30-03-2022, 09:41 PM
(This post was last modified: 31-03-2022, 09:20 AM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Part-8
23 साल की ऋतु ने आज से पहले कभी किसी का लण्ड नही चूसा था लेकिन लेकिन आज वह बेबस होकर अनुराग के लण्ड को चूसने जा रही थी। वह कुछ देर तक अनुराग के लण्ड को उसके अंडरवियर के ऊपर पर ही हाथ फिरा फिरा कर सहलाती रही। उसके हाथ फिराने से अनुराग को बहुत मज़ा आ रहा था।अनुराग को कोई जल्दी भी नही थी। ऋतु के मस्त सेक्सी बदन को भोगने के लिए उसके पास पूरी रात पड़ी थी।
कुछ देर इस तरह सहलाने के बाद ऋतु ने अनुराग के अंडरवियर को नीचे खिसकाकर उसका लण्ड अपने हाथ मे पकड़ लिया
अनुराग : इसे अपने होंठों पर इस तरह रगड़ जैसे लिपस्टिक लगा रही हो
ऋतु को अनुराग से इस तरह की बदमाशी की उम्मीद नही थी क्योंकि यह सब तो पिछले 4 सालों में उससे किसी और हेड बॉय ने नही करवाया था
ऋतु उसके लण्ड को अपने होंठों तक ले गई और अपने होंठों पर रगड़ने लगी
ऋतु को इस तरह करते देख अनुराग हंसते हुए बोला : गुड़ गर्ल ! पहले ही मान जाती तो इतनी पिटाई से बच जाती और मेरा थूक भी नही खाना पड़ता
चल कोई बात नही, अब अपना मुंह खोल और इसे अपने मुंह के अंदर ले। तुझे तो लगता है लण्ड चूसना भी मुझे ही सिखाना पड़ेगा
ऋतु ने उसके लंड को अपने मुंह मे ले लिया और उसे चूसने की कोशिश करने लगी लेकिन अनुराग को पूरा मज़ा नही आ रहा था
अनुराग ने उसके गाल पर चपत लगाते हुए कहा : वैसे चूस जैसे आइस क्रीम चूसते हैं। अपनी जीभ को गोल गोल उसके चारों तरफ घुमा रंडी
अब ऋतु अनुराग के बताए तरीके से उसका लण्ड चूसने लगी
अनुराग : वेरी गुड। अब आया मज़ा। तू तो बहुत जल्दी लण्ड चूसने में एक्सपर्ट हो गई
अनुराग पूरी उत्तेजना के साथ अपने लण्ड को उसके मुंह मे अंदर बाहर किये जा रहा था
अनुराग का क्लाइमेक्स आते ही उसने अपने लण्ड की तेज पिचकारी उसके मुंह में छोड़ दी और उससे बोला : मेरा सारा जूस पी ले। एक बूंद भी बाहर नही निकलनी चाहिये
ऋतु के मुंह से अनुराग ने लण्ड बाहर निकालकर फिर से उससे कहा : देख तूने इसे कितना गीला कर दिया है। चल इसे अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर
अपनी पूरी तसल्ली करने के बाद अनुराग ने अपने लण्ड को अंडरवियर के अंदर कर लिया और ऋतु को खड़ा होने के लिए कहा
ऋतु : सर मुझे बहुत जोर की प्यास लगी है
अनुराग (हंसते हुए) : पानी पिएगी या मेरी पेशाब ?
ऋतु : प्लीज़ सर....नही...मुझे पानी चाहिए
अनुराग : कोई बात नही। आज तो पानी पी ले लेकिन आज के बाद तूने मेरी कोई बात पहली बार में नही मानी तो तुझे अपनी पेशाब पिलाऊंगा
अनुराग ने ऋतु को पीने के लिए पानी दे दिया
पानी पीने के बाद ऋतु अपने कपड़े पहनने लगी लेकिन अनुराग ने फिर से उसके गाल पर चपत लगाते हुए कहा : जब तक मैं ना कहूँ कपड़े नही पहनने हैं। अभी तो मौज़ मस्ती शुरू हुई है तेरे इस सेक्सी बदन के साथ।
अनुराग अंडरवियर पहने कुर्सी पर बैठा हुआ था। उसने ऋतु से कहा : मेरी गोद मे आकर बैठ जा। अब तेरे मस्त बदन के साथ कुछ खिलवाड़ किया जाएगा
ऋतु अनुराग की गोद मे आकर बैठ गयी और अनुराग उसके मस्त बदन से खेलने लगा। अपने एक हाथ से उसने ऋतु के सीने की मस्त गोलाइयों को पकड़कर दबाना सहलाना शुरू किया। दूसरे हाथ से उसने ऋतु के चेहरे को खींचकर अपने चेहरे की तरफ किया और उसके चेहरे को बेतहाशा चूमने चाटने लगा।
उसके मम्मे सहलाने के बाद उसका हाथ ऋतु के चिकने गोरे पेट पर फिसलता हुआ उसकी केले जैसी जाँघों पर आकर उसकी जांघों से खेलने लगा। जाँघे सहलाते सहलाते अनुराग ने अपनी उंगली उसकी चूत में घुसेड़ दी और उसे आगे पीछे करने लगा। ऋतु के गुलाबी होंठ इस समय अनुराग के होंठों की गिरफ्त में थे। अनुराग ने अपनी उंगली उसकी चूत में से निकलकर उसे ऋतु के होंठो पर रखते हुए कहा : चल इसे चाट कर साफ कर
काफी देर तक ऋतु से अपनी उँगली चटवाने के बाद अनुराग ने उसे अपनी गोद से उठाते हुए कहा : चल अब घोड़ी बनकर दिखा
ऋतु अपने दोनों हाथों और पैरों के बल ज़मीन पर घोड़ी बन गई
अब अनुराग ने ऋतु के मस्त सुडौल नितंबों पर अपने हाथ से थपथपाना शुरू कर दिया : साली, एकदम मस्त माल है। चल टाँगे खोलकर दिखा
ऋतु ने जैसे ही अपनी टाँगे फैलाईं, अनुराग ने अपना खड़ा लण्ड उसके दोनों नितंबों के बीच घुसेड़ते हुये उसकी पीछे से चुदाई शुरू कर दी
शेष अगले भाग में....
23 साल की ऋतु ने आज से पहले कभी किसी का लण्ड नही चूसा था लेकिन लेकिन आज वह बेबस होकर अनुराग के लण्ड को चूसने जा रही थी। वह कुछ देर तक अनुराग के लण्ड को उसके अंडरवियर के ऊपर पर ही हाथ फिरा फिरा कर सहलाती रही। उसके हाथ फिराने से अनुराग को बहुत मज़ा आ रहा था।अनुराग को कोई जल्दी भी नही थी। ऋतु के मस्त सेक्सी बदन को भोगने के लिए उसके पास पूरी रात पड़ी थी।
कुछ देर इस तरह सहलाने के बाद ऋतु ने अनुराग के अंडरवियर को नीचे खिसकाकर उसका लण्ड अपने हाथ मे पकड़ लिया
अनुराग : इसे अपने होंठों पर इस तरह रगड़ जैसे लिपस्टिक लगा रही हो
ऋतु को अनुराग से इस तरह की बदमाशी की उम्मीद नही थी क्योंकि यह सब तो पिछले 4 सालों में उससे किसी और हेड बॉय ने नही करवाया था
ऋतु उसके लण्ड को अपने होंठों तक ले गई और अपने होंठों पर रगड़ने लगी
ऋतु को इस तरह करते देख अनुराग हंसते हुए बोला : गुड़ गर्ल ! पहले ही मान जाती तो इतनी पिटाई से बच जाती और मेरा थूक भी नही खाना पड़ता
चल कोई बात नही, अब अपना मुंह खोल और इसे अपने मुंह के अंदर ले। तुझे तो लगता है लण्ड चूसना भी मुझे ही सिखाना पड़ेगा
ऋतु ने उसके लंड को अपने मुंह मे ले लिया और उसे चूसने की कोशिश करने लगी लेकिन अनुराग को पूरा मज़ा नही आ रहा था
अनुराग ने उसके गाल पर चपत लगाते हुए कहा : वैसे चूस जैसे आइस क्रीम चूसते हैं। अपनी जीभ को गोल गोल उसके चारों तरफ घुमा रंडी
अब ऋतु अनुराग के बताए तरीके से उसका लण्ड चूसने लगी
अनुराग : वेरी गुड। अब आया मज़ा। तू तो बहुत जल्दी लण्ड चूसने में एक्सपर्ट हो गई
अनुराग पूरी उत्तेजना के साथ अपने लण्ड को उसके मुंह मे अंदर बाहर किये जा रहा था
अनुराग का क्लाइमेक्स आते ही उसने अपने लण्ड की तेज पिचकारी उसके मुंह में छोड़ दी और उससे बोला : मेरा सारा जूस पी ले। एक बूंद भी बाहर नही निकलनी चाहिये
ऋतु के मुंह से अनुराग ने लण्ड बाहर निकालकर फिर से उससे कहा : देख तूने इसे कितना गीला कर दिया है। चल इसे अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर
अपनी पूरी तसल्ली करने के बाद अनुराग ने अपने लण्ड को अंडरवियर के अंदर कर लिया और ऋतु को खड़ा होने के लिए कहा
ऋतु : सर मुझे बहुत जोर की प्यास लगी है
अनुराग (हंसते हुए) : पानी पिएगी या मेरी पेशाब ?
ऋतु : प्लीज़ सर....नही...मुझे पानी चाहिए
अनुराग : कोई बात नही। आज तो पानी पी ले लेकिन आज के बाद तूने मेरी कोई बात पहली बार में नही मानी तो तुझे अपनी पेशाब पिलाऊंगा
अनुराग ने ऋतु को पीने के लिए पानी दे दिया
पानी पीने के बाद ऋतु अपने कपड़े पहनने लगी लेकिन अनुराग ने फिर से उसके गाल पर चपत लगाते हुए कहा : जब तक मैं ना कहूँ कपड़े नही पहनने हैं। अभी तो मौज़ मस्ती शुरू हुई है तेरे इस सेक्सी बदन के साथ।
अनुराग अंडरवियर पहने कुर्सी पर बैठा हुआ था। उसने ऋतु से कहा : मेरी गोद मे आकर बैठ जा। अब तेरे मस्त बदन के साथ कुछ खिलवाड़ किया जाएगा
ऋतु अनुराग की गोद मे आकर बैठ गयी और अनुराग उसके मस्त बदन से खेलने लगा। अपने एक हाथ से उसने ऋतु के सीने की मस्त गोलाइयों को पकड़कर दबाना सहलाना शुरू किया। दूसरे हाथ से उसने ऋतु के चेहरे को खींचकर अपने चेहरे की तरफ किया और उसके चेहरे को बेतहाशा चूमने चाटने लगा।
उसके मम्मे सहलाने के बाद उसका हाथ ऋतु के चिकने गोरे पेट पर फिसलता हुआ उसकी केले जैसी जाँघों पर आकर उसकी जांघों से खेलने लगा। जाँघे सहलाते सहलाते अनुराग ने अपनी उंगली उसकी चूत में घुसेड़ दी और उसे आगे पीछे करने लगा। ऋतु के गुलाबी होंठ इस समय अनुराग के होंठों की गिरफ्त में थे। अनुराग ने अपनी उंगली उसकी चूत में से निकलकर उसे ऋतु के होंठो पर रखते हुए कहा : चल इसे चाट कर साफ कर
काफी देर तक ऋतु से अपनी उँगली चटवाने के बाद अनुराग ने उसे अपनी गोद से उठाते हुए कहा : चल अब घोड़ी बनकर दिखा
ऋतु अपने दोनों हाथों और पैरों के बल ज़मीन पर घोड़ी बन गई
अब अनुराग ने ऋतु के मस्त सुडौल नितंबों पर अपने हाथ से थपथपाना शुरू कर दिया : साली, एकदम मस्त माल है। चल टाँगे खोलकर दिखा
ऋतु ने जैसे ही अपनी टाँगे फैलाईं, अनुराग ने अपना खड़ा लण्ड उसके दोनों नितंबों के बीच घुसेड़ते हुये उसकी पीछे से चुदाई शुरू कर दी
शेष अगले भाग में....
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा