16-03-2022, 03:32 PM
(This post was last modified: 16-03-2022, 04:17 PM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
PART-7
गौरव तो अब पूरी मस्ती में था. उसकी जींस के अंदर उसका लंड एकदम तनकर खड़ा हो गया था. अपने लण्ड पर हाथ फिराता हुआ वह कुर्सी से उठकर खड़ा हो गया और सामने खड़ी शिवानी की तरफ जाने लगा.
शिवानी अभी भी गिड़गिड़ा रही थी : मुझे नंगा मत करो प्लीज़...
गौरव ने एक झटके में ही शिवानी की साड़ी के पल्लू को पकड़कर खींचा और उसकी साड़ी को उसके बदन से अलग कर दिया
इसके बाद गौरव शिवानी के पीछे जाकर उसके नितम्बों और पीठ से सटकर खड़ा हो गया और अपने दोनों हाथों से ब्लॉउज में बंद उसके मम्मों को दबाने लगा. गौरव की जींस के अंदर खड़ा लण्ड शिवानी के सुडौल नितम्बों में धंसा जा रहा था
सामने बैठा अनुराग अपनी आँखों पर यकीन ही नहीं कर पा रहा था. ब्लॉउज और पेटीकोट में शिवानी का बदन बेहद सेक्सी लग रहा था और उसकी फिगर एकदम मस्त और लाजबाब लग रही थी. अब तक गौरव ने उसकी ब्लाउज़ और ब्रा को उतार फेंका था और उसके हाथ उसके पेटीकोट के नाड़े तक पहुँच गए थे. कुछ ही देर में शिवानी का पेटीकोट और उसकी पैंटी भी उसके बदन से अलग हो चुकी थी और वह एकदम निर्वस्त्र अवस्था में गौरव की गिरफ्त में कसमसा रही थी.
शिवानी को पूरी तरह से नंगा करने के बाद जब गौरव वापस अपनी कुर्सी की तरफ आने लगा तो अनुराग ने उसे रोक दिया : आप वहीं पर रहिये,आपका असली काम तो अब शुरू होगा. दरअसल अब हम मेडिकल प्रोसीजर के हिसाब से यह जांचने की कोशिश करेंगे कि अलग अलग हालातों में इनके बदन पर क्या प्रतिक्रिया होती है और यह पुरुष द्वारा की गयी किसी भी क्रिया से उत्तेजना महसूस करती भी हैं या नहीं. कभी कभी ऐसा भी होता है कि लडकियां लेस्बियन ( समलैंगिक) होती हैं और उन पर पुरुष द्वारा किये गए सेक्स का कोई असर ही नहीं होता है और ऐसी हालत में वे बच्चे पैदा कर सकेंगी, यह सोचना भी मूर्खता ही होगी.
गौरव दुबारा से शिवानी के पास चला गया और अनुराग की तरफ देखने लगा
अनुराग ( गौरव से) : आप पहले की तरह इनके बदन के पीछे जाकर इनसे सटकर खड़े हो जाओ और अपने दोनों हाथों से इनके मम्मों को सहलाना शुरू करो.
गौरव तो यही चाहता था. शिवानी अपने दोनों हाथों से अपने मम्मे और अपने योनि प्रदेश को छिपाने का प्रयास कर रही थी लेकिन गौरव ने उसके नितम्बों पर जोर की चपत लगाते हुए कहा : हाथ ऊपर उठाकर खड़ी रहो और मेडिकल चेक अप में डॉक्टर साहब का सहयोग करो.
शर्म और ज़लालत से शिवानी का चेहरा एकदम लाल हो रहा था -अनजान डॉक्टर अनुराग के सामने वह एकदम निर्वस्त्र अवस्था में खड़ी हुई थी और उसका देवर गौरव उसके बदन से चिपककर उसके सीने की गोलाइओं को मसल रहा था
अनुराग भी मस्ती में था. अपने लण्ड पर हाथ फिराते हुए वह शिवानी की तरफ देखते हुए बोला : लौंडिया तो चिकनी है और एकदम मस्त माल है- इसके बच्चा क्यों नहीं हो रहा है, यह अपने आप में एक जांच का विषय है. तुम लोगों ने ठीक ही किया है जो इसे सही समय पर मेरे पास ले आये अब मैं इसकी ठीक से जांच करवाकर ही वापस भेजूंगा.
कुछ देर तक अनुराग जब शिवानी के मम्मों को मसल चुका तो अनुराग उससे बोला : अब ऐसा करो कि इसके बदन पर अलग अलग हिस्सों में कम से कम 25 बार किस करो
गौरव ने तड़ातड़ शिवानी के बदन पर एक के बाद एक चुम्बनों की बौछार सी लगा दी. उसके चेहरे, होंठों, उरोजों, चिकने पेट, नाभि प्रदेश और केले जैसी चिकनी जांघों को गौरव ने जी भरकर अपने चुम्बनों की बौछार से भिगो दिया.
अनुराग की अपनी हालत भी काफी ख़राब हो रही थी और उसका लण्ड भी बेकाबू होता जा रहा था लेकिन उसे अपनी जांच अभी जारी रखनी थी.
अनुराग ने अब गौरव से कहा : इस चिकनी लौंडिया को मेरे नज़दीक लेकर आओ
गौरव शिवानी के बदन से चिपके चिपके ही उसे धकेलते हुए अनुराग के एकदम नज़दीक लेकर आ गया -उसके हाथ अभी भी उसके मस्त मम्मों पर फिसल फिसल कर उसकी गोलाइओं को नाप रहे थे.
अनुराग ( शिवानी से ) : चल अपनी टाँगे खोल
शिवानी ने शर्म से अपनी ऑंखें अब बंद कर लीं थीं-उसके अपनी टाँगे खोल दीं
अनुराग ने अपने हाथ को उसके चिकने योनि प्रदेश पर सहलाना शुरू कर दिया और हँसते हुए कहने लगा : साली रंडी एकदम सेक्स बम है -भैया की ही गलती है जो इसे अभी तक माँ नहीं बना पाए-इतनी मस्त लौंडिया को तो कोई नामर्द भी छू ले तो इसे गर्भवती हो जाना चाहिए.
शिवानी ने जैसे ही अपनी टाँगे खोलीं, वैसे ही गौरव ने मौका देखकर अपनी जींस के अंदर से अपना खड़ा लण्ड बाहर निकाला और उसके दोनों नितम्बों में बीच घुसेड़ दिया
अनुराग गौरव से बोला : इसकी गांड मारते मारते अपनी एक उंगली इसके मुंह में डाल दो और उसे चुसवाओ
गौरव इस समय पूरी उत्तेजना में था. वह अपने हाथ को शिवानी के मुंह तक ले गया और अपनी उंगली को उसके होंठों के बीच में डालते हुए कडककर बोला : चूस इसे
अब अनुराग शिवानी से बोला : इस उंगली को चूसते समय यह समझकर चूस कि तू यह उंगली नहीं, मेरा लण्ड चूस रही है
शिवानी इस समय एक कैदी की तरह एकदम बेबस और लाचार खड़ी हुई थी. उसके दोनों हाथ ऊपर थे. उसके मुंह में गौरव की उंगली और पिछवाड़े में उसका लण्ड घुसा हुआ था. उसके आगे के पूरे नंगे बदन पर डॉक्टर अनुराग तबियत से दबा सहला कर अपना मन बहला रहा था
शेष अगले भाग में
गौरव तो अब पूरी मस्ती में था. उसकी जींस के अंदर उसका लंड एकदम तनकर खड़ा हो गया था. अपने लण्ड पर हाथ फिराता हुआ वह कुर्सी से उठकर खड़ा हो गया और सामने खड़ी शिवानी की तरफ जाने लगा.
शिवानी अभी भी गिड़गिड़ा रही थी : मुझे नंगा मत करो प्लीज़...
गौरव ने एक झटके में ही शिवानी की साड़ी के पल्लू को पकड़कर खींचा और उसकी साड़ी को उसके बदन से अलग कर दिया
इसके बाद गौरव शिवानी के पीछे जाकर उसके नितम्बों और पीठ से सटकर खड़ा हो गया और अपने दोनों हाथों से ब्लॉउज में बंद उसके मम्मों को दबाने लगा. गौरव की जींस के अंदर खड़ा लण्ड शिवानी के सुडौल नितम्बों में धंसा जा रहा था
सामने बैठा अनुराग अपनी आँखों पर यकीन ही नहीं कर पा रहा था. ब्लॉउज और पेटीकोट में शिवानी का बदन बेहद सेक्सी लग रहा था और उसकी फिगर एकदम मस्त और लाजबाब लग रही थी. अब तक गौरव ने उसकी ब्लाउज़ और ब्रा को उतार फेंका था और उसके हाथ उसके पेटीकोट के नाड़े तक पहुँच गए थे. कुछ ही देर में शिवानी का पेटीकोट और उसकी पैंटी भी उसके बदन से अलग हो चुकी थी और वह एकदम निर्वस्त्र अवस्था में गौरव की गिरफ्त में कसमसा रही थी.
शिवानी को पूरी तरह से नंगा करने के बाद जब गौरव वापस अपनी कुर्सी की तरफ आने लगा तो अनुराग ने उसे रोक दिया : आप वहीं पर रहिये,आपका असली काम तो अब शुरू होगा. दरअसल अब हम मेडिकल प्रोसीजर के हिसाब से यह जांचने की कोशिश करेंगे कि अलग अलग हालातों में इनके बदन पर क्या प्रतिक्रिया होती है और यह पुरुष द्वारा की गयी किसी भी क्रिया से उत्तेजना महसूस करती भी हैं या नहीं. कभी कभी ऐसा भी होता है कि लडकियां लेस्बियन ( समलैंगिक) होती हैं और उन पर पुरुष द्वारा किये गए सेक्स का कोई असर ही नहीं होता है और ऐसी हालत में वे बच्चे पैदा कर सकेंगी, यह सोचना भी मूर्खता ही होगी.
गौरव दुबारा से शिवानी के पास चला गया और अनुराग की तरफ देखने लगा
अनुराग ( गौरव से) : आप पहले की तरह इनके बदन के पीछे जाकर इनसे सटकर खड़े हो जाओ और अपने दोनों हाथों से इनके मम्मों को सहलाना शुरू करो.
गौरव तो यही चाहता था. शिवानी अपने दोनों हाथों से अपने मम्मे और अपने योनि प्रदेश को छिपाने का प्रयास कर रही थी लेकिन गौरव ने उसके नितम्बों पर जोर की चपत लगाते हुए कहा : हाथ ऊपर उठाकर खड़ी रहो और मेडिकल चेक अप में डॉक्टर साहब का सहयोग करो.
शर्म और ज़लालत से शिवानी का चेहरा एकदम लाल हो रहा था -अनजान डॉक्टर अनुराग के सामने वह एकदम निर्वस्त्र अवस्था में खड़ी हुई थी और उसका देवर गौरव उसके बदन से चिपककर उसके सीने की गोलाइओं को मसल रहा था
अनुराग भी मस्ती में था. अपने लण्ड पर हाथ फिराते हुए वह शिवानी की तरफ देखते हुए बोला : लौंडिया तो चिकनी है और एकदम मस्त माल है- इसके बच्चा क्यों नहीं हो रहा है, यह अपने आप में एक जांच का विषय है. तुम लोगों ने ठीक ही किया है जो इसे सही समय पर मेरे पास ले आये अब मैं इसकी ठीक से जांच करवाकर ही वापस भेजूंगा.
कुछ देर तक अनुराग जब शिवानी के मम्मों को मसल चुका तो अनुराग उससे बोला : अब ऐसा करो कि इसके बदन पर अलग अलग हिस्सों में कम से कम 25 बार किस करो
गौरव ने तड़ातड़ शिवानी के बदन पर एक के बाद एक चुम्बनों की बौछार सी लगा दी. उसके चेहरे, होंठों, उरोजों, चिकने पेट, नाभि प्रदेश और केले जैसी चिकनी जांघों को गौरव ने जी भरकर अपने चुम्बनों की बौछार से भिगो दिया.
अनुराग की अपनी हालत भी काफी ख़राब हो रही थी और उसका लण्ड भी बेकाबू होता जा रहा था लेकिन उसे अपनी जांच अभी जारी रखनी थी.
अनुराग ने अब गौरव से कहा : इस चिकनी लौंडिया को मेरे नज़दीक लेकर आओ
गौरव शिवानी के बदन से चिपके चिपके ही उसे धकेलते हुए अनुराग के एकदम नज़दीक लेकर आ गया -उसके हाथ अभी भी उसके मस्त मम्मों पर फिसल फिसल कर उसकी गोलाइओं को नाप रहे थे.
अनुराग ( शिवानी से ) : चल अपनी टाँगे खोल
शिवानी ने शर्म से अपनी ऑंखें अब बंद कर लीं थीं-उसके अपनी टाँगे खोल दीं
अनुराग ने अपने हाथ को उसके चिकने योनि प्रदेश पर सहलाना शुरू कर दिया और हँसते हुए कहने लगा : साली रंडी एकदम सेक्स बम है -भैया की ही गलती है जो इसे अभी तक माँ नहीं बना पाए-इतनी मस्त लौंडिया को तो कोई नामर्द भी छू ले तो इसे गर्भवती हो जाना चाहिए.
शिवानी ने जैसे ही अपनी टाँगे खोलीं, वैसे ही गौरव ने मौका देखकर अपनी जींस के अंदर से अपना खड़ा लण्ड बाहर निकाला और उसके दोनों नितम्बों में बीच घुसेड़ दिया
अनुराग गौरव से बोला : इसकी गांड मारते मारते अपनी एक उंगली इसके मुंह में डाल दो और उसे चुसवाओ
गौरव इस समय पूरी उत्तेजना में था. वह अपने हाथ को शिवानी के मुंह तक ले गया और अपनी उंगली को उसके होंठों के बीच में डालते हुए कडककर बोला : चूस इसे
अब अनुराग शिवानी से बोला : इस उंगली को चूसते समय यह समझकर चूस कि तू यह उंगली नहीं, मेरा लण्ड चूस रही है
शिवानी इस समय एक कैदी की तरह एकदम बेबस और लाचार खड़ी हुई थी. उसके दोनों हाथ ऊपर थे. उसके मुंह में गौरव की उंगली और पिछवाड़े में उसका लण्ड घुसा हुआ था. उसके आगे के पूरे नंगे बदन पर डॉक्टर अनुराग तबियत से दबा सहला कर अपना मन बहला रहा था
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा