16-03-2022, 02:18 PM
जैसा की आप लेख में समझ ही गये होंगें महिलाओं के साथ दुराचार करने वाले को मैं पुरुष नहीं अपितु राक्षस मानती हूँ…
तो अब मैं आपको अपने पेशे में हुए कुछ तजुरबों के बारे में बताना चाहूँगी।
अक्सर मेरे पास ऐसी महिलाएँ आती है जो मुझसे यह कहती हैं कि उन्हें अपने पति या साथी के साथ यौन सुख नहीं मिलता। कारण पता चलता है बस रोज़ वही चीज़ होती है, जिससे वह अब उब गईं हैं।
सच कहूँ तो मैं भी उनसे सहमत हूँ और इसीलिए आपको कुछ बताना चाहती हूँ।
क्या आपने कभी सोचा लेखक “*******88” पर अपनी कहानियाँ क्यूँ प्रकाशित करते हैं। मैं बताती हूँ कारण अनेक हो सकते हैं पर कहीं ना कहीं एक कारण यह है कि क्यूंकी वह आपसे वो शेयर करना चाहते हैं जो आम जीवन में किसी से नहीं कर पाते।
आपने अक्सर कहानियों में पढ़ा होगा लेखक लिखते हैं – फाड़ दे मेरी चूत, बना दे मेरी चूत का भोसड़ा!!
तो अब मैं आपको अपने पेशे में हुए कुछ तजुरबों के बारे में बताना चाहूँगी।
अक्सर मेरे पास ऐसी महिलाएँ आती है जो मुझसे यह कहती हैं कि उन्हें अपने पति या साथी के साथ यौन सुख नहीं मिलता। कारण पता चलता है बस रोज़ वही चीज़ होती है, जिससे वह अब उब गईं हैं।
सच कहूँ तो मैं भी उनसे सहमत हूँ और इसीलिए आपको कुछ बताना चाहती हूँ।
क्या आपने कभी सोचा लेखक “*******88” पर अपनी कहानियाँ क्यूँ प्रकाशित करते हैं। मैं बताती हूँ कारण अनेक हो सकते हैं पर कहीं ना कहीं एक कारण यह है कि क्यूंकी वह आपसे वो शेयर करना चाहते हैं जो आम जीवन में किसी से नहीं कर पाते।
आपने अक्सर कहानियों में पढ़ा होगा लेखक लिखते हैं – फाड़ दे मेरी चूत, बना दे मेरी चूत का भोसड़ा!!
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.