31-12-2021, 11:38 AM
अरे बेशरम. मुझे मालूम था तुम ऐसे ही कुच्छ पुछोगे.. इस'लिए में भी बेशरम होकर तुम्हें बताती हूँ. चोद मुझे, सागर.. मेरी चूत में तुम्हारा लंड डाल के चोद दे मुझे!! . मेरी चूत की आग अप'ने लंड से मिटा दे." यस! यस!! यस!! यही सुन'ने के लिए में तरस रहा था. यही तो सुन'ने के लिए. बरसो से में भागदौड़ कर रहा था मेरी बहन अप'ने मूँ'ह से मुझे चोद'ने के लिए कहेगी ऐसी 'इच्छा' मेरे मन में बरसो से थी जो अब पूरी हो गई.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.