31-12-2021, 11:22 PM
(21-06-2020, 12:39 PM)badmaster122 Wrote: सुमन ने बहुत प्यार से अपनी जीभ निकाल कर उसकी चूत पर लगाई और उसे नीचे से उपर तक किसी आइस्क्रीम की तरह चाट डाला..सबा ने अपने पंजो के बल अपना पूरा शरीर हवा में उठा लिया और ज़ोर से सिसकारी मारकर अपने मज़े की पुष्टि की..
''आआआआआआआआहह ..... भाभी......................... उम्म्म्मममममममममममममम.... मज़ा आ गया...''
लेकिन असली मज़ा आना तो अभी बाकी था, सुमन ने उसकी चूत में उंगली डालकर उसे दोनो तरफ फेलाया और अपनी जीभ के अंदर जाने का रास्ता बनाया, रास्ता बनते ही सुमन ने अपनी जीभ और दोनो होंठ अंदर डाल दिए और दोनो तरफ पकड़े चूत के दरवाजे एकदम से छोड़ दिए, परिणामस्वरूप सुमन की जीभ और होंठ सबा की टाइट सी चूत के अंदर फँस गये...वो करीब २ मिनट तक अपनी जीभ और होंठों से उसकी चूत के अंदरुनी हिस्से को चूसती रही, उसकी चूत की पकड़ इतनी टाइट थी की थोड़ा ज़ोर लगाने के बाद ही वो बाहर निकल सके..सच में , नयी चूत की कसावट को महसूस करने का मज़ा अलग ही होता है..
पर सुमन के होंठ और जीभ के बाहर निकलने से सबा एकदम से तड़प उठी और उसने खुद ही अपनी चूत की फांके फेला कर सुमन के होंठों को अपनी चूत पर दे मारा...और एक बार फिर से कमरे में सिसकारियों की बारिश होने लगी..
अब तक राहुल ने अपनी शर्ट और पेंट को पूरा उतार दिया था, अंडरवीयर भी घुटनों तक गिराकर वो अपने लंड को मसलता हुआ उनके बुलावे का वेट कर रहा था...उसने सोच लिया की अगर उन्होने अगले पाँच मिनट में नही बुलाया तो वो खुद ही सुमन के पीछे जाकर उसकी चूत में लंड पेल देगा.
लेकिन सुमन और सबा के दिमाग़ में कुछ और ही चल रहा था...जिसका राहुल को अंदाज़ा नही था.
सबा की चूत को अच्छी तरह से चाटने के बाद अचानक सुमन की जीभ थोड़ा नीचे की तरफ चली गयी, यानी उसकी गांड के छेद पर
ये एक ऐसा पल था जिसे महसूस करके सबा तो चीखी ही , साथ ही उसे देखकर राहुल के मुंह से भी सिसकारी निकल गयी
ये सबा की गांड का वही छेद था, जिसे चोदने के लिए वो कब से मरा जा रहा था,
सुमन भाभी की जीभ ने अपनी लार का इस्तेमाल करके और चूत में से निकल रहे चिकने तेल की मदद से उस छेद को अच्छी तरह से तर-बतर कर दिया, और फिर अपनी १ ऊँगली उसके अंदर डाल दी, सबा दम साधे उसकी उस ऊँगली को महसूस करती रही, और फिर सुमन ने अपनी दूसरी ऊँगली भी अंदर डाल दी, और इस बार सबा के चेहरे पर दर्द के भाव उभरे
राहुल सोचने लगा की जब ये २ उँगलियाँ नहीं ले पा रही है तो उसके पांच ऊँगली जितने मोटे लंड को कैसे घुसवा पायेगी
और फिर सुमन ने धीरे-२ अपनी तीसरी ऊँगली भी अंदर पेल दी, अब तो सबा के मुंह से आवाजें निकल पड़ी
''आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह भाभी ,,,,,,, दर्द हो रहा है। .......... ,प्लीज निकाल लो ''
सुमन : "पहली बार में तो चूत के अंदर लंड जाने पर भी दर्द होता है, ऐसे ही मना करेगी तो लंड कैसे ले पायेगी इसके अंदर ''
राहुल की तो समझ में कुछ नहीं आ रहा था की वो क्या बोल रही है, सबा की गांड को तो उसे चोदना था, ये सुमन भाभी किसलिए उसकी गांड में ऊँगली कर रही है
लेकिन अगले ही पल वो भी साफ़ हो गया, जब सुमन ने मुस्कुराते हुए राहुल की तरफ देखा और बोली : "आइये राहुल जी, और डालिये अपना लंड इसकी कुँवारी गांड में, ये तैयार है ''
राहुल की तो आँखे चमक उठी, अब उसकी समझ में आया की ये सुमन और सबा का प्लान था, सबा की गाण्ड के छेद को तैयार करना सुमन का काम था और अपनी गांड मरवाकर सबा अपना वादा भी पूरा करना चाहती थी, जो उसने राहुल से किया था
बस , फिर क्या था, राहुल उठा और उसने अपने बचे-खुचे कपडे भी उतार फेंके,और अपने मोटे लंड को रगड़ता हुआ सबा की तरफ चल दिया
सबा के चेहरे पर डर था...राहुल ने आज तक अपनी बीबी को हर्ट नही किया था...इसलिए आज भी वो उसके साथ बड़े आराम से पेश आना चाहता था..उसे याद था की कैसे शादी के 2 दिनों बाद तक उसने सबा की चूत नही मारी थी, क्योंकि उसके अंदर डर था की उसे बहुत दर्द होगा..बाद में जब वो चुदी तो ऐसी बन गयी की जिस दिन उसे लंड ना मिले तो उसे नींद ही नही आती थी...और अब तो वो सोसायटी के लोगो के साथ भी मज़े लेने लगी है..
राहुल ने झुककर उसकी गद्देदार गांड को पकड़ा और अपने दाँतों और होंठों से ज़ोर-२ से उसे सक्क और किस्स करने लगा, वो उसकी गांड मारने से पहले उसे अपने प्यार का एहसास देना चाहता था
राहुल सोचने लगा की एक बार अगर उसकी गांड का ये छेद खुल गया तो क्या वो एक साथ 2 लोगो से अपनी मरवाएगी...क्या राहुल देख पाएगा की उसकी चूत में उसके बॉस का लंड है और पीछे से सरदारजी उसकी गांड मार रहे है..ये सोचने मात्र से ही उत्तेजना का जोरदार झटका लगा उसके शरीर में और उसने आगे बड़कर घोड़ी बनी सबा की फेली हुई गांड को थाम लिया...
राहुल का लंड उसके कुल्हों से टकराया, उसने अपने लंड पर ढेर सारी थूक मली...राहुल देख पा रहा था की उसकी गाण्ड का छेद डर और उत्तेजना के मारे खुल और सिकुड रहा है...इतने छोटे से छल्ले में उसका मोटा लंड जाएगा तो सब तहस नहस हो जाना है...लेकिन एक ना एक दिन तो ये करना ही पड़ेगा...इसलिए उसने भी मन कड़ा करके अपने लंड को उसकी गाण्ड के छेद पर लगा दिया...और उसकी गांड जो उसने स्टेयरिंग जैसे पकड़ कर रखी हुई थी, उसे अपनी तरफ खींचा और उसी वक़्त अपना लंड भी धक्का देकर आगे कर दिया...
''आआआआआआआआआआययययययययययययययययीीईईई ओफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ राहुल...............''
राहुल ने 4 -5 धक्के मारकर अपना लंड अंदर फंसा दिया
राहुल को जब लगा की सबा को ज्यादा दर्द हो रहा है तो वो रुक गया, पर जब वो अपना लंड वापिस निकालने लगा तो वो निकला ही नही , वो तो उसके छेद में ऐसे फँस गया था जैसे ताले के अंदर ग़लत चाबी डाल दी हो और वो निकल ही नही रही हो.
सुमन ने ऐसा करने से मना किया, वो बोली : "नही राहुल, अभी मत खीँचो इसे...थोड़ी देर अंदर रहने दो..फिर धक्के मारना...''
सुमन का ये ज्ञान काम आया, और कुछ देर बाद सबा ने खुद ही कहा : "अब ठीक है....शुरू करो...पर अब धीरे-2 करना प्लीज़...''
इसी बीच सुमन ने एक तेल की शीशी निकाली और उसकी पतली सी घार बनाकर उस पॉइंट पर डाल दी जहाँ दोनो का मिलन हो रहा था..एक दो धक्को के बाद जब तेल अंदर गया तो वो छेद चिकना हो गया और अब बिना किसी रोक टोक के लंड अंदर जा रहा था..
और राहुल ने नोट किया की अब सबा भी अपनी गांड मटका कर पीछे की तरफ धक्का दे रही थी...यानी उसका दर्द जा चुका था, मज़ा आ रहा था या नही ये उसे नही पता था...लेकिन उन दोनो के साझे प्रयास से राहुल का लंड अगले एक मिनट में पूरा अंदर घुस गया..
राहुल के लंड को ऐसी कोज़ी फीलिंग आज तक नही हुई थी...भले ही कल भी उसने डिंपल सरदारनी की गांड मारी थी पर उसमे भी ऐसा एहसास नही था..अब पहली बार की चूत मराई और गांड मराई का मुकाबला हर कोई तो कर नही सकता ना..
सुमन भी घोड़ी बनकर नीचे झुकी हुई थी और वो सबा के होंठों को चूस रही थी...राहुल की आँखो के सामने सुमन की गांड भी मचल रही थी...उसने एक हाथ उसकी गांद पर रखा और एक सबा की...और सबा की गांड मारते हुए वो दोनो हाथों से उनकी गांड पर जमा आटा गूंदने लगा..
सबा को अब मज़ा मिलना शुरू हो गया था...भले ही चुदाई वाली फीलिंग नही आ रही थी उसमे पर पीछे के छेद से जो सेंसेशन उसकी चूत तक पहुँच रहा था वो एहसास उसे पहली बार हो रहा था...उस सेंसेशन को और बढ़ाने के लिए उसने सुमन के हाथ को पकड़ कर अपनी चूत पर लगा दिया, यानी वो उसकी उंगलियों से अपनी चूत की खुजली को मिटाना चाहती थी..
पर सुमन के पास इससे भी बाड़िया आइडिया था...वो सामने की तरफ से उल्टी होकर , पीठ के बल घोड़ी बनी सबा के नीचे घुस गयी...और अब उसका चेहरा सीधा सबा की चूत के नीचे था..वो 69 की पोजीशन में आ चुकी थी, उसने थोड़ा उपर मुँह किया और उसकी चूत के फेले हुए होंठों को पकड़ कर चूस डाला..जवाब में सबा ने भी एक जोरदार सिसकारी मारते हुए नीचे झुककर उसकी चूत पर मुँह दे मारा..
isme aur achha hota agar rahul ka boss pehle saba ki gand marta wo bhi rahul ke mana karne par bhi, rahul mana karta lekin saba gusse me kehti ki uski gand maro apne boss, wo is baat par utejit hoti ki ek paraya mard uski gand marega uske pati ke samne wo bhi pati se pehle