22-01-2022, 10:59 PM
(This post was last modified: 23-01-2022, 10:33 AM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
Part 14
राजू एन सी बी दफ्तर की कैंटीन में ही रहता था। दफ्तर में डिनर 9 बजे तक निपट जाता था। उसके बाद दफ्तर में सिर्फ कैदी और राजू ही रह जाते थे। कभी कभी जरूरी काम होने पर अफसर लोग भी रात में रुक जाते थे। लेकिन आज रात दफ्तर में कैदियों के अलावा सिर्फ राजू ही था।
दस बजे तक राजू ने खुद भी खाना खाने के बाद चाबी लेकर अमित के केबिन का रुख कर लिया जहां उसे आज शैफाली का इंटेरोगेशसन करना था।
राजू जैसे ही अमित का कमरा खोलकर अंदर आया, साइड रूम में शैफाली बिस्तर पर लेटी हुई थी। उसने वही फ्रंट ज़िप वाले गाउन की यूनिफ़ॉर्म पहनी हुई थी।
राजू को अचानक इतनी रात में वहां देखकर वह एकदम हैरान और परेशान सी नज़र आ रही थी।
शैफाली जिस साइड रूम में थी वह काफ़ी बड़ा था और उसमें वाशरूम, टीवी, फ्रिज, डबल बेड सोफा आदि सभी जरूरत का सामान था।
राजू ने इस समय काले रंग की पैंट और सफेद टी शर्ट पहनी हुई थी।
राजू ने शैफाली की तरफ देखते हुए बिना किसी भूमिका के कहा : आज रात तुम्हारा इंटेरोगेशन मैं करूंगा। खड़ी हो जाओ और मेरे साथ इंटेरोगेशन रूम में चलो।
शैफाली : पर तुम तो कैंटीन में चाय पानी का इंतज़ाम करते हो, कोई एन सी बी के अफसर थोड़े ही हो जो मेरा इंटेरोगेशन करोगे
राजू : जिन लोगों का इंटेरोगेशन एन सी बी के अफसर भी नही कर पाते हैं , उनका इंटेरोगेशन मैं ही करता हूँ। अब फ़टाफ़ट खड़ी हो जा और चुपचाप मेरे साथ चल।
शैफाली को लेकर राजू इंटेरोगेशन रूम में आ गया और उसने इंटेरोगेशसन रूम को अंदर से बंद कर लिया।
शैफाली बेहद घबराई और नर्वस दिख रही थी। उसकी घबराहट देखकर राजू का लण्ड पैंट में पूरी तरह खड़ा हो चुका था।
राजू अपने हाथ मे एक मोटी सी छड़ी ले ली और सोफे पर आराम से बैठते हुए बोला : इधर मेरे सामने आकर खड़ी हो जाओ।
शैफाली राजू के सामने आकर खड़ी हो गई
राजू : और नज़दीक आओ
शैफाली राजू के एकदम करीब आकर खड़ी हो गई
राजू : अब जो मैं पूछूँ उसका सही सही और फ़टाफ़ट जबाब दो। होटल में रेड के समय तुम्हारे पास से जो 5 किलो हेरोइन बरामद हुई है उसे तुम्हे किसने सप्लाई किया है ?
शैफाली : मुझे नही मालूम। वह हेरोइन का पैकेट तो वहां पहले से ही रखा हुआ था और मैं तो बाद में वहां पहुंची थी
राजू : इस तरह के जबाब तुम पहले ही एन सी बी के अफसरों को दे चुकी हो लेकिन यह ठीक नही हैं। मुझे सच सच बताओ नही तो मुझे सच उगलवाना भी आता है।
शैफाली कुछ बोले बिना चुप खड़ी रही।
राजू ने अपने हाथ की छड़ी को शैफाली के बदन पर घुमाते हुए कहा :चल अपने कपड़े उतार और अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो जा।
शैफाली ने कपड़े उतारने शुरू नही लिए तो राजू ने उसके बदन पर जोर से छड़ी का स्ट्रोक लगा दिया : जल्दी नंगी होकर खड़ी हो। मेरे हुक्म की एक बार मे ही तामील होनी चाहिए
अब शैफाली ने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और राजू अपने लण्ड पर हाथ फिराते हुए उसे कपड़े उतारते हुए देखने लगा
शैफाली ने जैसे ही गाउन को उतारा उसकी पूरी सेक्सी फिगर राजू के सामने थी।
राजू मुस्कराते हुए बोला : काफी मस्त माल हो। चलो अब ब्रा और पैंटी भी उतारो
शैफाली गिड़गिड़ाते हुए बोली : बस अब और नँगा मत करो प्लीज़
राजू : कान पकड़ो और 100 उठक बैठक लगाओ और काउंट भी करती रहो
शैफाली काउंट करते करते कान पकड़कर उठक बैठक लगाने लगी। उसका चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो रहा था
राजू मुस्कराते हुए उसके इस सेक्सी शो को देख रहा था और बीच बीच मे उसकी जाँघों पर छड़ी मारते हुए कह रहा था : ठीक से लगाओ। नीचे तक बैठकर लगाओ।
50 उठक बैठक के बाद शैफाली गिड़गिड़ाने लगी : बस अब और नही प्लीज़ । आप जो कुछ भी कहेंगे मैं वह करने के लिए तैयार हूँ।
राजू हंसते हुए बोला : ब्रा और पैंटी उतारो और अपने हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जाओ
शैफाली ने अपने बाकी के कपड़े भी उतार दिए और एकदम निर्वस्त्र होकर अपने दोनों हाथ ऊपर करके खड़ी हो गई।
राजू ने अपने हाथ की छड़ी को एक बार उसके पूरे बदन पर घुमाया और फिर बोला : पीछे घूमो
शैफाली पीछे घूम गई
राजू ने अब अपनी छड़ी को शैफाली की पीठ और उसके सुडौल नितम्बों पर घुमाया और फिर उसने छड़ी को एक तरफ रख दिया और सोफे से उठकर शैफाली के पास जाकर खड़ा हो गया।
राजू शैफाली के पीछे गया और उससे सटकर खड़ा हो गया। उसकी पैंट में खड़ा हुआ लण्ड अब शैफाली के मखमली और सुडौल नितम्बों को महसूस कर रहा था और राजू के दोनों हाथ शैफाली के मक्खन जैसे मम्मे दबाने और मसलने में व्यस्त हो गए थे।
राजू अपने चेहरे और होंठों को शैफाली की पीठ और गर्दन के दोनों तरफ रगड़ रगड़ कर उसके मस्त और मखमली बदन का भरपूर मज़ा ले रहा था।
कुछ देर बाद राजू ने शैफाली को पलटकर उसके चेहरे को अपनी तरफ कर लिया और उसके चेहरे और होंठों को बेतहाशा चूमने लगा। शैफाली के मस्त बदन का पूरा मज़ा लेने के लिए राजू ने अपनी टी शर्ट पहले ही उतार फेंकी थीं और शैफाली के नर्म मुलायम मम्मे राजू के सीने में धंसे जा रहे थे। राजू को लग रहा था मानो वह जन्नत में पहुंच गया था।
अचानक राजू शैफाली को अपने कंधे पर उठाकर एक टेबल के पास ले गया और शैफाली से बोला : चल अपने हाथ टेबल पर रख कर घोड़ी बन जा।
शैफाली जैसे ही घोड़ी बनकर खड़ी हुई, राजू ने उसके चिकने, मखमली और सुडौल नितमवो को काफी देर तक सहलाया और थपथपाया और अपने पैंट की बेल्ट खोलकर बेल्ट के स्ट्रोक शैफाली के नितम्बों पर मारने लगा।
बेल्ट के स्ट्रोक से शैफाली जितना चिल्ला रही थी राजू को उतना ही ज्यादा मज़ा आ रहा था : तेरी जैसी खूबसूरत लड़कियों के साथ हर रोज यही होना चाहिए। चल अब अपनी दोनों टाँगे फैलाकर खड़ी हो।
शैफाली ने अपनी दोनो टाँगे खोलकर फैला दीं। राजू नेअब अपनी पैंट को उतार दिया और अपने अंडरवियर में से बेकाबू हॉ चुके लण्ड को निकालकर शैफाली के पिछवाड़े में डाल दिया
शैफाली चिल्ला रही थी और राजू उससे पूछ रहा था :क्यों चिकनी मज़ा आ रहा है या नहीं ?
शैफाली ने कोई जवाब नही दिया तो राजू ने बेल्ट का स्ट्रोक उसकी पीठ पर मारते हुए फिर से पूछा : बोल चिकनी मज़ा आया कि नही
शैफाली : आया
राजू : साफ साफ बोल क्या आया
शैफाली : बहुत मज़ा आया
शैफाली को इस तरह पेलते हुए राजू अन्ततः अपने क्लाइमेक्स पर पहुंच गया और वापस आकर सोफे पर बैठ गया
सोफे पर बैठने के बाद राजू ने फिर से शैफाली को अपने पास बुलाते हुए कहा : इधर आकर मेरी टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठ जा और मेरे इस लण्ड को अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर।
शैफाली राजू के लण्ड को अपनी जीभ से साफ करने लगी । शर्म से उसकी नज़र झुकी हुई थीं। राजू ने उससे कड़क आवाज़ में कहा : मेरी तरफ देखकर मेरा लण्ड साफ कर।
शैफाली ने अपनी नज़रें उठा लीं । राजू ने मुस्कुराते हुए उसे देखा और उसके दोनों गालों पर चपत लगाते हुए बोला : ठीक से चाट मेरे लण्ड को। अभी तो शुरुआत हुई है और तू अभी से शर्मा रही है। तेरे जैसी खूबसूरत लौंडिया को सिर्फ मैं ही कंट्रोल कर सकता हूँ।
राजू ने अब अपना मोबाइल निकाल लिया और उसमें शैफाली की लण्ड चाटते हुए वीडियो बनाने लगा : चल अब चटाई बहुत हो गई। मेरे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर तब तक चूसती रह जब तक मैं तेरे मुंह मे इसकी पिचकारी न छोड़ दूँ।
शैफाली लण्ड चूस रही थी और राजू उस लण्ड चुसाई की वीडियो बनाने मे व्यस्त था।
शेष अगले भाग में
राजू एन सी बी दफ्तर की कैंटीन में ही रहता था। दफ्तर में डिनर 9 बजे तक निपट जाता था। उसके बाद दफ्तर में सिर्फ कैदी और राजू ही रह जाते थे। कभी कभी जरूरी काम होने पर अफसर लोग भी रात में रुक जाते थे। लेकिन आज रात दफ्तर में कैदियों के अलावा सिर्फ राजू ही था।
दस बजे तक राजू ने खुद भी खाना खाने के बाद चाबी लेकर अमित के केबिन का रुख कर लिया जहां उसे आज शैफाली का इंटेरोगेशसन करना था।
राजू जैसे ही अमित का कमरा खोलकर अंदर आया, साइड रूम में शैफाली बिस्तर पर लेटी हुई थी। उसने वही फ्रंट ज़िप वाले गाउन की यूनिफ़ॉर्म पहनी हुई थी।
राजू को अचानक इतनी रात में वहां देखकर वह एकदम हैरान और परेशान सी नज़र आ रही थी।
शैफाली जिस साइड रूम में थी वह काफ़ी बड़ा था और उसमें वाशरूम, टीवी, फ्रिज, डबल बेड सोफा आदि सभी जरूरत का सामान था।
राजू ने इस समय काले रंग की पैंट और सफेद टी शर्ट पहनी हुई थी।
राजू ने शैफाली की तरफ देखते हुए बिना किसी भूमिका के कहा : आज रात तुम्हारा इंटेरोगेशन मैं करूंगा। खड़ी हो जाओ और मेरे साथ इंटेरोगेशन रूम में चलो।
शैफाली : पर तुम तो कैंटीन में चाय पानी का इंतज़ाम करते हो, कोई एन सी बी के अफसर थोड़े ही हो जो मेरा इंटेरोगेशन करोगे
राजू : जिन लोगों का इंटेरोगेशन एन सी बी के अफसर भी नही कर पाते हैं , उनका इंटेरोगेशन मैं ही करता हूँ। अब फ़टाफ़ट खड़ी हो जा और चुपचाप मेरे साथ चल।
शैफाली को लेकर राजू इंटेरोगेशन रूम में आ गया और उसने इंटेरोगेशसन रूम को अंदर से बंद कर लिया।
शैफाली बेहद घबराई और नर्वस दिख रही थी। उसकी घबराहट देखकर राजू का लण्ड पैंट में पूरी तरह खड़ा हो चुका था।
राजू अपने हाथ मे एक मोटी सी छड़ी ले ली और सोफे पर आराम से बैठते हुए बोला : इधर मेरे सामने आकर खड़ी हो जाओ।
शैफाली राजू के सामने आकर खड़ी हो गई
राजू : और नज़दीक आओ
शैफाली राजू के एकदम करीब आकर खड़ी हो गई
राजू : अब जो मैं पूछूँ उसका सही सही और फ़टाफ़ट जबाब दो। होटल में रेड के समय तुम्हारे पास से जो 5 किलो हेरोइन बरामद हुई है उसे तुम्हे किसने सप्लाई किया है ?
शैफाली : मुझे नही मालूम। वह हेरोइन का पैकेट तो वहां पहले से ही रखा हुआ था और मैं तो बाद में वहां पहुंची थी
राजू : इस तरह के जबाब तुम पहले ही एन सी बी के अफसरों को दे चुकी हो लेकिन यह ठीक नही हैं। मुझे सच सच बताओ नही तो मुझे सच उगलवाना भी आता है।
शैफाली कुछ बोले बिना चुप खड़ी रही।
राजू ने अपने हाथ की छड़ी को शैफाली के बदन पर घुमाते हुए कहा :चल अपने कपड़े उतार और अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो जा।
शैफाली ने कपड़े उतारने शुरू नही लिए तो राजू ने उसके बदन पर जोर से छड़ी का स्ट्रोक लगा दिया : जल्दी नंगी होकर खड़ी हो। मेरे हुक्म की एक बार मे ही तामील होनी चाहिए
अब शैफाली ने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और राजू अपने लण्ड पर हाथ फिराते हुए उसे कपड़े उतारते हुए देखने लगा
शैफाली ने जैसे ही गाउन को उतारा उसकी पूरी सेक्सी फिगर राजू के सामने थी।
राजू मुस्कराते हुए बोला : काफी मस्त माल हो। चलो अब ब्रा और पैंटी भी उतारो
शैफाली गिड़गिड़ाते हुए बोली : बस अब और नँगा मत करो प्लीज़
राजू : कान पकड़ो और 100 उठक बैठक लगाओ और काउंट भी करती रहो
शैफाली काउंट करते करते कान पकड़कर उठक बैठक लगाने लगी। उसका चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो रहा था
राजू मुस्कराते हुए उसके इस सेक्सी शो को देख रहा था और बीच बीच मे उसकी जाँघों पर छड़ी मारते हुए कह रहा था : ठीक से लगाओ। नीचे तक बैठकर लगाओ।
50 उठक बैठक के बाद शैफाली गिड़गिड़ाने लगी : बस अब और नही प्लीज़ । आप जो कुछ भी कहेंगे मैं वह करने के लिए तैयार हूँ।
राजू हंसते हुए बोला : ब्रा और पैंटी उतारो और अपने हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जाओ
शैफाली ने अपने बाकी के कपड़े भी उतार दिए और एकदम निर्वस्त्र होकर अपने दोनों हाथ ऊपर करके खड़ी हो गई।
राजू ने अपने हाथ की छड़ी को एक बार उसके पूरे बदन पर घुमाया और फिर बोला : पीछे घूमो
शैफाली पीछे घूम गई
राजू ने अब अपनी छड़ी को शैफाली की पीठ और उसके सुडौल नितम्बों पर घुमाया और फिर उसने छड़ी को एक तरफ रख दिया और सोफे से उठकर शैफाली के पास जाकर खड़ा हो गया।
राजू शैफाली के पीछे गया और उससे सटकर खड़ा हो गया। उसकी पैंट में खड़ा हुआ लण्ड अब शैफाली के मखमली और सुडौल नितम्बों को महसूस कर रहा था और राजू के दोनों हाथ शैफाली के मक्खन जैसे मम्मे दबाने और मसलने में व्यस्त हो गए थे।
राजू अपने चेहरे और होंठों को शैफाली की पीठ और गर्दन के दोनों तरफ रगड़ रगड़ कर उसके मस्त और मखमली बदन का भरपूर मज़ा ले रहा था।
कुछ देर बाद राजू ने शैफाली को पलटकर उसके चेहरे को अपनी तरफ कर लिया और उसके चेहरे और होंठों को बेतहाशा चूमने लगा। शैफाली के मस्त बदन का पूरा मज़ा लेने के लिए राजू ने अपनी टी शर्ट पहले ही उतार फेंकी थीं और शैफाली के नर्म मुलायम मम्मे राजू के सीने में धंसे जा रहे थे। राजू को लग रहा था मानो वह जन्नत में पहुंच गया था।
अचानक राजू शैफाली को अपने कंधे पर उठाकर एक टेबल के पास ले गया और शैफाली से बोला : चल अपने हाथ टेबल पर रख कर घोड़ी बन जा।
शैफाली जैसे ही घोड़ी बनकर खड़ी हुई, राजू ने उसके चिकने, मखमली और सुडौल नितमवो को काफी देर तक सहलाया और थपथपाया और अपने पैंट की बेल्ट खोलकर बेल्ट के स्ट्रोक शैफाली के नितम्बों पर मारने लगा।
बेल्ट के स्ट्रोक से शैफाली जितना चिल्ला रही थी राजू को उतना ही ज्यादा मज़ा आ रहा था : तेरी जैसी खूबसूरत लड़कियों के साथ हर रोज यही होना चाहिए। चल अब अपनी दोनों टाँगे फैलाकर खड़ी हो।
शैफाली ने अपनी दोनो टाँगे खोलकर फैला दीं। राजू नेअब अपनी पैंट को उतार दिया और अपने अंडरवियर में से बेकाबू हॉ चुके लण्ड को निकालकर शैफाली के पिछवाड़े में डाल दिया
शैफाली चिल्ला रही थी और राजू उससे पूछ रहा था :क्यों चिकनी मज़ा आ रहा है या नहीं ?
शैफाली ने कोई जवाब नही दिया तो राजू ने बेल्ट का स्ट्रोक उसकी पीठ पर मारते हुए फिर से पूछा : बोल चिकनी मज़ा आया कि नही
शैफाली : आया
राजू : साफ साफ बोल क्या आया
शैफाली : बहुत मज़ा आया
शैफाली को इस तरह पेलते हुए राजू अन्ततः अपने क्लाइमेक्स पर पहुंच गया और वापस आकर सोफे पर बैठ गया
सोफे पर बैठने के बाद राजू ने फिर से शैफाली को अपने पास बुलाते हुए कहा : इधर आकर मेरी टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठ जा और मेरे इस लण्ड को अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर।
शैफाली राजू के लण्ड को अपनी जीभ से साफ करने लगी । शर्म से उसकी नज़र झुकी हुई थीं। राजू ने उससे कड़क आवाज़ में कहा : मेरी तरफ देखकर मेरा लण्ड साफ कर।
शैफाली ने अपनी नज़रें उठा लीं । राजू ने मुस्कुराते हुए उसे देखा और उसके दोनों गालों पर चपत लगाते हुए बोला : ठीक से चाट मेरे लण्ड को। अभी तो शुरुआत हुई है और तू अभी से शर्मा रही है। तेरे जैसी खूबसूरत लौंडिया को सिर्फ मैं ही कंट्रोल कर सकता हूँ।
राजू ने अब अपना मोबाइल निकाल लिया और उसमें शैफाली की लण्ड चाटते हुए वीडियो बनाने लगा : चल अब चटाई बहुत हो गई। मेरे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर तब तक चूसती रह जब तक मैं तेरे मुंह मे इसकी पिचकारी न छोड़ दूँ।
शैफाली लण्ड चूस रही थी और राजू उस लण्ड चुसाई की वीडियो बनाने मे व्यस्त था।
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
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