14-01-2022, 03:19 PM
इसके पहले की जीजाजी मुझे और ऋतू दीदी को ब्रेकफास्ट के लिए भेज कर निरु के साथ अकेले में नहाने का बोलते, मैं बीच में कुद पडा।
प्रशांत: "ऋतू दीदी आप और जीजाजी ब्रेकफास्ट कर आए, मैं और निरु तब तक नाहा कर तैयार हो जायेंगे"
नीरु अपना बैग खोल कपडे निकालने लगी और जीजाजी को अपनी बिवी के साथ ब्रेकफास्ट के लिए जाना पडा। उनके जाते ही निरु मेरे पास आयी और मुझे गले लगा लिया।
नीरु: "आई ऍम सोर्री, आज रात को चुदाई का वादा नहीं निभा पाउंगी"
प्रशांत: "कोई बात नहीं, साथ में तो नहा ही सकते हैं"
नीरु: "अब इतना तो कर ही सकती हूँ, चलो अंदर"
हम दोनों कई बार पहले भी एक साथ नाहा चुके हैं और एन्जॉय कर चुके है। मुझे इस बात की ख़ुशी थी की मेरी बिवी अभी भी मेरी ही थी। अपने पहनने के कपडे हम अंदर वाशरूम में ही ले गए थे। निरु ने अपने सारे कपडे निकाले और नंगी हो गयी। उसके नंगे सेक्सी बदन को देख मैं वैसे ही पागल हो जाता हूँ। हम दोनों अब बिना कपड़ो के शावर के नीचे खड़े थे। एक दूसरे के अंगो को सहलाते हुए गीला किया और फिर साबुन लगा कर रगडा। उसने मेरे लण्ड को जब साबुन लगाया तो मुझे सबसे ज्यादा ख़ुशी हुयी और मुझे उसके मम्मो और चूत को रगडते हुए ख़ुशी मिली। उसके छुने से और उसको नंगा देखने से मेरा लण्ड तो वैसे ही कड़क होकर ४५ डिग्री के एंगल पर खड़ा था। नहाने के बाद उसने पलट कर शावर बंद किया। उसी वक़्त मैंने उसको पीछे से पकडा और अपना लण्ड उसकी चूत में डाल कर उसको चोदने की कोशिश की पर उसने विरोध किया।
नीरु: "क्या कर रहे हो? जीजाजी और दीदी बाहर आ जायेंगे"
प्रशांत: "इतना जल्दी नहीं आएंगे"
नीरु: "वो कभी भी आ सकते हैं और तुमने प्रोटेक्शन भी नहीं पहना है। तुम्हे याद हैं न, हमें अभी बच्चा नहीं चाहिए"
प्रशांत: "थोड़ा सा तो करने दो, तुम १० तक गिनती बोलो और मैं बाहर निकाल दूंगा"
नीरु: "पक्का, बाहर निकाल दोगे! निकाल देना नहीं तो गड़बड़ हो जाएगी"
नीरु अब मेरा लण्ड अपनी चूत में लेने को तैयार हो गयी। मैंने पीछे से खड़े होकर उसकी चूत में अपना लण्ड डाला। ३ दिन बाद मेरे लण्ड को उसकी चूत की गर्मी मिली थी और मेरा लण्ड बावरा हो गया। मेरे हर धक्के के साथ निरु १ से लेकर १० तक गिनती बोल रही थी। १० धक्को के बाद उसने मुझे रुकने को बोली पर मैं तो बहक चूका था। मैं उसको चोदता ही रहा और वो लगातार अपना एक हाथ पीछे लाकर मुझे रोक रही थी। मैने एक हाथ से उसके मम्मो को भी पकड़ लिया और दूसरे से उसकी कमर पकडे उसको धक्के मार मजे लेता रहा। वो मुझ पर चिल्ला रही थी और मैं उसकी सुन ही नहीं रहा था। फिर निरु ने अपनी गांड से एक जोर का झटका मुझे पीछे की तरफ मारा और मैं उस से दूर हुआ और वो मुझ पर चीख़ने लगी।
नीरु: "यह क्या हो गया हैं आज तुमको! इतनी लापरवाही तो कभी नहीं करता। यह देखा तुम्हारा लण्ड, इसका जूस निकलना शुरू हो चूका है, मैं प्रेगनंट हो गयी तो?"
मैने अपना लण्ड देखा जिसके मुह पर सच में एक बूँद मेरे सीमेन की थी। मैंने उसको सॉरी बोला और हमने फिर सफायी शुरू की। निरु ने सच ही कहा था, जीजाजी को निरु के इतना करीब देख मैं इन्सेक्युरे हो गया था और एक ग़लती करने जा रहा था, जिस से निरु प्रेग्नेंट हो सकती थी। मैने अपना शरीर पोंछ कर कपडे पहन लिए और ध्यान दिया की निरु के कपड़ो के अलावा उसका टु पीेस बिकिनी कस्टूमए भी था जो मैं पहली बार देख रहा था। निरु भी अब नाहा कर कपडे पहनने आ गयी थी।
प्रशांत: "यह नयी बिकिनी तुम्हारी हैं?"
नीरु: "आज हम बीच पर जाएंगे तो कपड़ो के अंदर ही बिकिनी पहन कर जाउँगी। वहाँ जाते ही चेंज नहीं करना पडेगा"
प्रशांत: "मगर यह तो टु पीेस बिकिनी है। बीच पर काफी लोग होगे, थोड़ा बॉडी ढकने वाला कस्टूमए फिर भी ठीक रहता। तुम्हारे पास तो ऐसा स्वीमिंग कस्टूमए पड़ा भी हैं"
नीरु: "हां मैंने सोचा था पर जीजाजी ने बोले की मेरा फिगर ही ऐसा हैं तो मुझे टु पीस बिकिनी पहनना ही चहिये, मुझे पर अच्छा दिखेगा"
प्रशांत: "जीजाजी क्या ऋतू दीदी को भी टु पीस कस्टूमए पहनने देंगे?"
नीरु: "जीजाजी बोल भी देंगे तो भी ऋतू दीदी नहीं पहनेगी। उनको लगता हैं की उनका फिगर टु पीस बिकिनी के लिए ठीक नहीं है। मैंने भी तो उनको बोला था पर वो मानी नहीं"
प्रशांत: "यह तुमने कब खरीदा? "
नीरु: "एक महीने पहले। जीजाजी ने बहुत पहले ही मुझे फ़ोन कर बोल दिया था की बीच घुमने का प्रोग्राम बना रहे है। लास्ट वीक जैसे ही प्रोग्राम फिक्स हुआ मैंने तुमको बता दिया"
मै अब वाशरूम से बाहर आ गया और निरु अंदर कपडे चेंज करने लगी। मुझे जीजाजी पर गुस्सा आया। मेरी बिवी को वो टु पीस बिकिनी का झाँसा देकर निरु के नंगे बदन देखने का मजा लेना चाहते है।
नीरु थोड़ी देर में बाहर आयी पर जीजाजी और दीदी का कोई पता नहीं था। जीजाजी को वैसे ही ज्यादा खाने की आदत थी और होटल में फ्री ब्रेकफास्ट था तो वो अच्छे से मजे लूट कर ही आने वाले थे। नीरु ने डेनिम शॉर्ट्स और टीशर्ट पहना था और अपना मेक उप कर रही थी तभी जीजाजी और दीदी आ गए। निरु को देखते ही जीजाजी एक्ससिटेड हो गए।
नीरज: "निरु क्या हॉट लग रही हो!"
प्रशांत: "ऋतू दीदी आप और जीजाजी ब्रेकफास्ट कर आए, मैं और निरु तब तक नाहा कर तैयार हो जायेंगे"
नीरु अपना बैग खोल कपडे निकालने लगी और जीजाजी को अपनी बिवी के साथ ब्रेकफास्ट के लिए जाना पडा। उनके जाते ही निरु मेरे पास आयी और मुझे गले लगा लिया।
नीरु: "आई ऍम सोर्री, आज रात को चुदाई का वादा नहीं निभा पाउंगी"
प्रशांत: "कोई बात नहीं, साथ में तो नहा ही सकते हैं"
नीरु: "अब इतना तो कर ही सकती हूँ, चलो अंदर"
हम दोनों कई बार पहले भी एक साथ नाहा चुके हैं और एन्जॉय कर चुके है। मुझे इस बात की ख़ुशी थी की मेरी बिवी अभी भी मेरी ही थी। अपने पहनने के कपडे हम अंदर वाशरूम में ही ले गए थे। निरु ने अपने सारे कपडे निकाले और नंगी हो गयी। उसके नंगे सेक्सी बदन को देख मैं वैसे ही पागल हो जाता हूँ। हम दोनों अब बिना कपड़ो के शावर के नीचे खड़े थे। एक दूसरे के अंगो को सहलाते हुए गीला किया और फिर साबुन लगा कर रगडा। उसने मेरे लण्ड को जब साबुन लगाया तो मुझे सबसे ज्यादा ख़ुशी हुयी और मुझे उसके मम्मो और चूत को रगडते हुए ख़ुशी मिली। उसके छुने से और उसको नंगा देखने से मेरा लण्ड तो वैसे ही कड़क होकर ४५ डिग्री के एंगल पर खड़ा था। नहाने के बाद उसने पलट कर शावर बंद किया। उसी वक़्त मैंने उसको पीछे से पकडा और अपना लण्ड उसकी चूत में डाल कर उसको चोदने की कोशिश की पर उसने विरोध किया।
नीरु: "क्या कर रहे हो? जीजाजी और दीदी बाहर आ जायेंगे"
प्रशांत: "इतना जल्दी नहीं आएंगे"
नीरु: "वो कभी भी आ सकते हैं और तुमने प्रोटेक्शन भी नहीं पहना है। तुम्हे याद हैं न, हमें अभी बच्चा नहीं चाहिए"
प्रशांत: "थोड़ा सा तो करने दो, तुम १० तक गिनती बोलो और मैं बाहर निकाल दूंगा"
नीरु: "पक्का, बाहर निकाल दोगे! निकाल देना नहीं तो गड़बड़ हो जाएगी"
नीरु अब मेरा लण्ड अपनी चूत में लेने को तैयार हो गयी। मैंने पीछे से खड़े होकर उसकी चूत में अपना लण्ड डाला। ३ दिन बाद मेरे लण्ड को उसकी चूत की गर्मी मिली थी और मेरा लण्ड बावरा हो गया। मेरे हर धक्के के साथ निरु १ से लेकर १० तक गिनती बोल रही थी। १० धक्को के बाद उसने मुझे रुकने को बोली पर मैं तो बहक चूका था। मैं उसको चोदता ही रहा और वो लगातार अपना एक हाथ पीछे लाकर मुझे रोक रही थी। मैने एक हाथ से उसके मम्मो को भी पकड़ लिया और दूसरे से उसकी कमर पकडे उसको धक्के मार मजे लेता रहा। वो मुझ पर चिल्ला रही थी और मैं उसकी सुन ही नहीं रहा था। फिर निरु ने अपनी गांड से एक जोर का झटका मुझे पीछे की तरफ मारा और मैं उस से दूर हुआ और वो मुझ पर चीख़ने लगी।
नीरु: "यह क्या हो गया हैं आज तुमको! इतनी लापरवाही तो कभी नहीं करता। यह देखा तुम्हारा लण्ड, इसका जूस निकलना शुरू हो चूका है, मैं प्रेगनंट हो गयी तो?"
मैने अपना लण्ड देखा जिसके मुह पर सच में एक बूँद मेरे सीमेन की थी। मैंने उसको सॉरी बोला और हमने फिर सफायी शुरू की। निरु ने सच ही कहा था, जीजाजी को निरु के इतना करीब देख मैं इन्सेक्युरे हो गया था और एक ग़लती करने जा रहा था, जिस से निरु प्रेग्नेंट हो सकती थी। मैने अपना शरीर पोंछ कर कपडे पहन लिए और ध्यान दिया की निरु के कपड़ो के अलावा उसका टु पीेस बिकिनी कस्टूमए भी था जो मैं पहली बार देख रहा था। निरु भी अब नाहा कर कपडे पहनने आ गयी थी।
प्रशांत: "यह नयी बिकिनी तुम्हारी हैं?"
नीरु: "आज हम बीच पर जाएंगे तो कपड़ो के अंदर ही बिकिनी पहन कर जाउँगी। वहाँ जाते ही चेंज नहीं करना पडेगा"
प्रशांत: "मगर यह तो टु पीेस बिकिनी है। बीच पर काफी लोग होगे, थोड़ा बॉडी ढकने वाला कस्टूमए फिर भी ठीक रहता। तुम्हारे पास तो ऐसा स्वीमिंग कस्टूमए पड़ा भी हैं"
नीरु: "हां मैंने सोचा था पर जीजाजी ने बोले की मेरा फिगर ही ऐसा हैं तो मुझे टु पीस बिकिनी पहनना ही चहिये, मुझे पर अच्छा दिखेगा"
प्रशांत: "जीजाजी क्या ऋतू दीदी को भी टु पीस कस्टूमए पहनने देंगे?"
नीरु: "जीजाजी बोल भी देंगे तो भी ऋतू दीदी नहीं पहनेगी। उनको लगता हैं की उनका फिगर टु पीस बिकिनी के लिए ठीक नहीं है। मैंने भी तो उनको बोला था पर वो मानी नहीं"
प्रशांत: "यह तुमने कब खरीदा? "
नीरु: "एक महीने पहले। जीजाजी ने बहुत पहले ही मुझे फ़ोन कर बोल दिया था की बीच घुमने का प्रोग्राम बना रहे है। लास्ट वीक जैसे ही प्रोग्राम फिक्स हुआ मैंने तुमको बता दिया"
मै अब वाशरूम से बाहर आ गया और निरु अंदर कपडे चेंज करने लगी। मुझे जीजाजी पर गुस्सा आया। मेरी बिवी को वो टु पीस बिकिनी का झाँसा देकर निरु के नंगे बदन देखने का मजा लेना चाहते है।
नीरु थोड़ी देर में बाहर आयी पर जीजाजी और दीदी का कोई पता नहीं था। जीजाजी को वैसे ही ज्यादा खाने की आदत थी और होटल में फ्री ब्रेकफास्ट था तो वो अच्छे से मजे लूट कर ही आने वाले थे। नीरु ने डेनिम शॉर्ट्स और टीशर्ट पहना था और अपना मेक उप कर रही थी तभी जीजाजी और दीदी आ गए। निरु को देखते ही जीजाजी एक्ससिटेड हो गए।
नीरज: "निरु क्या हॉट लग रही हो!"
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
