23-03-2022, 12:37 AM
(This post was last modified: 23-03-2022, 10:36 AM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Part 15
अगले दिन सुबह लगभग 11 बजे का वक्त था। गौरव और शिवानी नाश्ता करने के बाद अपने अपने कमरे में बैठे हुए थे। हमेशा की तरह गौरव आज भी शिवानी के जिस्म के साथ खिलवाड़ करने की योजना बना रहा था। उसी समय उसके फोन की घंटी बज उठी।
गौरव ने फोन उठाया। उसके बचपन का दोस्त परवेज़ था। पहले वह गांव में ही रहता था लेकिन बाद में वह शहर जाकर सरकारी नौकरी करने लगा था।
परवेज फोन पर बोला : मैं शहर से गांव आज सुबह ही आया हूँ और तुझसे मिलने आ रहा हूँ। तू घर पर ही है ना ?
गौरव बोला : अरे भाई आ जा मैं घर पर ही हूँ और भाभी को भी साथ लेकर आना। उनसे भी मुलाकात हो जाएगी
कुछ ही देर में परवेज अपनी वाइफ हिना के साथ गौरव के घर पहुंच गया। गौरव ने उन दोनों को ऊपर अपने कमरे में ही बुला लिया।
परवेज की वाइफ हिना को गौरव ने पहली बार देखा तो देखता ही रह गया। वह बला की खूबसूरत थी। दोनों की शादी को 6 महीने ही हुए थे।
गौरव ने हिना को शिवानी से परिचय करवा कर उसके कमरे में ही बिठा दिया और वे दोनों आपस मे बातें करने लगीं। इधर अपने कमरे में गौरव परवेज के साथ गप्पें लगाने लगा।
बातों बातों में परवेज़ ने गौरव को बताया : यार मेरी वाइफ तो शहर की मॉडर्न लड़की है और मुझे अभी भी गांव वाला समझती है। वह अपने मूड के हिसाब से ही काम करती है और फर्स्ट नाईट के अलावा हम लोगों ने पिछले 6 महीने में मुश्किल से 10 बार ही सेक्स किया है। कुछ समझ नहीं आता क्या करूं।
गौरव एकदम चालू लौंडा था। वह समझ गया कि हिना और परवेज की क्या समस्या है।
गौरव उससे बोला : भाई, इसमे सारी गलती तेरी ही है। हर लड़की यह चाहती है कि उसका मर्द उसे रौब दाब में रखे। तुम शायद उसकी यह इच्छा पूरी नही कर पा रहे हो
परवेज : क्या बात कर रहा है यार ? रौब दाब में रखने का क्या मतलब होता है, मैं कुछ समझा नही।
गौरव : देख भाई मेरी तो शादी भी नही हुई है लेकिन मैंने तो अपनी भाभी शिवानी को भी अपने रौब दाब में रखा हुआ है और उससे पूरे मज़े ले रहा हूँ।
परवेज : यार यह औरतों को रौब दाब में रखने का फार्मूला हमे भी सिखाओ।हम तो बड़े परेशान है
गौरव : चल मैं तुझे पहले यह दिखाता हूँ कि औरतों को रौब दाब में कैसे रखा जाता है और उसके मर्दों को क्या फायदे होते हैं
यह कहने के साथ ही गौरव परवेज़ को शिवानी के कमरे में लेकर आ गया जहां वह बिस्तर पर बैठी हिना से बातें कर रही थी
गौरव परवेज के साथ सोफे पर बैठ गया और कड़क आवाज़ में शिवानी से बोला : शिवानी इधर आओ
शिवानी एकदम सकपका गई और बिस्तर से उठकर गौरव के पास आकर खड़ी हो गई
गौरव : तुमने परवेज और हिना को चाय पानी के लिए पूछा अभी तक ?
शिवानी : नही। मैं अब लेकर आ जाती हूँ
गौरव : अब मैंने याद दिला दिया तो तुम चाय पानी लाओगी। मतलब तुम्हे अब यह सब भी मुझे बताना पड़ेगा।
शिवानी : जी गलती हो गई। अब आगे से ऐसा नही होगा
गौरव : तुम्हे इस गलती की सज़ा मिलेगी। चलो कान पकड़ो और दस बार उठक बैठक लगाओ
शिवानी को बहुत शर्म और जलालत महसूस हो रही थी। हिना और परवेज़ बड़ी हैरानी से यह तमाशा देख रहे थे
हिना बीच मे बोलने भी लगी : अरे किसी फॉर्मेलिटी की जरूरत नही है। हम लोग तो चाय नाश्ता घर से करके ही चले थे
गौरव ने हिना की बात अनसुनी करते हुए शिवानी से फिर कहा : जल्दी कान पकड़ और गिनती बोलते हुए दस बार उठक बैठक लगा या फिर मैं तेरे---
इससे पहले कि गौरव आगे कुछ और बोलता, शिवानी ने अपने दोनों कान पकड़ लिए और गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी
गौरव की जीन्स के अंदर उसका लंड एकदम तनकर खड़ा हो गया था। उसने एक नज़र परवेज़ की तरफ डाली और देखा कि उसकी पैंट के अंदर भी बहुत लंबा टेन्ट बन गया था
शेष अगले भाग में----
अगले दिन सुबह लगभग 11 बजे का वक्त था। गौरव और शिवानी नाश्ता करने के बाद अपने अपने कमरे में बैठे हुए थे। हमेशा की तरह गौरव आज भी शिवानी के जिस्म के साथ खिलवाड़ करने की योजना बना रहा था। उसी समय उसके फोन की घंटी बज उठी।
गौरव ने फोन उठाया। उसके बचपन का दोस्त परवेज़ था। पहले वह गांव में ही रहता था लेकिन बाद में वह शहर जाकर सरकारी नौकरी करने लगा था।
परवेज फोन पर बोला : मैं शहर से गांव आज सुबह ही आया हूँ और तुझसे मिलने आ रहा हूँ। तू घर पर ही है ना ?
गौरव बोला : अरे भाई आ जा मैं घर पर ही हूँ और भाभी को भी साथ लेकर आना। उनसे भी मुलाकात हो जाएगी
कुछ ही देर में परवेज अपनी वाइफ हिना के साथ गौरव के घर पहुंच गया। गौरव ने उन दोनों को ऊपर अपने कमरे में ही बुला लिया।
परवेज की वाइफ हिना को गौरव ने पहली बार देखा तो देखता ही रह गया। वह बला की खूबसूरत थी। दोनों की शादी को 6 महीने ही हुए थे।
गौरव ने हिना को शिवानी से परिचय करवा कर उसके कमरे में ही बिठा दिया और वे दोनों आपस मे बातें करने लगीं। इधर अपने कमरे में गौरव परवेज के साथ गप्पें लगाने लगा।
बातों बातों में परवेज़ ने गौरव को बताया : यार मेरी वाइफ तो शहर की मॉडर्न लड़की है और मुझे अभी भी गांव वाला समझती है। वह अपने मूड के हिसाब से ही काम करती है और फर्स्ट नाईट के अलावा हम लोगों ने पिछले 6 महीने में मुश्किल से 10 बार ही सेक्स किया है। कुछ समझ नहीं आता क्या करूं।
गौरव एकदम चालू लौंडा था। वह समझ गया कि हिना और परवेज की क्या समस्या है।
गौरव उससे बोला : भाई, इसमे सारी गलती तेरी ही है। हर लड़की यह चाहती है कि उसका मर्द उसे रौब दाब में रखे। तुम शायद उसकी यह इच्छा पूरी नही कर पा रहे हो
परवेज : क्या बात कर रहा है यार ? रौब दाब में रखने का क्या मतलब होता है, मैं कुछ समझा नही।
गौरव : देख भाई मेरी तो शादी भी नही हुई है लेकिन मैंने तो अपनी भाभी शिवानी को भी अपने रौब दाब में रखा हुआ है और उससे पूरे मज़े ले रहा हूँ।
परवेज : यार यह औरतों को रौब दाब में रखने का फार्मूला हमे भी सिखाओ।हम तो बड़े परेशान है
गौरव : चल मैं तुझे पहले यह दिखाता हूँ कि औरतों को रौब दाब में कैसे रखा जाता है और उसके मर्दों को क्या फायदे होते हैं
यह कहने के साथ ही गौरव परवेज़ को शिवानी के कमरे में लेकर आ गया जहां वह बिस्तर पर बैठी हिना से बातें कर रही थी
गौरव परवेज के साथ सोफे पर बैठ गया और कड़क आवाज़ में शिवानी से बोला : शिवानी इधर आओ
शिवानी एकदम सकपका गई और बिस्तर से उठकर गौरव के पास आकर खड़ी हो गई
गौरव : तुमने परवेज और हिना को चाय पानी के लिए पूछा अभी तक ?
शिवानी : नही। मैं अब लेकर आ जाती हूँ
गौरव : अब मैंने याद दिला दिया तो तुम चाय पानी लाओगी। मतलब तुम्हे अब यह सब भी मुझे बताना पड़ेगा।
शिवानी : जी गलती हो गई। अब आगे से ऐसा नही होगा
गौरव : तुम्हे इस गलती की सज़ा मिलेगी। चलो कान पकड़ो और दस बार उठक बैठक लगाओ
शिवानी को बहुत शर्म और जलालत महसूस हो रही थी। हिना और परवेज़ बड़ी हैरानी से यह तमाशा देख रहे थे
हिना बीच मे बोलने भी लगी : अरे किसी फॉर्मेलिटी की जरूरत नही है। हम लोग तो चाय नाश्ता घर से करके ही चले थे
गौरव ने हिना की बात अनसुनी करते हुए शिवानी से फिर कहा : जल्दी कान पकड़ और गिनती बोलते हुए दस बार उठक बैठक लगा या फिर मैं तेरे---
इससे पहले कि गौरव आगे कुछ और बोलता, शिवानी ने अपने दोनों कान पकड़ लिए और गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी
गौरव की जीन्स के अंदर उसका लंड एकदम तनकर खड़ा हो गया था। उसने एक नज़र परवेज़ की तरफ डाली और देखा कि उसकी पैंट के अंदर भी बहुत लंबा टेन्ट बन गया था
शेष अगले भाग में----
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा