15-05-2019, 10:31 PM
“प्यार का झरना -4”
मेरी जानू को तेज़ सिसकी लेने की आदत हे पर बाजु में काजल सो रही थी तो वो जायदा आवाज़ भी नहीं निकाल पा रही थी. में अभी भी मेरी जानू की चूत को ऊँगली से चोद रहा था...
आज मुझे बहोत अजीब लग रहा था क्योकि उसकी चूत बहोत पानी छोड़ रही थी. इतना पानी उसने आज से पहले कभी नहीं छोड़ा. मेने उस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और वापस ऊँगली करने लगा अब मेने मेरी स्पीड बढ़ा दी तो उसके मुँह से तेज़ सिसकी निकलने लगी.
मेने चूत मेसे ऊँगली निकली और आगे बढ़ते हुई मेरा पायजामा निकाल कर लंड को चूत की फांको पर रगड़ने लगा और दोनों हाथो से उसकी चूची को मसलने लगा. मेरा इतना ही किया था की और एक दबी हुई सिसकी सुनाई दी.
अब वो खुद पीछे होकर मेरा लंड चूत पर रगड़ रही थी और लंड को चूत अंदर लेनेकी कोशिश कर रही थी पर जैसे ही वो आगे बढ़ती में लंड को पीछे कर लेता था. अब मेरी जानू से बर्दास्त नहीं हो रहा था पर में और तड़पा कर मजे ले रहा था.
मेरी जानू के मुँह से और एक तेज़ सिसकी निकली... और वो इतनी तेज़ थी की कोई अगर गहरी नींद में नहीं होता तो सून लेता और हमारी चोरी पकड़ी जाती.
में अभी भी मेरी जानू की चूची के साथ खेल रहा था... मेने जानू के कान में कहा शायद काजल जाग गई हे और वो हमारी चुदाई देख रही हे पर फिर भी वो कुछ नहीं बोली...
थोड़ी देर बाद मेने वापस मेरी जानू की दोनों चूची को मसलने लगा और आगे बढ़ते हुई मेरी लंड को चूत के ऊपर रगड़ने लगा. साथ साथ में उसकी गर्दन पर भी मेरी होंठ घुमा रहा था अब मेरी जानू आउट ऑफ़ कण्ट्रोल हो रही थी...
में आगे बढ़ने का अभी सोच ही रहा था की मेरी जानू की चूची पर दूसरा हाथ मेहसूस हुवा. ये देखकर मुझे झटका लगा और मेरा दिमाग थोड़ी देर सुन होगया.
मेरी जानू सातवे आसमान परथी, उसके दोनों चूची अभी काजल के कण्ट्रोल में थी और निचे का मोर्चा मेने संभाल कर रखा था. मेरी जानू पुरे मज़े से हमारा साथ दी रही थी.
अभी झटका लगने की बारी मेरी थी जब मेरी जानू के मुँह में से निकला ओह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्ह शहहह अह्ह्ह्ह एहहहह.... काजल बोली - ननदजी मुझे जाने दो अभी बहोत शर्म आ रही हे
ये सुनकर तो में सीधा आसमान से जमीन पर आ गया. में जिसे मेरी जानू समझता था वो तो काजल निकली और मेरी जानू तो काजल के बगल में सो रही थी और चूची दबा रही थी. मेरी जानू बोली क्यों क्या हुवा अभी तक तो मज़े से चूची दबवा रहीथी और चूत में ऊँगली डलवा रही थी तब शर्म नहीं आयी.
इतना बोलकर मेरी जानू ने काजल की दोनों चूची की घुंडी को मसल डाला. अब बारी काजल की थी... काजल के मुँह से एक तेज़ कामुक सिसकी निकली और उसका सीधा असर उसकी चूत पर हुवा... काजल ने मेरे लंड को उसकी चूत पर दबा दिया....
अब मेरी जानू ने मोर्चा संभाला... मेरे हाथ पकड़कर सीधा काजल की चूत से हटाकर उसकी चूची पर ले गई. मेरी जानू भी ऊपर से नंगी थी अब सीन ये था की मेरी दोनों हाथ जानू की दोनों चूची पर थे और मेरे लंड काजल की चूत पर था.
काजल आगे बढ़ी और मेरी जानू की एक चूची को मुँह में लिया और एक हाथ सीधा मेरी जानू की लेंगी के अंदर डाल दिया और काजल का दूसरा हाथ मेरी लंड पर था. मेरी जानू भी आगे बढ़ी और काजल की दोनों चूची बारी बारी मसलने लगी...
अब पुरे रूम में काजल और मेरी जानू की मादक सिसकारी सुनाई दी रही थी. आह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह सीईईइइइइइइ.... अह्ह्ह्ह... उम्म्म... अह्ह्ह्ह ....दोनों की सिसकारियां बढ़ने लगी. दोनों की चूत की खुशबु मेरी अंदर की कामुकता को और बढ़ने लगी.
काजल बोली रही थी - बस करो अभी... मार डालोगे क्या आज... अह्हह्ह्ह्ह उह्ह्ह शीइइइइइइ.
मेने कहा काजल अभी तो शुरू किया हे. थोड़ी देर मेरी लंड की रगड़ और मेरी जानू के चूची दबाने सेही काजल अकड़ने लगी और बहोत ही कामुक सिसकिया निकाल रही थी और चूत तो एक झरने की तरह बह रही थी. मगर ये कहा अभी शांत होने वाली थी... अब हम थ्रीसम वाली पोजीशन में आगए.
मेने काजल के पुरे कपडे निकाल दिए और फिर उसको बेड पर लेटा दिया अब सीन ये था की मेरी जानू काजल के मुँह पर उसकी चूत दबा कर बैठ गई और दोनों हाथो से काजल की चूची दबाने लगी.
मेने काजल के दोनों पैर फैलाकर बिच में आगया और मेरे लंड को चूत पर सेट किया. दूसरी और मेने जानू की चूची को दोनों हाथो से पकड़ कर दबा रहा था और मेरी होंठ मेरी जानू को चुम रहे थे.
मेने अब मोर्चा सँभालते हुई एक करारा धक्का मारा और सीधा काजल की चूत में समां गया. काजल मेरी इस हमले से पूरी तरह लड़खड़ा गई और उसके मुँह से एक तेज़ चीख नीकल गई...... पर मेरी जानू काजल के मुँह पर बैठी थी इसलिए आवाज़ नहीं नीकल पाई.
मेंने काजल को चोदना शरू किया, अब पुरे कमरे में मादक सिसकारियां गूंजने लगी. में पुरे जोश में काजल की चूत में दनादन धक्के मार रहा था.
अब काजल के मुँह से एईई..... अह्ह्ह्हह ुह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह जैसी आवाज़ निकाल रही थी. हम तीनो के बदन कामुकता की आग में ऐसे मिल गए, जैसे की एक ही बदन हो.
सिर्फ पांच मिनट ही हुई थी काजल की चुदाई करते करते उसी दौरान उसका बदन अकड़ा और एक तेज़ सिसकारी ली.... अह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह शह्ह्ह्ह एईई........ और फिर बोली अह्ह्ह ओह्ह्ह सीई ननदोईजी में तो गई... फिर काजल का पूरा शरीर अकड़ जाता हे और वो जड़ने लगती है
काजल ने मेरी जानू की चूची को बेरहमी से मसल डाला और मुझे दोनों पैर के बिच जकड़ लिया... करीब दो मिनट तक ऐसे ही जड़ती रही और फिर निढाल होकर हाफने लगी....
मेरी जानू को तेज़ सिसकी लेने की आदत हे पर बाजु में काजल सो रही थी तो वो जायदा आवाज़ भी नहीं निकाल पा रही थी. में अभी भी मेरी जानू की चूत को ऊँगली से चोद रहा था...
आज मुझे बहोत अजीब लग रहा था क्योकि उसकी चूत बहोत पानी छोड़ रही थी. इतना पानी उसने आज से पहले कभी नहीं छोड़ा. मेने उस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और वापस ऊँगली करने लगा अब मेने मेरी स्पीड बढ़ा दी तो उसके मुँह से तेज़ सिसकी निकलने लगी.
मेने चूत मेसे ऊँगली निकली और आगे बढ़ते हुई मेरा पायजामा निकाल कर लंड को चूत की फांको पर रगड़ने लगा और दोनों हाथो से उसकी चूची को मसलने लगा. मेरा इतना ही किया था की और एक दबी हुई सिसकी सुनाई दी.
अब वो खुद पीछे होकर मेरा लंड चूत पर रगड़ रही थी और लंड को चूत अंदर लेनेकी कोशिश कर रही थी पर जैसे ही वो आगे बढ़ती में लंड को पीछे कर लेता था. अब मेरी जानू से बर्दास्त नहीं हो रहा था पर में और तड़पा कर मजे ले रहा था.
मेरी जानू के मुँह से और एक तेज़ सिसकी निकली... और वो इतनी तेज़ थी की कोई अगर गहरी नींद में नहीं होता तो सून लेता और हमारी चोरी पकड़ी जाती.
में अभी भी मेरी जानू की चूची के साथ खेल रहा था... मेने जानू के कान में कहा शायद काजल जाग गई हे और वो हमारी चुदाई देख रही हे पर फिर भी वो कुछ नहीं बोली...
थोड़ी देर बाद मेने वापस मेरी जानू की दोनों चूची को मसलने लगा और आगे बढ़ते हुई मेरी लंड को चूत के ऊपर रगड़ने लगा. साथ साथ में उसकी गर्दन पर भी मेरी होंठ घुमा रहा था अब मेरी जानू आउट ऑफ़ कण्ट्रोल हो रही थी...
में आगे बढ़ने का अभी सोच ही रहा था की मेरी जानू की चूची पर दूसरा हाथ मेहसूस हुवा. ये देखकर मुझे झटका लगा और मेरा दिमाग थोड़ी देर सुन होगया.
मेरी जानू सातवे आसमान परथी, उसके दोनों चूची अभी काजल के कण्ट्रोल में थी और निचे का मोर्चा मेने संभाल कर रखा था. मेरी जानू पुरे मज़े से हमारा साथ दी रही थी.
अभी झटका लगने की बारी मेरी थी जब मेरी जानू के मुँह में से निकला ओह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्ह शहहह अह्ह्ह्ह एहहहह.... काजल बोली - ननदजी मुझे जाने दो अभी बहोत शर्म आ रही हे
ये सुनकर तो में सीधा आसमान से जमीन पर आ गया. में जिसे मेरी जानू समझता था वो तो काजल निकली और मेरी जानू तो काजल के बगल में सो रही थी और चूची दबा रही थी. मेरी जानू बोली क्यों क्या हुवा अभी तक तो मज़े से चूची दबवा रहीथी और चूत में ऊँगली डलवा रही थी तब शर्म नहीं आयी.
इतना बोलकर मेरी जानू ने काजल की दोनों चूची की घुंडी को मसल डाला. अब बारी काजल की थी... काजल के मुँह से एक तेज़ कामुक सिसकी निकली और उसका सीधा असर उसकी चूत पर हुवा... काजल ने मेरे लंड को उसकी चूत पर दबा दिया....
अब मेरी जानू ने मोर्चा संभाला... मेरे हाथ पकड़कर सीधा काजल की चूत से हटाकर उसकी चूची पर ले गई. मेरी जानू भी ऊपर से नंगी थी अब सीन ये था की मेरी दोनों हाथ जानू की दोनों चूची पर थे और मेरे लंड काजल की चूत पर था.
काजल आगे बढ़ी और मेरी जानू की एक चूची को मुँह में लिया और एक हाथ सीधा मेरी जानू की लेंगी के अंदर डाल दिया और काजल का दूसरा हाथ मेरी लंड पर था. मेरी जानू भी आगे बढ़ी और काजल की दोनों चूची बारी बारी मसलने लगी...
अब पुरे रूम में काजल और मेरी जानू की मादक सिसकारी सुनाई दी रही थी. आह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह सीईईइइइइइइ.... अह्ह्ह्ह... उम्म्म... अह्ह्ह्ह ....दोनों की सिसकारियां बढ़ने लगी. दोनों की चूत की खुशबु मेरी अंदर की कामुकता को और बढ़ने लगी.
काजल बोली रही थी - बस करो अभी... मार डालोगे क्या आज... अह्हह्ह्ह्ह उह्ह्ह शीइइइइइइ.
मेने कहा काजल अभी तो शुरू किया हे. थोड़ी देर मेरी लंड की रगड़ और मेरी जानू के चूची दबाने सेही काजल अकड़ने लगी और बहोत ही कामुक सिसकिया निकाल रही थी और चूत तो एक झरने की तरह बह रही थी. मगर ये कहा अभी शांत होने वाली थी... अब हम थ्रीसम वाली पोजीशन में आगए.
मेने काजल के पुरे कपडे निकाल दिए और फिर उसको बेड पर लेटा दिया अब सीन ये था की मेरी जानू काजल के मुँह पर उसकी चूत दबा कर बैठ गई और दोनों हाथो से काजल की चूची दबाने लगी.
मेने काजल के दोनों पैर फैलाकर बिच में आगया और मेरे लंड को चूत पर सेट किया. दूसरी और मेने जानू की चूची को दोनों हाथो से पकड़ कर दबा रहा था और मेरी होंठ मेरी जानू को चुम रहे थे.
मेने अब मोर्चा सँभालते हुई एक करारा धक्का मारा और सीधा काजल की चूत में समां गया. काजल मेरी इस हमले से पूरी तरह लड़खड़ा गई और उसके मुँह से एक तेज़ चीख नीकल गई...... पर मेरी जानू काजल के मुँह पर बैठी थी इसलिए आवाज़ नहीं नीकल पाई.
मेंने काजल को चोदना शरू किया, अब पुरे कमरे में मादक सिसकारियां गूंजने लगी. में पुरे जोश में काजल की चूत में दनादन धक्के मार रहा था.
अब काजल के मुँह से एईई..... अह्ह्ह्हह ुह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह जैसी आवाज़ निकाल रही थी. हम तीनो के बदन कामुकता की आग में ऐसे मिल गए, जैसे की एक ही बदन हो.
सिर्फ पांच मिनट ही हुई थी काजल की चुदाई करते करते उसी दौरान उसका बदन अकड़ा और एक तेज़ सिसकारी ली.... अह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह शह्ह्ह्ह एईई........ और फिर बोली अह्ह्ह ओह्ह्ह सीई ननदोईजी में तो गई... फिर काजल का पूरा शरीर अकड़ जाता हे और वो जड़ने लगती है
काजल ने मेरी जानू की चूची को बेरहमी से मसल डाला और मुझे दोनों पैर के बिच जकड़ लिया... करीब दो मिनट तक ऐसे ही जड़ती रही और फिर निढाल होकर हाफने लगी....


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