Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery ट्रेन में मिली देसी चूत
#9
से वही करना पड़ा. उसने जैसे ही मेरा लंड अपने मुँह में लिया, तो मैं जीवन में पहली बार आसामान पर उड़ने लगा था. मुझसे यह बर्दाश्त नहीं हुआ और मैंने अपना पानी छोड़ दिया.

पर मुझे आश्चर्य हुआ कि उसने लंड रस की एक बूंद भी गिरने नहीं दी. वह सारी मलाई अमृत की तरह पी गई.

अब उसे भी मजा आ रहा था तो हम दोनों सिक्सटी नाइन की पोजीशन में आ गए. उसके मुँह में मेरा लंड था और मेरे मुँह में उसकी चुत थी. जितनी अच्छी तरह से मैं उसकी चुत चाट रहा था, उतनी ही बेदर्दी से वो मेरा लंड चाट रही थी.
हम दोनों ने फिर से एक दूसरे के मुँह में अपना पानी छोड़ दिया और निढाल होकर एक दूसरे से चिपके लेटे रहे.

कुछ देर बाद फिर मेरे लंड ने उफान मारा और मैं अब खेल खत्म करना चाहता था, पर वो बुरी तरह से थक चुकी थी.

मैंने उसे परेशान करना ठीक नहीं समझा और उसके बगल में लेट गया. मैं उसके दूध भरे चुचे चूसने लगा.

जब मैंने उसका हाथ अपने लंड पर महसूस किया, तो मैं समझ गया कि खेल अब शुरू हो सकता है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: ट्रेन में मिली देसी चूत - by neerathemall - 14-01-2022, 04:03 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)