29-03-2022, 06:56 PM
(This post was last modified: 29-03-2022, 07:21 PM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
PART-6
अनुराग ने पीछे मुड़कर देखा तो देखता ही रह गया-उसका लण्ड तो कैंटीन में सुनी हुई बातों से पहले ही बेकाबू हुआ जा रहा था- अब यह अप्सरा जैसी बला की खूबसूरत लौंडिया कहाँ से बीच में आ गयी
अनुराग ने उसे ध्यान से देखा. बेहद खूबसूरत और और चिकनी लौंडिया थी-उसकी उम्र 18 साल की लग रही थी और वह फ्रेशर यानी पहले सेमेस्टर की ही स्टूडेंट लग रही थी. उसका चेहरा किसी फिल्म एक्ट्रेस से मेल खा रहा था-उसने काले रंग की टाइट टी शर्ट और काले रंग का ही छोटा सा निक्कर पहना हुआ था -उसकी लम्बाई लगभग साढ़े पांच फ़ीट थी और छोटे निक्कर के नीचे उसकी गोरी चिकनी लम्बी टांगों ने अनुराग के लण्ड को उसकी जींस के अंदर और भी लम्बा कर दिया था-उसे तुरंत राहत की जरूरत थी-वह इसीलिए जल्दी जल्दी अपने रूम में जा रहा था ताकि मास्टरबेशन करके अपने लण्ड में से अपना जूस निकाल सके लेकिन इस कच्ची कली को देखकर उसका इरादा बदल गया और वह उसकी तरफ देखकर कड़क आवाज़ में बोला : चुपचाप मेरे साथ आओ
वह लड़की जैसे ही कुछ बोलने को हुई, अनुराग ने उसे रोक दिया : तुमसे कहा न चुप रहो और मेरे साथ मेरे रूम पर चलो. जब तक मैं तुम्हे बोलने के लिए परमिशन नहीं दूँ ,तब तक तुम चुप रहोगी-अगर मेरी बात मंजूर नहीं है तो यहां से वापस जा सकती हो
लड़की चुपचाप अब अनुराग के साथ उसके रूम में आ गयी. अनुराग बहुत उत्तेजना में था . उसने कमरे को अंदर से बंद किया और अपनी जींस उतारकर कुर्सी पर बैठ गया
लड़की अभी तक चुपचाप खड़ी खड़ी इस बात का इंतज़ार कर रही थी की कब उसे बोलने की परमिशन मिलेगी
अपनी टी शर्ट और अंडरवियर में अनुराग कुर्सी पर बैठा हुआ था और अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिरा रहा था
उसने लड़की की तरफ देखा और उससे बोला : इधर आकर मेरी टांगों के बीच में अपने घुटनों के बल बैठ जाओ
लड़की फिर अनुराग से कुछ बोलना चाहती थी लेकिन अनुराग ने फिर उसे डांटते हुए कहा : जो मैं कह रहा हूँ, पहले उसे करो और जब तक मैं न कहूँ चुपचाप रहो और मेरा लण्ड चूसो
लड़की उसकी टांगों के बीच में आकर अपने घुटनों के बल बैठ गयी और उसकी तरफ देखने लगी . अभी भी ऐसा लग रहा था की वह उससे कुछ कहना चाह रही हो लेकिन अनुराग ने उसे जबरन चुप कराया हुआ था
अनुराग ने अपने अंडरवियर को थोड़ा से नीचे खिसकाते हुए उसमे से अपना लण्ड बाहर निकाला और उसे उस लड़की के गोरे चिकने खूबसूरत अनछुए चेहरे पर फिराने लगा. लड़की ने शर्म से आँखें बंद कर लीं लेकिन अनुराग ने उससे कहा : आँखें खोलो और मेरी तरफ देखो
अनुराग का लण्ड अब उस लड़की के खूबसूरत गुलाबी होंठों पर रखा हुआ था और अपने लण्ड को उसके होंठो पर काफी देर तक रगड़ने के बाद उसने कड़क आवाज़ में कहा : चल अपना मुंह खोल और इसे अपने मुंह में लेकर चूस
लड़की ने अपने मुंह में उसका लण्ड ले लिया और उसे चूसने लगी. जिस तरह से वह उसके लण्ड को चूस रही थी उससे ही लग रहा था की उसने आज से पहले कभी किसी का लण्ड नहीं चूसा है -अनुराग उसके चेहरे की खूबसूरती पर मर मिटा था और इस बात को सोच रहा था की अगर वह हेड बॉय नहीं होता तो सपने में भी इतनी खूबसूरत लौंडिया उसका लण्ड अपने मुंह में नहीं लेती-उसने यह भी सोच लिया कि कल जो नयी लड़कियों की केटेगरी बनाई जाएगी, उसमे जरूर इस लौंडिया को A केटेगरी में रखा जाएगा
लड़की को लण्ड ठीक से चूसना नहीं आ रहा था लेकिन अनुराग इस बात पर गुस्सा नहीं था -उसे इस बात की खुशी थी कि यह लड़की अपनी लाइफ में शायद पहली बार किसी का लण्ड चूस रही है और यह लण्ड उसका है
उसने उस लड़की को सिखाते हुए कहा : अपने होंठों के बीच में पकड़कर मेरे लण्ड पर अपनी जीभ को गोल गोल घुमाओ
लड़की अब पहले से बेहतर तरीके से उसका लण्ड चूसने लगी. कुछ देर में ही अनुराग अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गया और उसने अपने लण्ड का सारा जूस उसके मुंह में छोड़ दिया और बोला : मेरे सारे जूस को चुपचाप पी जाओ-एक बूँद भी तुम्हारे मुंह से बाहर नहीं आनी चाहिए
लड़की ने वही किया जो अनुराग ने कहा
अब अनुराग ने अपना लण्ड उसके मुंह से निकाल लिया और उससे बोला : देखो यह गीला हो गया है -तुम ऐसा करो इसे अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ़ भी कर दो
लड़की ने अब उसके लण्ड को अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ़ भी कर दिया
अनुराग ने पूरी तसल्ली करने के बाद उससे कहा : अब सामने रखी कुर्सी पर बैठ जाओ और बोलो क्या कहना चाहती हो
अनुराग ने अपना लण्ड अंडरवियर के अंदर कर लिया था और अपनी जींस भी पहन ली थी. लड़की को अभी भी अजीब सा लग रहा था. वह बोली : मैं कुल्ला करना चाहती हूँ-मुझे मुंह में अजीब अजीब सा स्वाद लग रहा है
अनुराग हँसते हुए बोला : अभी नयी नयी आयी हो-इस स्वाद की तुम्हे जल्द ही आदत लग जाएगी -इसलिए कुल्ला वुल्ला छोड़ो और यह बताओ कि तुम क्या बात कहने आयी हो
लड़की : सर मेरा नाम प्रियंका है-मैं पहले सेमेस्टर की फ्रेशर स्टूडेंट हूँ -मुझे मेरे बड़े भैया ने आपके पास भेजा है -मैं आपकी पर्सनल असिस्टेंट ( पी ए ) बनना चाहती हूँ
अनुराग का सर घूम गया : तुम्हारे बड़े भैया कौन है
प्रियंका : सर वह पांचवे सेमेस्टर के हेड बॉय पंकज मेरे सगे बड़े भाई हैं-उन्होंने मुझे आपके पास भेजा है
अनुराग को मनो करंट लगा हो : क्या ????????????? पंकज तुम्हारे बड़े भैया हैं -लेकिन उन्होंने मुझसे तो तुम्हारे बारे में कोई जिक्र नहीं किया -तुमने पहले क्यों नहीं बताया कि तुम पंकज की छोटी बहन हो-मैंने तो तुम्हारे मुंह में अपना लण्ड भी डाल दिया
प्रियंका : सर मैं तो बार बार आपको बताने की कोशिश कर रही थी लेकिन आप ने कहा कि मुझे आपकी परमिशन के बिना कुछ नहीं बोलना है
अनुराग : लेकिन पंकज तुम्हे मेरी पी ए क्यों बनाना चाहता है -अपनी पी ए क्यों नहीं बना लेता ?
प्रियंका : भैया के दो पी ए तो पहले से ही बने हुए हैं- अपने अपने पी ए सबको पहले सेमेस्टर में चुनने होते हैं-क्योंकि पांचो साल तक वही पी ए रहते हैं- एक लड़का और एक लड़की हर हेड बॉय को पी ए के तौर पर मिलते हैं -आपको भी एक लड़की और एक लड़का चुनना है अपने पी ए के रूप में. भैया चाहते हैं कि सभी लड़कियों में से आप मुझे अपना पी ए चुनें-वह सबके सामने आपसे यह बात नहीं कहना चाहते थे इसलिए जब वह लंच करके रूम पर वापस जा रहे थे तो उन्होंने मुझे फोन पर कहा कि अब अनुराग सर से जाकर मिल लो और उनसे पी ए बनने के लिए कह दो
अनुराग एकदम कन्फ्यूज्ड था. उसने फिर भी पूछा : मेरा पी ए बनकर तुम्हे क्या फायदा होगा ?
प्रियंका : किसी भी हेड बॉय के पी ए को बहुत सारे फायदे होते हैं- पहला फायदा तो यह कि पूरे पांच सालों तक कोई और हेड बॉय उसे हाथ भी नहीं लगा सकता है-उसे पनिशमेंट भी नहीं दे सकता है-उसे सार्वजानिक तौर पर ज़लील भी नहीं किया जा सकता है-पी ए एक तरह से जिस हेड बॉय का पी ए होता है, सिर्फ वही हेड बॉय अपने पी ए को पनिशमेंट दे सकता है
अनुराग को यह नया रूल आज ही मालूम पड़ा था -जो उसे समझ आया था कि हर हेड बॉय को दो पी ए (एक लड़का और एक लड़की) पर्सनल सेक्स स्लेव की तरह मिले हुए थे जो सिर्फ उसके साथ ही सब कुछ करेंगे और कोई और हेड बॉय उनके साथ कुछ भी गलत नहीं कर सकता था -एक तरह से पी ए को तो इसमें फायदा ही था क्योंकि पांच सालों में 9 हेड बॉय झेलने की बजाये पी ए को पांच सालों तक सिर्फ एक हेड बॉय को ही झेलना पड़ेगा
अनुराग ने मन में सोचा कि यह लौंडिया तो बहुत जबरदस्त सेक्सी सुन्दर और हॉट है- इसे पी ए बनाने में उसे भला क्या नुकसान है -उसने ऊपर से अहसान दिखते हुए प्रियंका से कहा : पंकज की छोटी बहन से मैं मना तो कर नहीं सकता- तुम्हारा नाम मैं कल सुबह ही अपने पी ए के लिए कालेज प्रशासन को फॉरवर्ड कर दूँगा
प्रियंका को पंकज ने पूरी तैयारी के साथ भेजा था . उसने एक फोटो लगा हुआ आई कार्ड निकाला और अनुराग को देते हुए बोली : यह मेरे पी ए होने का आई कार्ड है-इस पर आप अपने साइन कर दीजिये . मैं इस कार्ड को लैमिनेट कराकर अपने पास रख लूंगी
अनुराग ने आई कार्ड पर अपने साइन करके उसे वापस प्रियंका को दे दिया
प्रियंका खुश होती हुई बोली : थैंक यू सर -मेरा फोन नंबर आप सेव कर लीजिये- आज से मैं 24 घंटे आपकी सेवा में हाज़िर हूँ
प्रियंका की बातें सुनकर अनुराग का लण्ड फिर से कड़क होने लगा था लेकिन उसने फिलहाल उसे वापस भेजते हुए कहा : अब तुम जाओ और पंकज को बता दो कि मैंने तुम्हे पी ए बना लिया है
प्रियंका : जी सर
अनुराग : सुनो, पंकज को यह मत बताना कि मैंने तुम्हारे मुंह में अपना लण्ड डालकर तुम्हारे साथ मुख मैथुन किया है
प्रियंका (मुस्कुराते हुए ) : जी सर. लेकिन उन्हें इस बात से कोई ऐतराज नहीं होगा -वह खुद हेड बॉय हैं और इन सब बातों को बेहतर जानते हैं
इसके बाद प्रियंका वहां से चली गयी और अनुराग वाशरूम में चला गया
वाशरूम से बाहर आया तो उसने देखा शाम के पांच बज चुके थे. वह कुछ देर आराम करना चाहता था और इसलिए लाइट बंद करके बिस्तर पर लेट गया
बिस्तर पर लेटे अभी उसे पांच मिनट भी नहीं हुए थे कि फिर से किसी ने उसके कमरे का दरवाज़ा खटखटा दिया
अनुराग सोचने लगा : अब कौन आया होगा ? ऋतू को तो रात दस बजे आना था
वह बिस्तर से उठा और दरवाज़े की तरफ बढ़ गया
शेष अगले भाग में
अनुराग ने पीछे मुड़कर देखा तो देखता ही रह गया-उसका लण्ड तो कैंटीन में सुनी हुई बातों से पहले ही बेकाबू हुआ जा रहा था- अब यह अप्सरा जैसी बला की खूबसूरत लौंडिया कहाँ से बीच में आ गयी
अनुराग ने उसे ध्यान से देखा. बेहद खूबसूरत और और चिकनी लौंडिया थी-उसकी उम्र 18 साल की लग रही थी और वह फ्रेशर यानी पहले सेमेस्टर की ही स्टूडेंट लग रही थी. उसका चेहरा किसी फिल्म एक्ट्रेस से मेल खा रहा था-उसने काले रंग की टाइट टी शर्ट और काले रंग का ही छोटा सा निक्कर पहना हुआ था -उसकी लम्बाई लगभग साढ़े पांच फ़ीट थी और छोटे निक्कर के नीचे उसकी गोरी चिकनी लम्बी टांगों ने अनुराग के लण्ड को उसकी जींस के अंदर और भी लम्बा कर दिया था-उसे तुरंत राहत की जरूरत थी-वह इसीलिए जल्दी जल्दी अपने रूम में जा रहा था ताकि मास्टरबेशन करके अपने लण्ड में से अपना जूस निकाल सके लेकिन इस कच्ची कली को देखकर उसका इरादा बदल गया और वह उसकी तरफ देखकर कड़क आवाज़ में बोला : चुपचाप मेरे साथ आओ
वह लड़की जैसे ही कुछ बोलने को हुई, अनुराग ने उसे रोक दिया : तुमसे कहा न चुप रहो और मेरे साथ मेरे रूम पर चलो. जब तक मैं तुम्हे बोलने के लिए परमिशन नहीं दूँ ,तब तक तुम चुप रहोगी-अगर मेरी बात मंजूर नहीं है तो यहां से वापस जा सकती हो
लड़की चुपचाप अब अनुराग के साथ उसके रूम में आ गयी. अनुराग बहुत उत्तेजना में था . उसने कमरे को अंदर से बंद किया और अपनी जींस उतारकर कुर्सी पर बैठ गया
लड़की अभी तक चुपचाप खड़ी खड़ी इस बात का इंतज़ार कर रही थी की कब उसे बोलने की परमिशन मिलेगी
अपनी टी शर्ट और अंडरवियर में अनुराग कुर्सी पर बैठा हुआ था और अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिरा रहा था
उसने लड़की की तरफ देखा और उससे बोला : इधर आकर मेरी टांगों के बीच में अपने घुटनों के बल बैठ जाओ
लड़की फिर अनुराग से कुछ बोलना चाहती थी लेकिन अनुराग ने फिर उसे डांटते हुए कहा : जो मैं कह रहा हूँ, पहले उसे करो और जब तक मैं न कहूँ चुपचाप रहो और मेरा लण्ड चूसो
लड़की उसकी टांगों के बीच में आकर अपने घुटनों के बल बैठ गयी और उसकी तरफ देखने लगी . अभी भी ऐसा लग रहा था की वह उससे कुछ कहना चाह रही हो लेकिन अनुराग ने उसे जबरन चुप कराया हुआ था
अनुराग ने अपने अंडरवियर को थोड़ा से नीचे खिसकाते हुए उसमे से अपना लण्ड बाहर निकाला और उसे उस लड़की के गोरे चिकने खूबसूरत अनछुए चेहरे पर फिराने लगा. लड़की ने शर्म से आँखें बंद कर लीं लेकिन अनुराग ने उससे कहा : आँखें खोलो और मेरी तरफ देखो
अनुराग का लण्ड अब उस लड़की के खूबसूरत गुलाबी होंठों पर रखा हुआ था और अपने लण्ड को उसके होंठो पर काफी देर तक रगड़ने के बाद उसने कड़क आवाज़ में कहा : चल अपना मुंह खोल और इसे अपने मुंह में लेकर चूस
लड़की ने अपने मुंह में उसका लण्ड ले लिया और उसे चूसने लगी. जिस तरह से वह उसके लण्ड को चूस रही थी उससे ही लग रहा था की उसने आज से पहले कभी किसी का लण्ड नहीं चूसा है -अनुराग उसके चेहरे की खूबसूरती पर मर मिटा था और इस बात को सोच रहा था की अगर वह हेड बॉय नहीं होता तो सपने में भी इतनी खूबसूरत लौंडिया उसका लण्ड अपने मुंह में नहीं लेती-उसने यह भी सोच लिया कि कल जो नयी लड़कियों की केटेगरी बनाई जाएगी, उसमे जरूर इस लौंडिया को A केटेगरी में रखा जाएगा
लड़की को लण्ड ठीक से चूसना नहीं आ रहा था लेकिन अनुराग इस बात पर गुस्सा नहीं था -उसे इस बात की खुशी थी कि यह लड़की अपनी लाइफ में शायद पहली बार किसी का लण्ड चूस रही है और यह लण्ड उसका है
उसने उस लड़की को सिखाते हुए कहा : अपने होंठों के बीच में पकड़कर मेरे लण्ड पर अपनी जीभ को गोल गोल घुमाओ
लड़की अब पहले से बेहतर तरीके से उसका लण्ड चूसने लगी. कुछ देर में ही अनुराग अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गया और उसने अपने लण्ड का सारा जूस उसके मुंह में छोड़ दिया और बोला : मेरे सारे जूस को चुपचाप पी जाओ-एक बूँद भी तुम्हारे मुंह से बाहर नहीं आनी चाहिए
लड़की ने वही किया जो अनुराग ने कहा
अब अनुराग ने अपना लण्ड उसके मुंह से निकाल लिया और उससे बोला : देखो यह गीला हो गया है -तुम ऐसा करो इसे अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ़ भी कर दो
लड़की ने अब उसके लण्ड को अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ़ भी कर दिया
अनुराग ने पूरी तसल्ली करने के बाद उससे कहा : अब सामने रखी कुर्सी पर बैठ जाओ और बोलो क्या कहना चाहती हो
अनुराग ने अपना लण्ड अंडरवियर के अंदर कर लिया था और अपनी जींस भी पहन ली थी. लड़की को अभी भी अजीब सा लग रहा था. वह बोली : मैं कुल्ला करना चाहती हूँ-मुझे मुंह में अजीब अजीब सा स्वाद लग रहा है
अनुराग हँसते हुए बोला : अभी नयी नयी आयी हो-इस स्वाद की तुम्हे जल्द ही आदत लग जाएगी -इसलिए कुल्ला वुल्ला छोड़ो और यह बताओ कि तुम क्या बात कहने आयी हो
लड़की : सर मेरा नाम प्रियंका है-मैं पहले सेमेस्टर की फ्रेशर स्टूडेंट हूँ -मुझे मेरे बड़े भैया ने आपके पास भेजा है -मैं आपकी पर्सनल असिस्टेंट ( पी ए ) बनना चाहती हूँ
अनुराग का सर घूम गया : तुम्हारे बड़े भैया कौन है
प्रियंका : सर वह पांचवे सेमेस्टर के हेड बॉय पंकज मेरे सगे बड़े भाई हैं-उन्होंने मुझे आपके पास भेजा है
अनुराग को मनो करंट लगा हो : क्या ????????????? पंकज तुम्हारे बड़े भैया हैं -लेकिन उन्होंने मुझसे तो तुम्हारे बारे में कोई जिक्र नहीं किया -तुमने पहले क्यों नहीं बताया कि तुम पंकज की छोटी बहन हो-मैंने तो तुम्हारे मुंह में अपना लण्ड भी डाल दिया
प्रियंका : सर मैं तो बार बार आपको बताने की कोशिश कर रही थी लेकिन आप ने कहा कि मुझे आपकी परमिशन के बिना कुछ नहीं बोलना है
अनुराग : लेकिन पंकज तुम्हे मेरी पी ए क्यों बनाना चाहता है -अपनी पी ए क्यों नहीं बना लेता ?
प्रियंका : भैया के दो पी ए तो पहले से ही बने हुए हैं- अपने अपने पी ए सबको पहले सेमेस्टर में चुनने होते हैं-क्योंकि पांचो साल तक वही पी ए रहते हैं- एक लड़का और एक लड़की हर हेड बॉय को पी ए के तौर पर मिलते हैं -आपको भी एक लड़की और एक लड़का चुनना है अपने पी ए के रूप में. भैया चाहते हैं कि सभी लड़कियों में से आप मुझे अपना पी ए चुनें-वह सबके सामने आपसे यह बात नहीं कहना चाहते थे इसलिए जब वह लंच करके रूम पर वापस जा रहे थे तो उन्होंने मुझे फोन पर कहा कि अब अनुराग सर से जाकर मिल लो और उनसे पी ए बनने के लिए कह दो
अनुराग एकदम कन्फ्यूज्ड था. उसने फिर भी पूछा : मेरा पी ए बनकर तुम्हे क्या फायदा होगा ?
प्रियंका : किसी भी हेड बॉय के पी ए को बहुत सारे फायदे होते हैं- पहला फायदा तो यह कि पूरे पांच सालों तक कोई और हेड बॉय उसे हाथ भी नहीं लगा सकता है-उसे पनिशमेंट भी नहीं दे सकता है-उसे सार्वजानिक तौर पर ज़लील भी नहीं किया जा सकता है-पी ए एक तरह से जिस हेड बॉय का पी ए होता है, सिर्फ वही हेड बॉय अपने पी ए को पनिशमेंट दे सकता है
अनुराग को यह नया रूल आज ही मालूम पड़ा था -जो उसे समझ आया था कि हर हेड बॉय को दो पी ए (एक लड़का और एक लड़की) पर्सनल सेक्स स्लेव की तरह मिले हुए थे जो सिर्फ उसके साथ ही सब कुछ करेंगे और कोई और हेड बॉय उनके साथ कुछ भी गलत नहीं कर सकता था -एक तरह से पी ए को तो इसमें फायदा ही था क्योंकि पांच सालों में 9 हेड बॉय झेलने की बजाये पी ए को पांच सालों तक सिर्फ एक हेड बॉय को ही झेलना पड़ेगा
अनुराग ने मन में सोचा कि यह लौंडिया तो बहुत जबरदस्त सेक्सी सुन्दर और हॉट है- इसे पी ए बनाने में उसे भला क्या नुकसान है -उसने ऊपर से अहसान दिखते हुए प्रियंका से कहा : पंकज की छोटी बहन से मैं मना तो कर नहीं सकता- तुम्हारा नाम मैं कल सुबह ही अपने पी ए के लिए कालेज प्रशासन को फॉरवर्ड कर दूँगा
प्रियंका को पंकज ने पूरी तैयारी के साथ भेजा था . उसने एक फोटो लगा हुआ आई कार्ड निकाला और अनुराग को देते हुए बोली : यह मेरे पी ए होने का आई कार्ड है-इस पर आप अपने साइन कर दीजिये . मैं इस कार्ड को लैमिनेट कराकर अपने पास रख लूंगी
अनुराग ने आई कार्ड पर अपने साइन करके उसे वापस प्रियंका को दे दिया
प्रियंका खुश होती हुई बोली : थैंक यू सर -मेरा फोन नंबर आप सेव कर लीजिये- आज से मैं 24 घंटे आपकी सेवा में हाज़िर हूँ
प्रियंका की बातें सुनकर अनुराग का लण्ड फिर से कड़क होने लगा था लेकिन उसने फिलहाल उसे वापस भेजते हुए कहा : अब तुम जाओ और पंकज को बता दो कि मैंने तुम्हे पी ए बना लिया है
प्रियंका : जी सर
अनुराग : सुनो, पंकज को यह मत बताना कि मैंने तुम्हारे मुंह में अपना लण्ड डालकर तुम्हारे साथ मुख मैथुन किया है
प्रियंका (मुस्कुराते हुए ) : जी सर. लेकिन उन्हें इस बात से कोई ऐतराज नहीं होगा -वह खुद हेड बॉय हैं और इन सब बातों को बेहतर जानते हैं
इसके बाद प्रियंका वहां से चली गयी और अनुराग वाशरूम में चला गया
वाशरूम से बाहर आया तो उसने देखा शाम के पांच बज चुके थे. वह कुछ देर आराम करना चाहता था और इसलिए लाइट बंद करके बिस्तर पर लेट गया
बिस्तर पर लेटे अभी उसे पांच मिनट भी नहीं हुए थे कि फिर से किसी ने उसके कमरे का दरवाज़ा खटखटा दिया
अनुराग सोचने लगा : अब कौन आया होगा ? ऋतू को तो रात दस बजे आना था
वह बिस्तर से उठा और दरवाज़े की तरफ बढ़ गया
शेष अगले भाग में
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हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
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