21-03-2022, 05:01 PM
वो बोली- तेरी इतनी अच्छी बॉडी है, ऐसे कैसे नहीं मिली?
मैं बोला- बॉडी होने से कुछ नहीं होता, वैसी किस्मत होना चाहिए.
फिर वो अपने मम्मे उठाते हुए बोली- उस दिन तूने मेरा क्या क्या देखा था?
मैं साफ़ बोला- आपके ऊपर के दूध और आपकी हल्के बाल वाली बुर.
वो बोली- अच्छा तो कैसी लगी मेरी?
मैं बोला- क्या?
तो वो बोली- मेरी बुर?
मैं बोला- अच्छी है.
तो वो बोली- फिर से देखनी है?
मैं चुप रहा.
उसने फिर सवाल किया- देखनी है?
मैंने हां में सिर हिलाया तो उसने अपनी साड़ी ऊपर की, पैंटी हटाई और मुझे अपनी चूत दिखा दी.
मैं बोला- बॉडी होने से कुछ नहीं होता, वैसी किस्मत होना चाहिए.
फिर वो अपने मम्मे उठाते हुए बोली- उस दिन तूने मेरा क्या क्या देखा था?
मैं साफ़ बोला- आपके ऊपर के दूध और आपकी हल्के बाल वाली बुर.
वो बोली- अच्छा तो कैसी लगी मेरी?
मैं बोला- क्या?
तो वो बोली- मेरी बुर?
मैं बोला- अच्छी है.
तो वो बोली- फिर से देखनी है?
मैं चुप रहा.
उसने फिर सवाल किया- देखनी है?
मैंने हां में सिर हिलाया तो उसने अपनी साड़ी ऊपर की, पैंटी हटाई और मुझे अपनी चूत दिखा दी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.