21-03-2022, 04:48 PM
(This post was last modified: 02-05-2022, 11:15 AM by neerathemall. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
मैंने सॉरी बोल दिया.. लेकिन जैसे ही वो पीछे मुड़ीं, तो देखा उनके कपड़े पूरे चिपक गए थे और पूरा फिगर साफ दिख रहा था. उनकी ब्रा और पैंटी भी दिख रहे थे. अब मुझसे सब्र नहीं हो रहा था, मेरे लंड से पानी निकलने लगा था.
फिर मैंने दीदी पर और पानी डाल दिया वो जल्दी से बाथरूम के अन्दर भाग गईं. मेरा लंड हिचकोले खाने में लगा था. फिर वो नहा कर बाहर आईं तो मैं अन्दर चला गया और आज पहली बार मैंने दीदी के नाम से मुठ मारी, तब जाकर लंड को कुछ शांति मिली.
नहा कर जब मैं बाहर आया तो खाना बन रहा था, तो मैं भी दीदी की कुछ हेल्प करने लगा. कुछ देर बाद खाना खाया फिर मैं कॉलेज चला गया.
शाम दीदी बोलीं- आज बाहर चलें? कुछ बाहर ही खाएंगे.
मैंने हामी भर दी.
शाम 7 बजे हम दोनों निकले, लेकिन मैंने देखा कि आज दीदी ने साड़ी पहनी हुई थी, वो गजब का माल लग रही थीं. करीब दस हम लोग घर वापस आए. फिर वो चेंज करने चली गईं. मैं भी बनियान और बरमूडा में आ गया.
फिर मैंने दीदी पर और पानी डाल दिया वो जल्दी से बाथरूम के अन्दर भाग गईं. मेरा लंड हिचकोले खाने में लगा था. फिर वो नहा कर बाहर आईं तो मैं अन्दर चला गया और आज पहली बार मैंने दीदी के नाम से मुठ मारी, तब जाकर लंड को कुछ शांति मिली.
नहा कर जब मैं बाहर आया तो खाना बन रहा था, तो मैं भी दीदी की कुछ हेल्प करने लगा. कुछ देर बाद खाना खाया फिर मैं कॉलेज चला गया.
शाम दीदी बोलीं- आज बाहर चलें? कुछ बाहर ही खाएंगे.
मैंने हामी भर दी.
शाम 7 बजे हम दोनों निकले, लेकिन मैंने देखा कि आज दीदी ने साड़ी पहनी हुई थी, वो गजब का माल लग रही थीं. करीब दस हम लोग घर वापस आए. फिर वो चेंज करने चली गईं. मैं भी बनियान और बरमूडा में आ गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.