30-03-2022, 03:13 PM
(This post was last modified: 30-03-2022, 03:34 PM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
PART-7
अनुराग ने कमरे का दरवाज़ा खोल दिया
सामने आयुष खड़ा था. आयुष अनुराग के बचपन का दोस्त था और उसने फर्स्ट सेमेस्टर में अनुराग के साथ ही कालेज में एडमिशन लिया था
अनुराग ने आयुष से कहा : अंदर आ जा, बाहर क्यों खड़ा है
आयुष अंदर आ गया तो अनुराग ने उससे पूछा : बोल, कैसे आना हुआ ?
आयुष ( थोड़ा झिझकते हुए ) : अब आप मेरे दोस्त होने के साथ साथ हेड बॉय भी बन गए हो -मैं तुम्हारा पी ए बनना चाहता हूँ - वैसे तो ओरिएंटेशन के समय पी ए का चुनाव किया जाता है जो कि कल होने वाला है लेकिन मैं अपनी दावेदारी पहले से ही पेश करना चाहता हूँ
अनुराग : अरे तू तो मेरा पक्का दोस्त है-तुझे मेरा पी ए बनने की क्या जरूरत है- यहां तेरे अलावा 49 और लड़के हैं ना जो मेरा पी ए बनने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाएंगे-तुझे पी ए बनने की क्या जरूरत है भाई ?
आयुष : मेरी बात का जबाब तो तुमने खुद ही दे दिया है कि यहां मेरे अलावा 49 और लड़के हैं जो तुम्हारा पी ए बनने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाएंगे -अगर ऐसा ही है तो मुझ में क्या कमी है जो मैं तेरा पी ए नहीं बन सकता ?
अनुराग अब सोच में पड़ गया -उसे मालूम था कि आयुष पी ए बनने के सारे नफा नुकसान सोचकर ही यहां आया होगा-उसने आयुष को टालने के लिए कह दिया : यार अभी तो कल तक का वक्त है-मैं तुझे सोचकर बताता हूँ
आयुष : नहीं भाई, मैं तुमसे कह चुका हूँ कि मैं वह सब कुछ करने के लिए तैयार हूँ जो बाकी के 49 लड़के करने को तैयार हो जाएंगे-मुझे तुम्हारे दोस्त होने का यह फायदा तो मिलना ही चाहिए कि उन 49 का नहीं, मेरा सेलेक्शन तुम्हारे पी ए के तौर पर किया जाए
अनुराग ने मन ही मन सोचा कि किसी अनजान लड़के को अपना पी ए बनाने से बेहतर है कि अपने बचपन के दोस्त को ही अपना पी ए बना लिया जाए. आयुष वैसे भी देखने भालने में गोरा और हैंडसम था और उसकी बढ़िया पर्सनालिटी थी लेकिन फिर भी उसने यह जांचने के लिए कि वह उसके लिए क्या क्या कर सकता है, उससे पूछा : पी ए के काम के बारे में तुम्हे मालूम है कुछ आयुष ?
आयुष : हेड बॉय के हर आदेश को पी ए को बिना कोई सवाल किये मानना होता है-मुझे तो यही बताया गया है-पी ए बनने के बहुत सारे फायदे हैं और इसलिए अगर मैं तुम्हारे हर आदेश का पालन भी कर लूँगा तो मुझे कोई नुकसान नहीं है -इसलिए मुझे तुम्हारे किसी आदेश को मानने में कभी कोई संकोच नहीं होगा। प्लीज मुझे अपना पी ए बना लो
अनुराग : ठीक है -मैं तुमसे पांच अलग अलग काम करने के लिए अभी कहूंगा-अगर सभी काम करने के लिए तुम राजी हो जाते हो तो समझो कि तुम पी ए बन गए
आयुष : ठीक है-मुझे मंजूर है -आप हुक्म दो
अनुराग : अपने सारे कपडे उतारो
आयुष एक टी शर्ट और जींस पहना हुआ था-उसने बिना किसी देरी के अपनी टी शर्ट उतार फेंकी और और ऊपर से पूरी तरह नंगा होने के बाद अपनी जींस का बटन खोलने लगा-जींस उतारने के बाद उसके बदन पर अब सिर्फ बॉक्सर अंडरवियर ही बच गया था जिसके अंदर उसका अपना लण्ड बाहर निकलने को बेताब हो रहा था
अनुराग को हालांकि लड़कों में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन क्योंकि वह खुद सांवले रंग का था, इसलिए उसने जब उसने गोरे चिट्टे आयुष के नंगे बदन को देखा तो उसके लण्ड में हलचल जैसी होने लगी
जब आयुष ने अपने अंडरवियर उतारने के लिए हाथ बढ़ाया तो अनुराग ने उसे रोक दिया और बोला : अब दूसरा टेस्ट यह है कि तुम यहां अपने कान पकड़कर सौ उठक बैठक लगाओ
आयुष ने फटाफट कान पकडे और उठक बैठक लगानी शुरू कर दीं -वह गिनती भी बोलता जा रहा था- 20 उठक बैठक के बाद ही अनुराग ने उसे फिर रोक दिया और बोला : अब तीसरा टेस्ट होगा-दस मिनट के लिए यहां मेरे पैरों के पास कान पकड़कर मुर्गा बनकर दिखाओ
आयुष अनुराग के आगे कान पकड़कर मुर्गा भी बन गया
पांच मिनट बाद ही अनुराग ने उससे कहा : चलो खड़े हो जाओ और मेरे जूते उठाकर लाओ और मुझे पहनाओ
आयुष ने अनुराग के टेबल के नीचे रखे हुए जूते और मोज़े दोनों उठा लिए और जमीन पर अनुराग के पैरों के पास बैठकर उसके पैरों में मोज़े पहनने लगा -दोनों पैरों में मोज़े पहनाने के बाद आयुष ने जैसे ही उसके पैरों में जूता पहनाना शुरू किया, अनुराग ने उसे रोक दिया और बोला: अब तुम्हारा फाइनल टेस्ट बाकी है -ऐसा करो यहां मेरे सामने अपने घुटनों के बल बैठ जाओ और जो मैं कहूँ उसे करके दिखाओ
आयुष अनुराग की टांगों के बीच घुटनों के बल बैठ गया
अनुराग ने अब अपनी जींस की ज़िप खोलकर उसमे से अपने खड़े लम्बे लण्ड को बाहर निकाला और आयुष के होंठों पर उसे रखते हुए बोला : अब इसे अपने मुंह में लेकर चूसो
आयुष ने अनुराग के लण्ड को भी अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगा
आयुष का टेस्ट लेते लेते अनुराग अंदर से बहुत गर्म हो चुका था और उसका लण्ड एकदम कड़क होकर तुरंत राहत की तलाश में था -आयुष के मुंह में लण्ड डालकर अनुराग सोचने लगा कि देखो मेरे बचपन का दोस्त अपने फायदे के लिए किस तरह से मेरा लण्ड अपने मुंह में लेने के लिए खुशी खुशी राजी हो गया है -उसके साथ मुख मैथुन करते हुए अनुराग अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गया और आयुष में मुंह में अपने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी-जिसे आयुष चुपचाप निगल गया
आयुष अब अनुराग का पी ए बन गया था-प्रियंका पहले ही उसकी दूसरी पी ए बन चुकी थी - आयुष अनुराग के पास से जाते जाते भी यह कहना नहीं भूला : मुझे मालूम है कि जो कुछ भी तुमने मुझसे अभी अभी करवाया है, उसे तुम किसी लड़की से भी करवा सकते थे, लेकिन मुझे इसका कोई अफ़सोस नहीं है- मुझे इसकी खुशी होगी अगर यह सब मुझे दुबारा करने के लिए कहा जाएगा
आयुष के जाने के बाद अनुराग ने दुबारा से कमरे की लाइट ऑफ की और बिस्तर पर लेट कर आराम करने की कोशिश करने लगा -बिस्तर पर लेटा लेटा वह दिन भर की घटनाओं के बारे में सोचता रहा कि कैसे अचानक उसके हेड बॉय बनते ही उसकी कालेज लाइफ एकदम बदल गयी है और वह इतना पावरफुल हो गया है कि हेड बॉय का पी ए होना भी कालेज के अंदर एक स्टेटस सिम्बल है -यह सब सोचते सोचते वह कब सो गया, इसका पता उसे तब चला जब उसके दरवाज़े पर किसी ने जोर जोर से दस्तक देनी शुरू कर दी- वह अपनी ऑंखें मलता हुआ बिस्तर से उठा और मोबाइल में टाइम देखा -रात के दस बज चुके थे -इसका मतलब ऋतू आयी होगी.
अनुराग ने दरवाज़ा खोल दिया-बाहर कॉरिडोर में हल्की रोशनी थी-उसमे से एक खुशबू का झोंका एकदम उसके चेहरे पर आया -ऋतू खड़ी थी
अनुराग ने ऋतू को अंदर बुलाकर दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया
A केटेगरी की ऋतू के बारे में जैसा बताया गया था, वह उससे भी कहीं अधिक सुन्दर,गोरी, हॉट और सेक्सी थी -उसकी फिगर इतनी जबरदस्त थी कि उसे देखने भर से ही किसी का भी लण्ड खड़ा होना तय था
ऋतू को अनुराग ने कुर्सी पर बैठने के लिए कहा- ऋतू ने सफ़ेद रंग की टाइट टी शर्ट और सफ़ेद रंग का ही टाइट शार्ट पहना हुआ था-उसकी चिकनी गोरी लम्बी टाँगे और जांघें अनुराग को एक तरह से आमंत्रित कर रही थीं.
उसकी सुंदरता का साइड इफ़ेक्ट अनुराग पर ऐसा हुआ था कि बिना कुछ किये ही उसका लण्ड एकदम कड़क होकर उसकी जींस से बाहर निकलने के लिए बेकाबू हो रहा था
कुर्सी पर बैठा हुआ अनुराग उससे कुछ पूछता, उससे पहले उसने खुद ही बोलना शुरू कर दिया : सर मेरा नाम ऋतू है -मैं पांचवे सेमेस्टर की स्टूडेंट हूँ और मेरा एक लेवल-1 का पनिशमेंट बाकी है जिसकी तारीख कल निकल चुकी है -आप प्लीज़ उसे कल की तारीख में ही पूरा किया हुआ दिखा दें-नहीं तो कल सोमवार को वह पनिशमेंट डबल हो जाएगा
यह कहकर ऋतू ने अपनी डायरी खोलकर अनुराग के सामने रख दी -अनुराग ने डायरी देखे बिना उसे एक तरफ रख दिया
अनुराग दो तीन घंटे की नींद लेकर अब थोड़ा फ्रेश महसूस कर रहा था और थोड़ी मौज़ मस्ती के मूड में था-ऋतू को रात के दस बजे उसने बुलाया भी इसलिए था ताकि वह तसल्ली से इस A केटेगरी की लौंडिया के साथ मौज़ मस्ती कर सके
अपने सामने बैठी हुई ऋतू के सेक्सी बदन पर अनुराग की आँखें मनो चिपक सी गयीं थी और हटने का नाम ही नहीं ले रही थीं-उसे यह भी मालूम था कि ऋतू ने अपने कपड़ों के अंदर ब्रा और पैंटी नहीं पहनी है और जो छोटे छोटे दो कपडे पहने वह बैठी हुई है, उन्हें उतारते ही वह पूरी तरह निर्वस्त्र हो जाएगी -इसलिए अनुराग को उसे नंगा करने की जल्दी नहीं थी क्योंकि उसने ज्यादा कुछ पहन ही नहीं रखा था
अनुराग ने ऋतू की तरफ देखते हुए कहा : आज सारा दिन बहुत भाग दौड़ रही-बहुत थकान भी हो रही है -तुम ऐसा करो मेरा जरा मूड बनाओ
ऋतू हालांकि अनुराग से 4 साल आयु में बड़ी थी और खाई खेली लड़की थी फिर भी वह उसके मूड बनाने की बात को नहीं समझी और पूछने लगी : सर मूड कैसे बनाते हैं ?
अनुराग : जरा ऐसा करो -एक दो फ़िल्मी आइटम नम्बर्स पर डांस करके मुझे खुश करो -हो सकता है मेरा मूड बन जाए
ऋतू को तो बस इशारे की जरूरत थी -उसने अपने मोबाइल पर सेक्सी आइटम नंबर लगा दिया और उस पर थिरक थिरक कर डांस करने लगी
डांस करते करते ही वह बार बार अनुराग के पास आकर अपने सेक्सी बदन को अनुराग के बदन पर रगड़ रही थी-अपने मस्त -मस्त मम्मों को भी वह बार बार उसके चेहरे से रगड़ रही थी-अचानक ही वह अनुराग की दोनों टांगों के ऊपर लेटकर उछल उछल कर "लैप डांस" करने लगी-अनुराग के जींस में कैद लण्ड पर कभी उसका हाथ, कभी उसके मम्मे और कभी उसका चेहरा लगातार रगड़ खा खाकर टकरा रहे थे-अनुराग एकदम जन्नत का मज़ा लूट रहा था
गाना ख़त्म हो गया था -अनुराग का मूड बन गया था
अनुराग ने अब ऋतू से कहा : अब अपने कपडे उतारो
ऋतू ने अपनी टी शर्ट उतारी और उसके मस्त गोरे मक्खन जैसे मम्मे अनुराग के सामने आ गए -अनुराग अपने लण्ड पर हाथ फिराए जा रहा था : अब अपना निक्कर भी उतारो
अब ऋतू एकदम नंगी खड़ी थी
अनुराग : अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ
ऋतू ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए
अनुराग अब ऋतू के पास पहुंचा और उसके पीछे बदन से चिपककर खड़ा हो गया -ऋतू अपने मस्त मुलायम नितम्बों पर उसके खड़े लण्ड के दबाब को अच्छी तरह महसूस कर रही थी -अनुराग के हाथ उसके मख़मली मम्मों को दबाने सहलाने में व्यस्त थे और अपने चेहरे को वह उसकी गर्दन पर रगड़ रगड़ कर चूमे जा रहा था -इसी बीच अनुराग ने अपनी टी शर्ट और जींस भी उतार दी और ऋतू के सामने आकर उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया- उसके सीने पर ऋतू के मस्त मम्मे दबे हुए थे और उसके होंठों को भी अनुराग ने अपनी गिरफ्त में लेकर बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया था.
अनुराग ने इसी तरह उसके मखमली बदन को जी भरकर दबाने सहलाने और मसलने के बाद उससे कहा : चल नीचे बैठ
ऋतू कुछ समझी नहीं और नीचे घुटनों के बल बैठ गयी
अनुराग ने अपने अंडरवियर में कैद लण्ड को उसके खूबसूरत चेहरे और होंठों पर काफी देर तक रगडा और फिर ऋतू से बोला : चल अब मेरे लण्ड को बाहर निकाल और अपने मुंह में लेकर चूस
ऋतू : नहीं. यह मैंने पहले कभी नहीं किया है...प्लीज़ यह मुझसे नहीं होगा...आप जो कुछ भी और करने के लिए कहेंगे मैं करने के लिए तैयार हूँ...लेकिन यह नहीं..प्लीज़
अनुराग : ठीक है, तुम अपनी डायरी उठाओ और यहां से चली जाओ -जब कल डबल पनिशमेंट मिलेगा तो तुम्हारी अक्ल अपने आप ठिकाने आ जाएगी
ऋतू : प्लीज़ सर, कुछ और करवा लीजिये...मुझे यह सब करना अच्छा नहीं लगता है..प्लीज़
ऋतू की ना ना सुनकर अनुराग का लण्ड अब और कड़क हो चुका था , वह वहां से हटकर फिर से कुर्सी पर बैठते हुए बोला : इधर आ मेरी गोद में आकर लेट
ऋतू अनुराग के टांगों के ऊपर आकर लेट गयी. अनुराग ने उसके चेहरे को अपने चेहरे के नीचे किया और उसके गालों पर जोर से चपत मारकर बोला : चल मुंह खोल अपना
ऋतू ने जैसे ही अपना मुंह खोला, अनुराग ने उसके मुंह में दो-तीन बार जोर जोर से थूक दिया और बोला : अब मेरे इस थूक को फटाफट निगल जा
ऋतू उसकी टांगों पर लेटी हुई उसकी गिरफ्त में कसमसा रही थी लेकिन अनुराग ने उसके चेहरे को अपने हाथों में पकड़ रखा था और उसके गालों पर चपत मार मार कर पूछ रहा था : बोल साली, मेरा लण्ड अपने मुंह में लेगी या नहीं ?
ऋतू इंकार करते हुए फिर से अपना सर हिलाने लगी तो अनुराग ने फिर से उसके गालों पर दो चपत लगाते हुए कड़क आवाज़ में कहा : अब भी अगर नहीं मानी तो तेरे मुंह में अपना थूक नहीं,अपनी पेशाब डालूँगा
अपने मुंह में पेशाब डालने की बात सुनते ही ऋतू एकदम होश में आ गयी और बोली : नहीं सर मैं आपका लण्ड चूसने के लिए तैयार हूँ.
अनुराग ने हँसते हुए उसे अपनी टांगों के बीच घुटनों के बल बिठाया और उससे बोला : अपने हाथ को मेरे अंडरवियर पर धीरे धीरे फिराते हुए मेरे लण्ड को बाहर निकल और अपने मुंह में ले ले
शेष अगले भाग में
अनुराग ने कमरे का दरवाज़ा खोल दिया
सामने आयुष खड़ा था. आयुष अनुराग के बचपन का दोस्त था और उसने फर्स्ट सेमेस्टर में अनुराग के साथ ही कालेज में एडमिशन लिया था
अनुराग ने आयुष से कहा : अंदर आ जा, बाहर क्यों खड़ा है
आयुष अंदर आ गया तो अनुराग ने उससे पूछा : बोल, कैसे आना हुआ ?
आयुष ( थोड़ा झिझकते हुए ) : अब आप मेरे दोस्त होने के साथ साथ हेड बॉय भी बन गए हो -मैं तुम्हारा पी ए बनना चाहता हूँ - वैसे तो ओरिएंटेशन के समय पी ए का चुनाव किया जाता है जो कि कल होने वाला है लेकिन मैं अपनी दावेदारी पहले से ही पेश करना चाहता हूँ
अनुराग : अरे तू तो मेरा पक्का दोस्त है-तुझे मेरा पी ए बनने की क्या जरूरत है- यहां तेरे अलावा 49 और लड़के हैं ना जो मेरा पी ए बनने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाएंगे-तुझे पी ए बनने की क्या जरूरत है भाई ?
आयुष : मेरी बात का जबाब तो तुमने खुद ही दे दिया है कि यहां मेरे अलावा 49 और लड़के हैं जो तुम्हारा पी ए बनने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाएंगे -अगर ऐसा ही है तो मुझ में क्या कमी है जो मैं तेरा पी ए नहीं बन सकता ?
अनुराग अब सोच में पड़ गया -उसे मालूम था कि आयुष पी ए बनने के सारे नफा नुकसान सोचकर ही यहां आया होगा-उसने आयुष को टालने के लिए कह दिया : यार अभी तो कल तक का वक्त है-मैं तुझे सोचकर बताता हूँ
आयुष : नहीं भाई, मैं तुमसे कह चुका हूँ कि मैं वह सब कुछ करने के लिए तैयार हूँ जो बाकी के 49 लड़के करने को तैयार हो जाएंगे-मुझे तुम्हारे दोस्त होने का यह फायदा तो मिलना ही चाहिए कि उन 49 का नहीं, मेरा सेलेक्शन तुम्हारे पी ए के तौर पर किया जाए
अनुराग ने मन ही मन सोचा कि किसी अनजान लड़के को अपना पी ए बनाने से बेहतर है कि अपने बचपन के दोस्त को ही अपना पी ए बना लिया जाए. आयुष वैसे भी देखने भालने में गोरा और हैंडसम था और उसकी बढ़िया पर्सनालिटी थी लेकिन फिर भी उसने यह जांचने के लिए कि वह उसके लिए क्या क्या कर सकता है, उससे पूछा : पी ए के काम के बारे में तुम्हे मालूम है कुछ आयुष ?
आयुष : हेड बॉय के हर आदेश को पी ए को बिना कोई सवाल किये मानना होता है-मुझे तो यही बताया गया है-पी ए बनने के बहुत सारे फायदे हैं और इसलिए अगर मैं तुम्हारे हर आदेश का पालन भी कर लूँगा तो मुझे कोई नुकसान नहीं है -इसलिए मुझे तुम्हारे किसी आदेश को मानने में कभी कोई संकोच नहीं होगा। प्लीज मुझे अपना पी ए बना लो
अनुराग : ठीक है -मैं तुमसे पांच अलग अलग काम करने के लिए अभी कहूंगा-अगर सभी काम करने के लिए तुम राजी हो जाते हो तो समझो कि तुम पी ए बन गए
आयुष : ठीक है-मुझे मंजूर है -आप हुक्म दो
अनुराग : अपने सारे कपडे उतारो
आयुष एक टी शर्ट और जींस पहना हुआ था-उसने बिना किसी देरी के अपनी टी शर्ट उतार फेंकी और और ऊपर से पूरी तरह नंगा होने के बाद अपनी जींस का बटन खोलने लगा-जींस उतारने के बाद उसके बदन पर अब सिर्फ बॉक्सर अंडरवियर ही बच गया था जिसके अंदर उसका अपना लण्ड बाहर निकलने को बेताब हो रहा था
अनुराग को हालांकि लड़कों में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन क्योंकि वह खुद सांवले रंग का था, इसलिए उसने जब उसने गोरे चिट्टे आयुष के नंगे बदन को देखा तो उसके लण्ड में हलचल जैसी होने लगी
जब आयुष ने अपने अंडरवियर उतारने के लिए हाथ बढ़ाया तो अनुराग ने उसे रोक दिया और बोला : अब दूसरा टेस्ट यह है कि तुम यहां अपने कान पकड़कर सौ उठक बैठक लगाओ
आयुष ने फटाफट कान पकडे और उठक बैठक लगानी शुरू कर दीं -वह गिनती भी बोलता जा रहा था- 20 उठक बैठक के बाद ही अनुराग ने उसे फिर रोक दिया और बोला : अब तीसरा टेस्ट होगा-दस मिनट के लिए यहां मेरे पैरों के पास कान पकड़कर मुर्गा बनकर दिखाओ
आयुष अनुराग के आगे कान पकड़कर मुर्गा भी बन गया
पांच मिनट बाद ही अनुराग ने उससे कहा : चलो खड़े हो जाओ और मेरे जूते उठाकर लाओ और मुझे पहनाओ
आयुष ने अनुराग के टेबल के नीचे रखे हुए जूते और मोज़े दोनों उठा लिए और जमीन पर अनुराग के पैरों के पास बैठकर उसके पैरों में मोज़े पहनने लगा -दोनों पैरों में मोज़े पहनाने के बाद आयुष ने जैसे ही उसके पैरों में जूता पहनाना शुरू किया, अनुराग ने उसे रोक दिया और बोला: अब तुम्हारा फाइनल टेस्ट बाकी है -ऐसा करो यहां मेरे सामने अपने घुटनों के बल बैठ जाओ और जो मैं कहूँ उसे करके दिखाओ
आयुष अनुराग की टांगों के बीच घुटनों के बल बैठ गया
अनुराग ने अब अपनी जींस की ज़िप खोलकर उसमे से अपने खड़े लम्बे लण्ड को बाहर निकाला और आयुष के होंठों पर उसे रखते हुए बोला : अब इसे अपने मुंह में लेकर चूसो
आयुष ने अनुराग के लण्ड को भी अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगा
आयुष का टेस्ट लेते लेते अनुराग अंदर से बहुत गर्म हो चुका था और उसका लण्ड एकदम कड़क होकर तुरंत राहत की तलाश में था -आयुष के मुंह में लण्ड डालकर अनुराग सोचने लगा कि देखो मेरे बचपन का दोस्त अपने फायदे के लिए किस तरह से मेरा लण्ड अपने मुंह में लेने के लिए खुशी खुशी राजी हो गया है -उसके साथ मुख मैथुन करते हुए अनुराग अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गया और आयुष में मुंह में अपने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी-जिसे आयुष चुपचाप निगल गया
आयुष अब अनुराग का पी ए बन गया था-प्रियंका पहले ही उसकी दूसरी पी ए बन चुकी थी - आयुष अनुराग के पास से जाते जाते भी यह कहना नहीं भूला : मुझे मालूम है कि जो कुछ भी तुमने मुझसे अभी अभी करवाया है, उसे तुम किसी लड़की से भी करवा सकते थे, लेकिन मुझे इसका कोई अफ़सोस नहीं है- मुझे इसकी खुशी होगी अगर यह सब मुझे दुबारा करने के लिए कहा जाएगा
आयुष के जाने के बाद अनुराग ने दुबारा से कमरे की लाइट ऑफ की और बिस्तर पर लेट कर आराम करने की कोशिश करने लगा -बिस्तर पर लेटा लेटा वह दिन भर की घटनाओं के बारे में सोचता रहा कि कैसे अचानक उसके हेड बॉय बनते ही उसकी कालेज लाइफ एकदम बदल गयी है और वह इतना पावरफुल हो गया है कि हेड बॉय का पी ए होना भी कालेज के अंदर एक स्टेटस सिम्बल है -यह सब सोचते सोचते वह कब सो गया, इसका पता उसे तब चला जब उसके दरवाज़े पर किसी ने जोर जोर से दस्तक देनी शुरू कर दी- वह अपनी ऑंखें मलता हुआ बिस्तर से उठा और मोबाइल में टाइम देखा -रात के दस बज चुके थे -इसका मतलब ऋतू आयी होगी.
अनुराग ने दरवाज़ा खोल दिया-बाहर कॉरिडोर में हल्की रोशनी थी-उसमे से एक खुशबू का झोंका एकदम उसके चेहरे पर आया -ऋतू खड़ी थी
अनुराग ने ऋतू को अंदर बुलाकर दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया
A केटेगरी की ऋतू के बारे में जैसा बताया गया था, वह उससे भी कहीं अधिक सुन्दर,गोरी, हॉट और सेक्सी थी -उसकी फिगर इतनी जबरदस्त थी कि उसे देखने भर से ही किसी का भी लण्ड खड़ा होना तय था
ऋतू को अनुराग ने कुर्सी पर बैठने के लिए कहा- ऋतू ने सफ़ेद रंग की टाइट टी शर्ट और सफ़ेद रंग का ही टाइट शार्ट पहना हुआ था-उसकी चिकनी गोरी लम्बी टाँगे और जांघें अनुराग को एक तरह से आमंत्रित कर रही थीं.
उसकी सुंदरता का साइड इफ़ेक्ट अनुराग पर ऐसा हुआ था कि बिना कुछ किये ही उसका लण्ड एकदम कड़क होकर उसकी जींस से बाहर निकलने के लिए बेकाबू हो रहा था
कुर्सी पर बैठा हुआ अनुराग उससे कुछ पूछता, उससे पहले उसने खुद ही बोलना शुरू कर दिया : सर मेरा नाम ऋतू है -मैं पांचवे सेमेस्टर की स्टूडेंट हूँ और मेरा एक लेवल-1 का पनिशमेंट बाकी है जिसकी तारीख कल निकल चुकी है -आप प्लीज़ उसे कल की तारीख में ही पूरा किया हुआ दिखा दें-नहीं तो कल सोमवार को वह पनिशमेंट डबल हो जाएगा
यह कहकर ऋतू ने अपनी डायरी खोलकर अनुराग के सामने रख दी -अनुराग ने डायरी देखे बिना उसे एक तरफ रख दिया
अनुराग दो तीन घंटे की नींद लेकर अब थोड़ा फ्रेश महसूस कर रहा था और थोड़ी मौज़ मस्ती के मूड में था-ऋतू को रात के दस बजे उसने बुलाया भी इसलिए था ताकि वह तसल्ली से इस A केटेगरी की लौंडिया के साथ मौज़ मस्ती कर सके
अपने सामने बैठी हुई ऋतू के सेक्सी बदन पर अनुराग की आँखें मनो चिपक सी गयीं थी और हटने का नाम ही नहीं ले रही थीं-उसे यह भी मालूम था कि ऋतू ने अपने कपड़ों के अंदर ब्रा और पैंटी नहीं पहनी है और जो छोटे छोटे दो कपडे पहने वह बैठी हुई है, उन्हें उतारते ही वह पूरी तरह निर्वस्त्र हो जाएगी -इसलिए अनुराग को उसे नंगा करने की जल्दी नहीं थी क्योंकि उसने ज्यादा कुछ पहन ही नहीं रखा था
अनुराग ने ऋतू की तरफ देखते हुए कहा : आज सारा दिन बहुत भाग दौड़ रही-बहुत थकान भी हो रही है -तुम ऐसा करो मेरा जरा मूड बनाओ
ऋतू हालांकि अनुराग से 4 साल आयु में बड़ी थी और खाई खेली लड़की थी फिर भी वह उसके मूड बनाने की बात को नहीं समझी और पूछने लगी : सर मूड कैसे बनाते हैं ?
अनुराग : जरा ऐसा करो -एक दो फ़िल्मी आइटम नम्बर्स पर डांस करके मुझे खुश करो -हो सकता है मेरा मूड बन जाए
ऋतू को तो बस इशारे की जरूरत थी -उसने अपने मोबाइल पर सेक्सी आइटम नंबर लगा दिया और उस पर थिरक थिरक कर डांस करने लगी
डांस करते करते ही वह बार बार अनुराग के पास आकर अपने सेक्सी बदन को अनुराग के बदन पर रगड़ रही थी-अपने मस्त -मस्त मम्मों को भी वह बार बार उसके चेहरे से रगड़ रही थी-अचानक ही वह अनुराग की दोनों टांगों के ऊपर लेटकर उछल उछल कर "लैप डांस" करने लगी-अनुराग के जींस में कैद लण्ड पर कभी उसका हाथ, कभी उसके मम्मे और कभी उसका चेहरा लगातार रगड़ खा खाकर टकरा रहे थे-अनुराग एकदम जन्नत का मज़ा लूट रहा था
गाना ख़त्म हो गया था -अनुराग का मूड बन गया था
अनुराग ने अब ऋतू से कहा : अब अपने कपडे उतारो
ऋतू ने अपनी टी शर्ट उतारी और उसके मस्त गोरे मक्खन जैसे मम्मे अनुराग के सामने आ गए -अनुराग अपने लण्ड पर हाथ फिराए जा रहा था : अब अपना निक्कर भी उतारो
अब ऋतू एकदम नंगी खड़ी थी
अनुराग : अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ
ऋतू ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए
अनुराग अब ऋतू के पास पहुंचा और उसके पीछे बदन से चिपककर खड़ा हो गया -ऋतू अपने मस्त मुलायम नितम्बों पर उसके खड़े लण्ड के दबाब को अच्छी तरह महसूस कर रही थी -अनुराग के हाथ उसके मख़मली मम्मों को दबाने सहलाने में व्यस्त थे और अपने चेहरे को वह उसकी गर्दन पर रगड़ रगड़ कर चूमे जा रहा था -इसी बीच अनुराग ने अपनी टी शर्ट और जींस भी उतार दी और ऋतू के सामने आकर उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया- उसके सीने पर ऋतू के मस्त मम्मे दबे हुए थे और उसके होंठों को भी अनुराग ने अपनी गिरफ्त में लेकर बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया था.
अनुराग ने इसी तरह उसके मखमली बदन को जी भरकर दबाने सहलाने और मसलने के बाद उससे कहा : चल नीचे बैठ
ऋतू कुछ समझी नहीं और नीचे घुटनों के बल बैठ गयी
अनुराग ने अपने अंडरवियर में कैद लण्ड को उसके खूबसूरत चेहरे और होंठों पर काफी देर तक रगडा और फिर ऋतू से बोला : चल अब मेरे लण्ड को बाहर निकाल और अपने मुंह में लेकर चूस
ऋतू : नहीं. यह मैंने पहले कभी नहीं किया है...प्लीज़ यह मुझसे नहीं होगा...आप जो कुछ भी और करने के लिए कहेंगे मैं करने के लिए तैयार हूँ...लेकिन यह नहीं..प्लीज़
अनुराग : ठीक है, तुम अपनी डायरी उठाओ और यहां से चली जाओ -जब कल डबल पनिशमेंट मिलेगा तो तुम्हारी अक्ल अपने आप ठिकाने आ जाएगी
ऋतू : प्लीज़ सर, कुछ और करवा लीजिये...मुझे यह सब करना अच्छा नहीं लगता है..प्लीज़
ऋतू की ना ना सुनकर अनुराग का लण्ड अब और कड़क हो चुका था , वह वहां से हटकर फिर से कुर्सी पर बैठते हुए बोला : इधर आ मेरी गोद में आकर लेट
ऋतू अनुराग के टांगों के ऊपर आकर लेट गयी. अनुराग ने उसके चेहरे को अपने चेहरे के नीचे किया और उसके गालों पर जोर से चपत मारकर बोला : चल मुंह खोल अपना
ऋतू ने जैसे ही अपना मुंह खोला, अनुराग ने उसके मुंह में दो-तीन बार जोर जोर से थूक दिया और बोला : अब मेरे इस थूक को फटाफट निगल जा
ऋतू उसकी टांगों पर लेटी हुई उसकी गिरफ्त में कसमसा रही थी लेकिन अनुराग ने उसके चेहरे को अपने हाथों में पकड़ रखा था और उसके गालों पर चपत मार मार कर पूछ रहा था : बोल साली, मेरा लण्ड अपने मुंह में लेगी या नहीं ?
ऋतू इंकार करते हुए फिर से अपना सर हिलाने लगी तो अनुराग ने फिर से उसके गालों पर दो चपत लगाते हुए कड़क आवाज़ में कहा : अब भी अगर नहीं मानी तो तेरे मुंह में अपना थूक नहीं,अपनी पेशाब डालूँगा
अपने मुंह में पेशाब डालने की बात सुनते ही ऋतू एकदम होश में आ गयी और बोली : नहीं सर मैं आपका लण्ड चूसने के लिए तैयार हूँ.
अनुराग ने हँसते हुए उसे अपनी टांगों के बीच घुटनों के बल बिठाया और उससे बोला : अपने हाथ को मेरे अंडरवियर पर धीरे धीरे फिराते हुए मेरे लण्ड को बाहर निकल और अपने मुंह में ले ले
शेष अगले भाग में
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हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा