21-03-2022, 05:00 PM
मैं बात खत्म करना चाह रहा था, लेकिन शायद छाया उस बात को लम्बा खींचना चाहती थी.
वो बोली- अगर तेरी जगह कोई और होता … तो क्या होता?
मैं चुप रहा तो वो फिर बोली- बता ना क्या होता?
मैं बोला- कोई और होता, तो वो आपकी इज्जत लूट लेता.
तो दीदी बोली- इज्जत तो तूने भी लूट ली मेरी.
मैं घबरा कर बोला- मैंने कब?
वो बोली- उसी दिन … तू मेरी पूरी बॉडी को देख रहा था … तू आंखों से ही मेरा ब*त्कार कर रहा था.
मैंने बोला- ऐसा तो कुछ नहीं था दीदी … मैं आपको नहीं घूर रहा था.
तो वो बोली- अच्छा तो क्या कर रहा था? मैंने देखा था तुम्हारा वो पूरा टाइट हो गया था.
मैं उसकी इस बात पर नजर नीचे करके बैठा हुआ था.
तो वो बोली- अब तक कितनी लड़कियों को चोदा है?
छाया के मुँह से साफ़ ‘चोदा’ शब्द सुनकर मैं भी समझ गया कि ये मुझे छेड़ रही है. मैंने भी बिंदास जबाव दिया.
मैं बोला- एक भी नहीं.
वो बोली- क्यों?
मैं बोला- कोई मिलती ही नहीं है.
वो बोली- अगर तेरी जगह कोई और होता … तो क्या होता?
मैं चुप रहा तो वो फिर बोली- बता ना क्या होता?
मैं बोला- कोई और होता, तो वो आपकी इज्जत लूट लेता.
तो दीदी बोली- इज्जत तो तूने भी लूट ली मेरी.
मैं घबरा कर बोला- मैंने कब?
वो बोली- उसी दिन … तू मेरी पूरी बॉडी को देख रहा था … तू आंखों से ही मेरा ब*त्कार कर रहा था.
मैंने बोला- ऐसा तो कुछ नहीं था दीदी … मैं आपको नहीं घूर रहा था.
तो वो बोली- अच्छा तो क्या कर रहा था? मैंने देखा था तुम्हारा वो पूरा टाइट हो गया था.
मैं उसकी इस बात पर नजर नीचे करके बैठा हुआ था.
तो वो बोली- अब तक कितनी लड़कियों को चोदा है?
छाया के मुँह से साफ़ ‘चोदा’ शब्द सुनकर मैं भी समझ गया कि ये मुझे छेड़ रही है. मैंने भी बिंदास जबाव दिया.
मैं बोला- एक भी नहीं.
वो बोली- क्यों?
मैं बोला- कोई मिलती ही नहीं है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
