16-03-2022, 01:11 PM
(This post was last modified: 16-03-2022, 01:12 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मैं बड़ी वडी नही हूँ. मैं तुम्हारे बराबर हूँ बस? समझी मेरी देवरानी?
आप सबको अपने जैसा ही समझती है? आपके अन्दर बिलकुल भी ईगो नहीं है दीदी.
दीदी की माँ का भोषडा, दीदी की बहन की चूत, दीदी की बिटिया की बुर? मुझे दीदी मत कहो, यार?
तो फिर क्या कहूं? बताओ न प्लीज?
मुझे सिर्फ शीबा कहो?
मैं आपसे छोटी हूँ. मैं आपको केवल शीबा कैसे ले सकती हूँ?
तो फिर भोषड़ी वाली शीबा कहो, बहन चोद, मादर चोद शीबा कहो, माँ की लौड़ी शीबा कहो? समझी मेरी बुर चोदी देवरानी?
हां समझ गयी मेरी हरामजादी शीबा?
वह बहुत खुश हो गयी. उस दिन से हम दोनों आपस में गाली दे कर बातें करने लगी. हमारे बीच की शर्म ख़तम हो गयी. अब पहले से ज्यादा आज़ाद हो गयीं?
शाम को वे दोनों आ गए. जेठानी ने मुझे दोनों से मिलवाया और कहा शमा ये दोनों मेरे शौहर के दोस्त है. दुबई में रहते है. कुछ दिन के लिए यहाँ आये है. इनके नाम है सफी और रफ़ी? मैं खुश हो गयी. मुझे मालूम तो सब था ही. बस हम सब लोग शराब पीने लगे. एक पैग जब ख़तम हो गया.
जेठानी बोली :- शमा मैं बहन चोद तुम्हे एक चीज देना चाहती हूँ. लेकिन उसे तुम्हे आँखे बंद करके अपने दोनों हाथ फैलाकर लेना पड़ेगा?
मैंने हाथ फैला दिए. थोड़ी देर में वह बोली हां शमा अब आँखे खोलो? मैंने जब आँखे खोली तो मेरे दोनों हाथ में एक एक खड़ा लण्ड? मैं दो दो लण्ड देख कर हैरान हो गयी.
मैंने कहा :- अरी भोषड़ी की शीबा ये दो लण्ड कहाँ से ले आयी तू? वह बोली :-
तुम्हे आम खाने से मतलब की पेंड गिनने से? तुम्हे चुदाने से मतलब की लण्ड के खानदान से?
हाय, इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड से चुदाऊँगी मैं? मेरी तो बुर थिरकने लगी है यार? तुम कितनी अच्छी हो मेरी छिनार शीबा?
अरे यार अब तुम लण्ड चारों तरफ से देख कर बताओ की ये तुम्हे पसंद है की नहीं?
अरे बड़े मस्त है दोनों लौड़े? मुझे तो बहुत बड़ी नियामत मिल गयी?
आप सबको अपने जैसा ही समझती है? आपके अन्दर बिलकुल भी ईगो नहीं है दीदी.
दीदी की माँ का भोषडा, दीदी की बहन की चूत, दीदी की बिटिया की बुर? मुझे दीदी मत कहो, यार?
तो फिर क्या कहूं? बताओ न प्लीज?
मुझे सिर्फ शीबा कहो?
मैं आपसे छोटी हूँ. मैं आपको केवल शीबा कैसे ले सकती हूँ?
तो फिर भोषड़ी वाली शीबा कहो, बहन चोद, मादर चोद शीबा कहो, माँ की लौड़ी शीबा कहो? समझी मेरी बुर चोदी देवरानी?
हां समझ गयी मेरी हरामजादी शीबा?
वह बहुत खुश हो गयी. उस दिन से हम दोनों आपस में गाली दे कर बातें करने लगी. हमारे बीच की शर्म ख़तम हो गयी. अब पहले से ज्यादा आज़ाद हो गयीं?
शाम को वे दोनों आ गए. जेठानी ने मुझे दोनों से मिलवाया और कहा शमा ये दोनों मेरे शौहर के दोस्त है. दुबई में रहते है. कुछ दिन के लिए यहाँ आये है. इनके नाम है सफी और रफ़ी? मैं खुश हो गयी. मुझे मालूम तो सब था ही. बस हम सब लोग शराब पीने लगे. एक पैग जब ख़तम हो गया.
जेठानी बोली :- शमा मैं बहन चोद तुम्हे एक चीज देना चाहती हूँ. लेकिन उसे तुम्हे आँखे बंद करके अपने दोनों हाथ फैलाकर लेना पड़ेगा?
मैंने हाथ फैला दिए. थोड़ी देर में वह बोली हां शमा अब आँखे खोलो? मैंने जब आँखे खोली तो मेरे दोनों हाथ में एक एक खड़ा लण्ड? मैं दो दो लण्ड देख कर हैरान हो गयी.
मैंने कहा :- अरी भोषड़ी की शीबा ये दो लण्ड कहाँ से ले आयी तू? वह बोली :-
तुम्हे आम खाने से मतलब की पेंड गिनने से? तुम्हे चुदाने से मतलब की लण्ड के खानदान से?
हाय, इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड से चुदाऊँगी मैं? मेरी तो बुर थिरकने लगी है यार? तुम कितनी अच्छी हो मेरी छिनार शीबा?
अरे यार अब तुम लण्ड चारों तरफ से देख कर बताओ की ये तुम्हे पसंद है की नहीं?
अरे बड़े मस्त है दोनों लौड़े? मुझे तो बहुत बड़ी नियामत मिल गयी?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
