21-03-2022, 05:52 PM
मैंने शलाका को भी कह दिया- मेरी तरफ और थोड़ी खिसक जाओ, नहीं तो नीचे गिरने का डर रहेगा.
शलाका भी मुझसे चिपक गई. शलाका ने अपनी जांघ मेरी जांघ के ऊपर चढ़ा दी; उसके गाल मेरे गाल से आकर छूने लगे.
मैं उसके गाल से अपना गाल बहाने से रगड़ने लगा. धीरे-धीरे मेरा लंड भी तन रहा था.
कुछ ही पल में मेरा लंड मेरी पैंट में पूरा तन गया.
मैं अपना एक हाथ अपनी बहन शलाका की कमर पर ले गया और धीरे-धीरे उसका लहंगा उसकी कमर से सरकाने लगा.
शलाका की सांसें भी तेज चलने लगी थीं.
मैंने उसका लहंगा कमर के ऊपर कर दिया और उसके चूतड़ों को सहलाने लगा. फिर मैं उसकी पैंटी के ऊपर से हाथ घुमा कर देखने लगा. उसकी चूत के आस-पास से उसकी पैंटी गीली हो गई थी. उसकी बुर से चिपचिपी लार सी निकल रही थी.
शलाका भी मुझसे चिपक गई. शलाका ने अपनी जांघ मेरी जांघ के ऊपर चढ़ा दी; उसके गाल मेरे गाल से आकर छूने लगे.
मैं उसके गाल से अपना गाल बहाने से रगड़ने लगा. धीरे-धीरे मेरा लंड भी तन रहा था.
कुछ ही पल में मेरा लंड मेरी पैंट में पूरा तन गया.
मैं अपना एक हाथ अपनी बहन शलाका की कमर पर ले गया और धीरे-धीरे उसका लहंगा उसकी कमर से सरकाने लगा.
शलाका की सांसें भी तेज चलने लगी थीं.
मैंने उसका लहंगा कमर के ऊपर कर दिया और उसके चूतड़ों को सहलाने लगा. फिर मैं उसकी पैंटी के ऊपर से हाथ घुमा कर देखने लगा. उसकी चूत के आस-पास से उसकी पैंटी गीली हो गई थी. उसकी बुर से चिपचिपी लार सी निकल रही थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.