20-01-2022, 12:22 AM
(This post was last modified: 20-01-2022, 09:49 AM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
पार्ट-8
विजय और अनुराग शैफाली से मज़े लेने के बाद अब अपने अपने केबिन में कुछ जरूरी फाइलों को निपटा रहे थे।
उधर इंस्पेक्टर पल्लवी और संगीता अपने केबिन में एक पकड़ी गई लड़की रूपाली का इंटेरोगेशन कर रही थी : तुम्हारे पास से जो 10 ग्राम हेरोइन की पुड़िया मिली है, उसे तुमने कहां से खरीदा ?
रूपाली बोली : मैम मुझे कुछ याद नही आ रहा है
संगीता : ठीक है, अभी याद आ जायेगा। चल अपने सारे कपड़े उतार और हाथ ऊपर करके खड़ी हो जा
रूपाली : नही मैम, मुझे बहुत शर्म आती है कपड़े उतारकर नंगा होने में
संगीता : जल्दी कपड़े उतार, नही तो अभी बाहर से चाय बनाने वाले नौकर राजू को बुलाती हूँ तेरे कपड़े उतारने के लिए।
संगीता ने जैसे ही यह कहा, रूपाली ने फ़टाफ़ट कपड़े उतारने शुरू कर दिए।
रूपाली के बदन पर जब सिर्फ ब्रा और अंडरवियर बच गए तो वह रुक गयी : बस मैम, और नंगा मत करो प्लीज़।
पल्लवी : अपनी ब्रा और अंडरवियर भी उतारो
संगीता : तुझे जब तक यह याद नही आएगा कि तुझे हेरोइन किसने सप्लाई की है, तुझे वही सब करना होगा जो हम हुक्म देंगे। चल नंगी हो जा
दरअसल संगीता और पल्लवी दोनो ही लेस्बियन थीं। उन्हें लड़को से ज्यादा लड़कियों को मसलने में मज़ा आता था और उनकी जॉब भी ऐसी थी जिसमे उन्हें अपनी इस हवस को पूरा करने का भरपूर मौका मिलता था
रूपाली ने अपनी ब्रा और अंडरवियर भी उतार दिए थे और दिए गए हुक्म के अनुसार अपने दोनों हाथ ऊपर करके खड़ी हो गई थी
अब पल्लवी अपनी कुर्सी से उठकर रूपाली के पास पहुंच गई और उसके बदन पर अपना हाथ फिराते हुए मुस्कराकर बोली : एकदम मस्त माल है लौंडिया, इसे मसलकर बहुत मज़ा आएगा
रूपाली के मम्मे पल्लवी अपने दोनों हाथों में दबाकर उन्हें मसल रही थी और उसके होंठों को भी बीच बीच मे चूम रही थी
रूपाली उसकी पकड़ से छूटने की कोशिश करने लगी तो पल्लवी को गुस्सा आ गया और उसने उसके दोनों गालों पर चपत मारते हुए कहा : चुपचाप खड़ी रह वरना तुझे इसी हालत में पूरे दफ्तर में सबके सामने परेड करवाऊंगी
संगीता अपनी कुर्सी पर बैठी यह सब मज़ेदार तमाशा देख देख कर उत्तेजित हो रही थी
संगीता रूपाली से बोली : अब फ़टाफ़ट अपने घुटनों के बल बैठ जा और पल्लवी मैम को खुश कर
रूपाली पल्लवी के आगे घुटनों के बल बैठ गयी
पल्लवी ने अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खिसकाया और अपनी गीली योनि की तरफ इशारा करते हुए रूपाली से बोली : चल इसे अपनी जीभ से चाट चाट कर मुझे खुश कर
रूपाली ने जैसे ही पल्लवी के योनि प्रदेश को चाटना शुरू किया, संगीता भी अपनी सीट से उठकर रूपाली के पास आ गयी और उसकी पीठ पर थोड़ी थोड़ी देर बाद हंटर मारते हुए कहने लगीं : ठीक से चाट वरना और हंटर लगेंगे।
पल्लवी संगीता की तरफ देखकर हंसते हुए बोलती है : कुछ भी कहो साली बहुत मस्त चाट रही है। तुझे भी बहुत मज़ा आएगा
इस बीच संगीता ने भी अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खिसका दिए
पल्लवी ने संगीता के हाथ से हंटर अपने हाथ मे ले लिया और उसका एक स्ट्रोक रूपाली को लगाते हुए बोली : चल अब संगीता मैम को उसी तरह खुश कर जैसे मुझे किया है ।
संगीता रूपाली के चेहरे को अपने दोनों हाथों से पकड़कर उसे अपने योनि प्रदेश पर रगड़ने लगी
पल्लवी बीच बीच मे हन्टर के स्ट्रोक रूपाली के बदन पर मारते हुए बोल रही थी : ठीक से चाट साली
संगीता ने जब पूरे मज़े लेने के बाद रूपाली को छोड़ा तो रूपाली बोली : मैम मुझे कुल्ला करने वाशरूम जाना है
पल्लवी : क्यों तुझे कुल्ला क्यों करना है ?
रूपाली ने कोई जबाब नही दिया तो संगीता बोली : लगता है यह चिकनी अपनी औकात भूल गयी है
पल्लवी बोली : अभी ही इसे इसकी औकात बता देते है
यह कहते ही पल्लवी वहां रखे सोफे पर पैर फैलाकर बैठ गईं और रूपाली से बोली : इधर आकर मेरी टाँगों पर लेट जा
रूपाली पल्लवी की टाँगों पर लेट गई। पल्लवी ने उसके चेहरे को एडजस्ट करके अपने चेहरे के सामने किया और रूपाली से बोली : चल अपना मुंह खोल
रूपाली ने अपना मुंह खोल दिया
पल्लवी फिर से बोली : ठीक से खोल चिकनी
रूपाली ने अपने मुंह को थोड़ा और बड़ा करके खोल दिया
अब रूपाली के मुंह मे पल्लवी ने अपना थूक डाल दिया और उसके गालों पर चपत मारते हुए बोली : इसे प्रसाद समझकर निगल जा
संगीता : तुझे तेरी औकात बताने के लिए यह सब किया जा रहा है। हमारी पेशाब भी तुझे यहां खुशी खुशी पीने में कोई ऐतराज नही होना चाहिए।
रूपाली जब पल्लवी का थूक निगल चुकी तो उसने रूपाली को उल्टा करके अपनी जाँघों पर लिटा लिया और इसके नितम्बों को थपथपाने लगी।
शेष अगले भाग में
विजय और अनुराग शैफाली से मज़े लेने के बाद अब अपने अपने केबिन में कुछ जरूरी फाइलों को निपटा रहे थे।
उधर इंस्पेक्टर पल्लवी और संगीता अपने केबिन में एक पकड़ी गई लड़की रूपाली का इंटेरोगेशन कर रही थी : तुम्हारे पास से जो 10 ग्राम हेरोइन की पुड़िया मिली है, उसे तुमने कहां से खरीदा ?
रूपाली बोली : मैम मुझे कुछ याद नही आ रहा है
संगीता : ठीक है, अभी याद आ जायेगा। चल अपने सारे कपड़े उतार और हाथ ऊपर करके खड़ी हो जा
रूपाली : नही मैम, मुझे बहुत शर्म आती है कपड़े उतारकर नंगा होने में
संगीता : जल्दी कपड़े उतार, नही तो अभी बाहर से चाय बनाने वाले नौकर राजू को बुलाती हूँ तेरे कपड़े उतारने के लिए।
संगीता ने जैसे ही यह कहा, रूपाली ने फ़टाफ़ट कपड़े उतारने शुरू कर दिए।
रूपाली के बदन पर जब सिर्फ ब्रा और अंडरवियर बच गए तो वह रुक गयी : बस मैम, और नंगा मत करो प्लीज़।
पल्लवी : अपनी ब्रा और अंडरवियर भी उतारो
संगीता : तुझे जब तक यह याद नही आएगा कि तुझे हेरोइन किसने सप्लाई की है, तुझे वही सब करना होगा जो हम हुक्म देंगे। चल नंगी हो जा
दरअसल संगीता और पल्लवी दोनो ही लेस्बियन थीं। उन्हें लड़को से ज्यादा लड़कियों को मसलने में मज़ा आता था और उनकी जॉब भी ऐसी थी जिसमे उन्हें अपनी इस हवस को पूरा करने का भरपूर मौका मिलता था
रूपाली ने अपनी ब्रा और अंडरवियर भी उतार दिए थे और दिए गए हुक्म के अनुसार अपने दोनों हाथ ऊपर करके खड़ी हो गई थी
अब पल्लवी अपनी कुर्सी से उठकर रूपाली के पास पहुंच गई और उसके बदन पर अपना हाथ फिराते हुए मुस्कराकर बोली : एकदम मस्त माल है लौंडिया, इसे मसलकर बहुत मज़ा आएगा
रूपाली के मम्मे पल्लवी अपने दोनों हाथों में दबाकर उन्हें मसल रही थी और उसके होंठों को भी बीच बीच मे चूम रही थी
रूपाली उसकी पकड़ से छूटने की कोशिश करने लगी तो पल्लवी को गुस्सा आ गया और उसने उसके दोनों गालों पर चपत मारते हुए कहा : चुपचाप खड़ी रह वरना तुझे इसी हालत में पूरे दफ्तर में सबके सामने परेड करवाऊंगी
संगीता अपनी कुर्सी पर बैठी यह सब मज़ेदार तमाशा देख देख कर उत्तेजित हो रही थी
संगीता रूपाली से बोली : अब फ़टाफ़ट अपने घुटनों के बल बैठ जा और पल्लवी मैम को खुश कर
रूपाली पल्लवी के आगे घुटनों के बल बैठ गयी
पल्लवी ने अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खिसकाया और अपनी गीली योनि की तरफ इशारा करते हुए रूपाली से बोली : चल इसे अपनी जीभ से चाट चाट कर मुझे खुश कर
रूपाली ने जैसे ही पल्लवी के योनि प्रदेश को चाटना शुरू किया, संगीता भी अपनी सीट से उठकर रूपाली के पास आ गयी और उसकी पीठ पर थोड़ी थोड़ी देर बाद हंटर मारते हुए कहने लगीं : ठीक से चाट वरना और हंटर लगेंगे।
पल्लवी संगीता की तरफ देखकर हंसते हुए बोलती है : कुछ भी कहो साली बहुत मस्त चाट रही है। तुझे भी बहुत मज़ा आएगा
इस बीच संगीता ने भी अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खिसका दिए
पल्लवी ने संगीता के हाथ से हंटर अपने हाथ मे ले लिया और उसका एक स्ट्रोक रूपाली को लगाते हुए बोली : चल अब संगीता मैम को उसी तरह खुश कर जैसे मुझे किया है ।
संगीता रूपाली के चेहरे को अपने दोनों हाथों से पकड़कर उसे अपने योनि प्रदेश पर रगड़ने लगी
पल्लवी बीच बीच मे हन्टर के स्ट्रोक रूपाली के बदन पर मारते हुए बोल रही थी : ठीक से चाट साली
संगीता ने जब पूरे मज़े लेने के बाद रूपाली को छोड़ा तो रूपाली बोली : मैम मुझे कुल्ला करने वाशरूम जाना है
पल्लवी : क्यों तुझे कुल्ला क्यों करना है ?
रूपाली ने कोई जबाब नही दिया तो संगीता बोली : लगता है यह चिकनी अपनी औकात भूल गयी है
पल्लवी बोली : अभी ही इसे इसकी औकात बता देते है
यह कहते ही पल्लवी वहां रखे सोफे पर पैर फैलाकर बैठ गईं और रूपाली से बोली : इधर आकर मेरी टाँगों पर लेट जा
रूपाली पल्लवी की टाँगों पर लेट गई। पल्लवी ने उसके चेहरे को एडजस्ट करके अपने चेहरे के सामने किया और रूपाली से बोली : चल अपना मुंह खोल
रूपाली ने अपना मुंह खोल दिया
पल्लवी फिर से बोली : ठीक से खोल चिकनी
रूपाली ने अपने मुंह को थोड़ा और बड़ा करके खोल दिया
अब रूपाली के मुंह मे पल्लवी ने अपना थूक डाल दिया और उसके गालों पर चपत मारते हुए बोली : इसे प्रसाद समझकर निगल जा
संगीता : तुझे तेरी औकात बताने के लिए यह सब किया जा रहा है। हमारी पेशाब भी तुझे यहां खुशी खुशी पीने में कोई ऐतराज नही होना चाहिए।
रूपाली जब पल्लवी का थूक निगल चुकी तो उसने रूपाली को उल्टा करके अपनी जाँघों पर लिटा लिया और इसके नितम्बों को थपथपाने लगी।
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा