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Adultery मस्तराम के मस्त किस्से
शालिनी को अब कपड़ा पहनना था। पर चारों तरफ कैमरा है। उसने तौलिया को अपने बदन पर ठीक से लपेटा। फिर बैग से अपने कपड़े निकाले। हाथ में कपड़े लेकर वो थोड़ी देर उसने चारों तरफ देखा, शायद कोई कोना हो जहां कैमरा न देख रहा हो। फिर वो मुस्कुराई, और अपने बदन से तौलिया हटा कर फर्श पर गिरा दिया। शालिनी ने पैंटी पहना, फिर ब्रा। फिर उसने जो कपड़ा निकला था उसे वापस बैग में डाल कर सेक्सी वन पीस ब्लैक ड्रेस निकाल कर उसने पहन लिया। जैसा अभिषेक ने फोन पर उसे निर्देश दिया था वो रिसेप्शन काउंटर पर गई, वहां एक होटल स्टाफ ने उसे रिजॉर्ट के प्रेसिडेंशियल सूट की तरफ ले गया। ऊंची चारदीवारी से घिरा दो कमरे का लग्जरी बंगलानुमा इमारत थी जो बाकी रिजॉर्ट से अलग थी। उसमें प्राइवेट पूल के साथ साथ लॉन और गार्डन भी था। सामने प्राइवेट बीच। इमारत बंद थी पर स्विमिंग पूल में एक व्यक्ति, उम्र शालिनी ने तीस से पैंतीस के बीच होने का अनुमान लगाया, केवल एक अंडरवियर पहने तैर रहा था। चारदीवारी के दरवाज़े के पास लाकर उस स्टाफ ने कहा "अभिषेक सर स्विमिंग पूल में हैं।" और वो वापस लौट गया।

शालिनी झिझकती हुई, चारों तरफ देखती हुई आगे बढ़ी। "आइए शालिनी जी। मैं आपका ही वेट कर रहा था। सामने से तो आप और भी सेक्सी लग रहीं है।" अभिषेक तैरता हुआ किनारे आ चुका था। चेहरे पर मु्कुराहट और वाणी में विनम्रता के साथ उसने कहा।

अभिषेक आकर्षक था और उसकी वाणी मधुर। एक क्षण के लिए शालिनी भूल ही गई कि उसे गुस्सा होना है, इस अभिषेक के बच्चे को अपने बाप का डर दिखाना है। शालिनी की आदत लोगों से मिलते समय मुस्कुराने की थी। फिर अभिषेक ने शालिनी की प्रशंसा कर उसे थोड़ा उत्तेजित भी कर दिया था। पर चेहरा पर मुस्कुराहट आए उससे पहले ही शालिनी ने खुद को संभाला। शालिनी का क्रोध वास्तविक था या बनावटी ये शालिनी भी नहीं जानती थी पर उसका लहजा तल्ख था "तुम्हें मेरी फोटो लेने की हिम्मत कैसे हुई? मैं अभी डैड को फोन करती हूं। ही विल मेक स्योर कि तुम जीवन भर जेल में संड़ते रहो।"
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RE: मस्तराम के मस्त किस्से - by modern.mastram - 06-03-2022, 10:46 PM



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