18-05-2019, 12:47 PM
फिर उन्होंने मुझे कहा अच्छा चलो तुम अब जाओ, मैं थोड़ा सोच लूं, कल सुबह 10 बजे आ जाना तुम मगर किसी बड़े को लेकर आना अच्छा है इसी बाजार में कोई परिचित हो तो उसे ले आना।
मैं अंकल से हाथ मिलाया और उनका शुक्रिया अदा करते हुए तुरंत घर चला गया। घर जाकर मैंने अम्मी से इस बारे में बात की तो उन्होंने काफी सोचने के बाद अबू के एक अच्छे दोस्त का पता मुझे बताया कि उनसे जाकर मिलना शायद वह कोई मदद कर सकें इस संबंध में।
उसी समय अबू के दोस्त से मिलने चला गया, कुछ देर बाद उनके घर पहुंचा तो किस्मत से वह घर पर ही मिल गये, वह अपनी पत्नी और 2 बेटियों के साथ कहीं घूमने के लिए जा रहे थे, लेकिन मेरे आने की वजह से वे अपना कार्यक्रम थोड़ी देर के लिए निलंबित कर दिया था।
मैं अपना परिचय तो जाते ही करवा चुका था जिसकी वजह से मुझे अंकल और आंटी ने बड़े प्यार से अपने घर में बिठाया और उनकी एक बेटी जिसकी उम्र मुश्किल से 15 साल होगी मेरे लिए मीठे पानी की एक सुराही और एक सिरप ले आए। में गटा गट 2 गिलास चढ़ा गया था क्योंकि सुबह से फिर फिर कर मुझे काफी प्यास लगी हुई थी।
मैं अंकल से हाथ मिलाया और उनका शुक्रिया अदा करते हुए तुरंत घर चला गया। घर जाकर मैंने अम्मी से इस बारे में बात की तो उन्होंने काफी सोचने के बाद अबू के एक अच्छे दोस्त का पता मुझे बताया कि उनसे जाकर मिलना शायद वह कोई मदद कर सकें इस संबंध में।
उसी समय अबू के दोस्त से मिलने चला गया, कुछ देर बाद उनके घर पहुंचा तो किस्मत से वह घर पर ही मिल गये, वह अपनी पत्नी और 2 बेटियों के साथ कहीं घूमने के लिए जा रहे थे, लेकिन मेरे आने की वजह से वे अपना कार्यक्रम थोड़ी देर के लिए निलंबित कर दिया था।
मैं अपना परिचय तो जाते ही करवा चुका था जिसकी वजह से मुझे अंकल और आंटी ने बड़े प्यार से अपने घर में बिठाया और उनकी एक बेटी जिसकी उम्र मुश्किल से 15 साल होगी मेरे लिए मीठे पानी की एक सुराही और एक सिरप ले आए। में गटा गट 2 गिलास चढ़ा गया था क्योंकि सुबह से फिर फिर कर मुझे काफी प्यास लगी हुई थी।
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!