21-03-2022, 04:47 PM
फिर फ्रेश होने के बाद मैं आया तो देखा कि दीदी कपड़े धो रही थीं. मैं बोला- क्या रोज कपड़े धोती रहती हो.
दीदी बोलीं- इतना बुरा लगता है तो तू साथ में धुलवा दे ना.
फिर मैं भी बैठ गया.. और दीदी के साथ कपड़े धोने लगा.
तभी मैंने देखा कि दीदी ने जो सलवार सूट पहना हुआ था वो काफी गीला हो गया है और उनके कपड़े बिल्कुल चिपक गए हैं.. जिससे अन्दर की ब्रा साफ दिख रही है. इस कारण कपड़े धोते वक़्त हिलने की वजह से उनके स्तन भी हिल रहे थे. मैं बस उनके हिलते चूचों को देखे जा रहा था. मेरा मन मचल रहा था कि दीदी के मम्मों में हाथ लगा लूँ. लेकिन क्या करता.. कपड़े धोकर जैसे ही मैं उठा तो दीदी ने मस्ती में मेरे ऊपर पानी डाल दिया.
मैंने भी दीदी पर थोड़ा पानी डाल दिया लेकिन वो मुझे ऐसा करने से मना ही नहीं कर रही थीं. बल्कि दीदी ने अब मेरे ऊपर फिर से पानी डाल दिया. अबकी बार दीदी ने मेरे ओवर पर पानी डाला तो मैंने उन पर पूरी बाल्टी ही डाल दी.
इस बार दीदी पूरी गीली हो गईं और मुझे वहीं मारने लगीं.
दीदी बोलीं- इतना बुरा लगता है तो तू साथ में धुलवा दे ना.
फिर मैं भी बैठ गया.. और दीदी के साथ कपड़े धोने लगा.
तभी मैंने देखा कि दीदी ने जो सलवार सूट पहना हुआ था वो काफी गीला हो गया है और उनके कपड़े बिल्कुल चिपक गए हैं.. जिससे अन्दर की ब्रा साफ दिख रही है. इस कारण कपड़े धोते वक़्त हिलने की वजह से उनके स्तन भी हिल रहे थे. मैं बस उनके हिलते चूचों को देखे जा रहा था. मेरा मन मचल रहा था कि दीदी के मम्मों में हाथ लगा लूँ. लेकिन क्या करता.. कपड़े धोकर जैसे ही मैं उठा तो दीदी ने मस्ती में मेरे ऊपर पानी डाल दिया.
मैंने भी दीदी पर थोड़ा पानी डाल दिया लेकिन वो मुझे ऐसा करने से मना ही नहीं कर रही थीं. बल्कि दीदी ने अब मेरे ऊपर फिर से पानी डाल दिया. अबकी बार दीदी ने मेरे ओवर पर पानी डाला तो मैंने उन पर पूरी बाल्टी ही डाल दी.
इस बार दीदी पूरी गीली हो गईं और मुझे वहीं मारने लगीं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.