21-03-2022, 05:53 PM
फिर मैंने आगे बढ़ते हुए तीन उंगली उसकी बुर में डाल दीं. उसकी बुर से कामरस की लार काफी ज्यादा बहने लगी थी जिसके कारण मेरा हाथ और शलाका की पैंटी दोनों ही पूरे के पूरे भीग गये थे. मगर मेरी तीनों उंगली उसकी बुर में चल नहीं पा रही थी.
मैंने दूसरे हाथ की मदद से उसकी बुर को खोल कर रखा और दूसरे हाथ की तीनों उंगली एक साथ डालने लगा.
शलाका मेरा हाथ पकड़ कर बुर के पास से हटाने लगी. शायद तीनों उंगली एक साथ जाने से उसकी चूत दर्द कर रही थी.
मगर मैंने उसके होंठ अपने मुंह में ले लिये और चूसने लगा.
जब तीनों उंगली आधी चूत में चली गई तो आगे जाकर उंगली अटकने लगी.
मैंने दूसरे हाथ की मदद से उसकी बुर को खोल कर रखा और दूसरे हाथ की तीनों उंगली एक साथ डालने लगा.
शलाका मेरा हाथ पकड़ कर बुर के पास से हटाने लगी. शायद तीनों उंगली एक साथ जाने से उसकी चूत दर्द कर रही थी.
मगर मैंने उसके होंठ अपने मुंह में ले लिये और चूसने लगा.
जब तीनों उंगली आधी चूत में चली गई तो आगे जाकर उंगली अटकने लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
![thanks thanks](https://xossipy.com/images/smilies/thanks.gif)