17-01-2022, 03:27 PM
(This post was last modified: 17-01-2022, 03:37 PM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
PART-3
अमित शैफाली को लेकर और बाकी के अफसर अन्य 20 आरोपियों को लेकर एन सी बी के दफ्तर जब तक पहुंचे रात के 2 बज रहे थे.
अमित ने अपनी टीम के सभी अफसरों को बुलाया और कहा : आप सबके लिए मौज मस्ती का पूरा इंतज़ाम तो हो ही गया है. कल सुबह 11 बजे कोर्ट में इन सबको पेश करके 15 दिनों का रिमांड माँगा जाएगा. उसके बाद आराम आराम से इन लोगों के साथ मौज़ मस्ती करते रहना. अभी तो ऐसा करो कि जितनी भी रात बची है, उसका पूरा फायदा उठाओ
सभी टीम मेंबर्स अमित का इशारा समझ गए और खुश होते हुए बोले : "जी सर. थैंक यू एंड गुड़ नाईट."
सबके जाने के बाद अमित ने अपने केबिन को अंदर से बंद कर लिया और शैफाली को अपने केबिन के अंदर ही बने साइड रूम में लेकर आ गया
शैफाली समझ गयी थी कि अब उसके पास कोई और रास्ता नहीं बचा है और उसकी भलाई इसी में है कि वह अमित जो कहे उसे करती जाए
इधर बाकी के अफसर भी अपने 5-5 लोगों के ग्रुप को लेकर अपने अपने केबिन में आ गए थे.
आइए देखते हैं कि अनुराग के केबिन में क्या चल रहा है
अनुराग की आयु लगभग 27 साल थी और वह अभी तक अविवाहित था. देखने में हट्टा कट्टा और 6 फ़ीट 1 इंच लम्बा था. इस समय उसने अपनी सरकारी वर्दी पहनी हुई थी
अनुराग अपने केबिन में पड़े हुए एक सोफे पर आराम करने की मुद्रा में बैठा हुआ था और उसके सामने 5 खूबसूरत लडकियां और एक मॉडल जैसा दिखने वाला चिकना लड़का खड़ा हुआ था. सभी के हाथ पीछे की तरफ हथकड़ियों से बंधे हुए थे. कुल मिलकर माहौल ऐसा बना हुआ था कि अनुराग की पैंट के अंदर लन्ड लगातार तनकर खड़ा होता जा रहा था.
अनुराग ने लड़के की तरफ देखकर उसे उंगली के इशारे से अपनी तरफ बुलाया : इधर आओ
लड़का आगे बढ़कर अनुराग के सामने आकर खड़ा हो गया
अनुराग : क्या नाम है तुम्हारा, क्या करते हो, कितनी उम्र है, सब बताओ अपने बारे में.
लड़का : सर मेरा नाम आयुष है-मेरी उम्र 19 साल की है और मैं अभी मॉडलिंग और एक्टिंग कर रहा हूँ. टी वी सीरियल-"चित भी मेरी पट भी मेरी" में मैं एक अहम् भूमिका अदा कर रहा हूँ.
अनुराग : मेरे नज़दीक आओ
आयुष अनुराग के बिलकुल नज़दीक चला गया
अनुराग : पीछे घूमो
आयुष पीछे घूमकर खड़ा हो गया तो अनुराग ने उसकी हथकड़ी खोल दी और उससे बोला : अब
ऐसा करो अपने सारे कपडे उतारो और अपने हाथ ऊपर करके खड़े हो जाओ.
आयुष अब लड़कियों की और देखकर शर्माने लगा
अनुराग उसकी दुविधा को समझ रहा था लेकिन वह तो मज़े लेने के मूड में ही था : जल्दी उतारो कपडे. मेरे पास टाइम कम है.
कोई और रास्ता न देखकर , आयुष ने अपने कपडे उतारने शुरू कर दिए. कुछ ही देर में उसके बदन पर सिर्फ एक अंडरवियर ही रह गया था.
अनुराग रौब से बोला : अंडरवियर भी उतारो
आयुष ने हिचकते हुए अपना अंडरवियर भी उतार दिया.
अनुराग सोफे से उठकर आयुष के पास पहुंचा और उसके गोरे चिकने बदन पर अपना हाथ फिराने लगा.आयुष का चेहरा शर्म की वजह से लड़कियों की तरह लाल हो रहा था.
अनुराग ने काफी देर तक आयुष को इसी तरह ज़लील किया और फिर उससे कहा : अब तुम दीवार की तरफ मुंह करके दीवार से सटकर और अपने हाथ ऊपर करके खड़े हो जाओ. जब तक मैं न कहूँ, तुम इसी तरह खड़े रहोगे
आयुष जिस तरह से कहा गया था, उसी तरीके से हाथ ऊपर करके दीवार की तरफ मुंह करके खड़ा हो गया.
अब अनुराग ने लड़कियों से कहा : तुम भी एक एक करके बारी बारी से अपने बारे में वही सब कुछ बताओ जो अभी आयुष ने बताया था
पहली लड़की बोली : सर मैं भावना हूँ -मेरी उम्र 18 साल है मैं भी इसी टी वी सीरियल में काम करती हूँ जिसमे आयुष काम करता है
अनुराग : ठीक है, इधर आओ मेरे पास और पीछे घूमकर खड़ी हो जाओ
भावना की भी हथकड़ी अनुराग ने खोल दीं और उससे बोला : तुम भी अपने सारे कपडे उतारो और अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो जाओ.
भावना हिम्मत करके बोली : सर मैं आपके सामने अपने कपडे नहीं उतारूंगी . मैडम मेरे कपडे पहले ही उतरवा कर तलाशी ले चुकी हैं -मैं मैडम के सामने ही अपने कपडे उतारूंगी
अनुराग : तुम लोग कान खोलकर सुन लो. तुम सब के पास से दस दस ग्राम हेरोइन की पुड़िया बरामद हुई है जिसके लिए तुम्हे कम से कम 10 सालों की जेल हो सकती है. अगर तुम सब यह चाहते हो कि तुम्हारे केस को कोर्ट में इस तरह से पेश किया जाए कि तुम्हे सजा कम से कम हो तो मुझे कायदे कानून समझाने की बजाये वह सब करो जो मैं कहता हूँ.
इसके बाद भावना ने बिना किसी आनाकानी के अपने सारे कपडे उतार दिए और अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो गयी. इस बीच अनुराग ने बाकी लड़कियों की भी हथकड़ी खोलकर उनके भी सारे कपडे उतरवा दिए.
अब चारों लड़कियां अनुराग के सामने अपने हाथ ऊपर उठाये एकदम निर्वस्त्र अवस्था में खड़ी हुई थीं.
अनुराग ने एक एक करके बारी बारी से उन सबके गोरे चिकने बदन पर अपना हाथ फिराया, उनके मम्मे हाथों में लेकर मसले और दबाये और उनके रसीले होंठों को अपने मुंह में लेकर चूमा चाटी भी की और उनकी योनि के चिकने भाग पर भी अपना हाथ फिराया और फिर दोबारा से सोफे पर बैठता हुआ बोला : अब मैं तुम चारों के फायदे के लिए एक कम्पटीशन आयोजित कर रहा हूँ. तुम चारों एक एक करके बारी बारी से मेरा लन्ड चूसोगी -इस लन्ड चूसने की प्रतियोगिता में जो लड़की फर्स्ट आएगी उसकी हेरोइन को 10 ग्राम की जगह 2 ग्राम कर दिया जाएगा, जिसके लिए सिर्फ 6 महीने की जेल है. जो लड़की दूसरे नंबर पर आएगी, उसकी हेरोइन को 10 ग्राम से घटाकर 3 ग्राम कर दिया जाएगा जिसके लिए सिर्फ एक साल की जेल है और जो लड़की तीसरे नंबर पर आएगी, उसकी हेरोइन को 10 ग्राम से घटाकर 5 ग्राम कर दिया जाएगा जिसके लिए 2 साल की जेल है
अनुराग यह सब कह ही रहा था कि आयुष वहीं से खड़े खड़े बोल पड़ा : सर,मैंने क्या गलती की है कि आप मुझे इस प्रतियोगिता से बाहर रख रहे हैं. मुझे भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका दिया जाए.
आयुष की बात सुनकर अनुराग ने मन में सोचा-मुझे तो अपना लन्ड ही चुसवाना है, इसे भी मौका देते हैं.
अनुराग बोला : ठीक है, तुम्हे भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने का पूरा मौका दिया जाएगा
शेष अगले भाग में
अमित शैफाली को लेकर और बाकी के अफसर अन्य 20 आरोपियों को लेकर एन सी बी के दफ्तर जब तक पहुंचे रात के 2 बज रहे थे.
अमित ने अपनी टीम के सभी अफसरों को बुलाया और कहा : आप सबके लिए मौज मस्ती का पूरा इंतज़ाम तो हो ही गया है. कल सुबह 11 बजे कोर्ट में इन सबको पेश करके 15 दिनों का रिमांड माँगा जाएगा. उसके बाद आराम आराम से इन लोगों के साथ मौज़ मस्ती करते रहना. अभी तो ऐसा करो कि जितनी भी रात बची है, उसका पूरा फायदा उठाओ
सभी टीम मेंबर्स अमित का इशारा समझ गए और खुश होते हुए बोले : "जी सर. थैंक यू एंड गुड़ नाईट."
सबके जाने के बाद अमित ने अपने केबिन को अंदर से बंद कर लिया और शैफाली को अपने केबिन के अंदर ही बने साइड रूम में लेकर आ गया
शैफाली समझ गयी थी कि अब उसके पास कोई और रास्ता नहीं बचा है और उसकी भलाई इसी में है कि वह अमित जो कहे उसे करती जाए
इधर बाकी के अफसर भी अपने 5-5 लोगों के ग्रुप को लेकर अपने अपने केबिन में आ गए थे.
आइए देखते हैं कि अनुराग के केबिन में क्या चल रहा है
अनुराग की आयु लगभग 27 साल थी और वह अभी तक अविवाहित था. देखने में हट्टा कट्टा और 6 फ़ीट 1 इंच लम्बा था. इस समय उसने अपनी सरकारी वर्दी पहनी हुई थी
अनुराग अपने केबिन में पड़े हुए एक सोफे पर आराम करने की मुद्रा में बैठा हुआ था और उसके सामने 5 खूबसूरत लडकियां और एक मॉडल जैसा दिखने वाला चिकना लड़का खड़ा हुआ था. सभी के हाथ पीछे की तरफ हथकड़ियों से बंधे हुए थे. कुल मिलकर माहौल ऐसा बना हुआ था कि अनुराग की पैंट के अंदर लन्ड लगातार तनकर खड़ा होता जा रहा था.
अनुराग ने लड़के की तरफ देखकर उसे उंगली के इशारे से अपनी तरफ बुलाया : इधर आओ
लड़का आगे बढ़कर अनुराग के सामने आकर खड़ा हो गया
अनुराग : क्या नाम है तुम्हारा, क्या करते हो, कितनी उम्र है, सब बताओ अपने बारे में.
लड़का : सर मेरा नाम आयुष है-मेरी उम्र 19 साल की है और मैं अभी मॉडलिंग और एक्टिंग कर रहा हूँ. टी वी सीरियल-"चित भी मेरी पट भी मेरी" में मैं एक अहम् भूमिका अदा कर रहा हूँ.
अनुराग : मेरे नज़दीक आओ
आयुष अनुराग के बिलकुल नज़दीक चला गया
अनुराग : पीछे घूमो
आयुष पीछे घूमकर खड़ा हो गया तो अनुराग ने उसकी हथकड़ी खोल दी और उससे बोला : अब
ऐसा करो अपने सारे कपडे उतारो और अपने हाथ ऊपर करके खड़े हो जाओ.
आयुष अब लड़कियों की और देखकर शर्माने लगा
अनुराग उसकी दुविधा को समझ रहा था लेकिन वह तो मज़े लेने के मूड में ही था : जल्दी उतारो कपडे. मेरे पास टाइम कम है.
कोई और रास्ता न देखकर , आयुष ने अपने कपडे उतारने शुरू कर दिए. कुछ ही देर में उसके बदन पर सिर्फ एक अंडरवियर ही रह गया था.
अनुराग रौब से बोला : अंडरवियर भी उतारो
आयुष ने हिचकते हुए अपना अंडरवियर भी उतार दिया.
अनुराग सोफे से उठकर आयुष के पास पहुंचा और उसके गोरे चिकने बदन पर अपना हाथ फिराने लगा.आयुष का चेहरा शर्म की वजह से लड़कियों की तरह लाल हो रहा था.
अनुराग ने काफी देर तक आयुष को इसी तरह ज़लील किया और फिर उससे कहा : अब तुम दीवार की तरफ मुंह करके दीवार से सटकर और अपने हाथ ऊपर करके खड़े हो जाओ. जब तक मैं न कहूँ, तुम इसी तरह खड़े रहोगे
आयुष जिस तरह से कहा गया था, उसी तरीके से हाथ ऊपर करके दीवार की तरफ मुंह करके खड़ा हो गया.
अब अनुराग ने लड़कियों से कहा : तुम भी एक एक करके बारी बारी से अपने बारे में वही सब कुछ बताओ जो अभी आयुष ने बताया था
पहली लड़की बोली : सर मैं भावना हूँ -मेरी उम्र 18 साल है मैं भी इसी टी वी सीरियल में काम करती हूँ जिसमे आयुष काम करता है
अनुराग : ठीक है, इधर आओ मेरे पास और पीछे घूमकर खड़ी हो जाओ
भावना की भी हथकड़ी अनुराग ने खोल दीं और उससे बोला : तुम भी अपने सारे कपडे उतारो और अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो जाओ.
भावना हिम्मत करके बोली : सर मैं आपके सामने अपने कपडे नहीं उतारूंगी . मैडम मेरे कपडे पहले ही उतरवा कर तलाशी ले चुकी हैं -मैं मैडम के सामने ही अपने कपडे उतारूंगी
अनुराग : तुम लोग कान खोलकर सुन लो. तुम सब के पास से दस दस ग्राम हेरोइन की पुड़िया बरामद हुई है जिसके लिए तुम्हे कम से कम 10 सालों की जेल हो सकती है. अगर तुम सब यह चाहते हो कि तुम्हारे केस को कोर्ट में इस तरह से पेश किया जाए कि तुम्हे सजा कम से कम हो तो मुझे कायदे कानून समझाने की बजाये वह सब करो जो मैं कहता हूँ.
इसके बाद भावना ने बिना किसी आनाकानी के अपने सारे कपडे उतार दिए और अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो गयी. इस बीच अनुराग ने बाकी लड़कियों की भी हथकड़ी खोलकर उनके भी सारे कपडे उतरवा दिए.
अब चारों लड़कियां अनुराग के सामने अपने हाथ ऊपर उठाये एकदम निर्वस्त्र अवस्था में खड़ी हुई थीं.
अनुराग ने एक एक करके बारी बारी से उन सबके गोरे चिकने बदन पर अपना हाथ फिराया, उनके मम्मे हाथों में लेकर मसले और दबाये और उनके रसीले होंठों को अपने मुंह में लेकर चूमा चाटी भी की और उनकी योनि के चिकने भाग पर भी अपना हाथ फिराया और फिर दोबारा से सोफे पर बैठता हुआ बोला : अब मैं तुम चारों के फायदे के लिए एक कम्पटीशन आयोजित कर रहा हूँ. तुम चारों एक एक करके बारी बारी से मेरा लन्ड चूसोगी -इस लन्ड चूसने की प्रतियोगिता में जो लड़की फर्स्ट आएगी उसकी हेरोइन को 10 ग्राम की जगह 2 ग्राम कर दिया जाएगा, जिसके लिए सिर्फ 6 महीने की जेल है. जो लड़की दूसरे नंबर पर आएगी, उसकी हेरोइन को 10 ग्राम से घटाकर 3 ग्राम कर दिया जाएगा जिसके लिए सिर्फ एक साल की जेल है और जो लड़की तीसरे नंबर पर आएगी, उसकी हेरोइन को 10 ग्राम से घटाकर 5 ग्राम कर दिया जाएगा जिसके लिए 2 साल की जेल है
अनुराग यह सब कह ही रहा था कि आयुष वहीं से खड़े खड़े बोल पड़ा : सर,मैंने क्या गलती की है कि आप मुझे इस प्रतियोगिता से बाहर रख रहे हैं. मुझे भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका दिया जाए.
आयुष की बात सुनकर अनुराग ने मन में सोचा-मुझे तो अपना लन्ड ही चुसवाना है, इसे भी मौका देते हैं.
अनुराग बोला : ठीक है, तुम्हे भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने का पूरा मौका दिया जाएगा
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा