21-03-2022, 05:57 PM
लंड को जब मैं बुर में अंदर बाहर करने लगा तो वो थोड़ा और अंदर जाने लगा. अब मेरे लंड का एक चौथाई हिस्सा ही बाहर रह गया था.
मैंने धीरे-धीरे अपनी कमर चला कर शलाका को दोबारा चोदना शुरू कर दिया.
शलाका भी अपनी गांड हिला-हिला कर मजे से चुदवाने लगी.
इस बार करीब एक घंटे तक दोनों चोदा-चोदी करते रहे.
ट्रेन ने एक बार कहीं सिग्नल न मिलने के कारण एकदम से ऐसा ब्रेक मारा कि गचाक से दबाव बनाते हुए पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.
उसकी चीख निकलने ही वाली थी कि मैंने अपने एक हाथ से शलाका का मुंह बंद कर दिया और एक हाथ से उसकी दोनों चूचियों को बारी-बारी से मसलने लगा.
वैसे मैं सच बताऊं तो ट्रेन के अंदर उसके साथ ऐसा नहीं करना चाहता था लेकिन ट्रेन के अचानक ब्रेक लगने के कारण ऐसा हो गया.
शलाका धीरे-धीरे सिसकने लगी.
मैंने धीरे-धीरे अपनी कमर चला कर शलाका को दोबारा चोदना शुरू कर दिया.
शलाका भी अपनी गांड हिला-हिला कर मजे से चुदवाने लगी.
इस बार करीब एक घंटे तक दोनों चोदा-चोदी करते रहे.
ट्रेन ने एक बार कहीं सिग्नल न मिलने के कारण एकदम से ऐसा ब्रेक मारा कि गचाक से दबाव बनाते हुए पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.
उसकी चीख निकलने ही वाली थी कि मैंने अपने एक हाथ से शलाका का मुंह बंद कर दिया और एक हाथ से उसकी दोनों चूचियों को बारी-बारी से मसलने लगा.
वैसे मैं सच बताऊं तो ट्रेन के अंदर उसके साथ ऐसा नहीं करना चाहता था लेकिन ट्रेन के अचानक ब्रेक लगने के कारण ऐसा हो गया.
शलाका धीरे-धीरे सिसकने लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.