17-03-2022, 02:18 PM
दोस्तो, मैं कविश.. मैं दिखने में गोरा हूँ
मेरी उम्र 23 साल, कद 170 सेंटीमीटर है और मेरे लण्ड का साइज़ 8 इंच लम्बा व गोलाई में 3 इंच मोटा है.. पूरा सीधा लण्ड है.. इसका सुपारा गुलाबी है ।
मैंने एक साल जिम में दिया है.. जिससे थोड़े बहुत मसल्स बन गए हैं और मेरा मर्दाना चौड़ा सीना भी बाहर को फूल गया है।
मैं मूलतः राजस्थान से हूँ.. कुछ महीनों के लिए दिल्ली में हूँ।
आज मैंने सोचा कि क्यों न अपनी कहानी लिखी जाए.. मेरे जीवन में भी बहुत से मौके आए और बहुत से मौकों में चौके भी मारे।
दोस्तो, मैं ‘वन गर्ल मैन’ हुआ करता था.. क्योंकि मेरी गर्लफ्रेण्ड ने ही मुझे सब कुछ सिखाया था। मैं बहुत सीधा टाइप था.. और मैं कभी अपनी हद पार नहीं करता था।
मेरी यह स्टोरी मेरी गर्ल फ्रेंड के बारे में है.. जिसका नाम सुहानी है.. उसका फिगर 36-30-34 का है.. गेहुआं रंग.. हमारे रिश्ते को दो साल हो चुके थे। हमने खूब सेक्स एंजाय किया.. और हमारे बीच बेहद प्यार भी था.. इतना कि उसकी सहेलियाँ मुझको मेरी गर्लफ्रेण्ड के साथ देख कर जलती थीं।
एक दिन हम दोनों ने मूवी देखना का प्लान बनाया और हम ट्राइटन मॉल में मूवी देखने गए। मेरा तो हमेशा से मन रहा है कि लड़की की चुदाई को हर आसन में और हर जगह पर चोदूं.. और तब तक चोदूँ जब तक वो रो न दे।
तो बस मेरे दिमाग़ में खुराफाती ख्याल आने लगे थे..
हम दोनों तय समय में मॉल में पहुँच गए.. हम लोग अपनी सीट्स पर पहुँचे.. कॉर्नर सीट्स ही ली थी लेकिन ऊपर से दूसरी लाइन में सीधे हाथ की कोने की सीट थीं।
हम हॉल में थोड़ा लेट घुसे थे.. तो उस वक्त किसी दूसरी मूवी का ट्रेलर चालू था। फिलहाल हम अपनी सीट पर पहुँचे और बैठ गए। मैंने देखा कि हमारी बगल वाली सीट पर कोई नहीं था और दूसरे कॉर्नर में शायद एक कपल और बैठा था.. हॉल की लाइट्स ऑफ हो गई थीं.. मतलब हॉल में पूरा अंधेरा हो गया था।
मैं सबसे किनारे पर बैठा था।
मैंने एक ढीली सी जीन्स और एक टी-शर्ट और मेरी गर्लफ्रेण्ड ने भी एक ढीली सी जीन्स और ढीला टॉप पहना था.. जिसकी बाहें भी काफी चौड़ी थीं जो कि मेरी मैडम का प्लान था।
हम दोनों मूवी देखने लगे.. करीब आधे घंटे बाद हम दोनों थोड़ा अपनी हरकतें करने लगे.. वो मुझको सहलाने लगी। मेरी कमजोरी है.. मैं उसके सिर्फ स्पर्श करने से ही गर्म हो जाता हूँ.. उसका स्पर्श ही इतना ख़ास था कि कुछ मिनटों में मेरे लण्ड महाराज गर्म होकर हरकतें करने लग गए और मेरी जीन्स में अकड़ने लगे।
अब उसने अपना एक हाथ मेरी टी-शर्ट के किनारे से डाला.. और मेरे सीने पर उंगलियां फेरने लगी।
मेरे सीने में बाल है.. जो उसको बहुत पसंद हैं।
धीरे-धीरे वो मेरे सीने के निप्पल्स को सहलाने लगी.. जिससे मैं गर्म हो गया.. और मेरा लण्ड फनफनाने लगा।
अब उसने देर न करते हुए.. अपना वही हाथ मेरी जीन्स के अन्दर डालना शुरू कर दिया। मैंने पहले से ही अपनी बेल्ट ढीली कर ली थी.. और वो मेरे लण्ड के अगले भाग को अपने अंगूठे से मेरी चड्डी के ऊपर से ही दबाने लगी.. जिससे मैं पगला सा गया।
अब उसने मेरी ‘अमूल माचो’ की चड्डी के बीच से मेरा मजबूत.. लम्बा.. सख्त.. मोटा-तगड़ा लण्ड जीन्स के अन्दर ही.. लेकिन चड्डी के बीच के छेद से बाहर निकाल लिया और धीरे-धीरे उसे मसलने लगी।
अब मैंने भी कंट्रोल छोड़ दिया.. और उसको बेतहाशा स्मूच करने लगा.. उसके रस भरे होंठों को चूस रहा था.. और अपने एक हाथ को उसके टॉप के नीचे से डाल दिया। उसने अपने ऊपर बैग रख लिया था.. जिससे कोई देखे तो भी किसी किस्म का शक न हो।
मैं उसकी समीज के अन्दर से.. उसके ब्रा के ऊपर से ही उसके निप्पल्स को उंगली से कसकर मसलने लगा.. जिससे उसने स्मूच छोड़ कर सांस लेने के लिए होंठ अलग किए.. और तुरंत ही मैंने फिर से उसके होंठों को गप्प से अन्दर कर लिया.. और मैं उसके होंठों की खूब चुसाई करने लगा।
फिर मैंने हाथ पीछे ले जाकर उसकी ब्रा खोल दी.. अपने एक ही हाथ से.. जिसमें मैं बहुत एक्सपर्ट हूँ।
ब्रा खुलते ही उसके भारी मम्मे जो 36 भी साइज़ के हैं.. बाहर को आ गए। मैंने तुरंत ही उसकी ब्रा के अन्दर हाथ डाल दिया और उसके निप्पल्स को रगड़ने और मसलने लगा।
अब मैंने उसका टॉप ऊपर करके उसके दायें मम्मे को हल्का बाहर निकाला.. उसके चूचुक को खूब चूसा.. लेकिन उस पोजीशन में अधिक चुसाई नहीं हो पाई.. पर वो बहुत ज्यादा गरम हो गई और उसने मस्ती में अपनी आँखें बंद कर लीं। इसी के साथ उसने मेरे लण्ड पर अपनी पकड़ और मजबूत कर ली और मेरे लौड़े को आगे-पीछे करने लगी। इससे मेरे लण्ड में भी नसें फटने को हो गईं।
मेरी उम्र 23 साल, कद 170 सेंटीमीटर है और मेरे लण्ड का साइज़ 8 इंच लम्बा व गोलाई में 3 इंच मोटा है.. पूरा सीधा लण्ड है.. इसका सुपारा गुलाबी है ।
मैंने एक साल जिम में दिया है.. जिससे थोड़े बहुत मसल्स बन गए हैं और मेरा मर्दाना चौड़ा सीना भी बाहर को फूल गया है।
मैं मूलतः राजस्थान से हूँ.. कुछ महीनों के लिए दिल्ली में हूँ।
आज मैंने सोचा कि क्यों न अपनी कहानी लिखी जाए.. मेरे जीवन में भी बहुत से मौके आए और बहुत से मौकों में चौके भी मारे।
दोस्तो, मैं ‘वन गर्ल मैन’ हुआ करता था.. क्योंकि मेरी गर्लफ्रेण्ड ने ही मुझे सब कुछ सिखाया था। मैं बहुत सीधा टाइप था.. और मैं कभी अपनी हद पार नहीं करता था।
मेरी यह स्टोरी मेरी गर्ल फ्रेंड के बारे में है.. जिसका नाम सुहानी है.. उसका फिगर 36-30-34 का है.. गेहुआं रंग.. हमारे रिश्ते को दो साल हो चुके थे। हमने खूब सेक्स एंजाय किया.. और हमारे बीच बेहद प्यार भी था.. इतना कि उसकी सहेलियाँ मुझको मेरी गर्लफ्रेण्ड के साथ देख कर जलती थीं।
एक दिन हम दोनों ने मूवी देखना का प्लान बनाया और हम ट्राइटन मॉल में मूवी देखने गए। मेरा तो हमेशा से मन रहा है कि लड़की की चुदाई को हर आसन में और हर जगह पर चोदूं.. और तब तक चोदूँ जब तक वो रो न दे।
तो बस मेरे दिमाग़ में खुराफाती ख्याल आने लगे थे..
हम दोनों तय समय में मॉल में पहुँच गए.. हम लोग अपनी सीट्स पर पहुँचे.. कॉर्नर सीट्स ही ली थी लेकिन ऊपर से दूसरी लाइन में सीधे हाथ की कोने की सीट थीं।
हम हॉल में थोड़ा लेट घुसे थे.. तो उस वक्त किसी दूसरी मूवी का ट्रेलर चालू था। फिलहाल हम अपनी सीट पर पहुँचे और बैठ गए। मैंने देखा कि हमारी बगल वाली सीट पर कोई नहीं था और दूसरे कॉर्नर में शायद एक कपल और बैठा था.. हॉल की लाइट्स ऑफ हो गई थीं.. मतलब हॉल में पूरा अंधेरा हो गया था।
मैं सबसे किनारे पर बैठा था।
मैंने एक ढीली सी जीन्स और एक टी-शर्ट और मेरी गर्लफ्रेण्ड ने भी एक ढीली सी जीन्स और ढीला टॉप पहना था.. जिसकी बाहें भी काफी चौड़ी थीं जो कि मेरी मैडम का प्लान था।
हम दोनों मूवी देखने लगे.. करीब आधे घंटे बाद हम दोनों थोड़ा अपनी हरकतें करने लगे.. वो मुझको सहलाने लगी। मेरी कमजोरी है.. मैं उसके सिर्फ स्पर्श करने से ही गर्म हो जाता हूँ.. उसका स्पर्श ही इतना ख़ास था कि कुछ मिनटों में मेरे लण्ड महाराज गर्म होकर हरकतें करने लग गए और मेरी जीन्स में अकड़ने लगे।
अब उसने अपना एक हाथ मेरी टी-शर्ट के किनारे से डाला.. और मेरे सीने पर उंगलियां फेरने लगी।
मेरे सीने में बाल है.. जो उसको बहुत पसंद हैं।
धीरे-धीरे वो मेरे सीने के निप्पल्स को सहलाने लगी.. जिससे मैं गर्म हो गया.. और मेरा लण्ड फनफनाने लगा।
अब उसने देर न करते हुए.. अपना वही हाथ मेरी जीन्स के अन्दर डालना शुरू कर दिया। मैंने पहले से ही अपनी बेल्ट ढीली कर ली थी.. और वो मेरे लण्ड के अगले भाग को अपने अंगूठे से मेरी चड्डी के ऊपर से ही दबाने लगी.. जिससे मैं पगला सा गया।
अब उसने मेरी ‘अमूल माचो’ की चड्डी के बीच से मेरा मजबूत.. लम्बा.. सख्त.. मोटा-तगड़ा लण्ड जीन्स के अन्दर ही.. लेकिन चड्डी के बीच के छेद से बाहर निकाल लिया और धीरे-धीरे उसे मसलने लगी।
अब मैंने भी कंट्रोल छोड़ दिया.. और उसको बेतहाशा स्मूच करने लगा.. उसके रस भरे होंठों को चूस रहा था.. और अपने एक हाथ को उसके टॉप के नीचे से डाल दिया। उसने अपने ऊपर बैग रख लिया था.. जिससे कोई देखे तो भी किसी किस्म का शक न हो।
मैं उसकी समीज के अन्दर से.. उसके ब्रा के ऊपर से ही उसके निप्पल्स को उंगली से कसकर मसलने लगा.. जिससे उसने स्मूच छोड़ कर सांस लेने के लिए होंठ अलग किए.. और तुरंत ही मैंने फिर से उसके होंठों को गप्प से अन्दर कर लिया.. और मैं उसके होंठों की खूब चुसाई करने लगा।
फिर मैंने हाथ पीछे ले जाकर उसकी ब्रा खोल दी.. अपने एक ही हाथ से.. जिसमें मैं बहुत एक्सपर्ट हूँ।
ब्रा खुलते ही उसके भारी मम्मे जो 36 भी साइज़ के हैं.. बाहर को आ गए। मैंने तुरंत ही उसकी ब्रा के अन्दर हाथ डाल दिया और उसके निप्पल्स को रगड़ने और मसलने लगा।
अब मैंने उसका टॉप ऊपर करके उसके दायें मम्मे को हल्का बाहर निकाला.. उसके चूचुक को खूब चूसा.. लेकिन उस पोजीशन में अधिक चुसाई नहीं हो पाई.. पर वो बहुत ज्यादा गरम हो गई और उसने मस्ती में अपनी आँखें बंद कर लीं। इसी के साथ उसने मेरे लण्ड पर अपनी पकड़ और मजबूत कर ली और मेरे लौड़े को आगे-पीछे करने लगी। इससे मेरे लण्ड में भी नसें फटने को हो गईं।