18-03-2022, 06:09 PM
(This post was last modified: 18-03-2022, 06:16 PM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
PART-10
गौरव : ठीक है डॉक्टर साहब, आप अपना इलाज़ शुरू कीजिये
अनुराग : इस इलाज़ के लिए मुझे कुल पांच लोगों की जरूरत पड़ेगी-आम तौर पर तो हम अपने क्लिनिक के स्टाफ के लड़कों से ही काम चला लेते हैं
गौरव : नहीं...यह मत करो. पुनीत ने मुझे सुबह बताया था की उससे मिलने आज रोहित,मोहित और अमित आये हुये हैं-वे सब एक साथ मिलकर किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं- उन चारों को ही बुला लेते हैं-क्लिनिक के कर्मचारियों से बेहतर तो यही चार दोस्त हैं.
अनुराग : हाँ यह तो है- दोस्तों के बीच बात "सीक्रेट" भी रहेगी -ठीक है मैं उन सब को बुला लेता हूँ
शिवानी एकदम हैरान और परेशान होकर कभी गौरव की तरफ और कभी अनुराग की तरफ देख रही थी-उसे लग रहा था कि क्या अब उसका चीरहरण गौरव के अलावा उसके चारों अनजान दोस्तों के सामने किया जायेगा
शिवानी कहने लगी : यह मुझसे नहीं होगा -इतने सारे लोग मेरे साथ क्या करने वाले हैं ?
गौरव : चुप रह साली ... तुझसे जो कहा जाए चुपचाप करती जा -आज तेरी सारी हेकड़ी निकाल दूंगा
इतनी देर में अनुराग ने चारों दोस्तों को भी कमरे में बुला लिया था और वे सब अपने अपने तने हुए लण्ड पर हाथ फिराते हुए आगे आने वाले घटनाक्रम का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे.
अनुराग : आप सब लोगों को शिवानी के इलाज़ में सहयोग करना है -इन्हे बच्चा नहीं हो रहा है -इनके बच्चा तभी हो सकता है जब इन्हे सामूहिक रूप से मनमाने तरीके से 5-6 लोग एक साथ पेलें और साथ ही इनके साथ ऐसी सेक्स क्रियाएं करें जिनके बारे में इन्होने पहले कभी सोचा भी न हो -ज़ाहिर है कि अकेले इनके पति इनके साथ वह सब कभी नहीं कर पाएंगे जो हम 6 लोग मिलकर करने वाले हैं-इसलिए अगले एक घण्टे तक आप सभी को मेरे निर्देशों के हिसाब से काम करना है
शिवानी : मैं आप लोगों के हाथ जोड़ती हूँ-मुझे इतना ज़लील मत करो प्लीज़
अनुराग : आप अपने आप को जितना ज्यादा ज़लील होता महसूस करेंगी उतना ही आपके लिए बेहतर है- इलाज़ का मतलब ही यह है कि आप अपने आपको ज्यादा से ज्यादा ज़लील होता महसूस कर सकें.-पति के साथ सेक्स में आपको उस ज़लालत का अहसास नहीं हो पाता है-इसलिए आप अभी तक माँ नहीं बन सकी हैं- अब हम आपका पक्का इलाज़ करने के लिए ही यहां इकट्ठे हुए हैं-आप हमारा सहयोग करें-उसमे ही आपकी भलाई है
अनुराग ( सबकी तरफ देखकर बोलता हुआ) : देखिये शिवानी ने इस समय अपने बदन पर 5 कपडे पहने हुए हैं -साड़ी, पेटीकोट,ब्लाउज़, ब्रा और पैंटी -मैंने यह कागज़ की 5 चिटें बना रखी हैं -हर एक चिट पर किसी एक कपडे का नाम लिखा हुआ है -आप पाँचों रैंडम एक एक चिट बिना देखे उठा लो और उसके बाद मैं आपको आगे का गेम समझाऊंगा
यह कहकर अनुराग से कागज़ की पांच चिटें अपने हथेली पर रखकर सबसे उनमे से एक एक चिट उठाने के लिए कहा
सब लोगों ने एक एक चिट उठा ली और अनुराग के अगले निर्देश की प्रतीक्षा करने लगे
अनुराग : अब सब लोग अपनी अपनी चिटें खोलकर मुझे बताओ कि किसके पास कौन सी चिट है
गौरव : मेरे पास जो चिट है, उसमे ब्रा लिखा है
अमित : मेरे पास जो चिट है, उसमे साड़ी लिखा है
मोहित : मेरे पास जो चिट है, उसमे पेटीकोट लिखा हुआ है
रोहित : मेरे पास जो चिट है, उसमे ब्लाउज़ लिखा हुआ है
पुनीत :मेरे पास जो चिट आयी है, उसमे पैंटी लिखा है
अनुराग : वैरी गुड़ .अब मैं एक एक करके बारी बारी से जिसका भी नाम लूँगा वह अपनी चिट में लिखे हुए कपडे को शिवानी के बदन से अलग करेगा-इसके लिए उसे पूरे पांच मिनट का समय दिया जाएगा -इस पांच मिनट में शिवानी को ज्यादा से ज्यादा ज़लील करते हुए उसके खूबसूरत बदन से खेलते हुए आपको चिट में लिखा हुआ कपडा उतारना है
शेष अगले भाग में...
गौरव : ठीक है डॉक्टर साहब, आप अपना इलाज़ शुरू कीजिये
अनुराग : इस इलाज़ के लिए मुझे कुल पांच लोगों की जरूरत पड़ेगी-आम तौर पर तो हम अपने क्लिनिक के स्टाफ के लड़कों से ही काम चला लेते हैं
गौरव : नहीं...यह मत करो. पुनीत ने मुझे सुबह बताया था की उससे मिलने आज रोहित,मोहित और अमित आये हुये हैं-वे सब एक साथ मिलकर किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं- उन चारों को ही बुला लेते हैं-क्लिनिक के कर्मचारियों से बेहतर तो यही चार दोस्त हैं.
अनुराग : हाँ यह तो है- दोस्तों के बीच बात "सीक्रेट" भी रहेगी -ठीक है मैं उन सब को बुला लेता हूँ
शिवानी एकदम हैरान और परेशान होकर कभी गौरव की तरफ और कभी अनुराग की तरफ देख रही थी-उसे लग रहा था कि क्या अब उसका चीरहरण गौरव के अलावा उसके चारों अनजान दोस्तों के सामने किया जायेगा
शिवानी कहने लगी : यह मुझसे नहीं होगा -इतने सारे लोग मेरे साथ क्या करने वाले हैं ?
गौरव : चुप रह साली ... तुझसे जो कहा जाए चुपचाप करती जा -आज तेरी सारी हेकड़ी निकाल दूंगा
इतनी देर में अनुराग ने चारों दोस्तों को भी कमरे में बुला लिया था और वे सब अपने अपने तने हुए लण्ड पर हाथ फिराते हुए आगे आने वाले घटनाक्रम का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे.
अनुराग : आप सब लोगों को शिवानी के इलाज़ में सहयोग करना है -इन्हे बच्चा नहीं हो रहा है -इनके बच्चा तभी हो सकता है जब इन्हे सामूहिक रूप से मनमाने तरीके से 5-6 लोग एक साथ पेलें और साथ ही इनके साथ ऐसी सेक्स क्रियाएं करें जिनके बारे में इन्होने पहले कभी सोचा भी न हो -ज़ाहिर है कि अकेले इनके पति इनके साथ वह सब कभी नहीं कर पाएंगे जो हम 6 लोग मिलकर करने वाले हैं-इसलिए अगले एक घण्टे तक आप सभी को मेरे निर्देशों के हिसाब से काम करना है
शिवानी : मैं आप लोगों के हाथ जोड़ती हूँ-मुझे इतना ज़लील मत करो प्लीज़
अनुराग : आप अपने आप को जितना ज्यादा ज़लील होता महसूस करेंगी उतना ही आपके लिए बेहतर है- इलाज़ का मतलब ही यह है कि आप अपने आपको ज्यादा से ज्यादा ज़लील होता महसूस कर सकें.-पति के साथ सेक्स में आपको उस ज़लालत का अहसास नहीं हो पाता है-इसलिए आप अभी तक माँ नहीं बन सकी हैं- अब हम आपका पक्का इलाज़ करने के लिए ही यहां इकट्ठे हुए हैं-आप हमारा सहयोग करें-उसमे ही आपकी भलाई है
अनुराग ( सबकी तरफ देखकर बोलता हुआ) : देखिये शिवानी ने इस समय अपने बदन पर 5 कपडे पहने हुए हैं -साड़ी, पेटीकोट,ब्लाउज़, ब्रा और पैंटी -मैंने यह कागज़ की 5 चिटें बना रखी हैं -हर एक चिट पर किसी एक कपडे का नाम लिखा हुआ है -आप पाँचों रैंडम एक एक चिट बिना देखे उठा लो और उसके बाद मैं आपको आगे का गेम समझाऊंगा
यह कहकर अनुराग से कागज़ की पांच चिटें अपने हथेली पर रखकर सबसे उनमे से एक एक चिट उठाने के लिए कहा
सब लोगों ने एक एक चिट उठा ली और अनुराग के अगले निर्देश की प्रतीक्षा करने लगे
अनुराग : अब सब लोग अपनी अपनी चिटें खोलकर मुझे बताओ कि किसके पास कौन सी चिट है
गौरव : मेरे पास जो चिट है, उसमे ब्रा लिखा है
अमित : मेरे पास जो चिट है, उसमे साड़ी लिखा है
मोहित : मेरे पास जो चिट है, उसमे पेटीकोट लिखा हुआ है
रोहित : मेरे पास जो चिट है, उसमे ब्लाउज़ लिखा हुआ है
पुनीत :मेरे पास जो चिट आयी है, उसमे पैंटी लिखा है
अनुराग : वैरी गुड़ .अब मैं एक एक करके बारी बारी से जिसका भी नाम लूँगा वह अपनी चिट में लिखे हुए कपडे को शिवानी के बदन से अलग करेगा-इसके लिए उसे पूरे पांच मिनट का समय दिया जाएगा -इस पांच मिनट में शिवानी को ज्यादा से ज्यादा ज़लील करते हुए उसके खूबसूरत बदन से खेलते हुए आपको चिट में लिखा हुआ कपडा उतारना है
शेष अगले भाग में...
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा