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Adultery मस्तराम के मस्त किस्से
"शालिनी जी, आप व्यर्थ में अपना ब्लड प्रेशर बढ़ा रही हैं। आप हंसती मुस्कुराती अधिक सेक्सी लगती हैं, गुस्सा आपके फेस पर बिल्कुल सूट नहीं करता। आप एक बार मुझसे फेस टू फेस मिल लीजिए। फिर आपको जो करना हो कर लीजिएगा।" आवाज़ में अभी भी वही विनम्रता थी।

शालिनी को इस बात को जवाब नहीं सूझा। उसने कहा "कहां मिलना है?"

"आप रिसेप्शन काउंटर पर जा कर बोलिए आपको अभिषेक तिवारी से मिलना है। रिजॉर्ट का स्टाफ आपको मुझ तक पहुंचा देगा।"

"यू मीन अभी?"

"हां, मैं वेट कर रहा हूं। बाय द वे आपने सामने से तो कवर कर लिया, पर आपकी मस्त गांड अभी भी दिख रही है।" शालिनी आवाज़ से समझ सकती थी कि वो आदमी ये बोलते समय ज़रूर मुस्कुरा रहा होगा।

शालिनी झट से बिस्तर पर बैठ गई। फोन कट चुका था। शालिनी ने चारों तरफ नजर घुमा कर देखा। तस्वीर अलग अलग एंगल से ली हुई थी। रूम में जगह जगह कैमरा लगा होगा। केवल रूम में ही नहीं, बॉथरूम में भी ज़रूर कई कैमरे लगे हैं। शालिनी को कैमरा तो नहीं दिखा पर वो विश्वास के साथ कह सकती थी कि फाॅल्स सीलिंग में लगे लाइट्स के पीछे कैमरा है। सुंदरता के लिए छोटे बड़े गोल छिद्रयुक्त दीवार में भी जरूर छेद के पीछे 2-3 कैमरे लगे होंगे।
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RE: मस्तराम के मस्त किस्से - by modern.mastram - 06-03-2022, 04:45 PM



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