14-01-2022, 04:31 PM
अच्छा बाबा.. ठीक है.. अब तो डालो..’
‘ओके.. अब मैं आपको चोदूँगा..’
फिर मैंने उनकी चूत को इतना चाटा कि आखिरकार वो दो बार झड़ चुकी थीं। फिर मैंने उनकी चूत में लण्ड डाला तो वो तड़फ़ने लगीं.. शायद मेरा लण्ड ज्यादा मोटा था और फिर मैंने उनको दो बार दम से चोदा।
एक बार फिर गाण्ड भी मारी और हम दोनों थक कर सो गए और जब उठे तो रात के 9 बज चुके थे। वो बिस्तर से उठ नहीं पा रही थीं.. क्योंकि उनकी चूत में भयानक दर्द हो रहा था।
फिर रात को हमें खाना खाया और एक बार चोदने को कहा.. जब वो नहीं मानी तो मैं बोला- तुमने वादा किया है।
वो बोलीं- आज नहीं.. प्लीज़..
तो मैं बोला- ओके.. मुँह में ले लो..
तो भी वे नहीं मान रही थीं.. तो मैंने जबरदस्ती उनके मुँह में लण्ड डाल दिया और उनका मुँह चोदने लगा। थोड़ी देर बाद मेरा सारा स्पर्म वो पी गईं और हम सो गए।
सुबह जब वो रोटी बना रही थीं.. तो मैंने नीचे मुँह डाल कर उनकी चूत चाटने लगा.. वो बहुत मना करती रहीं.. पर मैंने आख़िरकार उनका पानी पी ही लिया।
‘ओके.. अब मैं आपको चोदूँगा..’
फिर मैंने उनकी चूत को इतना चाटा कि आखिरकार वो दो बार झड़ चुकी थीं। फिर मैंने उनकी चूत में लण्ड डाला तो वो तड़फ़ने लगीं.. शायद मेरा लण्ड ज्यादा मोटा था और फिर मैंने उनको दो बार दम से चोदा।
एक बार फिर गाण्ड भी मारी और हम दोनों थक कर सो गए और जब उठे तो रात के 9 बज चुके थे। वो बिस्तर से उठ नहीं पा रही थीं.. क्योंकि उनकी चूत में भयानक दर्द हो रहा था।
फिर रात को हमें खाना खाया और एक बार चोदने को कहा.. जब वो नहीं मानी तो मैं बोला- तुमने वादा किया है।
वो बोलीं- आज नहीं.. प्लीज़..
तो मैं बोला- ओके.. मुँह में ले लो..
तो भी वे नहीं मान रही थीं.. तो मैंने जबरदस्ती उनके मुँह में लण्ड डाल दिया और उनका मुँह चोदने लगा। थोड़ी देर बाद मेरा सारा स्पर्म वो पी गईं और हम सो गए।
सुबह जब वो रोटी बना रही थीं.. तो मैंने नीचे मुँह डाल कर उनकी चूत चाटने लगा.. वो बहुत मना करती रहीं.. पर मैंने आख़िरकार उनका पानी पी ही लिया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.