24-12-2018, 09:46 PM
रोहित- रीमा मै रोहित, क्या तुम जाग रही हो अभी तक ?
रीमा..ओह नो रोहित इस वक्त यहाँ, कही उसे मेरे और प्रियम के बारे में पता तो नहीं चल गया, क्या प्रियम ने रोहित को जाकर ये बता तो नहीं दिया की मैंने उसका लंड चूसा है और लंड रस भी पी गयी हूँ, अब क्या होगा, रोहित तो मुझे मार ही डालेगा | इतना विचार आते ही रीमा का चेहरा फीका पढ़ गया | फिर पलक झपकते ही उसने रोहित के पुकारने की टोन पर ध्यान दिया वो काफी नार्मल लग रही थी | रीमा ने दरवाजा खोला |
रीमा- अन्दर आ जावो रोहित....
रोहित-मै तुमारे लिए शैम्पेन की बोतल लाया हूँ, मै तुम्हे तुमारे बर्थडे पर कोई गिफ्ट भी नहीं दे सका, इसलिए सोचा आज चलकर तुमारे साथ पार्टी करता हूँ, बशर्ते तुमारा कोई और प्लान न हो और तुम किसी और काम में न बिजी हो |
रोहित रीमा को एकटक देखने लगा, वो बाकि दिनों से आज काफी अलग लग रही थी, सेक्सी, ब्यूटीफुल, रिलैक्स्ड, चेहरे पर संतुष्टि और मुस्कान का सम्मिश्रण | रोहित को थोडा अजीब लगा, लेकिन वो रीमा के सौन्दर्य में ऐसा खोया की उसे कुछ और याद ही नहीं रहा |
रीमा- नहीं कुछ खास नहीं तुम आ गए अच्छा किया, तुम बैठो मै गिलास लेकर आती हूँ |
रोहित को लग रहा था जैसे रीमा को पता हो कि वो आ रहा है और उसके लिए वो पूरी तरह से सज धज के बैठी है | लेकिन रीमा इतनी खूबसूरत तो तब लगा करती थी जब नयी नयी शादी हुई थी | रोहित ने तो महीनो महीनो उसे बिना मेकअप के रूखे बाल और इमोशन लेस चेहरे के साथ देखा है, इसलिए उसको तो यकीन कर पाना बिलकुल मुश्किल हो रहा था
रोहित रीमा को सोफे उठकर जाते हुए देखता रहा, उसके हर कदम के साथ उछलते कुल्हे और चूतडो में संतुष्टि का एक भाव था, चाल में एक मादकता थी |
इतनी सेक्सी और खूबसूरत रीमा को उसने सालो बाद देखा था इसलिए उसके अन्दर की वासना में रीमा की खूबसूरती ने आग में घी वाला काम किया | रोहित ने तय कर लिया था की आज तो वो रीमा की स्कर्ट और पैंटी दोनों उतार कर ही दम लेगा, उसे चाहे जो करना पड़े | वो रीमा को कपडे पहने पहने ही पूरी तरह नंगे इमेजिन कर रहा था | कमर लचकाती, कुल्हे मटकाती मद मस्त चलती रीमा !! आह !!!!!!!! रोहित ने तो उसे बिना कपडे उतारे ही नंगा कर दिया था |
रीमा गिलास लेकर वापस आई और सोफे पर बैठते हुए उसने एक सभ्य औरत की तरह अपने कपड़ो को थोडा ठीक किया ताकि हैण्डसम रोहित के सामने किसी तरह का कुछ अश्लील न लगे | रोहित रीमा की बरसो से फंतासी था लेकिन रीमा ने हमेशा रिश्तो की गरिमा में रहकर ही रोहित से व्यवहार किया | या यु कहे कि कपडे इसलिए ठीक किये थे ताकि वो खुद की वासना के ज्वार पर काबू रख सके | रोहित ने शैम्पेन की बोतल खोली और गिलास में दारू उड़ेलने लगा | रोहित को नहीं पता था की रीमा में ये बदलाव किस वजह से आया है, लेकिन वजह को दरकिनार करते हुए उसे बहुत ख़ुशी थी कि रीमा ने कम से कम खुद के बारे में ख्याल तो किया | उसकी खूबसूरती को बार बार रोहित निहार रहा था और खुश हो रहा था | आज रीमा उसे पहले से कई गुना ज्यादा सेक्सी और आकर्षक लग रही थी |
दोनों आराम से सोफे पर बैठ गए और शैम्पेन पीने लगे, रोहित बस सिप मार रहा था और सुनिश्चित कर रहा था की रीमा उससे ज्यादा शराब पिए| जैसे ही रीमा का पैग ख़तम होता रोहित फिर से पैग बना देता | रीमा पहले ही दो स्कॉच के पैग पी चुकी थी और अब हर नया पैग उसके शुरुर में और बढ़ोत्तरी कर रहे थे और वो अर्द्ध बेहोशी की तरफ बढ़ रही थी | उसे लग रहा था स्कॉच के बाद शैम्पेन नहीं पीनी चाहिए थी लेकिन रोहित को मना नहीं कर पाई | वो कोई रेगुलर ड्रिंकर नहीं थी इसलिए 6 पैग उसकी क्षमता के हिसाब से काफी ज्यादा थे |
रोहित रीमा की तारीफ करता हुआ- रीमा तुम आज बहुत खूबसूरत लग रही हूँ, मेरा मतलब तुम हमेशा ही खूबसूरत लगती हो लेकिन आज तुम कमाल की लग रही हो,पता नहीं इसकी वजह क्या है लेकिन तुम सच में बहुत खूबसूरत और दिलकश लग रही हो | रीमा बालो पर उंगलिया फिराते हुए सोचने लगी- आज मै जैसी भी दिख रही हूँ रोहित ये तुमारे बेटे का कमाल है | उसने मेरे अन्दर की सोई औरत को जगा दिया है | रीमा ने रोहित की तरफ एक लम्बी मुस्कान छोड़ दी | उसे भी पता था आज उसका अंग अंग दमक रहा है, शरीर के हर कोने में संतुष्टि झलक रही है | वो रोहित की तारीफों से खुसी में झूम रही थी तभी रोहित ने कुछ ऐसा कहा की रीमा के होश उड़ गए | नशे में झूमती रीमा के ऊपर जैसे किसी ने बाल्टी भर बर्फ का पानी डाल दिया हो |
रोहित – रीमा तुम उस दिन प्रियम और नूतन की हरकतों को काफी देर से दरवाजे की ओट लेकर देख रही थी न...
रीमा एकदम हडबडाते हुए-तुम क्या बकवास कर रहे हो रोहित, लगता है तुम्हे चढ़ गयी है |
रोहित-नहीं.....तुम्हे अच्छी तरह से पता है मै तुमसे क्या पूछ रहा हूँ | तुमने मुझे फ़ोन पर कहा था की नूतन का स्वेटर ऊपर था और उसके दोनों स्तन बिन्कुल नग्न थे, प्रियम राजू एक एक निप्पल मुहँ में लेकर चूस रहे थे और बीच में उसके स्तन को मसल भी रहे थे | लेकिन प्रियम ने बताया जब तुम कमरे में आई थी तब नूतन के स्तन पुरे तरह से स्वेटर से ढके थे | इससे मै इस निष्कर्ष पर पंहुचा की तुम कमरे में झांक रही थी, इससे मै एक और निष्कर्ष पर पंहुचा कि तुम बेहद अकेली हो और तुमारा मन और शरीर वासना की आग में जल रहा है | तुमारी चूत ने सालो सेलंड देखा नहीं है तुमने सालो से चुदवाया नहीं है इसलिए चुदाई की तलब ने तुमारा ये हाल कर दिया है कि अब तुम दूसरो के कमरों में झाँक रही हो और अपनी काम वासना की कुंठा को मिटाने की असफल कोशिश कर रही हो |
रोहित बेहद ही विनम्र भाषा में बोला – देखो रीमा सेक्स जवान शरीर की जरुरत है तुम अपनी वासना को कितना भी दबावों, वो दबने वाली नहीं है, बल्कि तुम्हे बीमार बना देगी | देखो रीमा मै सिर्फ इतना कह रहा हूँ की सच से आंखे न चुराओ, इससे सिर्फ तुम खुद का नुकसान करोगी, तुम जवान हो और बहुत खूबसूरत भी | अगर तुमारे अन्दर चुदवाने के इक्षा होती है तो इसमे कुछ भी गलत नहीं है ये तो प्राकृतिक है | तुम अपनी चुदवाने की इक्षा मारकर खुद पर घनघोर अत्याचार कर रही हो|
रीमा..ओह नो रोहित इस वक्त यहाँ, कही उसे मेरे और प्रियम के बारे में पता तो नहीं चल गया, क्या प्रियम ने रोहित को जाकर ये बता तो नहीं दिया की मैंने उसका लंड चूसा है और लंड रस भी पी गयी हूँ, अब क्या होगा, रोहित तो मुझे मार ही डालेगा | इतना विचार आते ही रीमा का चेहरा फीका पढ़ गया | फिर पलक झपकते ही उसने रोहित के पुकारने की टोन पर ध्यान दिया वो काफी नार्मल लग रही थी | रीमा ने दरवाजा खोला |
रीमा- अन्दर आ जावो रोहित....
रोहित-मै तुमारे लिए शैम्पेन की बोतल लाया हूँ, मै तुम्हे तुमारे बर्थडे पर कोई गिफ्ट भी नहीं दे सका, इसलिए सोचा आज चलकर तुमारे साथ पार्टी करता हूँ, बशर्ते तुमारा कोई और प्लान न हो और तुम किसी और काम में न बिजी हो |
रोहित रीमा को एकटक देखने लगा, वो बाकि दिनों से आज काफी अलग लग रही थी, सेक्सी, ब्यूटीफुल, रिलैक्स्ड, चेहरे पर संतुष्टि और मुस्कान का सम्मिश्रण | रोहित को थोडा अजीब लगा, लेकिन वो रीमा के सौन्दर्य में ऐसा खोया की उसे कुछ और याद ही नहीं रहा |
रीमा- नहीं कुछ खास नहीं तुम आ गए अच्छा किया, तुम बैठो मै गिलास लेकर आती हूँ |
रोहित को लग रहा था जैसे रीमा को पता हो कि वो आ रहा है और उसके लिए वो पूरी तरह से सज धज के बैठी है | लेकिन रीमा इतनी खूबसूरत तो तब लगा करती थी जब नयी नयी शादी हुई थी | रोहित ने तो महीनो महीनो उसे बिना मेकअप के रूखे बाल और इमोशन लेस चेहरे के साथ देखा है, इसलिए उसको तो यकीन कर पाना बिलकुल मुश्किल हो रहा था
रोहित रीमा को सोफे उठकर जाते हुए देखता रहा, उसके हर कदम के साथ उछलते कुल्हे और चूतडो में संतुष्टि का एक भाव था, चाल में एक मादकता थी |
इतनी सेक्सी और खूबसूरत रीमा को उसने सालो बाद देखा था इसलिए उसके अन्दर की वासना में रीमा की खूबसूरती ने आग में घी वाला काम किया | रोहित ने तय कर लिया था की आज तो वो रीमा की स्कर्ट और पैंटी दोनों उतार कर ही दम लेगा, उसे चाहे जो करना पड़े | वो रीमा को कपडे पहने पहने ही पूरी तरह नंगे इमेजिन कर रहा था | कमर लचकाती, कुल्हे मटकाती मद मस्त चलती रीमा !! आह !!!!!!!! रोहित ने तो उसे बिना कपडे उतारे ही नंगा कर दिया था |
रीमा गिलास लेकर वापस आई और सोफे पर बैठते हुए उसने एक सभ्य औरत की तरह अपने कपड़ो को थोडा ठीक किया ताकि हैण्डसम रोहित के सामने किसी तरह का कुछ अश्लील न लगे | रोहित रीमा की बरसो से फंतासी था लेकिन रीमा ने हमेशा रिश्तो की गरिमा में रहकर ही रोहित से व्यवहार किया | या यु कहे कि कपडे इसलिए ठीक किये थे ताकि वो खुद की वासना के ज्वार पर काबू रख सके | रोहित ने शैम्पेन की बोतल खोली और गिलास में दारू उड़ेलने लगा | रोहित को नहीं पता था की रीमा में ये बदलाव किस वजह से आया है, लेकिन वजह को दरकिनार करते हुए उसे बहुत ख़ुशी थी कि रीमा ने कम से कम खुद के बारे में ख्याल तो किया | उसकी खूबसूरती को बार बार रोहित निहार रहा था और खुश हो रहा था | आज रीमा उसे पहले से कई गुना ज्यादा सेक्सी और आकर्षक लग रही थी |
दोनों आराम से सोफे पर बैठ गए और शैम्पेन पीने लगे, रोहित बस सिप मार रहा था और सुनिश्चित कर रहा था की रीमा उससे ज्यादा शराब पिए| जैसे ही रीमा का पैग ख़तम होता रोहित फिर से पैग बना देता | रीमा पहले ही दो स्कॉच के पैग पी चुकी थी और अब हर नया पैग उसके शुरुर में और बढ़ोत्तरी कर रहे थे और वो अर्द्ध बेहोशी की तरफ बढ़ रही थी | उसे लग रहा था स्कॉच के बाद शैम्पेन नहीं पीनी चाहिए थी लेकिन रोहित को मना नहीं कर पाई | वो कोई रेगुलर ड्रिंकर नहीं थी इसलिए 6 पैग उसकी क्षमता के हिसाब से काफी ज्यादा थे |
रोहित रीमा की तारीफ करता हुआ- रीमा तुम आज बहुत खूबसूरत लग रही हूँ, मेरा मतलब तुम हमेशा ही खूबसूरत लगती हो लेकिन आज तुम कमाल की लग रही हो,पता नहीं इसकी वजह क्या है लेकिन तुम सच में बहुत खूबसूरत और दिलकश लग रही हो | रीमा बालो पर उंगलिया फिराते हुए सोचने लगी- आज मै जैसी भी दिख रही हूँ रोहित ये तुमारे बेटे का कमाल है | उसने मेरे अन्दर की सोई औरत को जगा दिया है | रीमा ने रोहित की तरफ एक लम्बी मुस्कान छोड़ दी | उसे भी पता था आज उसका अंग अंग दमक रहा है, शरीर के हर कोने में संतुष्टि झलक रही है | वो रोहित की तारीफों से खुसी में झूम रही थी तभी रोहित ने कुछ ऐसा कहा की रीमा के होश उड़ गए | नशे में झूमती रीमा के ऊपर जैसे किसी ने बाल्टी भर बर्फ का पानी डाल दिया हो |
रोहित – रीमा तुम उस दिन प्रियम और नूतन की हरकतों को काफी देर से दरवाजे की ओट लेकर देख रही थी न...
रीमा एकदम हडबडाते हुए-तुम क्या बकवास कर रहे हो रोहित, लगता है तुम्हे चढ़ गयी है |
रोहित-नहीं.....तुम्हे अच्छी तरह से पता है मै तुमसे क्या पूछ रहा हूँ | तुमने मुझे फ़ोन पर कहा था की नूतन का स्वेटर ऊपर था और उसके दोनों स्तन बिन्कुल नग्न थे, प्रियम राजू एक एक निप्पल मुहँ में लेकर चूस रहे थे और बीच में उसके स्तन को मसल भी रहे थे | लेकिन प्रियम ने बताया जब तुम कमरे में आई थी तब नूतन के स्तन पुरे तरह से स्वेटर से ढके थे | इससे मै इस निष्कर्ष पर पंहुचा की तुम कमरे में झांक रही थी, इससे मै एक और निष्कर्ष पर पंहुचा कि तुम बेहद अकेली हो और तुमारा मन और शरीर वासना की आग में जल रहा है | तुमारी चूत ने सालो सेलंड देखा नहीं है तुमने सालो से चुदवाया नहीं है इसलिए चुदाई की तलब ने तुमारा ये हाल कर दिया है कि अब तुम दूसरो के कमरों में झाँक रही हो और अपनी काम वासना की कुंठा को मिटाने की असफल कोशिश कर रही हो |
रोहित बेहद ही विनम्र भाषा में बोला – देखो रीमा सेक्स जवान शरीर की जरुरत है तुम अपनी वासना को कितना भी दबावों, वो दबने वाली नहीं है, बल्कि तुम्हे बीमार बना देगी | देखो रीमा मै सिर्फ इतना कह रहा हूँ की सच से आंखे न चुराओ, इससे सिर्फ तुम खुद का नुकसान करोगी, तुम जवान हो और बहुत खूबसूरत भी | अगर तुमारे अन्दर चुदवाने के इक्षा होती है तो इसमे कुछ भी गलत नहीं है ये तो प्राकृतिक है | तुम अपनी चुदवाने की इक्षा मारकर खुद पर घनघोर अत्याचार कर रही हो|