31-12-2021, 12:52 PM
वापस संगीता दीदी के मूँ'ह से हल'की चीख बाहर निकली!! 'अहहा' 'उहहा' 'उफ़ा' वग़ैरा कर'ते कर'ते वो शांत होती गई. हमारी उस पह'ली चुदाई में मेरी बहन दूसरी बार झड़ के काम्त्रिप्त हो गई थी!! स्त्रियो का यही एक अच्छा होता है. एक के बाद एक वे कई बार काम्त्रिप्त हो सक'ती है. और मेरी बहन को तो पह'ली बार ऐसी काम्त्रिप्ती का आनंद मिला रहा था इस'लिए वो जी भर के अप'ने भाई से ये सुख ले रही थी.
अब तक तीन बार उसकी काम्त्रिप्ति हो गई थी लेकिन में एक ही बार झड़ गया था और दूसरी बार झड़'ने के लिए बेताब हो रहा था. पह'ली बार में अप'नी बहन के मूँ'ह में झड़ गया था और अब मुझे उसकी चूत में मेरा वीर्य छोड़'कर झड़ना था और मेरी कई बरसो की 'इच्छा' पूरी कर'नी थी.
अब तक तीन बार उसकी काम्त्रिप्ति हो गई थी लेकिन में एक ही बार झड़ गया था और दूसरी बार झड़'ने के लिए बेताब हो रहा था. पह'ली बार में अप'नी बहन के मूँ'ह में झड़ गया था और अब मुझे उसकी चूत में मेरा वीर्य छोड़'कर झड़ना था और मेरी कई बरसो की 'इच्छा' पूरी कर'नी थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.