19-01-2022, 06:09 PM
(This post was last modified: 19-01-2022, 07:21 PM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
PART-7
इंस्पेक्टर विजय ने अपना खड़ा लण्ड सहलाते हुए एक बार जी भरकर शैफाली को देखा और फिर बोला : अब तक तूने यह नहीं बताया है की तुझे 5 किलो हेरोइन कहाँ से मिली थी, अब तेरी खबर मैं ऐसे लूँगा कि तू फटाफट अपनी जुबान खोलने पर मजबूर हो जाएगी
यह कहकर विजय ने वहां रखे चमड़े के हंटर को अपने हाथ में लिया और उसके स्ट्रोक शैफाली के निर्वस्त्र बदन पर मारने लगा. शैफाली के हाथ पैर बंधे हुए थे इसलिए जब हंटर का स्ट्रोक लगता तो उसके बदन का बीच का योनि वाला हिस्सा उछल कर ऊपर हो रहा था. यह देखकर विजय को और भी मज़ा आ रहा था. वह वहीं पर कुर्सी पर बैठ गया और अब धीरे धीरे शैफाली के बदन पर स्ट्रोक लगाने लगा. इस सारे खेल में विजय का लण्ड कड़क होकर एकदम पैन्ट से बाहर निकलने को बेताब हो रहा था.
उसने अपने हाथ के हंटर को एक तरफ रख दिया और अपनी पैन्ट की ज़िप खोलकर उसमे से अपने खड़े लण्ड को बाहर निकालकर उसे शैफाली के होंठों पर टिका दिया : इसे अपने मुंह में लेकर अपनी जीभ इस पर फिराओ
शैफाली बेबस थी. उसने फटाफट विजय के लण्ड को अपने मुंह में ले लिया और उसे अपनी जीभ से चाटने सहलाने लगी.
कुछ देर बाद विजय ने अपने लण्ड की पिचकारी शैफाली में मुंह के अंदर छोड़ दी और उसे शैफाली खुशी खुशी पी गयी.
विजय ने अपने लण्ड को पैन्ट के अंदर कर लिया और शैफाली के हाथ पैर खोलकर उसे आज़ाद कर दिया.
कुर्सी पर बैठते हुए वह शैफाली से बोला : देखो अभी हम सभी लोग तुम्हारी जवानी का मज़ा लेकर बार बार छोड़ रहे हैं, इसका यह मतलब नहीं है कि तुम उस आदमी का नाम बताने से बच जाओगी जिसने तुम्हे हेरोइन सप्लाई की है. हमारे पास पूरे पंद्रह दिनों का वक्त है तुम्हारा इंटेरोगेशन करने के लिए. अगर तुम जल्दी बता दोगी तो तुम्हे ज्यादा तकलीफ नहीं होगी वरना आने वाले दिनों में हमें तुम्हारे साथ ऐसे तरीके अपनाने पड़ेंगे जिन्हे तुम शायद सहन भी नहीं कर सकोगी
यह सब सुनते सुनते शैफाली ने रोना शुरू कर दिया : इंस्पेक्टर साहब ,आप जो भी कहेंगे मैं वह सब करने के लिए तैयार हूँ. बस मुझे छोड़ दें.
विजय : तुझे छोड़ कैसे दें चिकनी. अभी तो तेरी मस्त मस्त जवानी के हमने ठीक से मज़े भी नहीं लिए हैं - अगले पंद्रह दिनों तक तुझे जी भरकर पेला जाएगा. चल अब ऐसा कर मैं अपने मोबाइल पर एक गाना चलाऊंगा तू मुझे इस पर बढ़िया सा सेक्सी डांस करके दिखा.
इतना कहने के साथ ही विजय के मोबाइल पर -" मेरी जवानी बड़ी मस्त मस्त है " गाना बजने लगा और शैफाली उस गाने पर निर्वस्त्र अवस्था में सेक्सी डांस करने लगी.
शैफाली के डांस ख़त्म होते होते विजय का लण्ड फिर से खड़ा हो चुका था उसने शैफाली को हुक्म दिया : जा अब उस बेंच पर जाकर लेट जा-अब तेरी तबियत से चुदाई की जाएगी
शैफाली बेंच पर जाकर लेट गयी और विजय अपने कपडे उतारकर उसके ऊपर लेटकर उसकी योनि में अपना लण्ड घुसेड़कर उसकी चुदाई करने लगा. इस बीच वह अपने चेहरे को शैफाली के गोरे गालों पर भी रगड़ता रहा और उसके रसीले होंठों को भी चूसता रहा. उसके सीने के नीचे दबे शैफाली के मखमली मम्मे विजय की मस्ती को और भी बढ़ा रहे थे.
शैफाली के मखमली बदन को काफी देर तक विजय इसी तरह रौंदता रहा और फिर उससे बोला : अब अपने कपडे पहनकर अपने कमरे में चली जा. तेरी बाकी की खबर अब रात में ली जाएगी.
शेष अगले भाग में
इंस्पेक्टर विजय ने अपना खड़ा लण्ड सहलाते हुए एक बार जी भरकर शैफाली को देखा और फिर बोला : अब तक तूने यह नहीं बताया है की तुझे 5 किलो हेरोइन कहाँ से मिली थी, अब तेरी खबर मैं ऐसे लूँगा कि तू फटाफट अपनी जुबान खोलने पर मजबूर हो जाएगी
यह कहकर विजय ने वहां रखे चमड़े के हंटर को अपने हाथ में लिया और उसके स्ट्रोक शैफाली के निर्वस्त्र बदन पर मारने लगा. शैफाली के हाथ पैर बंधे हुए थे इसलिए जब हंटर का स्ट्रोक लगता तो उसके बदन का बीच का योनि वाला हिस्सा उछल कर ऊपर हो रहा था. यह देखकर विजय को और भी मज़ा आ रहा था. वह वहीं पर कुर्सी पर बैठ गया और अब धीरे धीरे शैफाली के बदन पर स्ट्रोक लगाने लगा. इस सारे खेल में विजय का लण्ड कड़क होकर एकदम पैन्ट से बाहर निकलने को बेताब हो रहा था.
उसने अपने हाथ के हंटर को एक तरफ रख दिया और अपनी पैन्ट की ज़िप खोलकर उसमे से अपने खड़े लण्ड को बाहर निकालकर उसे शैफाली के होंठों पर टिका दिया : इसे अपने मुंह में लेकर अपनी जीभ इस पर फिराओ
शैफाली बेबस थी. उसने फटाफट विजय के लण्ड को अपने मुंह में ले लिया और उसे अपनी जीभ से चाटने सहलाने लगी.
कुछ देर बाद विजय ने अपने लण्ड की पिचकारी शैफाली में मुंह के अंदर छोड़ दी और उसे शैफाली खुशी खुशी पी गयी.
विजय ने अपने लण्ड को पैन्ट के अंदर कर लिया और शैफाली के हाथ पैर खोलकर उसे आज़ाद कर दिया.
कुर्सी पर बैठते हुए वह शैफाली से बोला : देखो अभी हम सभी लोग तुम्हारी जवानी का मज़ा लेकर बार बार छोड़ रहे हैं, इसका यह मतलब नहीं है कि तुम उस आदमी का नाम बताने से बच जाओगी जिसने तुम्हे हेरोइन सप्लाई की है. हमारे पास पूरे पंद्रह दिनों का वक्त है तुम्हारा इंटेरोगेशन करने के लिए. अगर तुम जल्दी बता दोगी तो तुम्हे ज्यादा तकलीफ नहीं होगी वरना आने वाले दिनों में हमें तुम्हारे साथ ऐसे तरीके अपनाने पड़ेंगे जिन्हे तुम शायद सहन भी नहीं कर सकोगी
यह सब सुनते सुनते शैफाली ने रोना शुरू कर दिया : इंस्पेक्टर साहब ,आप जो भी कहेंगे मैं वह सब करने के लिए तैयार हूँ. बस मुझे छोड़ दें.
विजय : तुझे छोड़ कैसे दें चिकनी. अभी तो तेरी मस्त मस्त जवानी के हमने ठीक से मज़े भी नहीं लिए हैं - अगले पंद्रह दिनों तक तुझे जी भरकर पेला जाएगा. चल अब ऐसा कर मैं अपने मोबाइल पर एक गाना चलाऊंगा तू मुझे इस पर बढ़िया सा सेक्सी डांस करके दिखा.
इतना कहने के साथ ही विजय के मोबाइल पर -" मेरी जवानी बड़ी मस्त मस्त है " गाना बजने लगा और शैफाली उस गाने पर निर्वस्त्र अवस्था में सेक्सी डांस करने लगी.
शैफाली के डांस ख़त्म होते होते विजय का लण्ड फिर से खड़ा हो चुका था उसने शैफाली को हुक्म दिया : जा अब उस बेंच पर जाकर लेट जा-अब तेरी तबियत से चुदाई की जाएगी
शैफाली बेंच पर जाकर लेट गयी और विजय अपने कपडे उतारकर उसके ऊपर लेटकर उसकी योनि में अपना लण्ड घुसेड़कर उसकी चुदाई करने लगा. इस बीच वह अपने चेहरे को शैफाली के गोरे गालों पर भी रगड़ता रहा और उसके रसीले होंठों को भी चूसता रहा. उसके सीने के नीचे दबे शैफाली के मखमली मम्मे विजय की मस्ती को और भी बढ़ा रहे थे.
शैफाली के मखमली बदन को काफी देर तक विजय इसी तरह रौंदता रहा और फिर उससे बोला : अब अपने कपडे पहनकर अपने कमरे में चली जा. तेरी बाकी की खबर अब रात में ली जाएगी.
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा