11-01-2022, 09:00 PM
(This post was last modified: 27-03-2022, 02:00 PM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
पार्ट-2
विजय के मामा स्टेट हेल्थ सेक्रेटरी थे सो उन्होंने मॉडर्न सेक्स एजुकेशन कॉलेज को फ़टाफ़ट मान्यता देने के साथ साथ यह आदेश पास करवा दिया कि सिर्फ इस कॉलेज के डिप्लोमा पास करने वाले छात्र ही अस्पतालों में यौन रोग विभागों में असिस्टेंट की पोस्ट पर नियुक्त होने के लिए योग्य होंगे।
अजय का एक बहुत बड़ा फार्म हाउस था जो शहर से 10 किलोमीटर दूरी पर था। उसमें पहले से ही लगभग 25 कमरे और बिजली पानी जैसी सभी सुविधाएं मौजूद थीं। इसी फार्म हाउस को मॉडर्न सेक्स एजुकेशन कॉलेज बना दिया गया।
विवेक ने कॉलेज के अंदर अन्य सभी सुविधाओं की व्यवस्था कर दी थी। अजय, विजय और विवेक कॉलेज के फाउंडर डायरेक्टर बन गए थे और उन्होंने कॉलेज के लिए जो नियम बनाये थे वह इस प्रकार हैं :
1. कॉलेज में एडमिशन के लिए कम से कम 18 साल की उम्र और 12 वीं पास होना चाहिए
2. डिप्लोमा 6 महीने का था और इन 6 महीनों तक छात्रों को कॉलेज कैंपस के हॉस्टल में रहना अनिवार्य था। पूरे डिप्लोमा कोर्स की फीस 10000 रुपये थी जिसमें रहना खाना आदि सब शामिल था। तीनों दोस्तों ने जान बूझकर इस फीस को बहुत कम रखा था।
3. कॉलेज में एक बार में सिर्फ 60 लोगों को एडमिशन देने का भी फैसला लिया गया था
4. सरकार से कालेज को जो मान्यता मिली थी उसमें यह भी शर्त थी कि कम से कम तीन लेडी टीचर्स कॉलेज में भर्ती की जाएगी।
अजय, विजय और विवेक इन 3 लेडी टीचर्स के बारे में चर्चा में व्यस्त थे
अजय : यार, यह लेडी टीचर्स हमे कहाँ मिलेगीं
विजय : और सेक्स एजुकेशन पढाने वाली टीचर्स कहाँ से लाएंगे हम
विवेक : यह कोई चिंता की नही, बल्कि खुश होने वाली बात है
अजय : वह कैसे ?
विवेक : अरे हम लोग अपने पसंद की सेक्सी और खूबसूरत तीन लड़कियों को नौकरी पर रख लेंगे जो हर समय सिर्फ हमारे इशारों पर नाचेंगी। सरकार और दुनिया को दिखाने के लिए वह हमारे कॉलेज की टीचर होंगी लेकिन हम उन्हें अपनी अपनी सेक्स स्लेव बनाकर रखेंगे। बेरोजगारी का आलम यह है कि हम जैसे ही टीचर की वैकेंसी का विज्ञापन निकालेंगे, यहां लड़कियों की लाइन लग जायेगी।
अजय - विजय : हाँ बात तो तुम्हारी सोलह आने सच है। यह तो सोने पर सुहागा हो गया । स्टूडेंट्स से भी मजे लो और टीचरों से भी मजे लो। मतलब अब हम लोगों की बाकी जिंदगी काफी मजेदार ढंग से और अय्याशी के साथ गुजरने वाली है
शेष अगले भाग में....
विजय के मामा स्टेट हेल्थ सेक्रेटरी थे सो उन्होंने मॉडर्न सेक्स एजुकेशन कॉलेज को फ़टाफ़ट मान्यता देने के साथ साथ यह आदेश पास करवा दिया कि सिर्फ इस कॉलेज के डिप्लोमा पास करने वाले छात्र ही अस्पतालों में यौन रोग विभागों में असिस्टेंट की पोस्ट पर नियुक्त होने के लिए योग्य होंगे।
अजय का एक बहुत बड़ा फार्म हाउस था जो शहर से 10 किलोमीटर दूरी पर था। उसमें पहले से ही लगभग 25 कमरे और बिजली पानी जैसी सभी सुविधाएं मौजूद थीं। इसी फार्म हाउस को मॉडर्न सेक्स एजुकेशन कॉलेज बना दिया गया।
विवेक ने कॉलेज के अंदर अन्य सभी सुविधाओं की व्यवस्था कर दी थी। अजय, विजय और विवेक कॉलेज के फाउंडर डायरेक्टर बन गए थे और उन्होंने कॉलेज के लिए जो नियम बनाये थे वह इस प्रकार हैं :
1. कॉलेज में एडमिशन के लिए कम से कम 18 साल की उम्र और 12 वीं पास होना चाहिए
2. डिप्लोमा 6 महीने का था और इन 6 महीनों तक छात्रों को कॉलेज कैंपस के हॉस्टल में रहना अनिवार्य था। पूरे डिप्लोमा कोर्स की फीस 10000 रुपये थी जिसमें रहना खाना आदि सब शामिल था। तीनों दोस्तों ने जान बूझकर इस फीस को बहुत कम रखा था।
3. कॉलेज में एक बार में सिर्फ 60 लोगों को एडमिशन देने का भी फैसला लिया गया था
4. सरकार से कालेज को जो मान्यता मिली थी उसमें यह भी शर्त थी कि कम से कम तीन लेडी टीचर्स कॉलेज में भर्ती की जाएगी।
अजय, विजय और विवेक इन 3 लेडी टीचर्स के बारे में चर्चा में व्यस्त थे
अजय : यार, यह लेडी टीचर्स हमे कहाँ मिलेगीं
विजय : और सेक्स एजुकेशन पढाने वाली टीचर्स कहाँ से लाएंगे हम
विवेक : यह कोई चिंता की नही, बल्कि खुश होने वाली बात है
अजय : वह कैसे ?
विवेक : अरे हम लोग अपने पसंद की सेक्सी और खूबसूरत तीन लड़कियों को नौकरी पर रख लेंगे जो हर समय सिर्फ हमारे इशारों पर नाचेंगी। सरकार और दुनिया को दिखाने के लिए वह हमारे कॉलेज की टीचर होंगी लेकिन हम उन्हें अपनी अपनी सेक्स स्लेव बनाकर रखेंगे। बेरोजगारी का आलम यह है कि हम जैसे ही टीचर की वैकेंसी का विज्ञापन निकालेंगे, यहां लड़कियों की लाइन लग जायेगी।
अजय - विजय : हाँ बात तो तुम्हारी सोलह आने सच है। यह तो सोने पर सुहागा हो गया । स्टूडेंट्स से भी मजे लो और टीचरों से भी मजे लो। मतलब अब हम लोगों की बाकी जिंदगी काफी मजेदार ढंग से और अय्याशी के साथ गुजरने वाली है
शेष अगले भाग में....
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा