21-03-2022, 02:43 PM
टीवी के सामने सोफ़ा पर हम दोनों बैठ गए. रितु दीदी ने सीडी लगा दी, मूवी शुरू हो गई.
मूवी की शुरूआत ऐसी थी कि एक लड़की किसी लड़के को फोन करके बुलाती है. लड़का लड़की के घर आता है. आकर कॉलबेल बजाता है. लड़की दरवाज़ा खोलती है और दोनों एक दूसरे को बांहों में लेकर एक दूसरे का चुम्मा लेने लगते हैं. फिर लड़की लड़के की कमीज़ उतारती है और लड़का लड़की का ब्लाउज. ये देख कर मैं समझ गया कि ये क्सक्सक्स ब्लू फिल्म है. मुझे मजा आने लगा था साथ ही दीदी की मंशा को भी समझने की कोशिश कर रहा था.
फिर उस फिल्म में धीरे धीरे दोनों एक दूसरे के कपड़े उतार के बिल्कुल नंगे हो जाते हैं. लड़का लड़की को पीठ के बल लिटा कर उसकी चूचियों के निप्पल एक एक करके चूसता है. लड़की मुँह से “आअह आआह आह आह..” करने लगती है.
फिर लड़की लड़के से चोदने को कहती है. लड़का अपना खड़ा लंड उसकी बुर में धीरे धीरे डालता है और फिर चुदाई करने लगता है.
रितु दीदी ने मुझसे पूछा बताओ- ये दोनों लड़के लड़की क्या कर रहे हैं?
मैं चुप रहा, रितु दीदी मुझ से उम्र में काफी बड़ी थीं.
वो बोलीं- बताओ ना.
मैंने कहा- दोनों चुदाई कर रहे हैं.
रितु दीदी ने मुझसे पूछा- क्या तुम भी चुदाई कर चुके हो?
मैंने कहा- मेरी कोई लड़की दोस्त ही नहीं है, फिर किसके साथ चुदाई करता?
रितु दीदी ने पूछा- फिर तुम्हें ये सब कैसे मालूम हुआ?
मैंने बताया कि मेरा एक दोस्त रामू है वो ही हिंदी की गंदी गंदी किताबें ला कर देता है. उसी में ये सब लिखा होता है. वो किताबें पढ़ने में बड़ा मज़ा आता है. पढ़ते पढ़ते लंड खड़ा हो जाता है. फिर अपना लंड निकाल लेता हूँ. किताब पढ़ता जाता हूँ और लंड को एक हाथ से पकड़ कर मुठ मारता जाता हूँ. थोड़ी देर में झड़ जाता हूँ. रितु दीदी सचमुच बहुत मज़ा आता है.
“और?”
“और रामू क्सक्सक्स वीडियो भी लाता है, जब उसका घर खाली होता है.. तब हम दोनों वहीं बैठ कर क्सक्सक्स मूवीज भी देखते हैं.”
रितु दीदी ने पूछा कि बिना लड़की के तुम लोगों को क्या मज़ा आता होगा?
मैंने कहा कि हम लोग बिना लड़की के भी खूब मज़ा लेते हैं.
मूवी की शुरूआत ऐसी थी कि एक लड़की किसी लड़के को फोन करके बुलाती है. लड़का लड़की के घर आता है. आकर कॉलबेल बजाता है. लड़की दरवाज़ा खोलती है और दोनों एक दूसरे को बांहों में लेकर एक दूसरे का चुम्मा लेने लगते हैं. फिर लड़की लड़के की कमीज़ उतारती है और लड़का लड़की का ब्लाउज. ये देख कर मैं समझ गया कि ये क्सक्सक्स ब्लू फिल्म है. मुझे मजा आने लगा था साथ ही दीदी की मंशा को भी समझने की कोशिश कर रहा था.
फिर उस फिल्म में धीरे धीरे दोनों एक दूसरे के कपड़े उतार के बिल्कुल नंगे हो जाते हैं. लड़का लड़की को पीठ के बल लिटा कर उसकी चूचियों के निप्पल एक एक करके चूसता है. लड़की मुँह से “आअह आआह आह आह..” करने लगती है.
फिर लड़की लड़के से चोदने को कहती है. लड़का अपना खड़ा लंड उसकी बुर में धीरे धीरे डालता है और फिर चुदाई करने लगता है.
रितु दीदी ने मुझसे पूछा बताओ- ये दोनों लड़के लड़की क्या कर रहे हैं?
मैं चुप रहा, रितु दीदी मुझ से उम्र में काफी बड़ी थीं.
वो बोलीं- बताओ ना.
मैंने कहा- दोनों चुदाई कर रहे हैं.
रितु दीदी ने मुझसे पूछा- क्या तुम भी चुदाई कर चुके हो?
मैंने कहा- मेरी कोई लड़की दोस्त ही नहीं है, फिर किसके साथ चुदाई करता?
रितु दीदी ने पूछा- फिर तुम्हें ये सब कैसे मालूम हुआ?
मैंने बताया कि मेरा एक दोस्त रामू है वो ही हिंदी की गंदी गंदी किताबें ला कर देता है. उसी में ये सब लिखा होता है. वो किताबें पढ़ने में बड़ा मज़ा आता है. पढ़ते पढ़ते लंड खड़ा हो जाता है. फिर अपना लंड निकाल लेता हूँ. किताब पढ़ता जाता हूँ और लंड को एक हाथ से पकड़ कर मुठ मारता जाता हूँ. थोड़ी देर में झड़ जाता हूँ. रितु दीदी सचमुच बहुत मज़ा आता है.
“और?”
“और रामू क्सक्सक्स वीडियो भी लाता है, जब उसका घर खाली होता है.. तब हम दोनों वहीं बैठ कर क्सक्सक्स मूवीज भी देखते हैं.”
रितु दीदी ने पूछा कि बिना लड़की के तुम लोगों को क्या मज़ा आता होगा?
मैंने कहा कि हम लोग बिना लड़की के भी खूब मज़ा लेते हैं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.