27-12-2018, 08:52 PM
रीमा पहले से ही शराब के नशे में धुत थी ऊपर से रोहित के विनम्रता से बोले गए शब्दों ने पता नहीं क्या जादू किया, रीमा रोहित के कंधे पर सर रखकर बेतहाशा रोने लगी | उसे भी नहीं पता था कि रोहित के शब्दों में क्या जादू था कि सालो से उसके अन्दर दबी भावनाए, कुंठा, हताशा निराशा, सब आंसुओं के डगर बाहर निकलने लगी |
कुछ देर बाद खुस को काबू करते हुए, आंसुओं से भरी आँखों से रोहित को देखते हुए-मुझे नहीं पता रोहित, मै क्या कहू, मुझे नहीं पता मुझे क्या चाहिए मैंने हमेशा वही करने की जो समाज ने हमें सिखाया, बताया| दुनिया के बने बनाये नियमो पर बस चलती रही, और इस जंगली दुनिया में अपना दामन बचाती रही, कभी अपने बारे में सोचा ही नहीं |
रोहित-तुम्हे कुछ कहने की जरुरत नहीं है, तुम्हे बस खुद को प्यार करने की जरुरत है जिससे तुम्हे खुसी मिले वो करो, अपने शरीर के सुख के लिए तुम्हे जो करना पड़े करो | क्या सही है क्या गलत है, दुनिय क्या सोचेगी, लोग क्या कहेगे ये सब फालतू की बातो पर अपना दिमाग मत लगावो |
इतना कहकर रोहित ने रीमा को गले लगा लिया और रीमा भी जोर से रोहित से लिपट गयी, रोहित रीमा की बांह के ऊपर सिरे पर हलके हलके हाथो से सहलाने लगा |
रीमा के लिपट जाने से उसके स्तन और चूची रोहित के सीने से टकराने लगे| रोहित को भी रीमा के स्तन और चुचियो का अहसाह हो रह था, रोहित ने रीमा पर अपनी बांहों का कसाव बढ़ा दिया, जिससे स्तन और चूची ज्यादा कसकर रोहित के सीने से रगड़ने लगी | इस रगडन से पेंट के अन्दर कैद रोहित के लंड में हल्की सी हरकत हुई |
रोहित- तुम्हे पता है रीमा, मेरे भाई की मौत के बाद से तुम अकेली हो, तुम बहुत खूबसूरत औरत हो, तुम सच में बहुत खूबसूरत औरत हो मेरा यकीन करो | तुम एक ऐसी बला की खूबसूरत औरत हो जिसे कोई भी मर्द अपनी पत्नी होने पर गर्व महसूस करेगा |
रीमा जैसी अकेली औरत के लिए ये कुछ ज्यादा ही हो गया, उसने फिर से सुबुकना शुरू कर दिया और कसकर रोहित से फिर लिपट गयी | रीमा का खुद से नियंत्रण कम होता जा रह था, उसे लग रहा था उसने प्रियम को कच्ची उम्र में वासना के भंवर में फंसा दिया | वो सिर्फ आदमी और औरत के बीच की बाते उससे जानने आया था, वो लंड चूत, चुदाई के बारे में जानने आया था लेकिन उसने तो आगे बढकर न केवल उसका लंड थाम लिया बल्कि एक जवान औरत का पूरा शरीर दिखा दिया, उसका लंड भी मुहँ में लेकर चूसा, उसे वासना की आग से परिचित करवा दिया जो उसका पूरा जीवन खाक कर सकती थी | वो एक कामरोगी है, उसने अपनी काम पिपाशा मिटाने के लिए भतीजे का जीवन तबाह कर दिया, वो किसी चुड़ैल से कम नहीं है |
रोहित रीमा के पीठ सहलाता हुआ- कोई बात नहीं रीमा चुप हो जाओ, मैंने भी नूतन को एक बार दूर से देखा है नूतन एक जवान खूबसूरत लड़की है और मै शर्त लगाता हूँ उसके स्तन बाकि लडकियों से काफी बड़े होंगे |
रीमा -रोहित..........तुम ऐसा कैसे कह सकते हो ?
रोहित- अब जो सच्चाई है उसे कहने में क्या बुराई है |
शराब के नशे में धुत रीमा के शरीर में एक सिहरन सी दौड़ गयी जब उसे अहसास हुआ की पीठ पर से हाथ फेरते फेरते रोहित का एक हाथ उसकी कमर ने नीचे बेहद निजी वर्जित क्षेत्र में जाकर उसके उठे हुए चिकने गोलाकार गोरे मांसल चुतड पर जम गया है
और उसके बाद रोहित के हाथ ने चुतड पर दबाव बनाकर रीमा की कमर को अपनी तरफ ठेलने लगा |
रीमा ने अपना सर पीछे को हटाया और उसके आंसुओं सी भरी आँखों में एक दहशत सी भर गयी, जब उसे महसूस हुआ की, रोहित के लंड कड़ा होने लगा है,
उसके कोमल शरीर को उसका अहसास साफ साफ़ हो रहा था,उससे चिपकी होने की वजह से वो रोहित के पेंट के अन्दर के तनाव को अपनी नाजुक कमर के निचले हिस्से और केले के तने जैसी चिकनी नरम गुदाज जांघो और चुतड़ो पर महसूस कर रही थी |
रोहित खुद को संयत करता हुआ- कोई बात नहीं रीमा , सब ठीक है मै सब समझता है |
तभी अचानक रीमा को अहसास हुआ की रोहित उसके साथ पिता तुल्य व्यवहार करने की कोशिश कर रहा है, रीमा रोहित से दूर होना चाहती थी लेकिन रोहित ने अपनी सख्त बांहों से जकड रखा था | तभी रीमा को रोहित की नीयत का अहसास हुआ- छोड़ो मुझे रोहित, मुझे जाने दो प्लीज रोहित, मुझे जाने दो | रीमा भयभीत हो गयी, रोहित ने पहले भी कई बार उससे नजदीकियां बढ़ाने की कोशिश की लेकिन कभी इस हद तक नहीं गया | क्या रोहित को मेरे और प्रियम के बारे में पता चल है, इसलिए अपनी भड़ास निकालने आया है, मेरी असलियत का पता चलने के कारन ही अब ये भी मुझे बुरी तरह चोद डालना चाहता है | इसलिए मेरे मना करने के बावजूद रूक नहीं रहा है | यही सोचकर रीमा डर गयी | उसके दिमाग में हाहाकारी तरीके से बुरी तरह चोदने के सीन चलने लगे |
अब क्या होगा, क्या रोहित भी अपने बेटे ही तरह मुझे चोद डालेगा, क्या बाप बेटे दोनों के अपने लंड की प्यास मेरे छेदों में ही बुझाना चाहते है........ वो कंफ्यूज हो गयी, उसके दिमाग कुछ ठीक से सोच ही नहीं पा रहा है, वो बहुत परेशान हो गयी, इस हालत में भी उसकी चूत में हल्की सी वासना के उफान की सनसनाहट सी महसूस हो रही थी, इससे वो इंकार नहीं कर सकती थी, हर बीतते पल के साथ ये सनसनाहट बढती जा रही थी, क्योंकि रोहित अपने एक हाथ से रीमा के उठे हुए चिकने गोलाकार गोरे मांसल चुतड लगातार मसल रहा था और रीमा के शरीर को अपने ऊपर ठेल रहा था|
रीमा अपनी चिकनी नरम गुदाज जांघो और चूतडो के बीच रोहित के बढ़ते, कठोर होते लंड के तनाव को महसूस कर रही थी |
जैसे ही रोहित ने रीमा के ओठो को कसकर चूम लिया, रीमा के मुहँ से हल्की आह निकल गयी, रोहित सख्ती से रीमा के ओठ चूमने लगा और अपनी जीभ रीमा के मुहँ में डाल दी,
एक हाथ से रोहित ने कसकर रीमा को खुद से चिपकाये हुए था जबकि उसका एक हाथ रीमा के भारी गोल मांसल चुतड की लगातार मालिश कर रहा था| रोहित बार बार रीमा की कमर को धक्का लगाकर खुद पर ठेल देता जिससे रोहित का सख्त होकर तन चुके खड़े लंड का उभार रीमा की चिकनी नरम गुदाज जांघो पर पहले से ज्यादा जोर से महसूस होता |
कुछ देर बाद खुस को काबू करते हुए, आंसुओं से भरी आँखों से रोहित को देखते हुए-मुझे नहीं पता रोहित, मै क्या कहू, मुझे नहीं पता मुझे क्या चाहिए मैंने हमेशा वही करने की जो समाज ने हमें सिखाया, बताया| दुनिया के बने बनाये नियमो पर बस चलती रही, और इस जंगली दुनिया में अपना दामन बचाती रही, कभी अपने बारे में सोचा ही नहीं |
रोहित-तुम्हे कुछ कहने की जरुरत नहीं है, तुम्हे बस खुद को प्यार करने की जरुरत है जिससे तुम्हे खुसी मिले वो करो, अपने शरीर के सुख के लिए तुम्हे जो करना पड़े करो | क्या सही है क्या गलत है, दुनिय क्या सोचेगी, लोग क्या कहेगे ये सब फालतू की बातो पर अपना दिमाग मत लगावो |
इतना कहकर रोहित ने रीमा को गले लगा लिया और रीमा भी जोर से रोहित से लिपट गयी, रोहित रीमा की बांह के ऊपर सिरे पर हलके हलके हाथो से सहलाने लगा |
रीमा के लिपट जाने से उसके स्तन और चूची रोहित के सीने से टकराने लगे| रोहित को भी रीमा के स्तन और चुचियो का अहसाह हो रह था, रोहित ने रीमा पर अपनी बांहों का कसाव बढ़ा दिया, जिससे स्तन और चूची ज्यादा कसकर रोहित के सीने से रगड़ने लगी | इस रगडन से पेंट के अन्दर कैद रोहित के लंड में हल्की सी हरकत हुई |
रोहित- तुम्हे पता है रीमा, मेरे भाई की मौत के बाद से तुम अकेली हो, तुम बहुत खूबसूरत औरत हो, तुम सच में बहुत खूबसूरत औरत हो मेरा यकीन करो | तुम एक ऐसी बला की खूबसूरत औरत हो जिसे कोई भी मर्द अपनी पत्नी होने पर गर्व महसूस करेगा |
रीमा जैसी अकेली औरत के लिए ये कुछ ज्यादा ही हो गया, उसने फिर से सुबुकना शुरू कर दिया और कसकर रोहित से फिर लिपट गयी | रीमा का खुद से नियंत्रण कम होता जा रह था, उसे लग रहा था उसने प्रियम को कच्ची उम्र में वासना के भंवर में फंसा दिया | वो सिर्फ आदमी और औरत के बीच की बाते उससे जानने आया था, वो लंड चूत, चुदाई के बारे में जानने आया था लेकिन उसने तो आगे बढकर न केवल उसका लंड थाम लिया बल्कि एक जवान औरत का पूरा शरीर दिखा दिया, उसका लंड भी मुहँ में लेकर चूसा, उसे वासना की आग से परिचित करवा दिया जो उसका पूरा जीवन खाक कर सकती थी | वो एक कामरोगी है, उसने अपनी काम पिपाशा मिटाने के लिए भतीजे का जीवन तबाह कर दिया, वो किसी चुड़ैल से कम नहीं है |
रोहित रीमा के पीठ सहलाता हुआ- कोई बात नहीं रीमा चुप हो जाओ, मैंने भी नूतन को एक बार दूर से देखा है नूतन एक जवान खूबसूरत लड़की है और मै शर्त लगाता हूँ उसके स्तन बाकि लडकियों से काफी बड़े होंगे |
रीमा -रोहित..........तुम ऐसा कैसे कह सकते हो ?
रोहित- अब जो सच्चाई है उसे कहने में क्या बुराई है |
शराब के नशे में धुत रीमा के शरीर में एक सिहरन सी दौड़ गयी जब उसे अहसास हुआ की पीठ पर से हाथ फेरते फेरते रोहित का एक हाथ उसकी कमर ने नीचे बेहद निजी वर्जित क्षेत्र में जाकर उसके उठे हुए चिकने गोलाकार गोरे मांसल चुतड पर जम गया है
और उसके बाद रोहित के हाथ ने चुतड पर दबाव बनाकर रीमा की कमर को अपनी तरफ ठेलने लगा |
रीमा ने अपना सर पीछे को हटाया और उसके आंसुओं सी भरी आँखों में एक दहशत सी भर गयी, जब उसे महसूस हुआ की, रोहित के लंड कड़ा होने लगा है,
उसके कोमल शरीर को उसका अहसास साफ साफ़ हो रहा था,उससे चिपकी होने की वजह से वो रोहित के पेंट के अन्दर के तनाव को अपनी नाजुक कमर के निचले हिस्से और केले के तने जैसी चिकनी नरम गुदाज जांघो और चुतड़ो पर महसूस कर रही थी |
रोहित खुद को संयत करता हुआ- कोई बात नहीं रीमा , सब ठीक है मै सब समझता है |
तभी अचानक रीमा को अहसास हुआ की रोहित उसके साथ पिता तुल्य व्यवहार करने की कोशिश कर रहा है, रीमा रोहित से दूर होना चाहती थी लेकिन रोहित ने अपनी सख्त बांहों से जकड रखा था | तभी रीमा को रोहित की नीयत का अहसास हुआ- छोड़ो मुझे रोहित, मुझे जाने दो प्लीज रोहित, मुझे जाने दो | रीमा भयभीत हो गयी, रोहित ने पहले भी कई बार उससे नजदीकियां बढ़ाने की कोशिश की लेकिन कभी इस हद तक नहीं गया | क्या रोहित को मेरे और प्रियम के बारे में पता चल है, इसलिए अपनी भड़ास निकालने आया है, मेरी असलियत का पता चलने के कारन ही अब ये भी मुझे बुरी तरह चोद डालना चाहता है | इसलिए मेरे मना करने के बावजूद रूक नहीं रहा है | यही सोचकर रीमा डर गयी | उसके दिमाग में हाहाकारी तरीके से बुरी तरह चोदने के सीन चलने लगे |
अब क्या होगा, क्या रोहित भी अपने बेटे ही तरह मुझे चोद डालेगा, क्या बाप बेटे दोनों के अपने लंड की प्यास मेरे छेदों में ही बुझाना चाहते है........ वो कंफ्यूज हो गयी, उसके दिमाग कुछ ठीक से सोच ही नहीं पा रहा है, वो बहुत परेशान हो गयी, इस हालत में भी उसकी चूत में हल्की सी वासना के उफान की सनसनाहट सी महसूस हो रही थी, इससे वो इंकार नहीं कर सकती थी, हर बीतते पल के साथ ये सनसनाहट बढती जा रही थी, क्योंकि रोहित अपने एक हाथ से रीमा के उठे हुए चिकने गोलाकार गोरे मांसल चुतड लगातार मसल रहा था और रीमा के शरीर को अपने ऊपर ठेल रहा था|
रीमा अपनी चिकनी नरम गुदाज जांघो और चूतडो के बीच रोहित के बढ़ते, कठोर होते लंड के तनाव को महसूस कर रही थी |
जैसे ही रोहित ने रीमा के ओठो को कसकर चूम लिया, रीमा के मुहँ से हल्की आह निकल गयी, रोहित सख्ती से रीमा के ओठ चूमने लगा और अपनी जीभ रीमा के मुहँ में डाल दी,
एक हाथ से रोहित ने कसकर रीमा को खुद से चिपकाये हुए था जबकि उसका एक हाथ रीमा के भारी गोल मांसल चुतड की लगातार मालिश कर रहा था| रोहित बार बार रीमा की कमर को धक्का लगाकर खुद पर ठेल देता जिससे रोहित का सख्त होकर तन चुके खड़े लंड का उभार रीमा की चिकनी नरम गुदाज जांघो पर पहले से ज्यादा जोर से महसूस होता |