19-05-2019, 10:08 AM
(This post was last modified: 21-05-2021, 11:07 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
दर्द बहुत हुआ लेकिन मजा भी बहुत आया, उस धक्के में।
मैं एक बार फिर झड़ने के कगार पे थी, लेकिन बजाय रुकने के भैय्या ने एक और ट्रिक शुरू कर दी थी वो पोज बदल लेते थे। आसन बदल-बदल कर चोदने में मुझे भी एक नया मजा आ रहा था।
उन्होंने उठाकर मुझे गोद में बिठा लिया लेकिन इस तरह की उनका लण्ड उसी तरह मेरी चूत में धंसा हुआ था।
![[Image: fucking-sitting-14438610.gif]](https://picsbees.com/images/2018/12/25/fucking-sitting-14438610.gif)
कामिनी भाभी ने मेरी टाँगें एडजस्ट करके उनकी पीठ के पीछे फंसा दी।
अब मैं गोद में थी, लण्ड अंदर जड़ तक धंसा हुआ, और मेरी चूचियां उनके सीने में रगड़ खाती।
मेरी थकान कुछ कम हुई इस आसन में क्यंकि अब उनके धक्के का असर उतना नहीं हो रहा था।
![[Image: fucking-slow-G.gif]](https://picsbees.com/images/2018/12/25/fucking-slow-G.gif)
“जरा हमरी ननदिया को झूला झुलाओ, मैं आती हूँ…”
बोल के भाभी चली गईं।
बाहर हवाएं तेज हो गईं थी, रुक-रुक के हल्की बूंदें भी शुरू हो गई थीं।
![[Image: rain-G-N-3.gif]](https://picsbees.com/images/2018/12/25/rain-G-N-3.gif)
और फिर उन्होंने हल्के-हल्के अंदर-बाहर, और मैं भी उन्हीं के ताल पे आगे-पीछे, आगे-पीछे, एकदम झूले का मजा था। जब वो बाहर निकालते तो मैं भी कमर पीछे खींच लेती और सुपाड़ा तक बाहर निकालने के बाद कुछ रुक के जब मेरी कमरिया पकड़ के वो पुश करते तो मैं उन्हीं की स्पीड में बराबर के जोर से धक्के मारती।
उनका हाथ मेरी पीठ पे, मेरा हाथ उनकी पीठ पे, साथ-साथ हम दोनों एक दूसरे को चूम रहे थे, चाट रहे थे।
भाभी एक बड़े गिलास में दूध भर के ले आईं, कम से कम दो अंगुल तक मलाई। हम दोनों ने तो पिया ही थोड़ा बहुत भौजी को भी… और फिर तो भैया को एकदम जैसे नई ताकत… और मेरी भी सारी थकान जैसे उतर गई।
मैं एक बार फिर झड़ने के कगार पे थी, लेकिन बजाय रुकने के भैय्या ने एक और ट्रिक शुरू कर दी थी वो पोज बदल लेते थे। आसन बदल-बदल कर चोदने में मुझे भी एक नया मजा आ रहा था।
उन्होंने उठाकर मुझे गोद में बिठा लिया लेकिन इस तरह की उनका लण्ड उसी तरह मेरी चूत में धंसा हुआ था।
![[Image: fucking-sitting-14438610.gif]](https://picsbees.com/images/2018/12/25/fucking-sitting-14438610.gif)
कामिनी भाभी ने मेरी टाँगें एडजस्ट करके उनकी पीठ के पीछे फंसा दी।
अब मैं गोद में थी, लण्ड अंदर जड़ तक धंसा हुआ, और मेरी चूचियां उनके सीने में रगड़ खाती।
मेरी थकान कुछ कम हुई इस आसन में क्यंकि अब उनके धक्के का असर उतना नहीं हो रहा था।
![[Image: fucking-slow-G.gif]](https://picsbees.com/images/2018/12/25/fucking-slow-G.gif)
“जरा हमरी ननदिया को झूला झुलाओ, मैं आती हूँ…”
बोल के भाभी चली गईं।
बाहर हवाएं तेज हो गईं थी, रुक-रुक के हल्की बूंदें भी शुरू हो गई थीं।
![[Image: rain-G-N-3.gif]](https://picsbees.com/images/2018/12/25/rain-G-N-3.gif)
और फिर उन्होंने हल्के-हल्के अंदर-बाहर, और मैं भी उन्हीं के ताल पे आगे-पीछे, आगे-पीछे, एकदम झूले का मजा था। जब वो बाहर निकालते तो मैं भी कमर पीछे खींच लेती और सुपाड़ा तक बाहर निकालने के बाद कुछ रुक के जब मेरी कमरिया पकड़ के वो पुश करते तो मैं उन्हीं की स्पीड में बराबर के जोर से धक्के मारती।
उनका हाथ मेरी पीठ पे, मेरा हाथ उनकी पीठ पे, साथ-साथ हम दोनों एक दूसरे को चूम रहे थे, चाट रहे थे।
भाभी एक बड़े गिलास में दूध भर के ले आईं, कम से कम दो अंगुल तक मलाई। हम दोनों ने तो पिया ही थोड़ा बहुत भौजी को भी… और फिर तो भैया को एकदम जैसे नई ताकत… और मेरी भी सारी थकान जैसे उतर गई।
![[Image: Couple-Love-Making-Erotic-Pictures---Nud...984-14.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/25/Couple-Love-Making-Erotic-Pictures---Nudity-Included-Set-7-Spy1984-14.jpg)