27-03-2022, 05:37 PM
(27-03-2022, 04:30 PM)Hot_Guy Wrote: PART-1
न्यू इंडिया कालेज ऑफ़ मैनेजमेंट इस शहर और इलाके का सबसे बड़ा नामी कालेज था जहां 12 वीं पास करने के बाद 5 साल का MBA का डिग्री कोर्स कराया जाता था
कालेज में भर्ती होने के लिए 12 वीं पास होना और 18 साल की आयु होना अनिवार्य था -लड़के लड़कियों दोनों के लिए कालेज के दरवाज़े खुले हुए थे -कालेज में पांच साल बाद जब डिग्री मिलती थी तो कैंपस प्लेसमेंट में सभी को बड़ी बड़ी कंपनियां भर्ती करके ले जाती थीं
कालेज में सभी को हॉस्टल में रहना जरूरी था और पूरे पांच साल की फीस सभी स्टूडेंट्स से एडमिशन के समय ही ले ली जाती थी
कालेज में पढाई लिखाई के साथ साथ अनुशासन और नियम कायदों पर बहुत जोर दिया जाता था -नियम कायदों के ना मानने पर सभी स्टूडेंट्स को सजा भी दी जाती थी
पूरे कोर्स में कुल 5 सेमेस्टर होते थे और हर सेमेस्टर के सौ-सौ छात्र थे -इस तरह पांचो सेमेस्टर के छात्रों की संख्या 500 थी -कालेज की पालिसी के मुताबिक लड़के और लड़कियों को बराबर संख्या में एडमिशन दिया जाता था इसलिए कालेज में कुल 250 लडकियां और 250 लड़के थे
कालेज की गवर्निंग बॉडी हर सेमेस्टर के लिए हर साल एक हेड बॉय को नियुक्त करती थी -इस तरह पूरे कालेज में कुल पांच हेड बॉय हर साल चुने जाते थे -हेड बॉय का काम अपने अपने सेमेस्टर के अन्य स्टूडेंट्स की देख रेख, जाँच पड़ताल और उन्हें अनुशासन में रखने का होता था- अगर किसी पीरियड में कोई टीचर किसी वजह से नहीं आया है या फिर छुट्टी पर है तो हेड बॉय उस पीरियड में अपनी मर्जी के हिसाब से बाकी के स्टूडेंट्स को किसी भी काम में लगा सकता है जिससे की वे सब हुड़दंग न मचाएं और अनुशासन में रहकर कालेज की गरिमा को बनाये रखें -इस तरह से देखा जाए तो हर हेड बॉय को 50 लड़कों और 50 लड़कियों को अपने कंट्रोल में इस तरह रखना होता था ताकि वे सभी अनुशासन में रहकर अपनी पढाई लिखे करते रहें.
कालेज में सभी स्टूडेंट्स को तीन अलग अलग लेवल का पनिशमेंट भी देने का नियम था. लेवल-1 का पनिशमेंट मामूली गलतियों और नियम-कायदों का उल्लंघन करने पर मिलता था- यह पनिशमेंट आम तौर पर हेड बॉय देता था. दुसरे लेवल का पनिशमेंट टीचर खुद देता था -यह थोड़े ज्यादा शरारती स्टूडेंट्स के लिए और उन स्टूडेंट्स को दिया जाता था जो एक ही नियम को बार बार तोड़ते हुए पाए जाते हों. तीसरे लेवल का पनिशमेंट कालेज के प्रिंसिपल द्वारा दिया जाता था और बहुत सीरियस मामलों में ही दिया जाता था . ज्यादातर पनिशमेंट लेवल-1 के होते थे और इसके चलते हेड बॉय का न सिर्फ काम बढ़ गया था बल्कि उन्हें यह एक तरह की "एक्स्ट्रा पावर" भी कालेज की तरफ से मिली हुई थी. किस मामले में किस स्टूडेंट को किस लेवल का पनिशमेंट मिलना है, यह तय करना टीचर का काम था लेकिन लेवल 1 का पनिशमेंट ऐसा पनिशमेंट था जिसे कोई भी हेड बॉय अपनी मर्ज़ी से किसी भी स्टूडेंट के लिए खुद तय कर सकता था-हेड बॉय को मिली इस पावर का बहुत सारे स्टूडेंट्स समय समय पर विरोध भी करते रहते थे लेकिन कालेज मैनेजमेंट उन सभी छात्रों की अनसुनी करके हेड बॉय को इस तरह की पावर देने का हमेशा ही समर्थन करता आया था.
सभी पाँचों हेड बॉय को कालेज की तरफ से एक-एक ऑफिस भी दिया गया था जहां वे सब अपने अन्य कामों को निपटाने के अलावा लेवल 1 का पनिशमेंट भी देते थे
हर लेवल पर दिए जाने वाले पनिशमेंट की पालिसी बनी हुई थी
लेवल 1 के पनिशमेंट में हेड बॉय किसी भी स्टूडेंट को 10 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 25 बार स्पैकिंग कर सकता था
लेवल 2 के पनिशमेंट में टीचर किसी भी स्टूडेंट को 50 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 50 बार स्पैकिंग कर सकता था
लेवल 3 के पनिशमेंट में कालेज का प्रिंसिपल किसी भी स्टूडेंट को 100 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 100 बार स्पैकिंग भी कर सकता था
पनिशमेंट के यह सारे नियम कालेज की पालिसी में लिखे हुए थे
जब भी कोई टीचर या हेड बॉय किसी स्टूडेंट के लिए पनिशमेंट तय करता था तो उसे सबसे पहले उस पनिशमेंट को उस स्टूडेंट की डायरी में दर्ज़ करना होता था -हर स्टूडेंट को तीन दिनों के अंदर अपना पनिशमेंट लेना होता था और पनिशमेंट लेने के बाद पनिशमेंट देने वाले को अपने दस्तखत करने होते थे यह दस्तखत की इस बात का प्रूफ होते थे की स्टूडेंट को जो पनिशमेंट दिया गया था, वह उसने ले लिया है या नहीं. अगर कोई स्टूडेंट किसी वजह से 3 दिनों के अंदर अपना पनिशमेंट नहीं ले पाता था तो उसकी सजा को डबल कर दिया जाता था
कालेज में स्टूडेंट को पनिशमेंट देने की यह जो पालिसी थी उसका नतीजा यह हुआ था की यहां पर स्टूडेंट टीचर और प्रिंसिपल से काम डरते थे, हेड बॉय से ज्यादा डरते थे क्योंकि उनके पास देखा जाए तो टीचर और प्रिंसिपल से भी ज्यादा पावर थीं.
शेष अगले भाग में .....
Brother ???
Aapki story bahut jyada achchi hai . please lambi story likhe . Story bahut interesting hai ..
Keep it brother ❣️