28-03-2022, 12:24 AM
(This post was last modified: 28-03-2022, 12:29 PM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
Part 2
कालेज का नया सत्र शुरू हो चुका था। 2022-23 के लिए सभी पांचों सेमेस्टर के हेड बॉय गवर्निंग बॉडी ने नियुक्त कर दिए थे।
पहले सेमेस्टर का हेड बॉय 19 साल का अनुराग, दूसरे सेमेस्टर का हेड बॉय 20 साल का गौरव, तीसरे सेमस्टर का हेड बॉय 21 साल का अभिनव , चौथे सेमेस्टर का हेड बॉय 22 साल का नितिन और पांचवे सेमेस्टर का हेड बॉय 23 साल का पंकज था।
पहले सेमेस्टर के हेड बॉय को कुछ पता नही था कि हेड बॉय नियुक्त होना कितनी बड़ी बात थी और उसके पास अचानक ही कितनी पावर बैठे बिठाये आ गयी थी। 4 बजे क्लास खत्म होने के बाद सब पांचों हेड बॉय एक औपचारिक मीटिंग के लिए इकट्ठे हुए तो उन्होंने अनुराग से कहा : भाई तुम कालेज में एकदम नए नए आये हो और आते ही तुम अपने सेमेस्टर के हेड बॉय बन गए हो, उसके लिए तुम्हें बहुत बहुत बधाई।
इसके बाद इसी मीटिंग में अनुराग को कई बातें पहली बार मालूम चलीं जो कालेज की किसी पॉलिसी में नही लिखी थी।
पहली बात तो यह अजीब थी कि पांचो हेड बॉय सिर्फ अपने सेमेस्टर के ही नही, किसी भी सेमेस्टर के स्टूडेंट को पनिशमेंट दे सकते थे। इसका मतलब हर हेड बॉय बाकी के 500 स्टूडेंट्स को पनिशमेंट दे सकता था जिनमे 250 लड़कियां भी थीं।
दूसरी अजीब बात यह पता चली कि कॉलेज की पालिसी में यह कहीं नही लिखा था कि स्टूडेंट्स को पनिशमेंट किस जगह दिया जाएगा और इसका फायदा हेड बॉय उठाकर किसी भी स्टूडेंट को कहीं भी सज़ा देकर ज़लील कर सकते थे
तीसरी मज़ेदार बात (जिसे सुनकर अनुराग का लण्ड खड़ा हो गया था), यह मालूम पड़ी कि स्टूडेंट्स की स्पैकिंग के लिए कुछ डिटेल में नही लिखा था और इसलिए हेड बॉय ने अपनी सुविधा के लिए यह रूल बना लिया था कि लड़कियों की स्कर्ट और पैंटी उतरवाकर और लड़कों की पैंट और अंडरवियर उतरवाकर की जाएगी और हेड बॉय उन्हें उल्टा करके अपनी टाँगों पर लिटाकर स्पैकिंग करेंगे। स्पैकिंग हेड बॉय कभी अपने हाथों से और कभी बेंत से करते हैं क्योंकि इसके बारे में भी किसी पॉलिसी में कुछ नही लिखा था
चौथी मज़ेदार बात यह बात मालूम पड़ी कि जो भी स्टूडेंट सज़ा के लिए हेड बॉय के पास आता है, पहले उसकी स्पैकिंग नीचे के कपड़े उतरवाकर की जाएगी और जब स्पैकिंग पूरी हो जाएगी तो उनसे उठक बैठक लगवाई जाएंगी। नीचे के कपड़े स्टूडेंट तभी पहन सकता है जब वह अपनी उठक बैठक भी लगा ले
पांचवी और आखिरी बात अनुराग को यह मालूम पड़ी कि ज्यादातर लड़कियाँ उठक बैठक तो आसानी से लगा लेती हैं, अपनी स्कर्ट और पैंटी भी उतार देती हैं लेकिन स्पैकिंग के नाम से ही उन्हें बुखार आ जाता है और हेड बॉय उनकी स्पैकिंग न करे, इसके लिए वे उसका लण्ड भी अपने मुंह मे लेने के लिए राजी हो जाती हैं
अनुराग की पैंट में यह सब सुनकर बहुत लंबा सा टेन्ट बन गया था। बाकी सब के लण्ड भी उनकी पैंट के अंदर कड़क होकर बाहर निकलने को बेकाबू हो रहे थे
बाकी के पुराने हेड बॉयज ने अनुराग को देखकर कहा : भाई तेरी तो आते ही लाटरी लग गई है। सबसे ज्यादा कच्ची कलियाँ तेरे सेमेस्टर में ही हैं। 50 कच्ची कलियाँ तेरे अंडर में हैं जो तेरे एक इशारे पर तेरा लण्ड भी अपने मुंह मे लेने को तैयार हो जाएंगी-हम सबके पास तो पुराना माल है। फ्रेश माल सिर्फ तेरे पास ही है। इसलिए हम सब आपस मे अपने माल का एक्सचेंज भी करते रहते है। बाकी तो हम लोग रोज मीटिंग करते रहेंगे तो तुम्हे सारी बातें धीरे धीरे पता चल ही जाएंगी। आज के लिए बस इतना ही काफी है। अब सब की सब लड़कियां तुमसे फ्रेंडशिप करने के लिए तुम्हारे आगे पीछे घूमेंगी क्योंकि तुम्हारी सज़ा से बचने का यही एक तरीका उनके पास है।
मीटिंग खत्म हो गई और सब लोग हॉस्टल में अपने अपने कमरों में चले गए।
शेष अगले भाग में
कालेज का नया सत्र शुरू हो चुका था। 2022-23 के लिए सभी पांचों सेमेस्टर के हेड बॉय गवर्निंग बॉडी ने नियुक्त कर दिए थे।
पहले सेमेस्टर का हेड बॉय 19 साल का अनुराग, दूसरे सेमेस्टर का हेड बॉय 20 साल का गौरव, तीसरे सेमस्टर का हेड बॉय 21 साल का अभिनव , चौथे सेमेस्टर का हेड बॉय 22 साल का नितिन और पांचवे सेमेस्टर का हेड बॉय 23 साल का पंकज था।
पहले सेमेस्टर के हेड बॉय को कुछ पता नही था कि हेड बॉय नियुक्त होना कितनी बड़ी बात थी और उसके पास अचानक ही कितनी पावर बैठे बिठाये आ गयी थी। 4 बजे क्लास खत्म होने के बाद सब पांचों हेड बॉय एक औपचारिक मीटिंग के लिए इकट्ठे हुए तो उन्होंने अनुराग से कहा : भाई तुम कालेज में एकदम नए नए आये हो और आते ही तुम अपने सेमेस्टर के हेड बॉय बन गए हो, उसके लिए तुम्हें बहुत बहुत बधाई।
इसके बाद इसी मीटिंग में अनुराग को कई बातें पहली बार मालूम चलीं जो कालेज की किसी पॉलिसी में नही लिखी थी।
पहली बात तो यह अजीब थी कि पांचो हेड बॉय सिर्फ अपने सेमेस्टर के ही नही, किसी भी सेमेस्टर के स्टूडेंट को पनिशमेंट दे सकते थे। इसका मतलब हर हेड बॉय बाकी के 500 स्टूडेंट्स को पनिशमेंट दे सकता था जिनमे 250 लड़कियां भी थीं।
दूसरी अजीब बात यह पता चली कि कॉलेज की पालिसी में यह कहीं नही लिखा था कि स्टूडेंट्स को पनिशमेंट किस जगह दिया जाएगा और इसका फायदा हेड बॉय उठाकर किसी भी स्टूडेंट को कहीं भी सज़ा देकर ज़लील कर सकते थे
तीसरी मज़ेदार बात (जिसे सुनकर अनुराग का लण्ड खड़ा हो गया था), यह मालूम पड़ी कि स्टूडेंट्स की स्पैकिंग के लिए कुछ डिटेल में नही लिखा था और इसलिए हेड बॉय ने अपनी सुविधा के लिए यह रूल बना लिया था कि लड़कियों की स्कर्ट और पैंटी उतरवाकर और लड़कों की पैंट और अंडरवियर उतरवाकर की जाएगी और हेड बॉय उन्हें उल्टा करके अपनी टाँगों पर लिटाकर स्पैकिंग करेंगे। स्पैकिंग हेड बॉय कभी अपने हाथों से और कभी बेंत से करते हैं क्योंकि इसके बारे में भी किसी पॉलिसी में कुछ नही लिखा था
चौथी मज़ेदार बात यह बात मालूम पड़ी कि जो भी स्टूडेंट सज़ा के लिए हेड बॉय के पास आता है, पहले उसकी स्पैकिंग नीचे के कपड़े उतरवाकर की जाएगी और जब स्पैकिंग पूरी हो जाएगी तो उनसे उठक बैठक लगवाई जाएंगी। नीचे के कपड़े स्टूडेंट तभी पहन सकता है जब वह अपनी उठक बैठक भी लगा ले
पांचवी और आखिरी बात अनुराग को यह मालूम पड़ी कि ज्यादातर लड़कियाँ उठक बैठक तो आसानी से लगा लेती हैं, अपनी स्कर्ट और पैंटी भी उतार देती हैं लेकिन स्पैकिंग के नाम से ही उन्हें बुखार आ जाता है और हेड बॉय उनकी स्पैकिंग न करे, इसके लिए वे उसका लण्ड भी अपने मुंह मे लेने के लिए राजी हो जाती हैं
अनुराग की पैंट में यह सब सुनकर बहुत लंबा सा टेन्ट बन गया था। बाकी सब के लण्ड भी उनकी पैंट के अंदर कड़क होकर बाहर निकलने को बेकाबू हो रहे थे
बाकी के पुराने हेड बॉयज ने अनुराग को देखकर कहा : भाई तेरी तो आते ही लाटरी लग गई है। सबसे ज्यादा कच्ची कलियाँ तेरे सेमेस्टर में ही हैं। 50 कच्ची कलियाँ तेरे अंडर में हैं जो तेरे एक इशारे पर तेरा लण्ड भी अपने मुंह मे लेने को तैयार हो जाएंगी-हम सबके पास तो पुराना माल है। फ्रेश माल सिर्फ तेरे पास ही है। इसलिए हम सब आपस मे अपने माल का एक्सचेंज भी करते रहते है। बाकी तो हम लोग रोज मीटिंग करते रहेंगे तो तुम्हे सारी बातें धीरे धीरे पता चल ही जाएंगी। आज के लिए बस इतना ही काफी है। अब सब की सब लड़कियां तुमसे फ्रेंडशिप करने के लिए तुम्हारे आगे पीछे घूमेंगी क्योंकि तुम्हारी सज़ा से बचने का यही एक तरीका उनके पास है।
मीटिंग खत्म हो गई और सब लोग हॉस्टल में अपने अपने कमरों में चले गए।
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा