09-03-2022, 01:14 PM
जब मैं दीदी को याद करके अपना लंड हिला रहा था, तभी दीदी का कॉल आ गया.
उन्होंने मुझसे बात करनी शुरू कर दी- और सुना क्या कर रहा है?
मैंने कहा- आपकी लिंक खोल कर देख रहा हूँ.
दीदी- मेरी खोल कर देख रहा है या कहानी की लिंक खोल कर देख रहा है?
ये कह कर दीदी फिर से जोर जोर से हंसने लगीं.
मैंने कहा- खोली तो सेक्स कहानी की लिंक ही थी, मगर उसमें भाई बहन की खोलकर देख रहा हूँ.
दीदी बोलीं- देख रहा है या हिला रहा है.
मैं भी खुल गया और कह दिया- हां यार दीदी बड़ी सेक्सी कहानी है, मुझसे तो रहा नहीं गया.
दीदी बोलीं- अच्छा मतलब हिला चुका है?
मैंने कहा- नहीं अभी हिला ही रहा था कि आपका फोन आ गया.
वो बोलीं- ओ हो मैंने डिस्टर्ब कर दिया है क्या?
मैंने कहा- अरे यार दीदी आपने डिस्टर्ब नहीं किया बल्कि आपने तो और ज्यादा मजा दे दिया.
वो बोलीं- मैंने मजा दे दिया … भला वो कैसे?
मैंने कहा- आप इतनी अच्छी हो कि मुझसे इतना खुल कर बात कर लेती हो.
दीदी बोलीं- तू कहे तो मैं फोन पर ही तेरा हिला दूँ?
मैं उनकी बात सुनकर मस्त हो गया.
मगर मैंने तब भी उनसे कहा- आप मेरी दीदी हैं, इस बात का मुझे ख्याल नहीं चाहिए क्या?
वो बोलीं- हां ये तो है … मगर इसका एक रास्ता है मेरे पास!
मैंने कहा- क्या रास्ता है दीदी.
दीदी- अपन दोनों अपने बहन भाई के रिश्ते अलग रखेंगे और सेक्स वाले रिश्ते अलग रखेंगे.
मैं इस बात पर अपनी बहन के साथ राजी हो गया.
धीरे धीरे उनको मेरी बातों में इंटरेस्ट आने लगा.
मैंने उनकी केयर करना शुरू कर दिया.
अब हमारी बातें प्यार और सेक्स भरी बातों में बदलने लगीं.
उन्होंने मुझसे बात करनी शुरू कर दी- और सुना क्या कर रहा है?
मैंने कहा- आपकी लिंक खोल कर देख रहा हूँ.
दीदी- मेरी खोल कर देख रहा है या कहानी की लिंक खोल कर देख रहा है?
ये कह कर दीदी फिर से जोर जोर से हंसने लगीं.
मैंने कहा- खोली तो सेक्स कहानी की लिंक ही थी, मगर उसमें भाई बहन की खोलकर देख रहा हूँ.
दीदी बोलीं- देख रहा है या हिला रहा है.
मैं भी खुल गया और कह दिया- हां यार दीदी बड़ी सेक्सी कहानी है, मुझसे तो रहा नहीं गया.
दीदी बोलीं- अच्छा मतलब हिला चुका है?
मैंने कहा- नहीं अभी हिला ही रहा था कि आपका फोन आ गया.
वो बोलीं- ओ हो मैंने डिस्टर्ब कर दिया है क्या?
मैंने कहा- अरे यार दीदी आपने डिस्टर्ब नहीं किया बल्कि आपने तो और ज्यादा मजा दे दिया.
वो बोलीं- मैंने मजा दे दिया … भला वो कैसे?
मैंने कहा- आप इतनी अच्छी हो कि मुझसे इतना खुल कर बात कर लेती हो.
दीदी बोलीं- तू कहे तो मैं फोन पर ही तेरा हिला दूँ?
मैं उनकी बात सुनकर मस्त हो गया.
मगर मैंने तब भी उनसे कहा- आप मेरी दीदी हैं, इस बात का मुझे ख्याल नहीं चाहिए क्या?
वो बोलीं- हां ये तो है … मगर इसका एक रास्ता है मेरे पास!
मैंने कहा- क्या रास्ता है दीदी.
दीदी- अपन दोनों अपने बहन भाई के रिश्ते अलग रखेंगे और सेक्स वाले रिश्ते अलग रखेंगे.
मैं इस बात पर अपनी बहन के साथ राजी हो गया.
धीरे धीरे उनको मेरी बातों में इंटरेस्ट आने लगा.
मैंने उनकी केयर करना शुरू कर दिया.
अब हमारी बातें प्यार और सेक्स भरी बातों में बदलने लगीं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
![thanks thanks](https://xossipy.com/images/smilies/thanks.gif)