13-01-2022, 11:46 PM
(This post was last modified: 27-03-2022, 02:05 PM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Part 6
जब विवेक अनुष्का से अपने जूते चटवा चुका तो बोला : चल अब खड़ी हो जा और अजय साहब को बाक़ी का इंटरव्यू दे।
अनुष्का अब एकदम नंगी थी । वह अपने एक हाथ से अपने दोनों मम्मे और दूसरे हाथ से अपनी योनि को छिपाने लगी। लेकिन अजय ने उसे रोकते हुए कहा : आपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर मेरे पास आओ
अनुष्का अब अजय के सामने अपने दोनों हाथ ऊपर उठाएं खड़ी थी। अजय ने अपने दोनों हाथों को उसकी कमर पर टिकाकर उसके चिकने पेट पर अपने चेहरे को रगड़ना शुरू कर दिया।
कुछ देर तक अजय अनुष्का के पूरे बदन से इसी तरह खेल खेल कर मज़े लेता रहा। इसके बाद उसने अनुष्का को विजय के पास भेज दिया।
विजय ने अनुष्का को अपनी टांगों पर उल्टा करके लिटा लिया और फिर उसकी पीठ को सहलाते हुए उसके गोल सुडौल नितम्बों को जोर जोर से थपथपाने लगा।
तीनों दोस्तों ने अनुष्का के साथ जी भरकर मौज मस्ती करने के बाद उसे भी नौकरी पर रखने का फैसला कर लिया और उसे अगले दिन सुबह 10 बजे आने के लिए कहकर उसे फिलहाल रवाना कर दिया
शेष अगले भाग में
जब विवेक अनुष्का से अपने जूते चटवा चुका तो बोला : चल अब खड़ी हो जा और अजय साहब को बाक़ी का इंटरव्यू दे।
अनुष्का अब एकदम नंगी थी । वह अपने एक हाथ से अपने दोनों मम्मे और दूसरे हाथ से अपनी योनि को छिपाने लगी। लेकिन अजय ने उसे रोकते हुए कहा : आपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर मेरे पास आओ
अनुष्का अब अजय के सामने अपने दोनों हाथ ऊपर उठाएं खड़ी थी। अजय ने अपने दोनों हाथों को उसकी कमर पर टिकाकर उसके चिकने पेट पर अपने चेहरे को रगड़ना शुरू कर दिया।
कुछ देर तक अजय अनुष्का के पूरे बदन से इसी तरह खेल खेल कर मज़े लेता रहा। इसके बाद उसने अनुष्का को विजय के पास भेज दिया।
विजय ने अनुष्का को अपनी टांगों पर उल्टा करके लिटा लिया और फिर उसकी पीठ को सहलाते हुए उसके गोल सुडौल नितम्बों को जोर जोर से थपथपाने लगा।
तीनों दोस्तों ने अनुष्का के साथ जी भरकर मौज मस्ती करने के बाद उसे भी नौकरी पर रखने का फैसला कर लिया और उसे अगले दिन सुबह 10 बजे आने के लिए कहकर उसे फिलहाल रवाना कर दिया
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा