21-03-2022, 04:50 PM
(This post was last modified: 02-05-2022, 11:22 AM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
लगभग 11 बजे दीदी बोलीं- मैं सो रही हूँ.
मैं टीवी का वॉल्यूम कम करके देखने लगा.
फिर अचानक से व्हाट्सएप्प पर एक मैसेज आया.. जो कि एडल्ट था. मैंने वो देखा फिर इंटरनेट पर में पोर्न पिक्चर्स देखने लगा. मेरा लौड़ा खड़ा हो गया था. मैंने दीदी की तरफ देखा तो वो दूसरी तरफ करवट लिए सोई थीं.
मैं फिर से पोर्न देखने लगा. फिर नजर गई कि दीदी ने आज भी सलवार नहीं पहनी है.
मैंने मोबाइल एक तरफ रखा और दीदी की कुर्ती को ऊपर किया. अब दीदी की जांघ पूरी तरह साफ दिख रही थी. टीवी चालू ही था तो दीदी की बॉडी पर रोशनी आ रही थी. मैं दीदी की नंगी जांघ देख कर मदहोश हुए जा रहा था. मेरी हिम्मत बढ़ती जा रही थी. फिर मैंने टीवी का वॉल्यूम एकदम से फुल किया और फिर म्यूट कर दिया, इस कारण से वो हल्का सा जग गईं. शायद वो भी कुछ चाहती हों तो मैंने रिस्क लिया.
मैं टीवी का वॉल्यूम कम करके देखने लगा.
फिर अचानक से व्हाट्सएप्प पर एक मैसेज आया.. जो कि एडल्ट था. मैंने वो देखा फिर इंटरनेट पर में पोर्न पिक्चर्स देखने लगा. मेरा लौड़ा खड़ा हो गया था. मैंने दीदी की तरफ देखा तो वो दूसरी तरफ करवट लिए सोई थीं.
मैं फिर से पोर्न देखने लगा. फिर नजर गई कि दीदी ने आज भी सलवार नहीं पहनी है.
मैंने मोबाइल एक तरफ रखा और दीदी की कुर्ती को ऊपर किया. अब दीदी की जांघ पूरी तरह साफ दिख रही थी. टीवी चालू ही था तो दीदी की बॉडी पर रोशनी आ रही थी. मैं दीदी की नंगी जांघ देख कर मदहोश हुए जा रहा था. मेरी हिम्मत बढ़ती जा रही थी. फिर मैंने टीवी का वॉल्यूम एकदम से फुल किया और फिर म्यूट कर दिया, इस कारण से वो हल्का सा जग गईं. शायद वो भी कुछ चाहती हों तो मैंने रिस्क लिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.