08-03-2022, 10:21 PM
हजारों लोग भले ही न देखें और दो चार से अधिक डाउनलोड भले ही न हो पर शालिनी के बदनामी के लिए एक डाउनलोड भी पर्याप्त था। ऐसा नहीं था कि शालिनी को अभिषेक के इरादे का अंदेशा नहीं था। इसी प्रत्याशा में उसने बोरिंग ड्रेस को छोड़ ये सेक्सी ड्रेस पहना था, पर अब जब अभिषेक उसे ब्लैकमेल कर रहा था तो उसे अच्छा नहीं लग रहा था। पर वो लाचार थी। उसने अपने ड्रेस और सैंडल को उतार कर पूल के पेवमेंट पर रखा और सावधानी से पानी में उतर गई। शालिनी ने ये उम्मीद नहीं की थी कि गैर मर्द के सामने खुले में इस तरह आधा नंगा होना उसे उत्तेजित कर देगा। कल के समुन्द्र तट की घटना के बाद उसे खुले में नंगा होना, गैर मर्दों द्वारा बदन को प्रशंसा और लिप्सा की दृष्टि से देखना उसे रोमांचित करने लगा था, उसे उत्तेजित करने लगा था। पर शालिनी ने अपने चेहरे पर क्रोध का ही भाव चिपका रखा था।
शालिनी स्विमिंग पूल के साफ पानी में अभिषेक के फूलते अंडरवियर को देख सकती थी। ऐसा नहीं था कि शालिनी केवल मनीष के साथ अंतरंग हुई थी, पर शादी के बाद उसने कभी किसी गैर मर्द के साथ अंतरंग होने पर गंभीरता से विचार नहीं किया था। अभी जब वो एक अनजान व्यक्ति के सामने केवल ब्रा और पैंटी में थी तो उसकी धड़कने बढ़ने लगी थी। अभिषेक के फूलते अंडरवियर को देख कर उसके जांघों के बीच भी स्पंदन होने लगा था।
"आप बला की खूबसूरत हो। बहुत खुशनसीब है वो इंसान जो अपनी मर्ज़ी से जब चाहे आपके हुस्न का, आपके जिस्म का मज़ा ले सकता है।"
उफ्फ। अपनी तारीफ सुनना शालिनी की सबसे बड़ी कमजोरी थी। कॉलेज में, कॉलेज में वो जहां भी रही है सबने उसके खूबसूरती की खुल कर तारीफ की है। शादी के बाद बेचारी के कान तारीफ सुनने को तरस गए थे। अभिषेक को तो ब्लैकमेल करने की ज़रूरत ही नहीं थी, वो बस उसकी तारीफ करता रहता और वो स्वेच्छा से उसकी हर बात मान लेती। नहीं, पर अभी अभिषेक ने धोखे से उसकी नंगी तस्वीर लेकर उसे ब्लैकमेल कर रहा। उसके चेहरे पर क्रोध होना चाहिए। "बेकार की बातें मत करो। तुम्हें क्या चाहिए ये बोलो।" अब शालिनी जानती थी कि उसका गुस्सा बनावटी है।
शालिनी स्विमिंग पूल के साफ पानी में अभिषेक के फूलते अंडरवियर को देख सकती थी। ऐसा नहीं था कि शालिनी केवल मनीष के साथ अंतरंग हुई थी, पर शादी के बाद उसने कभी किसी गैर मर्द के साथ अंतरंग होने पर गंभीरता से विचार नहीं किया था। अभी जब वो एक अनजान व्यक्ति के सामने केवल ब्रा और पैंटी में थी तो उसकी धड़कने बढ़ने लगी थी। अभिषेक के फूलते अंडरवियर को देख कर उसके जांघों के बीच भी स्पंदन होने लगा था।
"आप बला की खूबसूरत हो। बहुत खुशनसीब है वो इंसान जो अपनी मर्ज़ी से जब चाहे आपके हुस्न का, आपके जिस्म का मज़ा ले सकता है।"
उफ्फ। अपनी तारीफ सुनना शालिनी की सबसे बड़ी कमजोरी थी। कॉलेज में, कॉलेज में वो जहां भी रही है सबने उसके खूबसूरती की खुल कर तारीफ की है। शादी के बाद बेचारी के कान तारीफ सुनने को तरस गए थे। अभिषेक को तो ब्लैकमेल करने की ज़रूरत ही नहीं थी, वो बस उसकी तारीफ करता रहता और वो स्वेच्छा से उसकी हर बात मान लेती। नहीं, पर अभी अभिषेक ने धोखे से उसकी नंगी तस्वीर लेकर उसे ब्लैकमेल कर रहा। उसके चेहरे पर क्रोध होना चाहिए। "बेकार की बातें मत करो। तुम्हें क्या चाहिए ये बोलो।" अब शालिनी जानती थी कि उसका गुस्सा बनावटी है।