्हे खड़ा होना पडेगा और मैं अगर कहूँ कि रवीना बैठ जा  तो तुम्हे बैठना होगा-मेरा कहना नहीं माना तो उसके लिए तुम्हे सख्त सजा मिलेगी -अब जल्दी से मेरी टांगों पर आकर उल्टी लेट जाओ और आज की पहली सजा भुगतने के लिए तैयार हो जाओ- नहीं तो मुझे तुम्हारी सजा बढ़ानी पड़ेगी

रवीना अब डर के मारे उसकी टांगों पर उल्टी होकर लेटने की कोशिश करने लगी -गौरव ने उसकी चिकने योनि प्रदेश  को आपनी दायीं जांघ पर टिका दिया और उसके मस्त मस्त मम्मों को आपनी बायीं जाँघों पर रख दिया-उसके मक्खन जैसे मम्मे जैसे ही उसकी खुरदरी जांघों पर टिके, उसके लण्ड का साइज और भी अधिक बढ़ गया. रवीना का चिकना पेट उसके खड़े लण्ड पर टिका हुआ था और उसके चेहरे को उसने अपनी बाएं हाथ में संभाल रखा था -कुछ देर तक गौरव अपनी दाएं हाथ को उसके मस्त मस्त नितम्बों को दबाता सहलाता और थपथपाता रहा और फिर उससे बोला : अब तुम्हारी सजा शुरू होगी. तुम्हारे इन मस्त नितम्बों पर मैं इस छड़ी से 50 स्ट्रोक लगाऊंगा -अगली बार मेरी बात एक बार में नहीं मानी तो 100 स्ट्रोक लगाए जाएंगे

यह कहकर गौरव ने अपनी दाएं हाथ में एक छड़ी पकड़कर उसे रवीना के चिकने और मस्त नितम्बों पर मारना शुरू कर दिया : इन्हे गिनती भी रहो- जिस स्ट्रोक पर गिनती नहीं बोलोगी, उसे काउंट नहीं किया जाएगा

अब गौरव रवीना के लैप डांस का मज़ा ले रहा था-हर स्ट्रोक पर रवीना जोर से चिल्लाते हुए अपनी बदन को उछालकर जम्प मारती और हर बार रवीना का चिकना समतल पेट उसके लण्ड पर आकर जोर से टकराता

40 स्ट्रोक के बाद ही रवीना जोर जोर से कहने लगी : प्लीज़ मुझे और मत मारो..मुझे बहुत दर्द हो रहा है..मैंने पहली बार ही तो आपकी बात नहीं मानी है...पहली बार में इतनी सख्त सजा मत दो..प्लीज़ अब छोड़ दो...आज से आपकी सब बातें मैं पहली बार में ही मानूंगी

गौरव तो रवीना के मुंह से यही सब सुनना चाहता था -अब उसने उसे फिर से अपने सामने खड़ा कर दिया और बोला : चल अब  अपने कान पकड़कर 50 उठक बैठक लगाना शुरू कर और मेरी बात को गौर से सुन

रवीना ने अपनी कान पकड़कर उठक बैठक लगानी शुरू कर दीं

गौरव ने अब बोलना शुरू कर दिया : आज के बाद से तू मेरी सेक्स स्लेव है- मैं जब चाहूँ, जैसे चाहूँ और जहां चाहूँ , तुझे पूरी तरह नंगा करके तुझे आगे पीछे, ऊपर नीचे कहीं से भी तेरी चुदाई कर सकता हूँ- अगर मैं कहूँ कि खड़ी हो जा तो तुझे खड़ा होना पडेगा और अगर मैं तुझे कहूँ कि बैठ जा तो तुझे बैठना पडेगा, अगर तुझे मुर्गा बनने के लिए कहूँ तो तुझे मुर्गा बनना पडेगा और अगर तुझे घोड़ी बनने के लिए कहा जाए तो तुझे घोड़ी बनना पडेगा-अगर मैं तुम्हे अपना पेशाब भी पिलाऊँ तो तुम्हे खुशी खुशी पीना पडेगा -बोलो तुम यह सब करने के लिए राजी हो या फिर अभी तुम्हारे पिछवाड़े को और गर्म किया जाए ?

रवीना का पिछवाड़ा अभी तक दर्द कर रहा था, उसने और सजा न मिल जाए, इस डर से फौरन राजी होते हुए कह दिया : मुझे आपकी सारी बातें मंजूर हैं-बस मुझे और सजा मत दीजिये प्लीज़

गौरव अब हँसते हुए बोला : अब बनी न तू मेरी परफेक्ट स्लेव. चल अब जरा घोड़ी बन कर दिखा

रवीना : घोड़ी कैसे बनते हैं-मुझे तो बनना नहीं आता है

गौरव : कोई बात नहीं. मैं सिखा दूंगा

यह कहकर गौरव ने उसे उसके दोनों हाथों और पैरों के बल पर फर्श पर घोड़ी बना दिया और उसके पिछवाड़े को अपनी तरफ करते हुए उसके नितम्बों पर हाथ फिराते हुए बोला : चल अब जरा अपनी टाँगे चौड़ी करके खड़ी हो

रवीना ने घोड़ी बने बने अपनी टाँगे फैला दीं और गौरव ने अपना खड़ा लण्ड उसके पिछवाड़े में घुसेड़कर उसकी चुदाई शुरू कर दी.

कुछ देर तक उसकी पीछे से चुदाई करने के बाद गौरव ने अपना लण्ड बाहर निकाला और रवीना से बोला : अब इधर मेरे सामने आकर अपने घुटनों के बल बैठ जा और मेरे इस लण्ड को अपनी जीभ से साफ़ कर

रवीना गौरव की टांगों के बीच अपनी घुटनों के बल बैठ गयी और गौरव ने अपना गीला लण्ड उसके मुंह में डाल कर उसे आदेश दिया : इसे अपने जीभ से चाट चाट कर साफ़ कर -जब तक मैं न कहूँ यह लण्ड तेरे मुंह के अंदर रहना चाहिए और तेरी जीभ इसके इर्द गिर्द गोल गोल घूमती रहनी चाहिए

गौरव अब आराम से सोफे पर रिलैक्स होकर बैठ गया और रवीना के मुख मैथुन का मज़ा लेने लगा -उसे इस बात की खुशी थी कि सुहाग रात वाले दिन ही उसने रवीना को अपनी पूरी कंट्रोल में ले लिया था और अब उसके पास अपना लण्ड घुसेड़ने के लिए शिवानी और रवीना दो दो लडकियां मौजूद थीं.

कुछ देर में गौरव ने अपनी लण्ड की पिचकारी रवीना के मुंह में छोड़ते हुए कहा : मेरा सारा जूस पी जा

रवीना उसके लण्ड से निकलने वाले सारे जूस को पी गयी

पूरी तसल्ली से रवीना का मुख मैथुन करने के बाद गौरव ने रवीना से कहा : अब जाकर बिस्तर पर सीधी होकर लेटो-अब तुम्हारी फाइनल चुदाई की जाएगी

रवीना बिस्तर पर जाकर लेट गयी- गौरव भी बिस्तर पर आ गया और उसके बदन पर अपनी बदन को डालते हुए उसकी चूत में अपना लण्ड डालकर उसकी चुदाई करने लगा-रवीना के सीने की मस्त गोलाईयाँ उसके सीने में हलचल मचा रही थीं और वह उसके चेहरे गर्दन और होंठों को बुरी तरह चूमे जा रहा था

कुछ समय बाद गौरव को क्लाइमेक्स आ गया और उसने अपनी लण्ड की पिचकारी से उसकी चूत को भर दिया. अपना लण्ड बाहर निकलने के बाद वह बिस्तर पर सीधा होकर लेट गया और रवीना से बोला : चल उठ और मेरे सने हुए लण्ड को अपनी मुंह में लेकर इसे तब तक साफ़ करती रह, जब तक मुझे नींद ना आ जाए. जब मुझे नींद आ जाये, तब तू भी मेरे पास लेटकर सो जाना -और सुन-हर रोज तुझे यही सब करना है जो आज कर रही है

यह कहकर गौरव बिस्तर पर आराम से लेट गया और उसके लण्ड को रवीना अपनी मुंह में लेकर उसके सोने का इंतज़ार करने लगी

शेष अगले भाग में ...
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



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RE: दबंग हरामी देवर ने खूबसूरत भाभी को अपना सेक्स स्लेव बनाया - by Hot_Guy - 03-04-2022, 05:58 PM



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