21-03-2022, 05:02 PM
कुछ देर धकापेल के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. लंड का पानी निकालने के बाद मैं वैसे ही उसके ऊपर पड़ा रहा.
वो मुझे चूमते हुए बोली- तेरा स्टैमिना तो तेरे जीजा से बहुत ज्यादा है.
मैं बोला- हां, वो तो है.
फिर हम दोनों उठे, बाथरूम में जाकर खुद को साफ किया. फिर हम दोनों वहां गर्म पानी से नहाने लगे. वहीं पर नहाते वक्त छाया को कुतिया बना कर एक बाद और चोदा. वापस कमरे में आ गए. छाया मेरे लिए नाश्ता ले आई.
मैंने जाने का कहा तो उसने मुझे रोक लिया और बोली- आज इधर मेरे पास ही रह जा.
तो मैंने घर पर फोन कर दिया कि मुझे घर आने में देर हो जाएगी.
इसके बाद मैंने उस दिन छाया दीदी को 6 बार चोदा. मैं पूरी तरह थक चुका था, सो घर आकर सो गया.
शाम को मैंने खाना खाया और फिर सो गया. अब मैं मौक़ा पाकर उसे हर रोज चोद देता था.
जनवरी में उसके पति का ट्रांसफर हो गया और वो मुंबई चले गए. उसके जाने से पहले मैंने उसे 2-3 दिन में 20-25 बार चोदा था. उससे बिछड़ते वक़्त हम दोनों की आंखों में आंसू आ गए थे. मैं छाया दीदी की याद में अब भी बहुत तड़पता हूँ.
वो मुझे चूमते हुए बोली- तेरा स्टैमिना तो तेरे जीजा से बहुत ज्यादा है.
मैं बोला- हां, वो तो है.
फिर हम दोनों उठे, बाथरूम में जाकर खुद को साफ किया. फिर हम दोनों वहां गर्म पानी से नहाने लगे. वहीं पर नहाते वक्त छाया को कुतिया बना कर एक बाद और चोदा. वापस कमरे में आ गए. छाया मेरे लिए नाश्ता ले आई.
मैंने जाने का कहा तो उसने मुझे रोक लिया और बोली- आज इधर मेरे पास ही रह जा.
तो मैंने घर पर फोन कर दिया कि मुझे घर आने में देर हो जाएगी.
इसके बाद मैंने उस दिन छाया दीदी को 6 बार चोदा. मैं पूरी तरह थक चुका था, सो घर आकर सो गया.
शाम को मैंने खाना खाया और फिर सो गया. अब मैं मौक़ा पाकर उसे हर रोज चोद देता था.
जनवरी में उसके पति का ट्रांसफर हो गया और वो मुंबई चले गए. उसके जाने से पहले मैंने उसे 2-3 दिन में 20-25 बार चोदा था. उससे बिछड़ते वक़्त हम दोनों की आंखों में आंसू आ गए थे. मैं छाया दीदी की याद में अब भी बहुत तड़पता हूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.