15-03-2022, 03:12 PM
मैंने कहा- अब ये आपका ही लंड है दीदी … जितना मर्जी खेल लो.
फिर आशिमा दीदी ने मेरे लंड को मुँह में ले लिया और चूसने लगीं.
ब्लोजॉब सेक्स यानि लंड चुसवाने में भी क्या मजा था. ये मेरा पहला मौका था … जब कोई औरत मेरा लंड चूस रही थी.
इससे पहले मैंने कोई चुदाई नहीं की थी. मेरे लंड की तो अभी तक नथ भी नहीं खुली थी.
मुझे लंड चुसवाते समय ऐसा लग रहा था कि मैं जन्नत में सैर कर रहा हूँ.
फिर आशिमा दीदी ने वापिस लंड को मुँह से बाहर निकाला और लंड के चीरे पर अपनी जीभ लगा दी.
मेरी मादकता में मस्त आह निकल गई.
फिर आशिमा दीदी ने मेरे लंड को मुँह में ले लिया और चूसने लगीं.
ब्लोजॉब सेक्स यानि लंड चुसवाने में भी क्या मजा था. ये मेरा पहला मौका था … जब कोई औरत मेरा लंड चूस रही थी.
इससे पहले मैंने कोई चुदाई नहीं की थी. मेरे लंड की तो अभी तक नथ भी नहीं खुली थी.
मुझे लंड चुसवाते समय ऐसा लग रहा था कि मैं जन्नत में सैर कर रहा हूँ.
फिर आशिमा दीदी ने वापिस लंड को मुँह से बाहर निकाला और लंड के चीरे पर अपनी जीभ लगा दी.
मेरी मादकता में मस्त आह निकल गई.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.