17-05-2019, 11:47 PM
अब काजल के मुँह से एईई..... अह्ह्ह्हह ुह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह जैसी आवाज़ निकाल रही थी. हम तीनो के बदन कामुकता की आग में ऐसे मिल गए, जैसे की एक ही बदन हो.
सिर्फ पांच मिनट ही हुई थी काजल की चुदाई करते करते उसी दौरान उसका बदन अकड़ा और एक तेज़ सिसकारी ली.... अह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह शह्ह्ह्ह एईई........ और फिर बोली अह्ह्ह ओह्ह्ह सीई ननदोईजी में तो गई... फिर काजल का पूरा शरीर अकड़ जाता हे और वो जड़ने लगती है
काजल ने मेरी जानू की चूची को बेरहमी से मसल डाला और मुझे दोनों पैर के बिच जकड़ लिया... करीब दो मिनट तक ऐसे ही जड़ती रही और फिर निढाल होकर हाफने लगी....
अब आगे....
मेरे पानी अभी तक निकला नहीं था.... अब मेरी जानू की बारी थी... मेने काजल की चूत मेंसे लंड निकला और जानू को बोला तुम डॉगी स्टाइल में काजल के ऊपर आ जाओ….
मेरी जानू काजल के ऊपर डॉगी स्टाइल में आ गई... में उसके पीछे आ गया और मेरी जानू की चूत को सहलाने लगा... अब काजल थोड़ी नार्मल गई थी, उसने मेरी जानू की एक चूची को मुँह में लेली और दूसरी चूची को हाथ में लेकर मसलने लगी...
अब मेरी जानू की बारी थी...उसके मुँह से एक कामुक सिसकी नीकल गई.... अह्ह्ह्हह..... ओह्ह्ह्हह्ह.... शह्ह्ह्ह... अह्ह्ह भाभी......आजतक कोई लड़की ने मेरी चूची ने छुवा तक नहीं और आज आप ने मुँह में लेकर मुझे तृप्त कर दिया... ज़ोर से चुसो इसे बहोत मज़ा आ रहा हे...
मेने पीछे से मेरी जानू की गांड की दरार पर मेरी लंड की घिसाई करने लगा... इससे उसका मज़ा दोगुना हो गया और फिर से तेज़ सिसकारी नीकल गई उसके मुँह से.....
मेरी जानू बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी और बोली जान प्लीज डाल दोना तुम्हारा लुंड मेरी चूत में अब नहीं रहा जाता. पर में अभी भी उसकी गांड के छेद पर मेरे लंड रगड़ रहा था और मेरी जानू को तड़पा रहा था...
अब मेरी जानू खुद पीछे होकर लंड अपनी चूत में डालने का प्रयास करने लगी पर जैसे ही वो पीछे होती मेभी पीछे होजाता. अब वो पागल जैसी होगई और मुझे गालिया देने लगी.
मेने देर नहीं की और लंड को चूत के ऊपर सेट करके एक ज़ोरदार धक्का मारा मेरी जानू की चूत में.... मेरे लंड चूत की चिकनाई की वजह से शरररर करता हुवा सीधा मेरी जानू की चूत में जा घुसा और बच्चेदानी से टकराया. में अब तेज़ तेज़ धक्के मार रहा था और उसके मुँह मेंसे सिसकारी नीकल रही थी... अह्ह्ह्ह.........ओह्ह्ह्हह....... सीईई.... उईईईईई.... उम्मम्मम.........
मेरी जानू की दोनों चूची पर में और काजल दोनों कब्ज़ा करके बैठे थे... काजल और मेरी जानू एकदूसरे के होंठ चूस रही थी. मेने एक चूची को पकड़ कर काजल के मुँह में डाल दिया था और दूसरी को हमदोनों मिल कर मसल रहे थे.
मेरे तेज़ धक्को से मेरी जानू की चूत काजल की चूत से रगड़ रही थी जिससे दोनों की चूत का दाना आपस में रगड़ रहा था जिसे दोनों को बहोत मज़ा आ रहा था और दोनों के मुँह से सिसकारी नीकल रही थी....अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह आइईईईई उम्मम्मम अह्ह्ह्ह….
पिछले दस मिनट् से में मेरी जानू की चुदाई कर रहा था...और तेज़ तेज़ धक्के मार रहा था. जिसकी वजह से पुरे कमरे में फच फच फच की आवाज़ गूंज रही थी...
अब मेरी जानू का शरीर अकड़ने लगा... और एक तेज़ चीख के साथ जड़ने लगी. मेरी जानू की चूत का पानी उसकी जांघो से बहकर निचे चद्दर को भिगो रहा था. में अभी भी तेज़ तेज़ शॉट मार रहा था पर अब मेरी जानू निढाल होकर पड़ीथी काजल के ऊपर...
मेरे भी अभी पानी नीकल ने वाला था... मेने जानू को पूछा कहा निकालू तो उसने जवाब दिया. मुझे नहला दो... इतना सुनने के बाद मेने झटके से लंड चूत मेसे निकला.
मेरी जानू काजल के बाजु में लेट गई और में खड़ा होकर लंड तेज़ी से हिलाने लगा और तेज़ तेज़ हाथो से मूठ मारने लगा...
करीब तीन- चार बार ही किया था की वीर्य की एक तेज़ पिचकारी मेरे लंड से नीकलकर सीधा मेरी जानू और काजल की चूची पर गई, दूसरी पिचकारी दोनों के मुँह पर डाल दी... और बाकि बचा हुवा वीर्य मेने दोनों को मेरे लंड से पिलाने लगा.
एक भूखी शेरनी की तरह मेरे लंड पर झपटी और मेरे वीर्य का एक एक कतरा दोनों ने मिलकर चूस लिया और फिर एकदूसरे की चूची के ऊपर से चाट चाट कर पी गई.
अब दोनों मेरे सामने देख रही थी... काजल तो नजरे झुकाये हुई बेड पर बेठी और में मेरी जानू की और देख रहा था. रूम में एकदम सन्नाटा सा छा गया और कोई कुछ नहीं बोल रहा था.
थोड़ी देर बाद तीनो खड़े हुए और बाथरूम में जाकर फ्रेश होकर, नंगे ही तीनो एकदूसरे को लिपट कर सो गई.
तो येथी मेरी पहली कहानी... आप सब को कैसे लगी ये मुझे मेल कर के जरूर बताए..
सिर्फ पांच मिनट ही हुई थी काजल की चुदाई करते करते उसी दौरान उसका बदन अकड़ा और एक तेज़ सिसकारी ली.... अह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह शह्ह्ह्ह एईई........ और फिर बोली अह्ह्ह ओह्ह्ह सीई ननदोईजी में तो गई... फिर काजल का पूरा शरीर अकड़ जाता हे और वो जड़ने लगती है
काजल ने मेरी जानू की चूची को बेरहमी से मसल डाला और मुझे दोनों पैर के बिच जकड़ लिया... करीब दो मिनट तक ऐसे ही जड़ती रही और फिर निढाल होकर हाफने लगी....
अब आगे....
मेरे पानी अभी तक निकला नहीं था.... अब मेरी जानू की बारी थी... मेने काजल की चूत मेंसे लंड निकला और जानू को बोला तुम डॉगी स्टाइल में काजल के ऊपर आ जाओ….
मेरी जानू काजल के ऊपर डॉगी स्टाइल में आ गई... में उसके पीछे आ गया और मेरी जानू की चूत को सहलाने लगा... अब काजल थोड़ी नार्मल गई थी, उसने मेरी जानू की एक चूची को मुँह में लेली और दूसरी चूची को हाथ में लेकर मसलने लगी...
अब मेरी जानू की बारी थी...उसके मुँह से एक कामुक सिसकी नीकल गई.... अह्ह्ह्हह..... ओह्ह्ह्हह्ह.... शह्ह्ह्ह... अह्ह्ह भाभी......आजतक कोई लड़की ने मेरी चूची ने छुवा तक नहीं और आज आप ने मुँह में लेकर मुझे तृप्त कर दिया... ज़ोर से चुसो इसे बहोत मज़ा आ रहा हे...
मेने पीछे से मेरी जानू की गांड की दरार पर मेरी लंड की घिसाई करने लगा... इससे उसका मज़ा दोगुना हो गया और फिर से तेज़ सिसकारी नीकल गई उसके मुँह से.....
मेरी जानू बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी और बोली जान प्लीज डाल दोना तुम्हारा लुंड मेरी चूत में अब नहीं रहा जाता. पर में अभी भी उसकी गांड के छेद पर मेरे लंड रगड़ रहा था और मेरी जानू को तड़पा रहा था...
अब मेरी जानू खुद पीछे होकर लंड अपनी चूत में डालने का प्रयास करने लगी पर जैसे ही वो पीछे होती मेभी पीछे होजाता. अब वो पागल जैसी होगई और मुझे गालिया देने लगी.
मेने देर नहीं की और लंड को चूत के ऊपर सेट करके एक ज़ोरदार धक्का मारा मेरी जानू की चूत में.... मेरे लंड चूत की चिकनाई की वजह से शरररर करता हुवा सीधा मेरी जानू की चूत में जा घुसा और बच्चेदानी से टकराया. में अब तेज़ तेज़ धक्के मार रहा था और उसके मुँह मेंसे सिसकारी नीकल रही थी... अह्ह्ह्ह.........ओह्ह्ह्हह....... सीईई.... उईईईईई.... उम्मम्मम.........
मेरी जानू की दोनों चूची पर में और काजल दोनों कब्ज़ा करके बैठे थे... काजल और मेरी जानू एकदूसरे के होंठ चूस रही थी. मेने एक चूची को पकड़ कर काजल के मुँह में डाल दिया था और दूसरी को हमदोनों मिल कर मसल रहे थे.
मेरे तेज़ धक्को से मेरी जानू की चूत काजल की चूत से रगड़ रही थी जिससे दोनों की चूत का दाना आपस में रगड़ रहा था जिसे दोनों को बहोत मज़ा आ रहा था और दोनों के मुँह से सिसकारी नीकल रही थी....अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह आइईईईई उम्मम्मम अह्ह्ह्ह….
पिछले दस मिनट् से में मेरी जानू की चुदाई कर रहा था...और तेज़ तेज़ धक्के मार रहा था. जिसकी वजह से पुरे कमरे में फच फच फच की आवाज़ गूंज रही थी...
अब मेरी जानू का शरीर अकड़ने लगा... और एक तेज़ चीख के साथ जड़ने लगी. मेरी जानू की चूत का पानी उसकी जांघो से बहकर निचे चद्दर को भिगो रहा था. में अभी भी तेज़ तेज़ शॉट मार रहा था पर अब मेरी जानू निढाल होकर पड़ीथी काजल के ऊपर...
मेरे भी अभी पानी नीकल ने वाला था... मेने जानू को पूछा कहा निकालू तो उसने जवाब दिया. मुझे नहला दो... इतना सुनने के बाद मेने झटके से लंड चूत मेसे निकला.
मेरी जानू काजल के बाजु में लेट गई और में खड़ा होकर लंड तेज़ी से हिलाने लगा और तेज़ तेज़ हाथो से मूठ मारने लगा...
करीब तीन- चार बार ही किया था की वीर्य की एक तेज़ पिचकारी मेरे लंड से नीकलकर सीधा मेरी जानू और काजल की चूची पर गई, दूसरी पिचकारी दोनों के मुँह पर डाल दी... और बाकि बचा हुवा वीर्य मेने दोनों को मेरे लंड से पिलाने लगा.
एक भूखी शेरनी की तरह मेरे लंड पर झपटी और मेरे वीर्य का एक एक कतरा दोनों ने मिलकर चूस लिया और फिर एकदूसरे की चूची के ऊपर से चाट चाट कर पी गई.
अब दोनों मेरे सामने देख रही थी... काजल तो नजरे झुकाये हुई बेड पर बेठी और में मेरी जानू की और देख रहा था. रूम में एकदम सन्नाटा सा छा गया और कोई कुछ नहीं बोल रहा था.
थोड़ी देर बाद तीनो खड़े हुए और बाथरूम में जाकर फ्रेश होकर, नंगे ही तीनो एकदूसरे को लिपट कर सो गई.
तो येथी मेरी पहली कहानी... आप सब को कैसे लगी ये मुझे मेल कर के जरूर बताए..