21-03-2022, 05:47 PM
फिर वंदना ने अपने बैग से एक क्रीम की डिब्बी निकाली और मुझे दे दी.
मैंने अपने लंड पर क्रीम लगाई और उसकी चुत की फांकों में उंगली से अन्दर तक क्रीम लगाई.
वो इस दौरान सनसनी से पागल हो गई थी तथा उसने अपनी एक टांग हवा में उठाने की कोशिश भी की थी.
मैंने उसके कान में कहा- तुम अपनी जींस से अपना एक पैर बाहर निकाल लो.
उसने ऐसा ही किया.
इस बीच मैंने तो अपनी पूरी पैंट ही नीचे सरका दी थी.
अब हम दोनों चुदाई की फुल मस्ती में आ गए थे.
मैंने फिर से उसकी चुत में लंड पेलने की कोशिश की. कुछ ही पल बाद मेरे लंड का सुपारा चुत की फांकों के अन्दर चला गया.
वो एकदम से सिसक पड़ी. उसे दर्द होने लगा था.
उसने कराहते हुए कहा- तुम्हारा डिक बहुत मोटा है … मुझे दर्द हो रहा है.
मैंने अपने लंड पर क्रीम लगाई और उसकी चुत की फांकों में उंगली से अन्दर तक क्रीम लगाई.
वो इस दौरान सनसनी से पागल हो गई थी तथा उसने अपनी एक टांग हवा में उठाने की कोशिश भी की थी.
मैंने उसके कान में कहा- तुम अपनी जींस से अपना एक पैर बाहर निकाल लो.
उसने ऐसा ही किया.
इस बीच मैंने तो अपनी पूरी पैंट ही नीचे सरका दी थी.
अब हम दोनों चुदाई की फुल मस्ती में आ गए थे.
मैंने फिर से उसकी चुत में लंड पेलने की कोशिश की. कुछ ही पल बाद मेरे लंड का सुपारा चुत की फांकों के अन्दर चला गया.
वो एकदम से सिसक पड़ी. उसे दर्द होने लगा था.
उसने कराहते हुए कहा- तुम्हारा डिक बहुत मोटा है … मुझे दर्द हो रहा है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.