13-01-2022, 10:21 PM
(This post was last modified: 27-03-2022, 02:04 PM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
पार्ट 5
शालिनी के बाद टीचर के इंटरव्यू के लिए जो अगली लड़की हाज़िर हुई उसका नाम अनुष्का था और वह भी बला की खूबसूरत थी। उसने हल्के नीले रंग की शिफॉन की साड़ी और मैचिंग ब्लाउज पहना हुआ था। साड़ी में से उसकी नाभि और चिकनी पतली क़मर साफ दिख रही थी।
अनुष्का सोफे पर बैठकर अपने बारे में बताने लगी : सर मेरा नाम अनुष्का है और मैंने अँग्रेजी से बी ए पास किया है । सर मुझे इस नौकरी की बहुत सख्त जरूरत है। मेरे पापा नही हैं। मम्मी अक्सर बीमार रहती हैं। मेरे एक छोटा भाई और एक छोटी बहन है। मैं किसी तरह से टयूशन वगैरा पढ़ाकर पूरे घर का खर्चा चला रही हूँ। सर मैं बहुत मन लगाकर काम करूंगी और आपकी हर बात मानूंगी। मुझे बस आप एक बार मौका देने की कृपा करें।
अनुष्का ने जिस तरह से बातचीत की थी उसे सुनकर तीनों दोस्तों के लण्ड एकदम बेकाबू होकर तन गए थे क्योंकि उसने अपनी मजबूरी बयान करके कुछ भी करने का वायदा भी पहले ही कर दिया था।
अब विजय ने अनुष्का से थोड़ा रौबीली आवाज़ में कहा : खड़ी हो जाओ
अनुष्का खड़ी हो गई
विजय : साड़ी उतारो
अनुष्का : सर यह क्या कह रहे हैं ? आप सबके सामने में अपनी साड़ी कैसे उतार सकती हूँ ?
अजय : अगर तुम्हें यह नौकरी चाहिए तो वही सब करना पड़ेगा जो हमारा हुक्म होगा। चलो साड़ी उतारो फ़टाफ़ट। बाहर और भी लड़कियां लाइन लगाए खड़ी हैं।
अनुष्का ने न चाहते हुए भी साड़ी उतार दी। अब उसके बदन पर सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट बचा था।
विवेक ने पैंट में तन रहे अपने लंड को सहलाते हुए कहा : अपने बाकी के भी सारे कपड़े उतारो और हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जाओ
अनुष्का : नही सर, प्लीज़ मुझे बिल्कुल नंगा मत कीजिये
विजय : यह मॉडर्न सेक्स एजुकेशन कॉलेज है क़ोई पंसारी की दुकान नहीं है, समझी कि नही ? चल ज्यादा नखरे मत कर और पूरी तरह नंगी हो जा
अजय : यह भी सोच कि तुझे हर महीने 25000 की सैलरी और यहां कालेज में रहने और खाने की सुविधा भी मिलेगी। चल फ़टाफ़ट कपड़े उतार दे
अनुष्का ने अब अपने ब्लाउज को उतारना शुरू किया। अंदर उसकी काले रंग की ब्रा थी जिसमें उसके मम्मे कैद थे।
इसके बाद उसने अपने पेटीकोट क़ा नाड़ा खींच दिया और उसे भी उतार दिया। अंदर उसने लाल रंग का अंडरवियर पहना हुआ था ।
विवेक से अब रहा नही गया और बोला : चल अब इधर मेरे नज़दीक आकर खड़ी हो जा
अजय : हाथ ऊपर उठाओ फिर धीरे धीरे चलती हुई विवेक साहब के पास आओ।
अनुष्का ने अपने हाथ ऊपर उठा लिए और विवेक के सामने आकर खड़ी हो गई।
विवेक ने अनुष्का के चिकने पेट पर अपना हाथ फिराते हुए अजय की तरफ देखकर कहा : एकदम मस्त माल है साली
विवेक ने अपना हाथ उसके अंडरवियर में घुसाकर उसकी योनि को दबाते हुए एक ही झटके में उसके अंडरवियर को भी उतार दिया
विवेक : चल नीचे बैठ और मेरा लण्ड चूस
अनुष्का विवेक की दोनों टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठी हुई थी और शर्म से उसने अपनी आँखें बंद कर ली थीं। विवेक ने अपने खड़े काले लण्ड को बाहर निकाला और उसे अनुष्का के खूबसूरत गोरे चेहरे पर फिराना शुरू कर दिया। अपने लण्ड को उसने अनुष्का के गुलाबी होंठों पर काफी देर तक रगड़ा और फिर बोला : अपना मुंह खोल और इसे अंदर लेकर चूस साली
यह कहने के साथ ही विवेक ने अनुष्का के दोनों गालों पर चपत भी लगा दिये। इसके बाद अनुष्का ने विवेक के लण्ड को अपने मुंह के अंदर ले लिया और उसे चूसने लगी।
विवेक ने कुछ समय अनुष्का का मुख मैथुन किया और फिर अपने लण्ड की पिचकारी उसके मुंह में छोड़ दी।
विवेक बोला : सारा वीर्य रस पीना है तुझे। एक बूंद भी बाहर नही गिरनी चाहिए।
लेकिन विवेक के कहते कहते भी वीर्य की कुछ बूंदें विवेक के जूतों पर गिर गई थी।
विवेक ने अपना लंड उसके मुंह से बाहर निकाला और बोला : चल इसे अपनी जीभ से चाटकर साफ कर
जब अनुष्का ने उसके लण्ड को अच्छी तरह साफ कर दिया तो विवेक ने उसे अपनी पैंट के अंदर किया और बोला : अब मेरे जूतों पर जो वीर्य की बूंदें गिरी हैं, उन्हें भी अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर
अनुष्का मुर्गा पोजीशन में झुककर विवेक के जूतों को चाटने लगी। विवेक ने मौका देखकर उसकी ब्रा का हुक भी खोल दिया और ब्रा अनुष्का के बदन से गिरकर अलग हो गई।
शेष अगले भाग में
शालिनी के बाद टीचर के इंटरव्यू के लिए जो अगली लड़की हाज़िर हुई उसका नाम अनुष्का था और वह भी बला की खूबसूरत थी। उसने हल्के नीले रंग की शिफॉन की साड़ी और मैचिंग ब्लाउज पहना हुआ था। साड़ी में से उसकी नाभि और चिकनी पतली क़मर साफ दिख रही थी।
अनुष्का सोफे पर बैठकर अपने बारे में बताने लगी : सर मेरा नाम अनुष्का है और मैंने अँग्रेजी से बी ए पास किया है । सर मुझे इस नौकरी की बहुत सख्त जरूरत है। मेरे पापा नही हैं। मम्मी अक्सर बीमार रहती हैं। मेरे एक छोटा भाई और एक छोटी बहन है। मैं किसी तरह से टयूशन वगैरा पढ़ाकर पूरे घर का खर्चा चला रही हूँ। सर मैं बहुत मन लगाकर काम करूंगी और आपकी हर बात मानूंगी। मुझे बस आप एक बार मौका देने की कृपा करें।
अनुष्का ने जिस तरह से बातचीत की थी उसे सुनकर तीनों दोस्तों के लण्ड एकदम बेकाबू होकर तन गए थे क्योंकि उसने अपनी मजबूरी बयान करके कुछ भी करने का वायदा भी पहले ही कर दिया था।
अब विजय ने अनुष्का से थोड़ा रौबीली आवाज़ में कहा : खड़ी हो जाओ
अनुष्का खड़ी हो गई
विजय : साड़ी उतारो
अनुष्का : सर यह क्या कह रहे हैं ? आप सबके सामने में अपनी साड़ी कैसे उतार सकती हूँ ?
अजय : अगर तुम्हें यह नौकरी चाहिए तो वही सब करना पड़ेगा जो हमारा हुक्म होगा। चलो साड़ी उतारो फ़टाफ़ट। बाहर और भी लड़कियां लाइन लगाए खड़ी हैं।
अनुष्का ने न चाहते हुए भी साड़ी उतार दी। अब उसके बदन पर सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट बचा था।
विवेक ने पैंट में तन रहे अपने लंड को सहलाते हुए कहा : अपने बाकी के भी सारे कपड़े उतारो और हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जाओ
अनुष्का : नही सर, प्लीज़ मुझे बिल्कुल नंगा मत कीजिये
विजय : यह मॉडर्न सेक्स एजुकेशन कॉलेज है क़ोई पंसारी की दुकान नहीं है, समझी कि नही ? चल ज्यादा नखरे मत कर और पूरी तरह नंगी हो जा
अजय : यह भी सोच कि तुझे हर महीने 25000 की सैलरी और यहां कालेज में रहने और खाने की सुविधा भी मिलेगी। चल फ़टाफ़ट कपड़े उतार दे
अनुष्का ने अब अपने ब्लाउज को उतारना शुरू किया। अंदर उसकी काले रंग की ब्रा थी जिसमें उसके मम्मे कैद थे।
इसके बाद उसने अपने पेटीकोट क़ा नाड़ा खींच दिया और उसे भी उतार दिया। अंदर उसने लाल रंग का अंडरवियर पहना हुआ था ।
विवेक से अब रहा नही गया और बोला : चल अब इधर मेरे नज़दीक आकर खड़ी हो जा
अजय : हाथ ऊपर उठाओ फिर धीरे धीरे चलती हुई विवेक साहब के पास आओ।
अनुष्का ने अपने हाथ ऊपर उठा लिए और विवेक के सामने आकर खड़ी हो गई।
विवेक ने अनुष्का के चिकने पेट पर अपना हाथ फिराते हुए अजय की तरफ देखकर कहा : एकदम मस्त माल है साली
विवेक ने अपना हाथ उसके अंडरवियर में घुसाकर उसकी योनि को दबाते हुए एक ही झटके में उसके अंडरवियर को भी उतार दिया
विवेक : चल नीचे बैठ और मेरा लण्ड चूस
अनुष्का विवेक की दोनों टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठी हुई थी और शर्म से उसने अपनी आँखें बंद कर ली थीं। विवेक ने अपने खड़े काले लण्ड को बाहर निकाला और उसे अनुष्का के खूबसूरत गोरे चेहरे पर फिराना शुरू कर दिया। अपने लण्ड को उसने अनुष्का के गुलाबी होंठों पर काफी देर तक रगड़ा और फिर बोला : अपना मुंह खोल और इसे अंदर लेकर चूस साली
यह कहने के साथ ही विवेक ने अनुष्का के दोनों गालों पर चपत भी लगा दिये। इसके बाद अनुष्का ने विवेक के लण्ड को अपने मुंह के अंदर ले लिया और उसे चूसने लगी।
विवेक ने कुछ समय अनुष्का का मुख मैथुन किया और फिर अपने लण्ड की पिचकारी उसके मुंह में छोड़ दी।
विवेक बोला : सारा वीर्य रस पीना है तुझे। एक बूंद भी बाहर नही गिरनी चाहिए।
लेकिन विवेक के कहते कहते भी वीर्य की कुछ बूंदें विवेक के जूतों पर गिर गई थी।
विवेक ने अपना लंड उसके मुंह से बाहर निकाला और बोला : चल इसे अपनी जीभ से चाटकर साफ कर
जब अनुष्का ने उसके लण्ड को अच्छी तरह साफ कर दिया तो विवेक ने उसे अपनी पैंट के अंदर किया और बोला : अब मेरे जूतों पर जो वीर्य की बूंदें गिरी हैं, उन्हें भी अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर
अनुष्का मुर्गा पोजीशन में झुककर विवेक के जूतों को चाटने लगी। विवेक ने मौका देखकर उसकी ब्रा का हुक भी खोल दिया और ब्रा अनुष्का के बदन से गिरकर अलग हो गई।
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा