17-05-2019, 03:34 PM
अर्चना प्लास से नॉब को पकड़ती है और प्लम्बर पेचकस से पेंच को खोलने की कोशिश करता है साथ ही साथ वो अपने हाथ की कोहनी से अर्चना के चूचों पर टच करता है। अर्चना कुछ नहीं कहती। ये देख कर वो अर्चना के चूचों को अपनी कोहनी से थोड़ा और दबाता है।
प्लम्बर: भाभी जी ज़रा ज़ोर से पकड़ियेगा
(अर्चना जानबूझ कर अपनी गांड को थोड़ा सा मूव कटी है प्लम्बर के आगे को, और अपनी गांड को उसके लण्ड से एक दम चिपका कर ऊपर से रगड़ती है प्लम्बर का खड़ा लण्ड उसे अपनी गांड पर महसूस होता है।)
अर्चना : हाँ भइया, आप चिंता मत करो, पकड़ रखा है आप अपना काम करो पेचकस लगाओ, घूमाओ।
प्लम्बर: भाभी जी वो नीचे थैले में से दूसरी पेचकस दीजिये।
अर्चना नीचे झुकती है और अपनी गांड उपर प्लम्बर को दिखाते हुए दूसरा पेचकस उठती है
अर्चना: भैया ये वाला??
प्लम्बर देखता है भाभी जी एक दम मस्त हैं और चुदाई करवाने के लिए पूरे पूरे हिंट दे रहीं हैं। वो कहता है की नहीं भाभी जी दूसरा वाला। काले रंग का है , ये कह कर प्लम्बर अपनी पेण्ट की ज़िप खोल कर अपना लण्ड बाहर निकल लेता है।
नीचे झुकी हुयी अर्चना की गांड के उपर उसका गाउन एक दम टाइट हो रखा था और उसके गाउन के फटे छेद में से उसकी गांड और उसकी चूत के घने काले काले बाल भी दिख रहे थे
अर्चना : भैया नहीं मिल रहा है
प्लम्बर: अरे भाभी जी मिल गया है और ये कह कर वो अपना मोटा काला लण्ड अर्चना के गाउन के फटे हुए छेद में डाल देता है
अर्चना को प्लम्बर का लण्ड अपनी गांड और चूत पर मह्सूस होता है पर वो कुछ नहीं कहती और खड़ी हो जाती है जिससे प्लम्बर का लंड गाउन के छेद से बाहर आ जाता है।
अर्चना: (प्लम्बर से एक दम सट कर खड़ी होती है उसके बूब्स हलके से प्लम्बर की छाती से प्रेस होते हैं और कहती है) पेचकस मिल गया है तो फिर जल्दी से काम करो न, इंतज़ार किसका कर रहे हो।
प्लम्बर: भाभी जी ज़रा ज़ोर से पकड़ियेगा
(अर्चना जानबूझ कर अपनी गांड को थोड़ा सा मूव कटी है प्लम्बर के आगे को, और अपनी गांड को उसके लण्ड से एक दम चिपका कर ऊपर से रगड़ती है प्लम्बर का खड़ा लण्ड उसे अपनी गांड पर महसूस होता है।)
अर्चना : हाँ भइया, आप चिंता मत करो, पकड़ रखा है आप अपना काम करो पेचकस लगाओ, घूमाओ।
प्लम्बर: भाभी जी वो नीचे थैले में से दूसरी पेचकस दीजिये।
अर्चना नीचे झुकती है और अपनी गांड उपर प्लम्बर को दिखाते हुए दूसरा पेचकस उठती है
अर्चना: भैया ये वाला??
प्लम्बर देखता है भाभी जी एक दम मस्त हैं और चुदाई करवाने के लिए पूरे पूरे हिंट दे रहीं हैं। वो कहता है की नहीं भाभी जी दूसरा वाला। काले रंग का है , ये कह कर प्लम्बर अपनी पेण्ट की ज़िप खोल कर अपना लण्ड बाहर निकल लेता है।
नीचे झुकी हुयी अर्चना की गांड के उपर उसका गाउन एक दम टाइट हो रखा था और उसके गाउन के फटे छेद में से उसकी गांड और उसकी चूत के घने काले काले बाल भी दिख रहे थे
अर्चना : भैया नहीं मिल रहा है
प्लम्बर: अरे भाभी जी मिल गया है और ये कह कर वो अपना मोटा काला लण्ड अर्चना के गाउन के फटे हुए छेद में डाल देता है
अर्चना को प्लम्बर का लण्ड अपनी गांड और चूत पर मह्सूस होता है पर वो कुछ नहीं कहती और खड़ी हो जाती है जिससे प्लम्बर का लंड गाउन के छेद से बाहर आ जाता है।
अर्चना: (प्लम्बर से एक दम सट कर खड़ी होती है उसके बूब्स हलके से प्लम्बर की छाती से प्रेस होते हैं और कहती है) पेचकस मिल गया है तो फिर जल्दी से काम करो न, इंतज़ार किसका कर रहे हो।


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