24-12-2018, 09:45 PM
रीमा भावहीन होकर-हाँ मुझे पता है प्रियम डार्लिंग, लेकिन अब ये हम कभी दोबारा नहीं करेगें. प्रोमिस करो |
रीमा को डर था कही प्रियम ये सब अपने दोस्तों को न बता दे, या फिर रोहित को इसके बारे में बता दे, फिर वो कैसे एक्सप्लेन करेगी की उसने क्या किया, क्यों किया | प्रियम को पता था उसकी चाची ने जो कहा है उनका वही मतलब है, लेकिन प्रियम को पता था उसके और चाची के बीच ये सब आखिरी बार नहीं है | प्रियम ने अपनी शॉर्ट्स की जेब में एक ऑडियो रिकॉर्डर रखा हुआ, वो प्लान बनाकर आया था कि अगर रीमा चाची ने उसके साथ सेक्स किया तो उसकी ऑडियो रिकॉर्ड करके, राजू को सबूत के तौर पर सुनाएगा, क्योंकि राजू ने प्रियम से शर्त लगी थी कि वो चाची को चोदता है तो वो उसे एक पैकेट हशीश देगा | प्रियम को पता था राजू उसकी बात का भरोसा नहीं करेगा इसलिए प्रियम ने अपनी चाची के साथ लंड चूसने को रिकॉर्ड कर लिया था | इसका एक और फायदा ये था कि अगर आगे चलकर चाची ने प्रियम को सेक्स से मना किया तो वो इस टेप के आधार पर उन्हें ब्लैकमेल भी कर सकता है | प्रियम को अभी भी यकीन नहीं हो पा रहा था की चाची ने उसके लंड को अपने मुहँ में लेकर इतने अच्छे से चूसा | इसी बात को लेकर मन ही मन मुस्कुराता हुआ प्रियम बोला –मै वादा करता हूँ चाची मै ये बात किसी को नहीं बताउगा |
रीमा-बहुत अच्छा प्रियम डार्लिंग, ये सही रहेगा, मुझे भी तुमारी मदद करके बहुत अच्छा लगा, अब तुम्हे अपने घर जाना चाहिए और इतनी अच्छी पेस्ट्री के लिए थैंक्स |
रीमा ने प्रियम के कपडे ठीक किये और विदा कर दिया | प्रियम जाने के बाद रीमा बिस्टर पर ढेर हो गयी | दिमाग में जबरदस्त अंतर्विरोध चल रहा था | उसके मुहँ में हल्का हल्का दर्द महसूस हो रहा था लेकिन उसने जो भी किया उसको लेकर उसे अपनी नजरो में शर्मिंदा होना चाहिए था लेकिन उसे शर्मिंदगी की जगह तृप्ति का अहसास हो रहा था, प्रियम का लंड अपने खुद के मुहँ में, कुछ ही दिनों में वो कितना बदल गयी, की अपनी पहचान ही भूलने लगी थी, ये मै नहीं हूँ, मै इस हद तक कैसे गिर सकती हूँ क्या मेरी हवस इतना मुझ पर हावी हो गयी है कि सगे भतीजे के सामने नंगी होने में कोई शर्म नहीं है | मेरा इतना पतन, हाय किसी नरक में मुझे जगह मिलेगी |
नहीं नहीं मुझे नर्क में क्यों जगह मिलेगी, मैंने ऐसा किया ही क्या है वो मुझसे मदद मांगने आया था और मैंने उसे बताने की जगह कर के दिखा दिया | जवानी ने सेक्स की चाह तो सबको होती हैऔर वो तो बस जवानी की दहलीज पर कदम रखने ही वाला है कम से कम अब वो किसी गलत रास्ते पर तो नहीं जायेगा, अपनी वासना की कुंठा मिटाने को किसी लड़की पर हिंसक तो नहीं होगा | उसे सेक्स के बारे में सब पता होना चाहिए और सबसे बड़ी बात उसे कैसे खूबसूरत तरीके से सेक्स एन्जॉय करना है ये पता होना चाहिए | जिनको ठीक से सेक्स करने को नहीं मिलता या सेक्स में तृप्ति नहीं मिलती वो कुंठा का शिकार होकर हिंसक हो जाते है और फिर औरतो से रेप और हिंसा जैसी घटनाये होती है | शादीशुदा लोगो में भी ज्यादातर (एक आध अपवाद तो हर जगह होता है)उन्ही जोड़े के बीच ज्यादा दिक्कते होती है, जिंसकी सेक्स लाइफ बदतर होती है | कभी सेक्स में तृप्त जोड़े को हिंसा गली गलौज या मार पीट करते नहीं देखा होगा | मेरा भतीजा किसी लड़की या औरत का रेप नहीं करेगा, मै उसे ऐसा करने नहीं दूँगी | उसे सेक्स का भरपूर मजा लेना सिखाऊंगी, ताकि को औरतो और लडकियों को ज्यादा से ज्यादा प्यार कर सके | उसे जो सीखना होगा मै सब उसको सिखाऊंगी | दुनिया भर के विचारो से के आते गुजरते उसकी कब आंख लग गयी पता ही नहीं चला|
आसमान में सूरज ढलने की तरफ था, रोहित ने घर के सामने सड़क पर अपनी कर पार्क की और अपना ऑफिस बैग उठाकर चहल कदमी करते हुए घर की तरफ चलने लगा | रोहित आज पार्टी के मूड में था इसलिए जल्दी घर अ गया | पिछले कुछ दिनों से वो चाहे घर में हो या बाहर, वो रीमा के बारे में ही सोचता रहता था | जब से रीमा ने प्रियम-नूतन वाली घटना के बारे में बताया था रोहित बस एक ही निष्कर्ष निकाले बैठा था, कि जब रीमा कमरे में आई तो नूतन का स्वेटर बिलकुल ठीक था इसका मतलब रीमा पहले से ही बच्चो को देख रही थी | कितने पहले से बच्चो को देख रही थी, क्या बच्चो को देखकर खुद भी एन्जॉय कर्रकर रही थी जितना ज्यादा वो रीमा के बारे में सोचता उतना ही वो इस बात को लेकर निश्चित हो रहा था की हो न हो रीमा का शरीर हवस में जल रहा है उसके अन्दर वासना का तूफ़ान उमड़ रहा है और उसको चुदने की तलब चढ़ी है, शादी के कुछ ही सालो बाद मेरे भाई की मौत हो गयी थी, इधर काफी सालो से अकेली है, उसका कोई बॉयफ्रेंड भी नहीं है, शायद पिछले कुछ सालो से चुदाई से भी दूर है इसलिए उसकी सभी दबी कुचली ख्वाइश उसके दिमाग पर हावी हो गयी है, जिससे उसको चुदने की तलब लगी हुई है, उसकी चूत को लंड की तलब लगी हुई है |
रोहित तो बहुत पहले से ही रीमा की तरफ आकर्षित था लेकिन रिश्तो की मर्यादा ने उसको बांध रखा था | रोहित ने पहले भी रीमा को अपने दिल की बात बताने की सोची, लेकिन किसी न किसी वजह से खुद को पीछे खीच लिया | उसे लगा ये सही समय है रीमा से अपने दिल की बात कहने का | पहले भी रीमा की लेकर उसके मन में काफी भावनावो के ज्वार उठे, कई बार वो रातो को सो भी नहीं पाया, लेकिन सच ये भी है कभी सीधे सीधे रीमा को अप्रोच ही नहीं किया | उसने कभी भी रीमा को चोदने के लिए ईमानदारी से कोशिश भी नहीं करी | खुद पर ही पछता रहा था, इतने साल से रीमा अकेली , अकेलेपन में उसका स्वाभाव भी थोडा रुखा हो गया लेकिन कभी रोहित ने सोचा ही नहीं, रीमा में आये बदलाव इस कारण है की वो अकेलापन महसूस कर रही है | भाई की मौत के बाद और अपने बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप के बाद इतने सालो से वो चुदने का इंतजार कर रही है और मै फट्टू कभी भी इतनी हिम्मत नहीं जुटा पाया की रीमा से दिल की बात पूछ सकू, पाने दिल की बात रीमा को बता सकू, उसके सामने रिक्वेस्ट करके उसके ही मन की बात उससे मनवा सकू | मै भी परम चुतिया था साला इधर उधर दो कौड़ी की लडकियों पर अपना समय ख़राब करता रहा | रीमा के सेक्सी बदन को अपने ही तरीके से सोचते हुए अपने काम जल्दी जल्दी निपटा रहा था |
रोहित ने प्रियम को खाना खिलाया और उसके सोने का इन्तजार किया | अभी कुछ दिन पहले ही रीमा का बर्थडे था, और रोहित ठीक से विश भी नहीं कर पाया था इसलिए उसने सोचा आज उसके घर पर जाकर ही उसको स्पेशल गिफ्ट दू | रीमा का घर रोहित से दो घर छोड़कर था | प्रियम के सोने के बाद रोहित ने फ्रिज से एक शम्पेन निकाली और दबे पाँव घर से निकल गया |
रीमा के चेहरे पर आज एक अलग चमक थी, उसकी स्किन एक अलग ही चमक मार रही थी |
अपने भतीजे के द्वारा मिले ओर्गास्म के कारण रीमा काफी रिलैक्स फील कर रही थी, क्या हुआ जो वो उम्र में इतना छोटा है मै उसके साथ एक खूबसूरत सीक्रेट अफेयर तो रख ही सकती हूँ जिसका किसी को कुछ पता न चलेगा | प्रियम कोई बाहरी थोड़े ही है है तो मेरा सगा भतीजा ही |बहुत दिनों के बाद रीमा ने बाथरूम में काफी टाइम बिताया, उसने अपने पुरे शरीर की वैक्सिंग की, आइब्रो सेट करी, और जांघो के बीच नीचे पूरी तरह से क्लीन सेव किया | उसके बाद उसने अच्छे से मेकअप किया |
इतना प्रॉपर मेकअप किये हुए उसे कई महीने हो गए थे |
मेक अप करने के बाद रीमा ने स्कॉच के दो पैग बनाये और टीवी ऑन करके सोफे पर पसर गयी | टीवी तो उसने चला दिया था, लेकिन उसके दिमाग से प्रियम उतर ही नहीं रहा था | अक्सर वो खिडकियों सड़क पर आते जाते आकर्षक लडको को देखती रहती थी, लेकिन किसी लड़के का जवान होता लंड अपने मुहँ में फील करने का अनुभव बिलकुल अलग था | उसकी याद आते ही रीमा के पुरे शरीर में एक करंट सा दौड़ गया | आखिर अकेली जवान औरत अगर एक जवान होते लड़के को अपना शरीर स्पर्श करने देती है तो इसमे गलत क्या है और अगर गलत है भी तो क्या हुआ उसने कुछ गलत नहीं किया | वो मेरा भतीजा है और उसे पूरा हक़ है मेरे शरीर को स्पर्श करने का | रीमा अभी भी भतीजे का लंड अपने मुहँ में महसूस कर रही थी, उसके अन्दर वासना का ज्वार बढ़ने लगता, कैसे भतीजे की उंगली ने उसके नितम्बो पर से उसका नियंत्रण ख़त्म कर दिया था, उसको अपने ऊपर नीचे उठते गिरते कुल्हे याद आ रहे थे | इतनी संतुष्टि के बाद भी एक बात उसको हैरान कर रही थी की उसके अन्दर कामवासना की लहरे जोरो से हिलोरे मार रही थी शायद उसकी काम वासना को तृप्त करने की बजाय प्रियम ने और बढ़ा दिया था , अब उसे और ज्यादा चाहिए था | उसे पता था कि वो ये नहीं कर सकती, आज नहीं तो कल अगर किसी को पता चल गया तो ये बहुत खतरनाक होगा | यही सब सोचते सोचते रीमा स्कॉच के सिप मारते हुए सोफे पर पसरी थी | तभी अचानक उसके घर के पिछले दरवाजे की डोर बेल बजी | इससे पहले वो कुछ गेस करती, उसके कानो में रोहित की आवाज पड़ी |
रीमा को डर था कही प्रियम ये सब अपने दोस्तों को न बता दे, या फिर रोहित को इसके बारे में बता दे, फिर वो कैसे एक्सप्लेन करेगी की उसने क्या किया, क्यों किया | प्रियम को पता था उसकी चाची ने जो कहा है उनका वही मतलब है, लेकिन प्रियम को पता था उसके और चाची के बीच ये सब आखिरी बार नहीं है | प्रियम ने अपनी शॉर्ट्स की जेब में एक ऑडियो रिकॉर्डर रखा हुआ, वो प्लान बनाकर आया था कि अगर रीमा चाची ने उसके साथ सेक्स किया तो उसकी ऑडियो रिकॉर्ड करके, राजू को सबूत के तौर पर सुनाएगा, क्योंकि राजू ने प्रियम से शर्त लगी थी कि वो चाची को चोदता है तो वो उसे एक पैकेट हशीश देगा | प्रियम को पता था राजू उसकी बात का भरोसा नहीं करेगा इसलिए प्रियम ने अपनी चाची के साथ लंड चूसने को रिकॉर्ड कर लिया था | इसका एक और फायदा ये था कि अगर आगे चलकर चाची ने प्रियम को सेक्स से मना किया तो वो इस टेप के आधार पर उन्हें ब्लैकमेल भी कर सकता है | प्रियम को अभी भी यकीन नहीं हो पा रहा था की चाची ने उसके लंड को अपने मुहँ में लेकर इतने अच्छे से चूसा | इसी बात को लेकर मन ही मन मुस्कुराता हुआ प्रियम बोला –मै वादा करता हूँ चाची मै ये बात किसी को नहीं बताउगा |
रीमा-बहुत अच्छा प्रियम डार्लिंग, ये सही रहेगा, मुझे भी तुमारी मदद करके बहुत अच्छा लगा, अब तुम्हे अपने घर जाना चाहिए और इतनी अच्छी पेस्ट्री के लिए थैंक्स |
रीमा ने प्रियम के कपडे ठीक किये और विदा कर दिया | प्रियम जाने के बाद रीमा बिस्टर पर ढेर हो गयी | दिमाग में जबरदस्त अंतर्विरोध चल रहा था | उसके मुहँ में हल्का हल्का दर्द महसूस हो रहा था लेकिन उसने जो भी किया उसको लेकर उसे अपनी नजरो में शर्मिंदा होना चाहिए था लेकिन उसे शर्मिंदगी की जगह तृप्ति का अहसास हो रहा था, प्रियम का लंड अपने खुद के मुहँ में, कुछ ही दिनों में वो कितना बदल गयी, की अपनी पहचान ही भूलने लगी थी, ये मै नहीं हूँ, मै इस हद तक कैसे गिर सकती हूँ क्या मेरी हवस इतना मुझ पर हावी हो गयी है कि सगे भतीजे के सामने नंगी होने में कोई शर्म नहीं है | मेरा इतना पतन, हाय किसी नरक में मुझे जगह मिलेगी |
नहीं नहीं मुझे नर्क में क्यों जगह मिलेगी, मैंने ऐसा किया ही क्या है वो मुझसे मदद मांगने आया था और मैंने उसे बताने की जगह कर के दिखा दिया | जवानी ने सेक्स की चाह तो सबको होती हैऔर वो तो बस जवानी की दहलीज पर कदम रखने ही वाला है कम से कम अब वो किसी गलत रास्ते पर तो नहीं जायेगा, अपनी वासना की कुंठा मिटाने को किसी लड़की पर हिंसक तो नहीं होगा | उसे सेक्स के बारे में सब पता होना चाहिए और सबसे बड़ी बात उसे कैसे खूबसूरत तरीके से सेक्स एन्जॉय करना है ये पता होना चाहिए | जिनको ठीक से सेक्स करने को नहीं मिलता या सेक्स में तृप्ति नहीं मिलती वो कुंठा का शिकार होकर हिंसक हो जाते है और फिर औरतो से रेप और हिंसा जैसी घटनाये होती है | शादीशुदा लोगो में भी ज्यादातर (एक आध अपवाद तो हर जगह होता है)उन्ही जोड़े के बीच ज्यादा दिक्कते होती है, जिंसकी सेक्स लाइफ बदतर होती है | कभी सेक्स में तृप्त जोड़े को हिंसा गली गलौज या मार पीट करते नहीं देखा होगा | मेरा भतीजा किसी लड़की या औरत का रेप नहीं करेगा, मै उसे ऐसा करने नहीं दूँगी | उसे सेक्स का भरपूर मजा लेना सिखाऊंगी, ताकि को औरतो और लडकियों को ज्यादा से ज्यादा प्यार कर सके | उसे जो सीखना होगा मै सब उसको सिखाऊंगी | दुनिया भर के विचारो से के आते गुजरते उसकी कब आंख लग गयी पता ही नहीं चला|
आसमान में सूरज ढलने की तरफ था, रोहित ने घर के सामने सड़क पर अपनी कर पार्क की और अपना ऑफिस बैग उठाकर चहल कदमी करते हुए घर की तरफ चलने लगा | रोहित आज पार्टी के मूड में था इसलिए जल्दी घर अ गया | पिछले कुछ दिनों से वो चाहे घर में हो या बाहर, वो रीमा के बारे में ही सोचता रहता था | जब से रीमा ने प्रियम-नूतन वाली घटना के बारे में बताया था रोहित बस एक ही निष्कर्ष निकाले बैठा था, कि जब रीमा कमरे में आई तो नूतन का स्वेटर बिलकुल ठीक था इसका मतलब रीमा पहले से ही बच्चो को देख रही थी | कितने पहले से बच्चो को देख रही थी, क्या बच्चो को देखकर खुद भी एन्जॉय कर्रकर रही थी जितना ज्यादा वो रीमा के बारे में सोचता उतना ही वो इस बात को लेकर निश्चित हो रहा था की हो न हो रीमा का शरीर हवस में जल रहा है उसके अन्दर वासना का तूफ़ान उमड़ रहा है और उसको चुदने की तलब चढ़ी है, शादी के कुछ ही सालो बाद मेरे भाई की मौत हो गयी थी, इधर काफी सालो से अकेली है, उसका कोई बॉयफ्रेंड भी नहीं है, शायद पिछले कुछ सालो से चुदाई से भी दूर है इसलिए उसकी सभी दबी कुचली ख्वाइश उसके दिमाग पर हावी हो गयी है, जिससे उसको चुदने की तलब लगी हुई है, उसकी चूत को लंड की तलब लगी हुई है |
रोहित तो बहुत पहले से ही रीमा की तरफ आकर्षित था लेकिन रिश्तो की मर्यादा ने उसको बांध रखा था | रोहित ने पहले भी रीमा को अपने दिल की बात बताने की सोची, लेकिन किसी न किसी वजह से खुद को पीछे खीच लिया | उसे लगा ये सही समय है रीमा से अपने दिल की बात कहने का | पहले भी रीमा की लेकर उसके मन में काफी भावनावो के ज्वार उठे, कई बार वो रातो को सो भी नहीं पाया, लेकिन सच ये भी है कभी सीधे सीधे रीमा को अप्रोच ही नहीं किया | उसने कभी भी रीमा को चोदने के लिए ईमानदारी से कोशिश भी नहीं करी | खुद पर ही पछता रहा था, इतने साल से रीमा अकेली , अकेलेपन में उसका स्वाभाव भी थोडा रुखा हो गया लेकिन कभी रोहित ने सोचा ही नहीं, रीमा में आये बदलाव इस कारण है की वो अकेलापन महसूस कर रही है | भाई की मौत के बाद और अपने बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप के बाद इतने सालो से वो चुदने का इंतजार कर रही है और मै फट्टू कभी भी इतनी हिम्मत नहीं जुटा पाया की रीमा से दिल की बात पूछ सकू, पाने दिल की बात रीमा को बता सकू, उसके सामने रिक्वेस्ट करके उसके ही मन की बात उससे मनवा सकू | मै भी परम चुतिया था साला इधर उधर दो कौड़ी की लडकियों पर अपना समय ख़राब करता रहा | रीमा के सेक्सी बदन को अपने ही तरीके से सोचते हुए अपने काम जल्दी जल्दी निपटा रहा था |
रोहित ने प्रियम को खाना खिलाया और उसके सोने का इन्तजार किया | अभी कुछ दिन पहले ही रीमा का बर्थडे था, और रोहित ठीक से विश भी नहीं कर पाया था इसलिए उसने सोचा आज उसके घर पर जाकर ही उसको स्पेशल गिफ्ट दू | रीमा का घर रोहित से दो घर छोड़कर था | प्रियम के सोने के बाद रोहित ने फ्रिज से एक शम्पेन निकाली और दबे पाँव घर से निकल गया |
रीमा के चेहरे पर आज एक अलग चमक थी, उसकी स्किन एक अलग ही चमक मार रही थी |
अपने भतीजे के द्वारा मिले ओर्गास्म के कारण रीमा काफी रिलैक्स फील कर रही थी, क्या हुआ जो वो उम्र में इतना छोटा है मै उसके साथ एक खूबसूरत सीक्रेट अफेयर तो रख ही सकती हूँ जिसका किसी को कुछ पता न चलेगा | प्रियम कोई बाहरी थोड़े ही है है तो मेरा सगा भतीजा ही |बहुत दिनों के बाद रीमा ने बाथरूम में काफी टाइम बिताया, उसने अपने पुरे शरीर की वैक्सिंग की, आइब्रो सेट करी, और जांघो के बीच नीचे पूरी तरह से क्लीन सेव किया | उसके बाद उसने अच्छे से मेकअप किया |
इतना प्रॉपर मेकअप किये हुए उसे कई महीने हो गए थे |
मेक अप करने के बाद रीमा ने स्कॉच के दो पैग बनाये और टीवी ऑन करके सोफे पर पसर गयी | टीवी तो उसने चला दिया था, लेकिन उसके दिमाग से प्रियम उतर ही नहीं रहा था | अक्सर वो खिडकियों सड़क पर आते जाते आकर्षक लडको को देखती रहती थी, लेकिन किसी लड़के का जवान होता लंड अपने मुहँ में फील करने का अनुभव बिलकुल अलग था | उसकी याद आते ही रीमा के पुरे शरीर में एक करंट सा दौड़ गया | आखिर अकेली जवान औरत अगर एक जवान होते लड़के को अपना शरीर स्पर्श करने देती है तो इसमे गलत क्या है और अगर गलत है भी तो क्या हुआ उसने कुछ गलत नहीं किया | वो मेरा भतीजा है और उसे पूरा हक़ है मेरे शरीर को स्पर्श करने का | रीमा अभी भी भतीजे का लंड अपने मुहँ में महसूस कर रही थी, उसके अन्दर वासना का ज्वार बढ़ने लगता, कैसे भतीजे की उंगली ने उसके नितम्बो पर से उसका नियंत्रण ख़त्म कर दिया था, उसको अपने ऊपर नीचे उठते गिरते कुल्हे याद आ रहे थे | इतनी संतुष्टि के बाद भी एक बात उसको हैरान कर रही थी की उसके अन्दर कामवासना की लहरे जोरो से हिलोरे मार रही थी शायद उसकी काम वासना को तृप्त करने की बजाय प्रियम ने और बढ़ा दिया था , अब उसे और ज्यादा चाहिए था | उसे पता था कि वो ये नहीं कर सकती, आज नहीं तो कल अगर किसी को पता चल गया तो ये बहुत खतरनाक होगा | यही सब सोचते सोचते रीमा स्कॉच के सिप मारते हुए सोफे पर पसरी थी | तभी अचानक उसके घर के पिछले दरवाजे की डोर बेल बजी | इससे पहले वो कुछ गेस करती, उसके कानो में रोहित की आवाज पड़ी |